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Saturday, August 31, 2024
जिला स्तर पर आरकेवाई विद्यालय के छात्र जतिन का शतरंज में चयन --स्कूल स्टाफ ने किया पुरस्कृत ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। हरियाणा स्कूल खेल 2024-25 में एसजीएफआई द्वारा आयोजित शतरंज टूर्नामेंट में आरकेवाई विद्यालय के छात्र जतिन ने भाग लिया और उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विद्यालय को गौरवान्वित किया और राज्य स्तर पर खेलने के लिए चयनित हुआ। जतिन ने अपने मानसिक कौशल और दक्षता से सभी का मन मोह लिया। विद्यालय संचालक सुरेश कुमार ने अनुशासन और कठोर परिश्रम को सफलता का राज बताया। डिप्टी डायरेक्टर अतर सिंह ने प्रतिभागी के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना करते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय प्राचार्या सतेन्द्रा यादव ने बताया कि छात्र जतिन ने मेहनत और समर्पण से लक्ष्य को हासिल किया। खेल विद्यार्थियों के मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। बच्चे के साथ-साथ अभिभावक को भी बधाई दी और बच्चे को प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। फोटो कैप्शन 05: छात्र जतिन को सम्मानित करते हुए स्कूल स्टाफ।
कनीना पावर हाउस से पवन रोहिल्ला कनिष्ट अभियंता हुए सेवानिवृत्त -पवन रोहिल्ला 31 सालों से अधिक दी है सेवाएं ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। कनीना के पावर हाउस से पवन रोहिल्ला कनिष्ठ अभियंता सेवानिवृत्त हो गए हैं। उन्होंने 31 साल से भी अधिक सेवा इस विभाग को दी है। मिली जानकारी अनुसार 1993 में बतौर एएलएम जैनाबाद ढहीना सेवा में आए थे। तत्पश्चात बूड़ोली में भी उन्होंने सेवाएं दी और पदोन्नति पाई। कनीना में जेई बतौर आज सेवानिवृत्त हो गए हैं। इस अवसर पर भारी संख्या में गणमान्य जन उपस्थित रहे और उन्हें बधाई दी। इस मौके पर समस्त पावर हाउस स्टाफ हाजिर रहा। फूल मालाओं, पगड़ी आदि देकर विदा किया। फोटो कैप्शन 06: पवन रोहिल्ला जेई को विदाई देते हुए पावर हाउस कर्मी एवं अधिकारी
एपिसोड 18 -मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार एक यक्ष प्रश्र बनकर रह गया राज्य शिक्षक प्राप्त शिक्षकों को दो वेतनवृद्धियां देना - अग्रिम या अतिरिक्त वेतनवृद्धियां दी जाए? ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त करना बेशक कुछ लोगों की नजर में बहुत आसान हो परंतु पाना बहुत कठिन है। राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त करना तलवार की धार पर चलने के समान है। विगत 2016 से पहले राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त होने पर शिक्षकों को दो अग्रिम वेतनवृद्धियां, 2 साल का सेवा विस्तार, 21 हजार रुपये नकद, गोल्ड मेडल, शाल एवं प्रशस्ति पत्र दिये जाते रहे हैं परंतु 2016 में पे एंड पेंशन रूल में अग्रिम वेतनवृद्धि के चैप्टर को ही बंद कर दिया और उसकी जगह अतिरिक्त वेतनवृद्धि शब्द जोड़ दिया गया जिसमें भी एक और सब-प्वाइंट जोड़ दिया गया जिसमें कहा गया है कि जिनकी उम्र 55 साल हो जाए और उन्हें स्टेट अवार्ड मिलता है तो दो अग्रिम वेतन वृद्धियां भी नहीं दी जाएगी। ऐसे में अब जिनकी उम्र 55 साल हो गई है और उन्हें राज्य शिक्षक पुरस्कार मिलता है तो वह अवार्ड महज एक कागज का टुकड़ा साबित होता है। जिसका कोई लाभ नहीं होता क्योंकि आज के दिन इंसान की प्रमुख जरूरतों में से एक पैसा है और जब पैसे का कोई लाभ होता ही नहीं, दो सेवा विस्तार मिलता ही नहीं तो आखिर इस अवार्ड की अहमियत क्या रह गई है? बुजुर्ग कहते आए हैं कि उस सोने के बाला का क्या लाभ जो कान को ही फाड़ दे अर्थात जिससे कोई लाभ ही नहीं है तो उसके लिए इतनी भाग दौड़ क्यों? जब कभी सरकार स्टेट अवार्ड के लिए आवेदन मांगती है तो उसमें ऐसा कोई हवाला नहीं दिया जाता, अगर ऐसा हवाला लिख दिया जाए तो हो सकता है कुछ शिक्षक जिनकी उम्र 55 साल हो गई है, वह प्रयास न करें ताकि अन्य किसी शिक्षक को भी मौका मिल सके। ऐसा 2023 तक नेशनल अवार्ड में भी नहीं होता था चूंकि खुद डा होशियार सिंह ने इसके लिए आवेदन किया था परंतु बदकिस्मती न साथ नहीं छोड़ा, बाबुओं की हड़ताल के कारण एसीआर नहीं मिलने से कुछ अंक कम रह गये। परंतु 2024 में नेशनल अवार्ड में स्पष्ट लिख दिया गया है कि जिनकी उम्र 55 वर्ष हो गई है वह इस अवार्ड के लिए आवेदन न करें। इससे