बुधवार को कनीना में नहीं होगी पेयजल सप्लाई
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कनीना की आवाज। बुधवार 18 दिसंबर को कनीना में पेयजल सप्लाई नहीं होगी। सप्लाई आपरेटर जसवंत सिंह ने कनिष्ठ अभियंता के हवाले से सूचना दी है कि बुधवार को किसी भी वार्ड में कोई पेयजल सप्लाई नहीं होगी जिसके पीछे गंदा पानी सप्लाई एक कारण माना जा रहा है ताकि पता लगाया जाएगा कि गंदा जल कहां से और क्यों हो रहा है।
होशियार सिंह भी नगर पालिका के पार्षद चुनाव में उतरेंगे
-यदि वार्ड आरक्षित नहीं हुए और माहौल सही हुआ तो ही चुनाव लड़ेंगे
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कनीना की आवाज। यूं तो नगर पालिका के चुनाव के करीब 7 वर्षों के बाद होने की संभावना है। इन चुनाव में युवा वर्ग बहुत आगे पहुंच चुका है। परंतु कनीना निवासी डा. होशियार सिंह लेखक एवं पूर्व शिक्षक भी कुछ शर्तों पर चुनाव लड़ेंगे। अपने परिवार और आसपास साथियों से विचार विमर्श करके यह निष्कर्ष निकाला है कि यदि वार्ड किसी महिला/ एससी या बीसीए आदि के लिए आरक्षित नहीं हुआ तो ही चुनाव में अपना भाग्य जमाएंगे। लेकिन चुनाव लडऩे के पीछे किसी गुट से कोई संबंध नहीं होगा। सबसे बड़ी बात होगी किसी से वोट मांगने नहीं जाएंगे तथा घर बैठे ही वोट मांगने का प्रयास करेंगे। केवल यह देखना है कि लंबे अरसे तक जन सेवा करने के बावजूद अब उन्हें कितने वोट मिलते हैं? यद्यपि उनके साथ कितने ही साथी खड़े हुए हैं और यह विश्वास दिला रहे हैं कि इस बार चुनाव लड़ोगे तो वे पूरा सहयोग करेंगे। इसलिए जी जान से चुनाव लड़े जायेंगे। सबसे बड़ी विशेषता होगी कि वह अगर चुनाव लडऩे का मौका मिला तो बिना खर्चे के चुनाव लड़कर एक नया अनुभव लेना चाहेंगे। चुनाव की इच्छा तो बहुत पहले से है परंतु पहले जहां शिक्षक बतौर कार्यरत रहे जिसके चलते होशियार सिंह चुनाव नहीं लड़ पाए। अब वो सेवानिवृत हो चुके हैं और चुनाव में अपना भाग्य जरूर आएंगे। इस संबंध में पत्रकारों, वकीलों, साथियों, सहयोगियों से चर्चा का दौर जारी है परंतु सबसे पहले वार्डों के आरक्षण पर नजर है। यदि वार्ड बीसी बी के लिए रहा या आरक्षित नहीं हुआ तो चुनाव जरूर लड़े जायेंगे। इस नये हौसले एवं नई विचारधारा का समर्थन अपेक्षित है।
मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार -71
एक बार नहीं तीन बार धनौंदा स्कूल में सेवा करने का मिला मौका
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कनीना की आवाज। कनीना निवासी होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने 29 साल और 10 दिन की सेवा विभिन्न सरकारी स्कूलों में दी है। कुल सेवा 40 वर्षों की है। इस दौरान उन्होंने सबसे अधिक बार सेवा करने का मौका धनौंदा स्कूल में मिला, तत्पश्चात करीरा स्कूल का नाम आता है। इस संबंध में डा. होशियार सिंह की जुबानी उनकी कहानी सुनिये-
30 दिसंबर 1997 को पहली बार राजकीय उच्च विद्यालय धनौंदा में बदली हुई। इस दौरान जहां इतनी अधिक मेहनत की की विद्यार्थी ट्यूशन के लिए लालायित रहे। घर पर भी ट्यूशन करने के लिए पूछते रहते थे लेकिन एक ही शर्त थी कि विज्ञान का ट्यूशन नहीं किया जाएगा क्योंकि विज्ञान यहां पर बेहतर ढंग से पढ़ाया जा रहा है। अन्य विषयों के बारे में कोई विद्यार्थी आवश्यक समझे तो ट्यूशन कर सकता है। यहां से भारी संख्या में विद्यार्थी गणित आदि पढऩे के लिए आते थे। धनौंदा में अधिक समय मैं नहीं रहा। धनौंदा से 16 मई 1998 को कनीना बदली हो गई। धनौदा से झूक मेरा एक साथी सुखदेव चला गया। धनौंदा में सबसे अधिक संघर्ष चला। जगमाल सिंह मुख्य अध्यापक के साथ वह संघर्ष चला कि शायद सभी अखबारों में उस समय एक ही खबर आती थी और वह धनौंदा की होती थी, कितने ही अधिकारियों ने जांच