खेड़ी तलावना में माता मंदिर का गेट ही चोरी
---चोर आ गये गिरावट पर
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कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव खेड़ी तलवाना स्थित नारायणी माता के मंदिर से अज्ञात चोरों द्वारा मंदिर का स्टील का गेट चोरी कर लिया। जिससे साफ जाहिर है कि चोरों के हौसले किस तरह से बुलंद है। चोर लोगों के घरों के साथ-साथ मंदिरों के सामान को भी अपना टारगेट बनाने लगे है। मंदिर कमेटी के प्रधान तेजपाल सिंह ने बताया कि गांव में माता नारायणी का मंदिर बना हुआ है। जिसके मुख्य द्वार पर स्टील का गेट चढ़ाया गया था। जिसे शनिवार रात्रि को कोई अज्ञात चोर चोरी कर ले गया। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी मंदिर से करीब 10 किलो वजन का एक घंटा भी अज्ञात चोर चोरी कर ले गए थे। तेजपाल सिंह ने बताया कि इस संबंध में वे पुलिस में भी शिकायत देकर आरोपितों का पता लगाने व मंदिर का चोरी हुआ गेट व घंटा बरामद करने की मांग करेंगे।
महिला के गले की सोने की चेन झटकी
-कनीना पुलिय में मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। करीरा निवासी कमलेश देवी की बस में अज्ञात चोरों ने गले की सोने की चेन उड़ा ली। उनके पुत्र संदीप ने कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।
कनीना पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि उनकी माता कमलेश 27 नवंबर को सिसोठ जा रही थी जिसे मोटरसाइकिल पर बिठाकर बस में बैठने बस स्टैंड पहुंचाया था। तत्पश्चात उसकी मां को कनीना बस स्टैंड पर निजी बस में बैठा दिया। काफी भीड़ थी भीड़ में किसी अज्ञात चोर ने उसके मां के गले की सोने की चेन चोरी कर ली। जिसका वजन दो तोला था। इसकी काफी तलाश की गई किंतु कहीं नहीं मिली। उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है। कनीना पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार
-2019 से रजिस्टर्ड है कनीना की आवाज पत्रिका
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कनीना की आवाज। कनीना निवासी होशियार सिंह लंबे समय तक शिक्षा विभाग में सेवा देकर अप्रैल 2024 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उन्होंने यूं तो अनेक समाचार पत्रों और सैकड़ों पत्रिकाओं, सैकड़ों साझा संग्रहों, सैकड़ों आनलाइन पत्रिकाओं में कविता, लेख, कहानी, बाल कहानी, बाल कविताएं तथा अन्य विधाओं में लिखा है किंतु उन्होंने स्वयं भी अब तक 42 कृतियों की रचना की है तथा एक सौ के करीब कंप्यूटर में कैद हैं। अपनी पत्रिका का रजिस्ट्रेशन भी दो बार करवाया है। इसकी जानकारी होशियार सिंह स्वयं अपनी जुबानी दे रहे हैं-
मैंने बहुत लंबे समय से पत्र पत्रिकाओं में विभिन्न विधाओं में रचनाएं प्रकाशित करवाई हैं किंतु 2015 में मेरी एक पत्रिका शिक्षा एक गहना आरएनआई से रजिस्टर्ड हुई थी। नियमानुसार आरएनआई द्वारा रजिस्ट्रेशन जरूरी होता है तभी किसी पत्र पत्रिका को निकाला जा सकता है किंतु नियमित उसका प्रकाशन नहीं हो पाया तथा 2019 से फिर से कनीना की आवाज नामक पत्रिका का रजिस्ट्रेशन आरएनआई द्वारा करवाया गया। यह पत्रिका शिक्षा और कृषि पर आधारित रही है किंतु इसी नाम से कनीना की आवाज ब्लाग भी 2019 से लगातार चल रहा है। अब तक इसके पाठक बहुत कम है। महज 3,60000 पाठक हैं किंतु यह संख्या बहुत ही कम है। जितनी मेहनत इस पर की जा रही है उसके हिसाब से यह कम है। जल्द ही एक पेड़ पौधों पर चैनल शुरू करने की योजना है