बेहतर नेशनल अवार्ड है जो नियम स्पष्ट कर देता है। चाहे जो भी हो 2016 में जब पे एंड पेंशन रूल बना दिया गया फिर 2020 में जाकर एक पत्र जारी कर दिया गया जिसमें कहा गया है कि दो अतिरिक्त वेतन वृद्धियों की जगह दो अग्रिम वेतनवृद्धियां मिलेगी, साथ में 2 साल का सेवा विस्तार भी बंद कर दिया गया, शाल, मेडल प्रशस्ति पत्र और 21000 रुपये की बजाय एक लाख रुपये का पुरस्कार रख दिया गया। शायद कु लोग यह समझते होंगे कि एक लाख रुपये मिलना बहुत बड़ी उपलब्धि है किंतु सही मायने में अवार्ड लिया जाए तो एक लाख रुपये से कहीं अधिक शिक्षक के दान पुण्य एवं चून चटाई में खर्च हो जाते हैं। फिर एक बात और उभर आई कि जिन प्राचार्य के तहत शिक्षकों को यह अवार्ड मिल गया तो बहुत से प्राचार्यों ने दो वेतनवृद्धियां तुरंत दे दी परंतु कुछ प्राचार्यों ने अपनी शान समझते हुए एतराज लगना शुरू कर दिया और पे एंड पेंशन का हवाला देने लग गये। परंतु ऐसे प्राचार्य और एसओ बहुत कम हैं। प्रदेश हरियाणा में 2016 से अब तक कितने ही शिक्षकों को स्टेट अवार्ड मिल चुका है और वह खुशी-खुशी दो अग्रिम या एडिशनल वेतनवृद्धियां भी ले चुके हैं। अगर अतिरिक्त वेतन वृद्धियां मिलनी थी तो भी ले चुके हैं। बहुत से प्राचार्यें ने दो वेतनवृद्धियां तुरंत दे दी चाहे वो एडिशन हो या एडवांस। जानकारी अनुसार 2021 से 2023 के बीच भी एक दर्जन से अधिक शिक्षक जिनकी उम्र 55 साल से अधिक हो गई थी और स्टेट अवार्ड लेकर दो वेतनवृद्धियां भी ले रहे हैं और कुछ सेवानिवृत्त हो चुके हैं परंतु कुछ प्राचार्यों ने बहादुरी समझते हुए दो अतिरिक्त वेतनवृद्धियां अभी तक शिक्षकों को नहीं दी और अपनी शान समझते हुए यह कहते हैं कि देख लो हमने इन शिक्षकों की दो अग्रिम वेतनवृद्धियां रोक कर दिखा दी। बड़े दुख की बात होती है की एक ही राज्य में दो प्रकार के नियम लागू हो रहे हैं। एक और जहां शिक्षक अवार्ड लेकर के उम्र भी पार कर गए और अग्रिम वेतनवृद्धियां भी ले रहे हैं वहीं कुछ शिक्षक पाने के लिए दर-दर भटक दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। यह मामला जब आरटीआई से लेना चाहे तो शिक्षा विभाग मौन हो जाता है और उसे थर्ड पार्टी सूचना बताकर उन शिक्षकों के नाम देने से गुरेज करता है। स्वयं डा. होशियार सिंह ने भी इस संबंध में कई बार आरटीआई लगाई लेकिन जवाब नहीं दिया गया और जवाब मिला तो थर्ड पार्टी इनफारमेशन लिखकर आ गया और तो क्या जब प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को भी इस संबंध में पत्र इस संबंध में पत्र लिखा तब उन्होंने भी शिक्षा विभाग को पत्र प्रेषित कर दिया और वहां से पत्र संबंधित प्राचार्यों एवं जिला शिक्षा अधिकारियों को भेज दिया गया। प्राचार्यों ने फिर से अपनी वही कलुषित टिप्पणी लिखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। स्टेट अवार्डी शिक्षकों,जिनकी उम्र 55 साल से अधिक हो गई है उन्हें किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं मिलने पर बहुत से शिक्षक तालियां पीटते देखे गए और यह कहते सुने गए कि बहुत अच्छा हुआ, ऐसा ही होना चाहिए था। साथ प्राचार्य यह कहते हुए नहीं थकते कि हमने उनकी दो अग्रिम वेतनवृद्धियां रोक दी है। परंतु जो शिक्षक नियमविरुद्ध यह लाभ ले रहे हैं उनके बारे में पूछा जाए तो फिर उपरोक्त मौन हो जाते हैं। प्रदेश हरियाणा का दस्तूर है की बराबर खाना मिलता है एक खा जाता है दूसरे को खाना छूने भी नहीं देते। चाहे कुछ भी हो न्यायालय तक भी मामला पहुंचा हुआ है और इस संबंध में राज्यपाल और राष्ट्रपति को भी पत्र भेजा हुआ है, जवाब कुछ भी आए या न आए एक बार ऐसे प्राचार्यों को जिन्होंने दो अग्रिम वेतन वृद्धियां रोक दी है न्यायालय तक जरूर घसीटकर ले जाया जाएगा। जिनमें डा. होशियार सिंह भी शामिल हो गए हैं।