की, परिणाम यह निकला धनौंदा स्कूल का अधिकांश रिकार्ड उस वक्त का रिकार्ड आज तक स्कूल के पास नहीं है क्योंकि यहां फर्जी नियुक्तियां हुई। परिणाम यह निकला कि कइयों की कैद भी हुई, कैद से अब तो वो लोग आ चुके हैं परंतु फर्जी कारनामों का परिणाम बाद तक अधिकारी भुगतते रहे। यह वह वक्त था जब मैं पूरी जवानी पर था, जमकर हाथापाई के लिए तैयार रहता था, बुद्धि बहुत तेज थी। विद्यार्थियों को जमकर पढ़ाया। उसे समय स्वर्गीय अशोक कुमार लिसान निवासी विज्ञान शिक्षक ने मेरा साथ दिया। यह सत्य है कि यहां कुछ ही समय के बाद 16 मई 1998 कनीना बदली हो गई। और बदली भी एक ट्रायंगल बनाकर की गई जिसमें गुढ़ा निवासी राम अवतार विज्ञान अध्यापक कनीना माडल स्कूल से मांदी चले गए और में कनीना स्कूल में आ गया। उल्लेखनीय है कि धनौंदा स्कूल उस राजकीय उच्च विद्यालय होता था। तत्पश्चात अनेकों जगह सफर तय करके दूसरी बार 6 सितंबर 2019 को फिर से धनौंदा स्कूल में सेवा करने का मौका मिला। किंतु इस समय सब कुछ बदला बदला देखा गया। इस वक्त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा बन चुका था। इसलिए यहां सेवा करने का मौका मिला। यहां पर सेवा करते हुए अनेक ऐसे लोगों से भेंट हुई जिनका मैंने पढ़ाया और तत्पश्चात उनके पुत्र पुत्रियां ,पौत्र आदि यहां पढ़ रहे थे। एक नहीं तीन तीन पीढिय़ों को यहां पढ़ाने का मौका मिला।
यहां इस वक्त कृष्ण सिंह सीहोर निवासी बहुत सज्जन प्राचार्य मिले। जिनकी इच्छा के अनुरूप हरियाणा राज्य शिक्षक अवार्ड मिला। जिसमें कृष्ण सिंह का अहम रोल रहा है।
यहां अच्छा वक्त निकाला। जहां मैं छह अप्रैल 1995 से एक अक्टूबर 2003 से तदर्थ सेवा की। फिरनियमित सेवा में आ गया, तत्पश्चात वर्ष 2005 में कन्फर्म शिक्षक बन गया।
तत्पश्चात सितंबर 2022 में तीसरी बार धनौंदा स्कूल में सेवा का मौका मिला जो बाद में राजकीय माडल स्कूल में बदल गया। यह वक्त बहुत बुरा बीता। प्राचार्य का कोई सहयोग नहीं मिला, महज खानापूर्ति की। हर जगह टांग खींची। बेहतरीन शिक्षक को शिक्षक नहीं माना गया, परेशान किया है 30 अप्रैल 2024 को यहां से सेवानिवृत्त हो गया। यहां अनेक खट्टे-मीठे अनुभव लिए है। जहां स्कूल में तीन बार सेवा करने का मौका मिला वहीं दूसरे नंबर पर करीर स्कूल आता है। स्कूल में जहां अनेकों शिक्षक सहयोगी मिले जिनमें विशेष कर नरेश कुमार हिंदी शिक्षक मिले जो मन में जगह कर गये। बहुत बेहतरीन खुश मिजाज इंसान नरेश कुमार हिंदी शिक्षक के चेहरे पर कभी बैर भाव नजर नहीं आया। महिपाल सिंह संस्कृत शिक्षक करीरा के कहने से तीसरी बार मेरी बदली धनौंदा हुई वरना मैं धनौंदा से तंग आ चुका था। यह स्कूल न छोडऩा मेरी सबसे बड़ी भूल थी। यदि धनौंदा को छोड़कर कहीं भी चला जाता तो बहुत सुखद एहसास होता। आज अनेकों लाभों से वंचित नहीं रहना पड़ता परंतु भाग्य ने साथ नहीं दिया। अंतिम समय तक माडल स्कूल कनीना में तबादले के लिए निवेदन किया। जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र प्रेषित किये। कनीना माडल स्कूल में विज्ञान शिक्षक पद रिक्त था। मैं बार-बार आवेदन किया। उस वक्त निदेशक माडल संस्कृति स्कूल श्री विजय सिंह मेरे परिचित होने के बावजूद भी मेरी बदली धनौंदा से कनीना नहीं हो सकी। उनसे मैं दो बार मिला। तत्पश्चात तबादले होने का दौर चला और यह समझा कि राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में बदली हो जाएगी लेकिन वह इच्छा भी दफन हो गई। हर प्रकार से हताशा हाथ लगी। एक और जहां दिल के अरमां आंसुओं में बह गये। सभी लाभों से वंचित रहना पड़ा। यह मेरा धनौंदा स्कूल अंत में मनहूस स्कूल साबित हुआ क्योंकि शिक्षक चाहे अच्छे रहे हो, प्राचार्य से कोई सहयोग नहीं मिला। हर बात पर नुक्ताचीनी जिनका हवाला अलग से एक