और नये वर्ष से यह चैनल शुरू कर देने की पूरी संभावना है। तब तक यह मेरा ब्लाग चल रहा है। शायद जिले में एकमात्र ब्लाग है जो नियमित रूप से 6 वर्षों से चला रहा है। केवल कावड़ लाते वक्त या खाटू श्याम ध्वज अर्पित करने जाते समय जरूर ब्लाग प्रकाशित नहीं हो पाता वरना प्रतिदिन यह ब्लाग प्रकाशित होता रहा है। जहां तक देखा जाए 2019 में 14 दिन, 2020 में 365 दिन, 2021 में 365 दिन, 2022 में 352 दिन, 2023 में 358 दिन ब्लाग प्रकाशित हुआ है और 2024 में 327 दिन प्रकाशित हो चुका है। अभी इस महीने के दिन शेष हैं। इस प्रकार ब्लाग लगातार नाम कमा रहा है और इसके पाठक भी बढ़ते ही जा रहे हैं। आने वाले समय में पाठकों की संख्या कुछ और बढऩे की संभावना है। इसके साथ-साथ यह अकेला ब्लाग नहीं है कनीना की आवाज कवि ,कनीना की आवाज लेखक नाम से भी दो अन्य ब्लाग चल रहे हैं जिसमें पेड़ पौधों की जानकारी दी जा रही है तथा काव्य पाठ आदि का भी लेखन किया गया है। कुछ दिनों से महज समाचारों पर ही ध्यान दिया जा रहा है दूसरे मेरे ब्लाग भी जल्द ही एक्टिव कर दिए जाएंगे जो अभी तक एक्टिव नहीं हैं।
जल्द बनेगा रामबास में पीएचसी-आरती राव
--ग्रामीण मिले स्वास्थ्य मंत्री से अटेली में
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव रामबास की सरपंच सरोज देवी व अधिवक्ता कुलदीप यादव, अधिवक्ता रामनिवास शर्मा, हंसराज यादव राममेहर यादव के अलावा ग्रामवासियों ने स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव को अटेली में ज्ञापन सौंपकर गांव में पड़े विकास के कार्यों को जल्द पूरा करने की मांग की है। ज्ञापन के उपरांत अधिवक्ता कुलदीप यादव रामबास ने बताया कि गांव में सब हेल्थ सेंटर बना हुआ है जो काफी पुराना हो गया और खंडहर हालत में है तथा गांव की आबादी ज्यादा है। वही गांव के साथ लगते अन्य गांव में भी इस प्रकार की कोई सुविधा न होने के कारण सभी पड़ोसी गांव के लोग ग्राम रामबास से जुड़े हुए हैं। आरती सिंह राव को देकर गांव में पीएचसी बनाने की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन में खेल के मैदान तथा स्टेज बनाने और उसकी चारदीवारी बनाये जाने की भी मांग की है। ज्ञापन में लंबे समय से सूखे पड़े तालाब को नहर से पाइपलाइन द्वारा जोडऩे का कार्य पिछले 2 साल पहले शुरू हुआ था लेकिन किसी कारणवश उक्त कार्य बीच में ही रोक दिया गया है। उस कार्य को अति शीघ्रता से पूरा कराया जाए। गलियों में सोलर लाइट लगाकर अंधेरा दूर करने ,सड़कों को पक्का करवाने, नाले की मरम्मत कराने की मांग की है।
फोटो कैप्शन 07: आरती सिंह राव को ज्ञापन देते हुए।
विद्या ज्ञान स्कूल के लिए प्रारंभिक प्रवेश परीक्षा का आयोजन
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कनीना की आवाज। भारती फाउंडेशन द्वारा संचालित सत्य भारती स्कूल, नागल मूंदी और मोहनपुर में जिला समन्वयक रामकिशोर यादव के निर्देशानुसार विद्याज्ञान स्कूल के लिए प्रारंभिक प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया।
इस परीक्षा में भारती एयरटेल फाउंडेशन द्वारा संचालित रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और झज्जर जिलों के कुल 15 स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
भारती फाउंडेशन अपने प्रमुख कार्यक्रम सत्य भारती स्कूल के माध्यम से न केवल ग्रामीण भारत में छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है, बल्कि बच्चों की उच्च शिक्षा को भी प्राथमिकता दे रही है।