नेताओं के जमकर काम आ रहा है सोशल मीडिया -दिनभर होता है इस प्लेटफार्म पर प्रचार ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। एक और जहां चुनाव प्रचार का विज्ञापन देने में पैसे खर्च होते हैं वही विज्ञापन के पैसे भी चुनाव लडऩे वालों के खाते में जुड़ते हैं किंतु सोशल मीडिया पर प्रचार करना सरल बन गया है। एक अक्टूबर को हरियाणा में विधानसभा का मतदान होना है जिसको लेकर के तैयारियां चल रही हैं। चाहे अभी तक प्रमुख दलों ने टिकटों की घोषणा नहीं की हैं परंतु प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। एक सौ के करीब नेता टिकटों के लिए मारामारी कर रहे हैं और अपनी शक्ति का प्रदर्शन सोशल मीडिया पर कर रहे हैं। ऐसे में सबसे सरल माध्यम सोशल मीडिया हाथ लगा हुआ है। सभी अपने-अपना प्रचार अपने-अपने गांव के दौरे, सभी प्रकार की चुनाव से संबंधित जानकारी सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं ताकि कोई खर्चा न आए और अभी तक सोशल मीडिया पर ऐतराज नहीं हो रहा है। इसे कहते हैं हल्दी लगी ना फिटकरी रंग आया चोखा। लोग एवं नेता जमकर अपनी भड़ास निकल रहे हैं। किसी का विरोध करना हो या किसी का पक्ष लेना हो तो सोशल मीडिया काम आता हैं। छोटे-छोटे नेता भी अपने चुनाव लडऩे वाले नेताओं का प्रचार सोशल मीडिया के जरिए कर रहे हैं। सोशल मीडिया में जहां फेसबुक, व्हाट्सएप इंस्टाग्राम, यूट्यूब आदि जमकर प्रयोग किया जा रहा है। जहां पहले कुछ गिने चुने यूट्यूबर मिलते थे किंतु अब तो सभी के हाथ मोबाइल लगा हुआ है जिससे वह अपनी सभी प्रकार की जानकारी वीडियो बनाकर डाल रहे हैं। इस प्रकार हर प्रकार से सोशल मीडिया नेताओं के काम आ रहा है। नेता भी अब खुश है क्योंकि उन्हें अब प्रिंट मीडिया का सहारा कम लेना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर नेता इस कदर हावी होते जा रहे हैं कि सुबह से शाम तक चुनावी घटनाएं, चर्चाएं चलती रहती हैं। ऐसा लगता है आने वाले समय में सोशल मीडिया बहुत हावी हो जाएगा। एक वक्त था जब नेताओं की सभा में भारी भीड़ जुटती थी बिल्ले, बैनर, पार्टी की झंडियां, पंपलेट प्रचार करने का सशक्त माध्यम होता था, सोशल मीडिया प्लेटफार्म उपलब्ध नहीं था। उस वक्त अगर कोई जानकारी मिलती थी छतों पर लगे पार्टी की झंडियां प्रमुख होती थी। छतों पर लगाए गए पार्टियों के झंडे साबित करते थे कि घर में किस पार्टी के वोट है परंतु अब परिवारों के वोट बंटते जा रहे हैं। एक ही परिवार में अलग अलग नेताओं को वोट देने वाले सदस्य मिल सकते हैं। ऐसे में उनके काम सोशल मीडिया आ रहा है। सोशल मीडिया पर प्रचार होता है। आज के दिन चाहे ग्वाला हो या दोधिया हो या फिर कोई रखवाला हो सभी के पास मोबाइल होते हैं। सुबह से शाम यह दिन शाम के बिताए गए क्षणों को की गणना की जाए तो सबसे अधिक समय मोबाइल पर दिया जाता है। काम की बातें भी मोबाइल पर कम होती है अनावश्यक बातें अधिक आने लग गई हैं। अब तो देश में क्या घटना घट रही है उसकी जानकारी भी सोशल मीडिया से ली जाती है। क्योंकि चुनाव आयोग का हंटर चलने से पंपलेट एवं इश्तहार आदि करीब करीब बंद हो गए हैं, बिल्ले एवं झंडियां आदि भी कम होते जा रहे हैं। बस सिर चढ़कर बोल रहा है तो सोशल मीडिया है, सोशल मीडिया से ही नेता अपना संपूर्ण भाषण, लोगों तक प्रसारित कर रहे हैं, अपने मन की आवाज एवं भड़ास निकाल रहे हैं। जो कुछ कहना चाहे वह पल में सभी लोगों तक पहुंचाने के काम सोशल मीडिया आ रहा है। लोग मोबाइल से चिपके देखे जा सकते हैं। कभी मोबाइल फोन कर बातें करने का जरिया था परंतु स्मार्ट फोन आने के बाद इंसान की जिंदगी बदल दी। वहीं अब तो नेताओं के दिन भी बदलने लगे हैं। कभी प्रिंट मीडिया की बड़ी मांग होती थी क्योंकि जो कुछ प्रसारित करना होता था वह प्रिंट मीडिया के जरिये होता था। आजकल प्रिंट मीडिया को भी सोशल मीडिया ने पीछे धकेल दिया है। फिर रही सही पीछे धकेलना में यूट्यूब काम आ रहा हैं। भैंस चराने वाला भी व्यक्ति अपने मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर डाल देता है तो नेता अपने विचार सोशल मीडिया पर डालने में क्यों पीछे रहेंगे। यदि सोशल मीडिया पर भी प्रतिबंध लग जाए तब नेताओं को पता लगेगा कैसे वोट प्राप्त करते हैं। बहरहाल अभी तक न तो कोई चुनाव आयोग का हंटर चला है और न ही इस सोशल मीडिया पर कोई प्रतिबंध है। नेता अपने बयान खुद नहीं देते तो दूसरे लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर प्रसारित करवा देते हैं।