पोस्ट में डाला जाएगा परंतु जितने भी शिक्षक मिले अच्छे मिले। क्योंकि मैं साइकिल पर भी धानौंदा स्कूल तक जाता था या फिर मेरा सहयोग नरेश कुमार हिंदी शिक्षक, महिपाल सिंह संस्कृत शिक्षक, विनोद कुमार एसएस मास्टर ,राजेश कुमार ककराला प्राध्यापक आदि में काफी सहयोग मिला। अनेक शिक्षक कनीना और आसपास के कार्यरत थे। कंप्यूटर के बेहतरीन शिक्षक प्रदीप कुमार मिले। जब धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं। धनौंदा स्कूल के तीन रूपों में मैंने काम किया जहां पहली बार राजकीय उच्च विद्यालय धनौंदा तत्पश्चात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा और तीसरी बार राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में कार्य किया है।
बिजली टीम पर हमला करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग
-अभी तक नहीं हुई है गिरफ्तारी
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कनीना की आवाज। एचएसईबी डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन ने बिजली निगम नारनौल सर्कल के अधीक्षक अभियंता रंजन राव को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने कनीना क्षेत्र के गांव मोड़ी की ढाणी टोलवा में बिजली छापेमारी करने गई टीम पर हमला करने के विरोध में कार्यालय परिसरस में विरोध प्रदर्शन किया तथा हमला करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने की मांग की। प्रधान सत्यपाल ने बताया कि गत 16 दिसंबर को सुबह करीब आठ बजे उपमंडल अधिकारी दहबिविनि कनीना के आदेशानुसार बिजली चोरी पकडऩे के लिए टीम का गठन किया गया, जिसमें विजय कुमार जेई-प्रथम, आनंद कुमार जेई, राकेश कुमार एएफएम, संदीप एएफएम, संजय एलएम व धर्मवीर एलएम तथा सरकारी गाड़ी ड्राइवर विरेंद्र के साथ चोरी पकडऩे के गांव मोड़ी के बाहर टोलवा की ढाणी में गए। जहां उपरोक्त व्यक्तियों के घर में बिजली चोरी हो रही थी। जिसकी टीम ने छापेमारी की व वीडियोग्राफी एवं चोरी से जुड़े साक्ष्य इक्_े करने लग गई। इसी बीच 15-20 लोगों, जिनमें ब्रह्मप्रकाश पुत्र महादेव, हरीश कुमार, परमवीर पुत्र ब्रह्मप्रकाश, लालाराम, सुनील, नरेश पुत्र महावीर आदि 15-20 लोग हाथों में डंडे, लाठी, लोहे की रॉड लेकर आ गए तथा एक-एक करके टीम के सदस्यों पर हमला कर दिया, जिसमें विजय कुमार जेई-प्रथम के पैर में फ्रेक्चर हो गया तथा अन्य गंभीर चोटें लगी। राकेश एएफएम व संदीप एएफएम को सिर व पेट में गंभीर चोटें लगी। कर्मचारियों ने तब डॉयल 112 कर पुलिस सहायता प्राप्त की और वहां से बच-बचाकर सिविल अस्पताल कनीना में उपचार के लिए एडमिट करवाया। गंभीर चोटों के कारण कर्मचारियों को बेहतर ईलाज के लिए हायर सेंटर नागरिक अस्पताल नारनौल रेफर कर दिया गया, जहां कर्मचारी एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराए गए हैं। हमारी मांग है कि उक्त दोषियों को गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
इस मौके पर जितेंद्र कुमार जेई-1, सुनील कुमार जेई, सत्यपाल जेई, शंकर लाल जेई-1, दलीप सिंह जेई, वेदप्रकाश जेई, ओमसिंह जेई, कैलाश चंद जेई, सचिन लाइनमैन, पवन कुमार जेई, संजय कुमार जेई, महिपाल यूडीसी, अशोक कुमार, राजकुमार फोरमैन, रंजीत कुमार जेई, कुलदीप जेई, सुनिल निनानियां व हरिओम एएफएम आदि मौजूद रहे।
इस मौके पर अधीक्षक अभियंता रंजन राव ने कर्मचारियों का ज्ञापन लेने उपरांत कनीना डीएसपी से बात की तथा कर्मचारियों को दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
फोटो कैप्शन 07: ज्ञापन देते हुए
बिजली कर्मियों और अधिकारियों के साथ मारपीट में गिरफ्तारी न होने से रोष