विद्याज्ञान स्कूल छात्रों को कक्षा 6 से 12वीं तक गुणवत्तापूर्ण निश्शुल्क शिक्षा प्रदान करता है। साथ ही, स्कूल में बच्चों के लिए निवास, भोजन, और अन्य मूलभूत आवश्यकताएं भी मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान सत्य भारती स्कूल के जिला समन्वयक रामकिशोर यादव, क्लस्टर कोआर्डिनेटर महेंद्र यादव, विवेक कुमार शुक्ला, त्रिवेदी शर्मा, हेड टीचर हेमलता, राजकुमार, और लेखराज सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 08: नांगल मोहनपुर में स्थित सत्य भारती स्कूल में तीन जिलों के छात्र परीक्षा देते
पारदर्शी ग्राम सभा मुहिम में ककराला के पंचायत भवन में ग्रामीणों ने लगवाए सीसीटीवी कैमरे
-प्रशासन की मंजूरी लेकर पंचों ने अपने खर्च पर लगवाए कैमरे
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कनीना की आवाज। खंड के गांव ककराला में रविवार को ग्रामीणों ने अपने खर्च पर पंचायत भवन में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं।
ग्रामीण लगातार इसकी मांग उठा रहें हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि वो गांव में मुनादी करके रेगुलर ग्राम सभा का आयोजन पारदर्शी ढंग से चाहतें हैं। वार्ड पंच राजपाल ने बताया कि उनके गांव में पंचायत भवन में सीसीटीवी लगवाने को लेकर लगभग सभी पंचों ने जिला उपायुक्त और बीडीपीओ से लिखित ज्ञापन देकर खुद के खर्च पर पंचायत भवन में सीसीटीवी कैमरे लगाने की स्वीकृति मांगी थी, जिसकी स्वीकृति बीडीपीओ अधिकारी द्वारा मिल गई थी। अंत में इंतजार करके वो खुद के खर्च पर ही कैमरे लगवा रहें हैं और उसके बाद पूरे सिस्टम को ग्राम पंचायत को सुपुर्द कर देंगें।
इस मौके पर मौजूद ग्रामीण संदीप पंच, राजपाल पंच, बबली पंच, पूर्व पंच जेपी, धर्मेंद्र, बीबीएसडी प्रधान बाबी, सचिव मास्टर गुलशन, पूर्व प्रधान महेश कुमार, कार्डिनेटर सतीश कुमार, कुणाल, मुकेश, राकेश, संजय, सुनील, रविन्द्र, सुनील, अमन, कपिल, संजय, छोटेलाल, रुगा मोदी, योगेश आदि मौजूद रहे।
क्या कहते हैं सुंदरलाल-
मैं खुद कैंमरे लगवा दिये थे। तीन कमरों में 3 कैमरें लगवा दिये थे। बिजली कनेक्षन अभाव में वो काम नहीं कर रहे हैं। गत दिवस बारात रुकी थी। उस जगह कूड़ा कचरा डाल गये थे। सफाई के लिए व्यक्ति भेजे थे पीछे से कुछ लोग कैमरे लगा गये। उस वक्त मैं हाजिर नहीं था। सरपंच भी घर पर नहीं थी। मैं सभी का सहयोग करने को तैयार हूं। सहयोग करता भी आ रहा हूं। अगर किसी प्रकार की आवश्यकता हो तो वे मेरे पास आए ताकि मैं उनका पूरा सहयोग कर सकूं। गांव के कुछ लोग एवं चार पांच पंच इस काम में रुचि ले रहे हैं।
फोटो कैप्शन 02: ग्राम सभा को पारदर्शी तरीकें से करवाने की मांग करते ग्रामीण।
29900 रुपये का धोखाधड़ी का मामला दर्ज
--धोखाधड़ी़े के मामले आए दिन हो रहे हैं उजागर
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कनीना की आवाज। स्याणा की एक छात्रा से धोखाधड़ी करके 29900 रुपये ठग लिये। कनीना पुलिस में सपना स्याणा निवासी ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवा दिया है। उन्होंने पुलिस में बताया कि वह स्याणा की रहने वाली है और उसके पिता मजदूरी का काम करते हैं। उन्होंने बीटेक की पढ़ाई पूरी की है। एक नवंबर को उनके फोन पर फोन आया और कहा कि वह आपके पापा का दोस्त है। आपके पापा ने आपके खाते में पैसे डलवाए हैं आप चेक कर लो। जब सपना ने फोन चेक किया तो उनके फोन पर 14950 रुपये आने का संदेश आया हुआ था। जब सपना ने कहा कि उसके खाते में पैसे नहीं आए तो उन्होंने कहा कि वालेट रिसीवड का मैसेज आया होगा उसे क्लिक कर लो, पैसे आ जाएंगे। जब सपना ने मैसेज पर क्लिक किया तो तुरंत 29900 रुपये कट गए। उनके बयान पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