जल संरक्षण पर आयोजित हुए कई कार्यक्रम -अव्वल रहने वालों को किया पुरस्कृत संवाद सहयोगी,जागरण.कनीना। राजकीय उच्च विद्यालय रसूलपुर में मुख्य अध्यापक हीरालाल की अध्यक्षता में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ,जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन कनीना द्वारा जल जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभाग की ओर से खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने बच्चों को जल संरक्षण के महत्व के बारे में विस्तार से बताया, वही जल संरक्षण के तौर तरीके भी बच्चे को समझाएं। उन्होंने बताया कि हर घर नल से जल मुहिम के तहत हर घर नल से जल प्रदान किया जा रहा है, जिसमें सभी बच्चे जल संरक्षण में पेयजल की गुणवत्ता बरकरार रखने में भूमिका निभा सकते हैं। जल स्वच्छता से जल जनित बीमारियां जैसे डायरिया, टायफाइड से बचा जा सकता है। जल जीवन मिशन और जल संरक्षण आधारित प्रेरणात्मक विडियो दिखाई गई। इस अवसर विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई जिनमें निबंध प्रतियोगिता में मुस्कान ने प्रथम स्थान, भूमि ने दूसरा स्थान, खुशी बालवान ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। स्लोगन लेखन में अंजलि ने पहला स्थान ,साक्षी ने दूसरा स्थान ,गौरव ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। पेंटिंग प्रतियोगिता में सुजाता ने पहला स्थान, मन्नू ने दूसरा स्थान, और सन्नी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में गोरी ने पहला स्थान ,पायल ने दूसरा स्थान, राधिका ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। जिन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कृष्ण लाल मनमोहन सिंह, रवीना यादव, अशोक कुमार, विनोद कुमार ,अनिल कुमार, पूनम कुमारी, धर्मवीर सिंह, दिनेश कुमार, सर्वेश देवी, अजीत सिंह उपस्थित रहे। फोटो कैप्शन 04: जल संरक्षण कार्यक्रम में अव्वल रहे बच्चों को पुरस्कृत करते हुए।
जागो वोटर जागो चरित्रवान व राष्ट्रभक्त उम्मीदवार के चयन के लिए करे अपने मत का प्रयोग-मा.राजेश। ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। करो वोट की चोट, दिखाओ ताकत को-यह गीत गली गली में सुनाई पड़ रहा है, पर क्या हमें पता है कि यह गीत हमें जामवंत की तरह हनुमानजी को उनकी ताकत का एहसास कराने जैसा देशभक्तों द्वारा किया जा रहा प्रयास है। यह हम भूल गए हैं कि प्रजातंत्र प्रणाली एक सर्वोत्कृष्ट शासन प्रणाली है, जिसमें प्रजा द्वारा चुना गया प्रतिनिधि मंडल शासन तंत्र को संचालित करता है। यह प्रतिनिधि मंडल मतदाताओं का ही प्रतिबिम्ब होता है। चुनाव चाहे किसी देश में हो या राज्य में, दुनिया की निगाहें मतदाताओं के निर्णय पर टिकी रहती हैं, इसीलिए परीक्षा भी मतदाताओं की ही होती है। समृद्धिशाली प्रजातंत्र के लिए मतदाताओं को वोट डालते समय विवेक का परिचय देना चाहिए। पूर्वाग्रहों से ऊपर उठकर प्रत्याशियों के गुण दोष का आकलन करते हुए चरित्रवान, राष्ट्रभक्त उम्मीदवारों का ही चयन करना चाहिए। आज प्रजातंत्र के कर्णधारों को चुनने का जो अधिकार मिला है वह अंग्रेजों ने या अंग्रेजियत के गुलामों ने हमें उपहार में नहीं दिया है, इसके लिए आजादी के दीवाने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने स्वतंत्रता की वेदी पर अपने आप को अर्पित किया है। सरदार भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, राम प्रसाद जैसे अनेकों महानायकों के बलिदान से हमें आजादी मिली है। अपने बेशकीमती वोट का उपयोग करने से पहले इन बलिदानियों के बलिदान का स्मरण करें और सोचें कि कहीं हम भिन्न भिन्न प्रलोभनों में आकर या पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर, किसी राजनीतिक दल के खूंटे से बंधकर जाति, धर्म और सम्प्रदाय के बंधनों में जकड़ कर अपने देश को पतन के गर्त में तो नहीं धकेल रहे हैं। फोटो कैप्शन: राजेश कुमार शिक्षक।
एसडीम स्कूल में एनडीए और सीडीएस सेमिनार का हुआ आयोजन --मुख्य अतिथि रहे कर्नल देवानंद लोहामरोड़ ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। छिथरोली स्थित एसडीएम सीनियर सेकेंडरी स्कूल छिथरोली में एक विशेष प्रेरणादायक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि भूतपूर्व सैनिक सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नल देवानंद लोहामरोड़ थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच बलवान आर्य छिथरोली ने की । कर्नल लोहामरोड़ ने छात्रों को भारतीय सेना में कैरियर बनाने के लिए प्रेरित किया। कर्नल ने छात्रों को नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) और कम्बाइंड डिफेंस सर्विसेज (सीडीएस) परीक्षा की तैयारी के महत्व को समझाया और इसके लिए तैयार रहने के तरीके बताए। कर्नल ने अपने संबोधन में बताया कि सेना में कैरियर न केवल एक सम्मानजनक पेशा है, बल्कि यह देश की सेवा करने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने छात्रों