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कनीना की आवाज। सोमवार की सुबह जहां डीएचबीवीएन के अधिकारियों और कर्मचारियों की एक टीम मोड़ी गांव में बिजली चोरी पकडऩे के लिए पहुंची तो गांव के लोगों ने हमला बोल दिया जिसमें 7 लोग चोटिल हो गए थे जिनका इलाज कनीना तत्पश्चात नारनौल चला। अभी तक उसे मसाले में कोई गिरफ्तारी न होने से रोष पनप रहा है। इस मार पिटाई में जहां आनंद जेई, राकेश एएफएम, संदीप एएफएम, संजय लाइनमैन, धर्मवीर एएलएम व चालक विरेंद्र सिंह आदि घायल हो गए थे जबकि मार पिटाई करने वालों में 6 नामजद तथा 10-12 अन्य लोग शामिल है। पुलिस से संबंध में जानकारी ली उन्होंने का पुलिस अभी मामले की सघन जांच कर रही है, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। उधर बिजली विभाग के कर्मचारियों में रोष से और जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
नव वर्ष पर भेजे बधाई संदेश
- मामूली से खर्चे पर प्रकाशित होंगे बधाई संदेश
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कनीना की आवाज। नव वर्ष 2025 को समाचार पत्र में बधाई संदेश मामूली से खर्चे पर प्रकाशित होंगे। प्रत्येक व्यक्ति को 1000-1000 रुपये देने होंगे साथ में अपना बधाई भेजना होगा। इसके लिए एक पासपोर्ट साइज फोटो तथा नये साल का संदेश देना होगा। यदि बधाई संदेश छपवाना है तो 28 दिसंबर से पहले पहले फोन पे के जरिए राशि 94 16348 400 पर एक हजार रुपये भेजें तथा इसी नंबर के व्हाट्सएप पर अपनी पासपोर्ट साइज फोटो और संदेश भेजें।
वार्डों के आरक्षण के बाद ही चुनाव लडऩे वालों में आएगी तेजी
-प्रधान और पार्षदों के वार्डों का होना है आरक्षण
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कनीना की आवाज। यूं तो कनीना में एक दर्जन से अधिक प्रधान पद के तथा दो दर्जन के करीब पार्षद पदों के लिए चुनाव लडऩे को कनीनावासी लालायित हैं। संख्या कम या अधिक वार्डों के आरक्षण के बाद हो सकती है। यद्यपि चुनाव जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह में संभावित है परंतु सभी की नजरें अब प्रधान और पार्षद के वार्डों के आरक्षण पर टिकी है क्योंकि वार्डों का आरक्षण होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि कौन कहां से चुनाव लडऩे के योग्य है? कई बार इंसान की इच्छा आरक्षण में दफन हो जाती है, ऐसा पहले भी प्रधान पद के लिए कनीना में हो चुका है जब कितने लोग प्रधान पद के लिए दावेदारी जता रहे थे किंतु एससी के लिए प्रधान पद का आरक्षण होने के बाद सभी अपना सा मुंह लिए बैठे रह गए थे। ऐसे में जो जो सज्जन चुनाव लडऩा चाहते हैं वो आत्मा से तो चाहते हैं परंतु सभी के जुबान पर एक ही बात है कि अभी थोड़ा इंतजार करेंगे। आरक्षण होने दो तत्पश्चात ही अपने पत्ते खोलेंगे क्योंकि 14 वार्डों में 11 हजार के करीब वोटर 14 पार्षदों एवं प्रधान के भाग्य का फैसला करेंगे। प्रधान पद के लिए चुनाव डायरेक्ट होगा।
चुनावों के बारे में कई लोगों से चर्चा हुई। इस संबंध में वेद प्रकाश बाबूजी, मनोज कुमार, मनीष पार्षद ,एडवोकेट्स सत्यनारायण, अशोक कुमार, विनय कुमार एडवोकेट, दीपक चौधरी ,पूर्व प्रधान सतीश जेलदारआदि ने बताया कि अभी से चुनाव लडऩे की इच्छुक लोग कुछ नहीं बता पाएंगे, हां उनके दिल में इच्छा चुनाव लडऩे की है परंतु आरक्षण होने के बाद ही तय हो पाएगा कि वार्ड से कौन पार्षद चुनाव लड़ सकता है तथा कौन प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ सकता है? क्योंकि आरक्षण के लिए ड्रा निकाला जाएगा जिससे पता चलेगा कि14 वार्डों में कितनी महिला, कितने एससी, कितने बीसी आदि के लिए आरक्षित होते हैं और कौन कौन से वार्ड? यह निर्णय होने के बाद ही चुनाव लडऩे वालों में तेजी आएगी। बहरहाल इच्छुक प्रत्याशी अपने मन में इच्छा को अभी दबाए हुये हैं, आने वाले समय में ही स्पष्ट हो पाएगा कौन चुनाव लड़ पाएगा?