मार पिटाई का मामला दर्ज
-शादी से लौटते समय की गई पिटाई
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कनीना की आवाज। सूरजगढ़ तहसील के गांव बावठड़ी के विकास ने उनके साथ 8-10 लोगों द्वारा मार पिटाई करने का मामला दर्ज करवाया है। विकास ने पुलिस में बताया कि 29 नवंबर को वह अपने दोस्त विनोद के साथ शादी समारोह में खेड़ी तलवाना आए हुए थे। वह अपने दोस्त अरविंद की अर्टिगा गाड़ी में वापस बारात से अपने गांव के लिए चले थे तभी उनके साथ अनिल, राकेश तथा शेखर बावठड़ी थे। जब गांव खेड़ी तलवाड़ा से थोड़ा आगे चले ही थे कि अचानक उनकी गाड़ी के आगे काले रंग की स्कार्पियो लगा दी और रास्ता रोक लिया। इस समय पीछे से पिकअप गाड़ी ने अर्टिगा को टक्कर जड़ दी। उनके अनुसार स्कार्पियो गाड़ी से दिनेश भालोठिया अपने हाथ में लाठी लिए उतरा और उसके साथ चार-पांच लड़के भी नीचे उतर कर आए। उनके हाथों में लाठी डंडे थे। जिन्होंने उतरते ही अर्टिगा को लाठी डंडों से तोड़ डाला। वहीं विकास को नीचे उतरकर लाठी डंडों से बुरीतरह से पीटा। और जबरदस्ती उठाकर पिकअप में डाल दिया। वे उसे 152 डी के कच्चे रास्ते पर ले गए और 152 से करीब 50 मीटर पहले पिकअप से उतार कर फिर बुरी तरह से पीटा और जान से मारने की धमकी दी। विकास का फोन भी छीन कर ले गए और उसे 152 डी के पास छोड़कर चले गए। जहां से उठकर विकास एक घर में गया वहां उन लोगों ने पुलिस के पास तथा एंबुलेंस के पास फोन किया। एंबुलेंस उसे सरकारी अस्पताल में ले गई जहां उसे दाखिल करवाया। दिनेश भालोठिया तथा उसके 8-10 साथियों के खिलाफ तथा साथ में विपिन बावठड़ी के विरुद्ध मार पिटाई का मामला दर्ज करवा दिया है।
चिकित्सा शिविर में आये 52 मरीज
-मुफ्त चिकित्सा एवं दवाएं वितरित की-मनीष पार्षद
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कनीना की आवाज। प्रयास फाउंडेशन द्वारा कनीना में मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमें रेवाड़ी से डाक्टर सिद्धार्थ यादव हड्डी रोग स्पेशलिस्ट व डा स्वेता यादव स्त्री रोग स्पेशलिस्ट आए। उन्होंने मौके पर आये करीब 52 मरीजोंं की जांच की तथा मुफ्त दवाएं भी दी गर्ई। इस मौके पर मनीष पार्षद द्वारा गुलदस्ता देकर डाक्टरों का स्वागत किया गया। इस मौके पर नगरपालिका के पूर्व प्रधान सतीश जेलदार, मोहन पूर्व पार्षद, राकेश बोहरा,कपिल, डा. इंद्रजीत, विक्रांत यादव व प्रयास फाउंडेशन के सदस्य उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: डाक्टरों को मनीष पार्षद एवं अन्य गुलदस्ता भेंट करते हुए।
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस -2 दिसंबर
कंप्यूटर ज्ञान के बिन जीवन लगता है अधूरा सा