को बताया कि एनडीए और सीडीएस जैसी परीक्षाएं कठिन होती हैं, लेकिन सही दिशा, समर्पण और मेहनत से इनमें सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए, जैसे कि नियमित अध्ययन, शारीरिक फिटनेस, और मानसिक तैयारी। कर्नल ने बताया किएनडीए और सीडीएस की परीक्षा में केवल शैक्षणिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि नेतृत्व और सामरिक सोच की भी परीक्षा होती है। इसलिए, छात्रों को इन परीक्षाओं के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। कर्नल ने छात्रों के सवालों का जवाब दिया और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने कहा कि सेना में कैरियर बनाने से न केवल व्यक्तिगत गर्व होता है, बल्कि यह देश की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस प्रेरणादायक सेमिनार में छात्रों को सेना में कैरियर बनाने की दिशा में अपनी कोशिशें और समर्पण बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस तरह के कार्यक्रमों से छात्रों को अपने भविष्य के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक नई दिशा मिलती है और वे अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित होते हैं। संस्था के डायरेक्टर अजमेर सिंह दांगी ने बताया कि समय-समय पर ऐसे आयोजन करना ही संस्था का मुख्य दायित्व है ताकि बच्चे सेना में जाकर देश की सेवा का हिस्सा बन सके । ऐसा ही अगला सेमिनार जनवरी माह के अंत में कराया जाएगा। इस मौके पर नरेंद्र शास्त्री ,डा. हंसराज गुर्जर ,कैप्टन सुखबीर सिंह एवं समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित थे। फोटो कैप्शन 03: कर्नल देवानंद लोहामरोड़ एनडीए तथा सीडीएस की तैयारी की जानकारी देते हुए।
सेवानिवृत्ति की कायम की मिसाल -पूरा समय स्कूल में शिक्षण कार्य कर,एक गिलास पानी पीकर हो गए सेवानिवृत्त ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बूचावास से 20 साल की सेवा पूर्ण करके अंग्रेजी प्रवक्ता रामनिवास सेवानिवृत हो गए। परंतु उन्होंने एक सेवानिवृत्ति की मिसाल कायम कर दी है। उन्होंने न तो घर पर और न स्कूल में कोई कार्यक्रम आयोजित किया। प्राचार्य बृजेश चंद्र शर्मा से स्पष्ट का कि वो सिर्फ एक गिलास पानी पीकर स्कूल समय उपरांत अपने घर चले जाएंगे और वैसा ही किया। स्कूल समय पूर्ण होने तक कक्षा में पढ़ाया फिर एक गिलास पानी पीकर बिना किसी पगड़ी, बिना किसी फूल मालाओं के अपने घर पर पाथेड़ा चले गए। उन्होंने मालड़ा और बूचावास दो स्कूलों में ही अपनी 20 सालों की सेवा दी है और सेवाकाल पूर्ण हो गया है। उल्लेखनीय है कि वे चार भाई है और एकल परिवार चल रहा है। यही नहीं उनके परिवार में जहां उनका एक भाई शिक्षक है, दो जमींदार है साथ में रामनिवास के दो पुत्र हैं जिनमें से एक प्राध्यापक और एक पुलिस में है। वहीं उनकी एक पुत्रवधू शिक्षिका और एक पुत्रवधू पुलिस में कार्यरत है। उनके सेवानिवृत्ति पर बधाई देने वालों में राजेश शर्मा, शर्मिला यादव, निर्मला यादव, रेनू यादव, सूबे सिंह चौहान, रोहतास सिंह, सुरेंद्र सिंह, अशोक कुमार शर्मा, निर्मला देवी, उर्मिला, कृष्ण कुमार मुख्य शिक्षक, सोनू यादव, निर्मल कुमार शास्त्री, जोगेंद्र सिंह, विजय सिंह प्रवक्ता, अनिल कुमार, विनोद कुमार, जितेंद्र कुमार, प्रमिला स्टेट अवार्डी, राखी, सोनी, सुशीला आदि ने उन्हें बधाई दी है। फोटो कैप्शन: प्राध्यापक रामनिवास
32 वर्षों की सेवा करके राजेश शास्त्री सेवानिवृत्त -विदाई के क्षणों ने किया भाव विभोर ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। लूखी निवासी राजेश शास्त्री ने करीब 32 सालों की सेवा करके राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा से सेवानिवृत्त हो गये हैं। उन्होंने बतौर शास्त्री निवाज नगर से सेवा शुरू किया था और धनौंदा में बतौर प्राध्यापक 1 साल की अवधि पूरी करके अब सेवानिवृत्त हो रहे हैं। मिली जानकारी अनुसार राजेश शास्त्री ने 24 जनवरी 1992 को संस्कृत अध्यापक के पद पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय निवाज नगर में कार्य ग्रहण किया जहां से 14 जून 1997 को राजकीय उच्च विद्यालय धनौंदा में तबादला हुआ। उसके पश्चात 10 दिसंबर 2005 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना महेंद्रगढ़ में कार्यग्रहण किया वहां से 6 सितंबर 2017 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुढ़ा में तबादला हुआ। फिर 5 सितंबर 2019 को के माध्यमिक विद्यालय कोटिया में सेवा दी। 