मतदाता सूची का हुआ प्रकाशन 10409 मतदाता है 14 वार्डों में
-23 दिसंबर तक सुने जाएंगे दावे एवं आपत्तियां
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के भावी चुनाव के दृष्टिगत 14 वार्डों की मतदाता सूचियों का प्रकाशन हो गया है। विस्तृत जानकारी देते हुए एसडीएम अमित कुमार ने बताया कि 14 वार्डों में 10409 मतदाता हैं जिनमें से 5374 पुरुष मतदाता जबकि 5035 महिला मतदाता होंगे।
मिली जानकारी अनुसार वार्ड एक में 680 ,वार्ड 2 में 969, वार्ड 3 में 888, वार्ड 4 में 605, वार्ड 5 में 802, वार्ड 6 में 704, वार्ड 7 में 810, वार्ड 8 में 795, वार्ड 9 में 688 ,वार्ड 10 में 780, वार्ड 11 में 562, वार्ड 13 में 690 और वार्ड 14 में 702 मतदाता है।
अब 18 दिसंबर से 13 दिसंबर तक दावे एवं आपत्तियां नगरपालिका कनीना में सुने जाएंगे।
वार्उ वाइज मतदाता निम्र हैं-
वार्ड पुरुष मतदाता महिला मतदाता कुल मतदाता
01 347 333 690
02 502 467 969
03 467 421 888
04 315 290 605
05 417 385 802
06 377 327 704
07 435 375 810
08 404 391 795
09 355 333 688
10 396 384 780
11 275 287 562
12 374 360 734
13 351 339 690
14 359 343 702
कुल 5374 5035 10409
सड़क के बीच में खड़े हैं पोल और रखा हुआ है ट्रांसफार्मर
-शिफ्ट करने की मांग
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कनीना की आवाज। कनीना बस स्टैंड से अनाज मंडी मार्ग जाते वक्त रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी से थोड़ा सा पहले पोल और ट्रांसफार्मर सड़क के बीच में रखे हुए। जिससे वाहनों के आवागमन में बहुत अधिक अड़चन आती है वहीं दुर्घटनाओं का खतरा सदा बना रहता है। यदि इसको शिफ्ट कर दिया जाए तो सड़क मार्ग चौड़ा हो जाएगा और आवागमन भी सुचारू रूप से चल सकेगा। वैसे भी यहां चौराहा बनता है। अटेली और रेवाड़ी सड़क मार्ग को जोडऩे वाला मार्ग तथा कनीना रेलवे स्टेशन मार्ग आपस में यहां एक दूसरे को काटते हैं। इसलिए भी यहां जरूरी बन गया है कि पोल एवं ट्रांसफार्मर शिफ्ट किये जाए। इस संबंध में लोगों के विचार इस प्रकार है-
*यदि यह ट्रांसफार्मर वपाल शिफ्ट कर दी जाए तो आवागमन सुचारू रूप से हो सकेगा। वर्तमान में जहां अटेली और रेवाड़ी सड़क मार्ग को जोडऩे वाली सड़क का निर्माण किया जा रहा है जिसके तहत कुछ पोल हटाए जा रहे हैं, उनमें इन्हें भी शामिल किया जाए ताकि कनीना मंडी ही नहीं क्षेत्र के लोगों को लाभ मिल सके।
-- मुकेश नंबरदार ,कनीना मंडी
कनीना बस स्टैंड से कनीना रेलवे स्टेशन का मार्ग अति व्यस्त मार्ग है और इस पर सड़क के बीच में खड़े हुए पोल और रखा हुआ ट्रांसफार्मर दुर्घटनाओं का कारण बन सकता है। बिजली निगम लंबे समय से इसे शिफ्ट नहीं कर रहा है। वहीं बार-बार इन्हें हटाने या दूर शिफ्ट करने की मांग उठ रही है। अगर इसे शिफ्ट कर दिये जाए तो सड़क चौड़ी हो जाएगी, चौराहा बेहतर बन जाएगा, आवागमन सुचारू बन जाएगा तथा लोगों को राहत मिलेगी।
-- योगेश अग्रवाल, कनीना मंडी
इस संबंध में एसडीओ बिजली निगम से बार संपर्क सदा किंतु उन्होंने फोन अटेंड नहीं किया तत्पश्चात जयवीर कनिष्ठ अभियंता नगर पालिका से संपर्क साधा उन्होंने इस बाबत ज्ञान नहीं होना बताया, उनके संज्ञान में ना होना बताया। तत्पश्चात ट्रांसफार्मर शिफ्ट करने वाले ठेकेदार का काम कर रहे दुर्गा दत्त गोयल से संपर्क साधा उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया और आगामी कल इसकी जानकारी देने की बात कही। तत्पश्चात अनेक अधिकारियों से संपर्क साधना चाहा किंतु परिणाम शून्य रहा।
फोटो कैप्शन 4: सड़क के बीच में खड़े पोल एवं रखा ट्रांसफार्मर
साथ में योगेश अग्रवाल और मुकेश नंबरदार
चोरों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग
ककराला में 35 लाख रुपये के जेवर हो गये थे चोरी
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव ककराला निवासी बीएसएफ में में कार्यरत असिस्टेंट कमांडेंट मोनू यादव के घर से करीब 35 लाख रुपये के जेवरात चोरी होने के मामले में अविलंब चोरों को गिरफ्तार करने की मांग की है। इस मामले में चार पेंट करने वाले लोगों पर मामला दर्ज हो चुका है किंतु अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटना नवंबर माह की है।