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कनीना की आवाज। आज के प्रौद्योगिकी संचालित जगत में कंप्यूटर साक्षरता एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। आज के डिजिटल युग में इसका बड़ा महत्व बन गया है और इसका महत्व भविष्य में और भी बढ़ता चला जाएगा। व्यक्तिगत और पेशेवर कार्यों से लेकर शिक्षा और संचार तक कंप्यूटर साक्षरता दैनिक जीवन का आधार देने महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर साक्षरता समय की मांग है। आज भी बुजुर्ग कंप्यूटर से कोसों दूर है। मोबाइल से उनका थोड़ा बहुत लगाव देखने को मिलता है परंतु कंप्यूटर से दूर है। उनको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी देना इसी दिवस का अवश्य उद्देश्य है। लोगों को कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक करना है ताकि वह कंप्यूटर के विषय में जानकारी हासिल कर सके। कंप्यूटर साक्षरता का अर्थ कंप्यूटर के बुनियादी जानकारियों को और संचालन को समझना है , कंप्यूटर का उपयोग कैसे किया जाता है विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर हार्डवेयर का उपयोग करना सिखाया जाता है। कंप्यूटर साक्षरता दिवस के बारे में विभिन्न कंप्यूटर से जुड़े शिक्षकों, कर्मियों एवं अधिकारियों से चर्चा की गई।
***कंप्यूटर साक्षरता आज के समाज में महत्वपूर्ण कौशल है। कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी हर क्षेत्र में उपयोग की जाती है। साइबर, शिक्षा व्यवसाय, मनोरंजन हो कंप्यूटर साक्षर होने से ये लोग इन नई तकनीकों सीख सकते हैं, उनका लाभ उठा सकते हैं। कंप्यूटर साक्षरता नई तकनीक का लाभ उठाने अपने जीवन में सुधार करने में मदद करता है।
-- वरिष्ठ कंप्यूटर शिक्षक प्रदीप कुमार
कंप्यूटर साक्षरता दिवस की शुरुआत भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी एनआइआइटी ने अपने 20वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शुरू की थी। यह वर्षगांठ 2001 में मनाई गई थी। इस आयोजन पर सुझाव दिया गया था कि कंप्यूटर उपयोग में अधिकांश लोग पुरुष हैं। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस महिलाओं से कंप्यूटर सार्थक जोर देने का प्रयास करता है। महिलाएं विशेष कर ग्रामीण काम काजी महिलाएं कंप्यूटर से दूर रहती है। उन्हें भी कंप्यूटर की जानकारी उपलब्ध करवाई जानी चाहिए।
-- सूबे सिंह कंप्यूटर शिक्षक
विश्व कंप्यूटर साक्षरता का उद्देश्य लोगों को कंप्यूटर सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में शिक्षित करना, उनकी मूल बातें सीखाना है ।कंप्यूटर साक्षरता दिवस जैसे वार्षिक कार्यक्रम डिजिटल विभाग को जानने का अवसर प्रदान करता है। कंप्यूटर तक पहुंच महिलाओं बच्चों और लोगों तक जरूरी है। केवल सामूहिक प्रयासों के माध्यम से ही ऐसा संभव है।
---मनीराम कंप्यूटर शिक्षक
कंप्यूटर साक्षरता से व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सामाजिक सेवाएं और सरकारी कामों में लाभ मिलता है। आजकल हर जगह कंप्यूटर की मांग है। बगैर कंप्यूटर की जानकारी के तो छोटी-छोटी नौकरी भी नहीं मिल सकती और कंप्यूटर के बारे में अज्ञानता निश्चित रूप से नुकसानदायक साबित हो सकती है। ऐसे में कंप्यूटर की जानकारी इंसानों के लिए बहुत लाभप्रद साबित होती है। कंप्यूटर की शिक्षा आज के युग में बच्चों से वृद्ध तक होना जरूरी है तभी भारत आगे बढ़ सकता है।
-- श्रुति आर्य, एबीआरसी
फोटो कैप्शन 06: मनीराम, सूबे सिंह, प्रदीप कुमार, श्रुति आर्य।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस- 2 दिसंबर
प्रदूषण बनती जा रही है एक अहम समस्या