1 सितंबर 2022 को राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में सेवा देने के बाद पश्चात संस्कृत प्रवक्ता के रूप में 1 दिसंबर 2023 को संस्कृत प्रवक्ता के पद पर राजकीय माडल संस्कृति स्कूल धनौंदा में कार्य ग्रहण किया। 31 अगस्त 2024 को सेवानिवृत्ति हो गए हैं। उन्हें विद्यार्थियों ने भावभीनी विदाई दी। उनके सेवानिवृत्ति कार्यक्रम में प्राचार्य सतीश कुमार, सत्येंद्र शास्त्री प्रवक्ता, वरिष्ठ नेता एवं संस्कृति अहीरवाल के जनक सत्यव्रत शास्त्री , डा. धीरज एमडी, डा. देवराज पूर्व कृषि वैज्ञानिक, डा. होशियार सिंह यादव,मदनलाल शास्त्री, पूर्व हसला नेता एवं पूर्व प्रवक्ता सत्येंद्र आर्य, मुकेश कुमार मीणा, विजय कुमार महक प्रवक्ता, वरिष्ठ प्रवक्ता राजेश कुमार ककराला, प्रवक्ता राजेश कुमार उन्हाणी, नरेश कुमार हिंदी शिक्षक मंदोला, संतोष कुमारी, श्रुति आर्या एबीआरसी, पूनम मोरवाल, प्रीति डीपीई, रणवीर सिंह, सूबे सिंह, मनीराम, जगदीश बाबू सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा। फोटो कैप्शन 02: राजेश शास्त्री को सेवानिवृत्ति पर विदाई देते विजय महक प्रवक्ता, विनोद कुमार, श्रुति आर्या एबीआरसी एवं अन्य।
पीएमश्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में शास्त्रीय नृत्य कार्यशाला का आयोजन --एक माह तक चलेगा कार्यक्रम ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। पीएम श्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में एक माह का शास्त्रीय नृत्य कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को भरतनाट्यम के मूल सिद्धांतों और तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है। विख्यात भरतनाट्यम गुरु डा. नीरजा शर्मा निदेशक और संस्थापक - राष्ट्रीय भारतीय शास्त्रीय नृत्य संस्थान, दिल्ली के मार्गदर्शन में विद्यार्थी नृत्य के मूल तत्वों नमस्कार क्रिया, असंयुक्त हस्त मुद्रा, तट अडव, नाट्य अडव और मूल पद चरण सीख रहे हैं। विद्यालय के प्राचार्य राजीव कुमार सक्सेना ने कहा कि नवोदय विद्यालय सिर्फ शैक्षणिक विकास पर ही ध्यान नहीं देता, बल्कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को भी प्रोत्साहित करता है। इस तरह की कार्यशालाएं विद्यार्थियों के व्यक्तित्व को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कार्यक्रम की संयोजिका संगीता मिश्रा संगीत शिक्षिका हैं। फोटो कैप्शन 01: नवोदय विद्यालय में नृत्य करते विद्यार्थी।
राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने वाले कर्मियों की अब खैर नहीं --निर्वाचन आयोग ने किया पत्र जारी ******************************************************* *************************************************************** ****************************************************** कनीना की आवाज। मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरियाणा ने एक पत्र सभी विभागों को जारी करते हुए राजनीति गतिविधियों में भाग लेने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की बात कही है। पत्र में साफ कहा गया है कि किसी राजनीतिक दल में भाग लेने, मतदाताओं को वोट किसी पार्टी के पक्ष में वोट डालने या राजनीति रूप से एक पक्ष होना पाया जाने पर, किसी राजनीति पार्टी में भागीदारी एवं सहयोग करने वाले सरकारी कर्मचारियों को जन प्रतिनिधित्व एक्ट 1951 की धारा 129 एवं 134-ए के तहत तथा हरियाणा सिविल सर्विस रूल 2016 की धारा 9 के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।
Friday, August 30, 2024
सड़क पर रोड़े डालकर किया असहनीय -ध्यान देने वाला कोई नहीं **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। रामबास से इसराना की ढ़ाणी में जाने वाले रोड की हालत खराब हो चुकी है परंतु ध्यान देने वाला कोई नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार रामबास से इसराना की ढाणी जाने वाले रोड की चौड़ाई बढ़ाने का कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया जा रहा है लेकिन चौड़ाई बढ़ाने की बजाए सड़क पर मोटे रोड़े डालकर लोगों को दुर्घटनाग्रस्त करने के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। जिसके कारण इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को पसीने आ रहे हैं और वे प्रशासन से रुष्ट