असिस्टेंट कमांडेंट मोनू यादव ने बताया कि वह 7 नवंबर से 16 दिसंबर तक विदेश घूमने के लिए अपनी पत्नी के साथ मलेशिया एवं फिलिपींस आदि में गए था। उस समय घर में पेंट का काम चल रहा था। उन्होंने विदेशों से आकर चार लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया था। उनके अनुसार कीमती सामान के अलावा आर्टिफिशियल जेवर भी चोर ले उड़े। मोनू यादव के अनुसार उन चारों पेंटर को सारा कुछ मालूम था। मामला दर्ज कर लिया है किंतु अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई है। उन्होंने अविलंब चोरों को गिरफ्तार कर चोरी का सामान बरामद करने की मांग की है।
ठिठुरन बढ़ी, मौसम रहता है साफ
-दिनभर लोग सेकते हैं आग
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में ठंडी हवाएं चली जिसके चलते लोग ठिठुरन में आग के पास हाथ सेेकते देखे गए या फिर ऊनी कपड़ों में लिपटे देखे गए। किसान बूंदाबांदी की आस लगाए बैठे हुए हैं किंतु इस सर्दी के मौसम में अभी तक कोई बूंदाबांदी नहीं हुई है। कोहरे से अभी तक बचाव है। एक दिन भी कोहरा नहीं पड़ा है। शिक्षक स्कूलों का समय बदलने की मांग करने लगे हैं।
उधर ठंड के चलते जहां सड़कों पर तथा गलियों में कम लोग घूमते नजर आए किंतु ठंड खड़ी सरसों और गेहूं की फसल के लिए लाभप्रद बताई जा रही है। यदि लगातार ठंड बढ़ी तो आने वाले समय में बेहतर पैदावार होने की संभावना है। इस बार किसानों ने विगत वर्ष के बराबर ही सरसों फसल उगाई है वहीं गेहूं की फसल विगत वर्ष की तुलना में करीब बराबर भूभाग पर है। किसान अब बारिश का इंतजार कर रहे ताकि खेतों में पानी की पूर्ति हो सके। दिन भर लोग ऊनी कपड़ों में लिपटे एवं घरों में दुबके नजर आए। किसान सूबे सिंह,अजीत, दिनेश, महेश ,सुरेश राजेंद्र आदि ने बताया कि ठंड फसलों के लिए बहुत लाभप्रद साबित होगी। उधर शिक्षकों और अभिभावकों सुरेश, महेश, कुलदीप, दिनेश आदि ने मांग की है कि स्कूलों का समय बदल दिया जाए ताकि विद्यार्थी और शिक्षक समय पर पहुंच सके। वरना आने वाले समय में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा।
फोटो कैप्शन 06: आग सेकते लोग।
चौथे दिन भी पुलिस प्रशासन नहीं करवा पाया मृतक का अंतिम संस्कार
- 96 घंटे से शव रखा है कनीना के शवगृह में
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव बाघोत में 26 वर्षीय मोहित कुमार द्वारा शनिवार को फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त करने का मामला गहराता जा रहा है। 96 घंटे बीत जाने के बाद भी मृतक मोहित के परिजन शव लेने के लिए तैयार नहीं है और न ही पुलिस अभी तक मामला दर्ज कर रही है। परिणामस्वरूप दोनों आमने-सामने हैं। एक और जहां लगातार चौथेे दिन भी मृतक मोहित के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया, उनकी एक ही मांग है जब तक आठ लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज नहीं किया जाता तब तक शव को नहीं लेंगे। इन आठ लोगों में पूर्व शिक्षा मंत्री का नाम भी शामिल है।
उधर पुलिस प्रशासन का कहना है कि जब तक कोई ठोस प्रमाण नहीं तब तक कैसे मामला दर्ज किया जाए? यही कारण है कि दोनों, पीडि़त और पुलिस प्रशासन अब आमने-सामने है। एक और पुलिस के लिए यह मामला सिरदर्द बनता जा रही है। चूंकि शवगृह के सामने पुलिस प्रशासन लगातार निगरानी में बैठा है वही पीडि़त परिजन गंभीर से गंभीर आरोप लगा रहे हैं। परिजन एक बार अस्पताल आये और फिर वापस चले गये।मृतक मोहित के पिता कैलाशचंद का कहना है कि जब तक पुलिस उनके द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार आठ लोगों पर मामला दर्ज नहीं करती तब तक शव को नहीं लेंगे चाहे कितना भी समय क्यों न बीत जाए।