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कनीना की आवाज। प्रतिवर्ष 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है। औद्योगिक आपदा के प्रबंधन और नियंत्रण के लिए जागरूकता फैलाना, हवा, पानी और मिट्टी को प्रदूषित होने से बचाना, उनके प्रदूषित होने से होने वाले नुकसानों की रोकथाम के बारे में जानकारी देना, इसका प्रमुख उद्देश्य है। इस दिन उन लोगों को याद किया जाता है जिन्होंने भोपाल गैस त्रासदी में अपनी जान गवा दी थी। दो और 3 दिसंबर 1984 की रात को भोपाल गैस त्रासदी हुई थी। भोपाल में स्थित यूनियन कार्बाइड के रासायनिक संयंत्र में मिथाइल आइसोसाइनेट/मिक नामक जहरीले रसायन एवं अन्य रासायनिक रिसाव हुआ था जिसके कारण लाखों लोगों की जान गई थी। 5 लाख से अधिक लोगों की जान जहरीली गैस के कारण तुरंत मृत्यु हो गई थी। कई लोगों ने गैस त्रासदी से संबंधित बीमारियों को झेलते हुए कुछ दिनों और महीना के बाद जान गवां दी थी। भोपाल गैस त्रासदी पूरे विश्व में इतिहास में सबसे बड़ी औद्योगिक प्रदूषण आपदा के रूप में जानी जाती है।
इस संबंध में कुछ विशेषज्ञों से बात हुई और प्रदूषण के बारे में चर्चा की गई तो उनके विचार अलग-अलग थे।
*** प्रदूषण एक सबसे बड़ी समस्या है। दीपावली के आसपास तो वैसे भी बहुत अधिक पटाखे तोड़े जाते हैं जिनके कारण प्रदूषण बढ़ता ही चला जाता है। धरती, वायु, जल प्रदूषित होते जा रहे हैं उनके रोकथाम से ही जीवन संभव पाएगा वरना भविष्य में जीवन और भी कठिन हो जाएगा। उद्योग धंधों से जो दूषित जल निकलता है वहीं उनसे गंदा जल निकलता है, मोटर गाडिय़ों से धुएं से वायु में गैसों के रिसाव से वायु दूषित हो रही है। उनकी रोकथाम जरूरी है।
-राधेश्याम नंबरदार
2 दिसंबर 1984 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मिक गैस के रिसाव से इतनी अधिक वायु दूषित हुई कि लाखों लोगों को जान गंवानी पड़ी। ऐसे कारखाने, फैक्ट्रियां, उद्योग धंधे, दूर स्थान पर स्थापित किए जाने चाहिए और हर प्रकार से उनकी में बचाव के तरीके अपनाने चाहिए। कहने को तो भोपाल में स्थित यह अमेरिका की कंपनी थी जहां गैस अमेरिका से आती थी और भारत में दवा बनाकर अमेरिका भेजी जाती थी जिसका दुष्परिणाम आज तक लोग झेल रहे हैं।
--- सुनील कुमार, शिक्षाविद
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को प्रदूषण के बारे में जागरूक करना है। पानी, हवा, मिट्टी, ध्वनि सब प्रदूषित होते जा रहे हैं। जिस रफ्तार से प्रदूषण बढ़ रहा हैं उन पर कोई काबू नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते आने वाले समय में एक बड़ी समस्या प्रदूषण की होगी। भोपाल गैस कांड ही नहीं अन्य ऐसी घटनाएं घट सकती हैं अगर जागरूकता नहीं बढ़ाई गई तो। ऐसे में उन पर नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने पेड़ पौधे लगाने अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने, वाहनों के स्थान पर इलेक्ट्रानिक साइकिल , वाहन आदि चलने पर बल दिया है ताकि प्रदूषण से बचा जा सके।
----राकेश कुमार, शिक्षाविद
हमें सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना चाहिए। वाहनों में कार्बन डाइआक्साइड के अलावा अनेक गैसें निकलती रहती है, जो वायु को दूषित करती है। जहां तक के लोग कूड़ा कचरा इधर-उधर पटक देते हैं जिससे जल दूषित होता है। ऊंची आवाज में माइक से ध्वनि दूषित हो रही है। उन्होंने प्रदूषणों से बचने की सलाह दी ताकि भविष्य में किसी प्रकार की आने वाली आपदा से बचा जा सके। वरना जीवन दुष्कर हो जाएगा। अधिक से अधिक पेड़ लगाने, साफ सफाई पर ध्यान देने, जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया।
--- मुकेश कुमारी, जागरूक महिला
फोटो कैप्शन 04: राधेश्याम, सुनील कुमार, मुकेश कुमारी, राकेश कुमार
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