हैं। लोगों का कहना है कि रोड को चौड़ा करना अच्छी बात है लेकिन अच्छे रोड़ पर रोड़े डालना कोई बढिय़ा काम नहीं है जिसके करने इस रोड से निकलने वाले राहगीरों को भारी समस्या हो रही है। यहां गौरतलब है कि कनीना में कनीना से अटेली जाने वाले मार्ग पर रेल पुल का कार्य चल रहा है जिसके कारण कनीना से अटेली व नारनौल जाने वाले राहगीर ककराला होकर इस रोड से निकलते हैं लेकिन इस रोड की चौड़ाई के नाम पर रोड़े डालकर इसको क्षतिग्रस्त कर दिया है जिसके कारण इस रास्ते से निकलने वाले दुपहिया व फोर व्हीलर के अलावा पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। क्षेत्र के लोगों ने जिला उपायुक्त नारनौल से मांग करते हुए कहा है कि रामबास से इसराणा जाने वाले मार्ग में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा डाले गए रोड़ो को साफ कराया जाए ताकि लोग आराम से इस पर चल सके। फोटो कैप्शन 05: रामबास से इसराना जाने वाली सड़क पर डाले हुए रोड़े
मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार --एपिसोड 17 -जिला शिक्षा अधिकारी की वजह से मिल पाई देर से नौकरी, बड़ा संघर्ष किया **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। संघर्ष का फल जीवन में मिठास भर देता है। यह बात सत्य सिद्ध होती है जब कनीना के डा. होशियार सिंह पर नजर डालते हैं तो। डा. सिंह ने शिक्षा के क्षेत्र में करीब 40 वर्षों की सेवा की और 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उनकी पढ़ाई के बारे पहले बता दिया गया है। नौकरी आज के दिन ही नहीं विगत समय में भी बिना सिफारिश के नौकरी पाना बहुत कठिन होता था। यह सत्य है कि 1987-88 में बीएससी, बीएड कोई एकाध ही मिलता था। 1986 तक रोजगार कार्यालय महेंद्रगढ़ से नौकरी के लिए नाम निकलते थे और लगभग सभी बीएससी,बीएड को नौकरी मिल जाती थी परंतु 1987 का वह मनहूस वर्ष है जब रोजगार कार्यालय के जरिए कोई नाम नहीं निकाला गया ऐसे में किसी भी बीएससी, बीएड को नौकरी नहीं मिली। बीुत इंतजार किया एक नहीं अपितु चार साल इंतजार करके केवल 1991 में भजनलाल सरकार के वक्त रोहतक साक्षात्कार हुए। साक्षात्कार बड़ी मुश्किल से पूर्ण हो पाए। कनीना एवं आस पास क्षेत्र के करीब 20 बेरोजगार शिक्षक साक्षात्कार देने जब जा रहे थे तो सभी का कहना था कि बीएससी, बीएड को सबसे पहले नौकरी मिल जाएगी लेकिन यह सत्य है कि होशियार सिंह ,बीएससी बीएड को छोड़कर बाकी सभी को नौकरी मिल गई। परंतु हिम्मत नहीं हारी। दिन रात एक किया, आगे पढ़ाई भी जारी रखी और नौकरी के लिए भी प्रयास करता रहा। नौकरी में कम अंकों वाले नौकरी पा गये जिसका मलाल हुआ। यही कारण है कि लगातार पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में अन्याय एवं संपन्न साक्षात्कार के संबंध में शिकायत की, क्योंकि उस वक्त अधिकारियों के पास पैसे नहीं पहुंचते थे उसे नौकरी नहीं मिलती थी। साक्षात्कार में दो या तीन अंक ही लगा दिए जाते थे। यही कहानी होशियार सिंह के साथ हुई। जब राष्ट्रपति तक साथ में उच्च अधिकारियों को शिकायत की तो शिक्षा विभाग हरियाणा की ओर से मेरी पुन: मेरिट निर्धारित करने के लिए तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी सरला शर्मा के पास फाइल पहुंच गई। उन्हें पुन: मेरी मेरिट निर्धारित करनी थी। इस संबंध में होशियार सिंह के पास भी एक पत्र शिक्षक विभाग से आया जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी से मिलने की बात कही गई थी क्योंकि जिला शिक्षा अधिकारी सरला शर्मा की उच्च अधिकारियों शिकायत कर दी गई थी इसलिए होशियार सिंह के नाम से चिड़ती थी। 1992- 93 में केएल आनंद प्राचार्य जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा की सिफारिश लगवा कर साक्षात्कार में दिए गए दो अंकों को बढ़ाकर पांच करवाने की प्रार्थना की तो श्री आनंद ने कहा कि यह तो मेरे बांये हाथ का खेल हैं, लो चलते हैं जिला शिक्षा अधिकारी नारनौल के पास। फोन से पता किया तो सरला शर्मा उस वक्त रेवाड़ी थी। केएल आनंद होशियार सिंह को रेवाड़ी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में ले गए, जहां सरला शर्मा बैठी हुई थी। वह केएल आनंद को अच्छी प्रकार जानती थी। उन्होंने केएल आनंद का स्वागत किया और आने का कारण पूछा तो केएल आनंद ने कहा कि यह होशियार सिंह है उनकी मेरिट पुन: निर्धारित करनी है, इनको यदि पांच अंक लगा दिए जाएं तो निश्चित रूप से