अब हालात ये बन गए हैं कि 96 घंटे से शव शवगृह में रखा हुआ है। डा जितेंद्र मोरवाल ने बताया कि शवगृह में चार शवों के रखने की जगह है। जहां मोहित का शव रखा हुआ है। एक और जहां पूरा प्रशासन वहीं अस्पताल के कर्मचारी भी सतर्क हैं। पुलिस के कर्मी शवगृह से दूर बैठे रहते हैं और मायूसी छाई हुई है। जहां अस्पताल कर्मियों का कहना है कि उनका कोई दोष नहीं है फिर भी 24 घंटे परेशान रह रहे हैं वहीं पुलिस भी सतर्क है। गुत्थी इर्न परिस्थितियों में सुलझती नजर नहीं आ रही है चूंकि पुलिस प्रशासन सबूतों के अभाव में मामला दर्ज करने से आनाकानी कर रहा है मृतक के परिजन पहले मामला दर्ज करने पर अडिग है। बहरहाल दोनों, पुलिस प्रशासन और पीडि़त झुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। आज भी पीडि़त परिवार के सस्य अस्पताल पहुंचे और फिर चले गए। अब पुलिस ऐसी परिस्थितियों में क्या करें इस बात पर मंथन कर रही है? उधर अधिवक्ताओं का कहना है कि मामला दर्ज किया जा सकता है और बाद में जांच करनी चाहिए। कोई दोषी हो तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एवं कनीना निवासी सत्यनारायण यादव का कहना है कि प्राथमिक घटना की सूचना मिलने पर ही पुलिस की ड्यूटी है कि वो एफआईआर दर्ज करें। जहां किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सबूत मांग सकती है। इस केस में पुलिस ने प्राथमिकता दर्ज करने से पहले ही सबूत मांग रही है, इससे पुलिस पर कहीं ना कहीं राजनीतिक दबाव की आशंका दिखाई देती है।
अब विभिन्न नेताओं के पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा का पक्ष लेने व उन्हें निर्दोष बताने से मामला सुखिर्सयों में आ गया है। एक और जहां डा. अभय सिंह पूर्व मंत्री वहीं नांगल चौधरी के पूर्व विधायक राव बहादुर सिंह तथा अटेली के पूर्व विधायक सीताराम ने आज अपने-अपने प्रेस नोट जारी करते हुए रामबिलास शर्मा को अनावश्यक रूप से इस मामले में घसीटने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इसमें रामबिलास शर्मा का कोई लेना देना नहीं है। ऐसे में इस मामले में पीडि़त परिवार पहले शव का अंतिम संस्कार करें। तब तक पुलिस अपनी कार्रवाई में जुटी रहेगी। यदि कहीं कोई दोषी पाया जाए तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
फोटो कैप्शन 02: कनीना का शवगृह
03: शवगृह के सामने मूक दर्शक पुलिस
वार्डों के आरक्षण के बाद ही चुनाव लडऩे वालों में आएगी तेजी
-प्रधान और पार्षदों के वार्डों का होना है आरक्षण
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कनीना की आवाज। यूं तो कनीना में एक दर्जन से अधिक प्रधान पद के तथा दो दर्जन के करीब पार्षद पदों के लिए चुनाव लडऩे को कनीनावासी लालायित हैं। संख्या कम या अधिक वार्डों के आरक्षण के बाद हो सकती है। यद्यपि चुनाव जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह में संभावित है परंतु सभी की नजरें अब प्रधान और पार्षद के वार्डों के आरक्षण पर टिकी है क्योंकि वार्डों का आरक्षण होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि कौन कहां से चुनाव लडऩे के योग्य है? कई बार इंसान की इच्छा आरक्षण में दफन हो जाती है, ऐसा पहले भी प्रधान पद के लिए कनीना में हो चुका है जब कितने लोग प्रधान पद के लिए दावेदारी जता रहे थे किंतु एससी के लिए प्रधान पद का आरक्षण होने के बाद सभी अपना सा मुंह लिए बैठे रह गए थे। ऐसे में जो जो सज्जन चुनाव लडऩा चाहते हैं वो आत्मा से तो चाहते हैं परंतु सभी के जुबान पर एक ही बात है कि अभी थोड़ा इंतजार करेंगे। आरक्षण होने दो तत्पश्चात ही अपने पत्ते खोलेंगे क्योंकि 14 वार्डों में 11 हजार के करीब वोटर 14 पार्षदों एवं प्रधान के भाग्य का फैसला करेंगे। प्रधान पद के लिए चुनाव डायरेक्ट होगा।
चुनावों के बारे में कई लोगों से चर्चा हुई। इस संबंध में वेद प्रकाश बाबूजी, मनोज कुमार, मनीष पार्षद ,एडवोकेट्स सत्यनारायण, अशोक कुमार, विनय कुमार एडवोकेट, दीपक चौधरी ,पूर्व प्रधान सतीश जेलदारआदि ने बताया कि अभी से चुनाव लडऩे की इच्छुक लोग कुछ नहीं बता पाएंगे, हां उनके दिल में इच्छा चुनाव लडऩे की है परंतु आरक्षण होने के बाद ही तय हो पाएगा कि वार्ड से कौन पार्षद चुनाव लड़ सकता है तथा कौन प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ सकता है? क्योंकि आरक्षण के लिए ड्रा निकाला जाएगा जिससे पता चलेगा कि14 वार्डों में कितनी महिला, कितने एससी, कितने बीसी आदि के लिए आरक्षित होते हैं और कौन कौन से वार्ड? यह निर्णय होने के बाद ही चुनाव लडऩे वालों में तेजी आएगी। बहरहाल इच्छुक प्रत्याशी अपने मन में इच्छा को अभी दबाए हुये हैं, आने वाले समय में ही स्पष्ट हो पाएगा कौन चुनाव लड़ पाएगा?
सर्दी से करें बचाव, खान पान का रखे ध्यान
-बचपन में कफ दोष से उत्पन्न होती है बच्चों में बीमारी-शर्मा
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कनीना की आवाज। सर्दी बढ़़ती जा रही है। सर्दी से बचाव करना बहुत जरूरी होता है। जहां सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी है वही सर्दी से बचाव भी बहुत जरूरी है। इस संबंध में कनीना उप-नागरिक अस्पताल में कार्यरत आयुष मेडिकल अधिकारी डाक्टर विनय कुमार शर्मा से चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि सर्दियों में आयरन भरपूर मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियों में उपलब्ध होता है। हरी पात्तेदार सब्जियां जमकर खाई जाती है जो सेहत के लिए लाभप्रद है तथा हीमोग्लोबिन/खून को भी बढ़ती है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद के अनुसार च्यवनप्राश बहुत लाभप्रद होता है। सर्दियों में च्यवनप्राश जरूर खाए। दूध के साथ प्रयोग किया जा सकता है और चाय के साथ भी ले सकते हैं। छोटे बच्चों को सर्दी से बचाना बहुत जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि गेहूं का प्रयोग न करके बाजरा अधिक प्रयोग करें क्योंकि गेहूं से शूगर के मरीज बढ़ रहे हैं। वैसे भी गेहूं के पैदावार के समय कई दवाएं छिड़काव की जाती है जिनका शरीर पर कुप्रभाव पड़ता है। सुबह के समय कफ दोष, दोपहर पीत दोष तो शाम के समय वात दोष का प्रभाव बढ़ जाता है जिसके चलते इन बातों को ध्यान में रखना जरूरी है तथा इन्हीं के अनुसार खान पान पर ध्यान देना चाहिए।
दूध पिलाने वाली मां को कपड़े पहनने में सावधानी बरतनी चाहिए। आहार विहार का पूरा ध्यान देना चाहिए। यदि मां बीमार है तो उसका बच्चा जो दूध पीता है उस पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। पुराने समय से बुजुर्ग जायफल को घिसकर छोटे बच्चों को देते आए हैं वह विधि भी कारगर है। उन्होंने बताया कि गिलोय शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है अपितु बहुत लाभप्रद है। कच्ची हल्दी को दूध में डालकर पीने से भी लाभ होता है। डाक्टर ने बताया कि सर्दियों से बचाव के लिए जब गर्म कपड़े पहनना चाहिए और सर्दी से बचना चाहिए। गर्म पानी बहुत लाभप्रद होता है। उन्होंने बताया कि यह प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है और शरीर में रोगों से भी बचाया जा सकता है। इसलिए सर्दियों में गुनगुना/गर्म पानी जरूर पिये। यदि सर्दी लग भी जाए तो जहां गुडू़ची घनवटी तथा गिलोय घनवटी आदि विभिन्न आयुर्वेद की गोलियां उपलब्ध हैं। उनका उपयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि सर्दियों में जहां बुजुर्ग और छोटे बच्चे ज्यादा परेशान रहते हैं। छोटे बच्चों को निमोनिया से बचाना चाहिए। समय-समय पर उन्हें गर्म पानी पिलाना चाहिए तथा गर्म कपड़े लपेट रखना चाहिए। उनके पैरों हाथों तथा सिर को जरूर ढककर रखे ताकि सर्दी से बचाया जा सके। सर्दी से बचने के लिए जहां बाजरे की रोटी बहुत प्रसिद्ध है खाई जा सकती है तथा सेहत के लिए भी यह लाभप्रद होती है।
उन्होंने बताया कि कच्ची हल्दी को दूध में डालकर सोते वक्त पीना लाभप्रद है। इससे गले का रोग, अस्थमा, वातरोग, हड्डियां रोग आदि में बेहतर साबित हो सकती है।
फोटो कैप्शन : डा. विनय शर्मा आयुष मेडिकल अधिकारी
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