इनको नौकरी मिल जाएगी। इतना सुनकर सरला शर्मा लाल पीली हो गई। सीट से खड़े होकर एक बात कही-इनके दो अंक लगे हुए हैं और दो ही रखे जाएंगे, क्योंकि इसने मेरी शिकायत राष्ट्रपति तक कर दी है। बहरहाल सरला शर्मा के कारण नौकरी नहीं लग पाया। कुछ लोगों ने न्यायालय में जाने की बात भी कहीं किंतु न्यायालय नहीं गया हां बार-बार उच्च न्यायालय को पत्र लिखा जिसके कारण यह निश्चित किया गया कि भविष्य में 14 अंकों का साक्षात्कार होगा जिसमें आधे से कम किसी भी हाल में किसी को नहीं लगाए जाएंगे। उस समय दीपचंद यादव पत्रकार पंजाब केसरी में एक समाचार छापा कि- सोर्सो और फोर्सो के अभाव में उच्च योग्यता वाले व्यक्ति भी नौकरी से वंचित। परंतु कौन सुनने वाला था, जिनके पैसे पहुंच जाते थे उनको नौकरी लगा दिया जाता था। यहां तक की फिर से 1993-94 में नौकरियां दी गई जिसमें कई ठग भी उभरे जो बेरोजगार शिक्षकों से पैसे ऐंठ कर नौकरी लगने की बात करते थे। उनमें से आज भी कनीना में दो व्यक्ति मौजूद है। जिनकी पहुंच निदेशालय शिक्षा विभाग से थी। वहां किसी परिचित से यह पता कर लेते थे कि किन-किन का नाम अगली सूची में आ रहा है और उन्हीं से यह गिरोह पैसे ऐंठ लेता था। बाद में इसकी पोल भी खुली। जब इनसे होशियार सिंह ने पैसे देने की बात कही तो मना कर दिया और कहा कि इस सूची में नहीं आगे वक्त आने पर आपसे पैसे ले लिए जाएंगे। खैर लंबे संघर्ष के बाद केरल से 1991 में पत्रकारिता का डिप्लोमा कर लिया था। सोचा कि क्यों न पत्रकारिता में भाग्य जमाया जाए। यूं तो छोटे-छोटे समाचार पत्रों में 1989 से काम करना शुरू कर दिया था परंतु विधिवत रूप से दैनिक ट्रिब्यून में 1991 में आ गया था। बाद में 1993 दैनिक जागरण में काम करना शुरू किया। इदैनिक ट्रिब्यून में होशियार सिंह की पत्नी स्व. सुमन यादव ने भी लंबे समय पत्रकारिता एवं लेखन कार्य भी किया। क्योंकि पत्रकारिता में आ गया था। एक बार फिर से जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा तदर्थ आधार पर नौकरी के लिए साक्षात्कार लिए गए। जब होशियार सिंह वर्ष 1994 में साक्षात्कार देने नारनौल पहुंचा तो जिला शिक्षा अधिकारी सरला शर्मा ने कहा कि यह आदमी नौकरी नहीं लगना चाहिए क्योंकि उसने मेरी उच्च अधिकारियों तक शिकायत कर दी थी। उसे समय साक्षात्कार कमेटी में बैठे एसडीइओ डीपीएस चौहान ने होशियार सिंह की काफी सिफारिश की परंतु सरला शर्मा नहीं मानी। एक बार फिर से नौकरी से हाथ धोना पड़ा परंतु हिम्मत नहीं हारी परिणामस्वरूप निजी स्कूलों एवं कालेज में सेवा करने का मौका मिला। एक दिन फरवरी 1995 में सोचा क्यों ना सरला शर्मा को एक पत्र लिखा जाए और सरला शर्मा को एक पत्र लिखा जिसमें कहा गया कि मैं पत्रकार हूं मुझे उन लोगों की मेरिट बताई जाए जो मास्टर लगे है, यह मेरिट सूचि समाचारपत्र में प्राशित करनी है। उस समय आरटीआई का युग नहीं था। सरला शर्मा ने जब देखा की अखबार में समाचार प्रकाशित होगा और जानकारी मांगी गई है तो 29 मार्च 1995 को तदर्थ आधार पर ज्वाइनिंग लेटर भेज दिया। जिसमें राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय झूक में थोड़े समय के लिए नौकरी दी गई थी। बस यहीं से ही नौकरी का सफर शुरू हुआ।
कनीना खंड से 31 अगस्त को होंगे दो प्राध्यापक सेवानिवृत्त **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। कनीना खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के तहत आने वाले विभिन्न गांव से दो प्राध्यापक सेवानिवृत्त हो रहे हैं। रामनिवास अंग्रेजी प्रवक्ता 29 सालों की सेवा के उपरांत बूचावास से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने महज दो स्कूल मालड़ा और बूचावास में अपनी सेवा पूर्ण की है। उधर लूखी निवासी राजेश शास्त्री ने करीब 32 सालों की सेवा की है। उन्होंपे बतौर शास्त्री निवाज नगर से सेवा शुरू किया था और धनौंदा में बतौर प्राध्यापक 1 साल की अवधि पूरी करके अब सेवानिवृत्त हो रहे हैं। फोटो कैप्शन: रामनिवास तथा राजेश शास्त्री
राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेने वाले कर्मियों के विरुद्ध होगी करवाई --निर्वाचन आयोग ने किया पत्र जारी **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। मुख्य निर्वाचन अधिकारी हरियाणा ने एक पत्र सभी विभागों को जारी करते हुए राजनीति गतिविधियों में भाग लेने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की बात कही है। पत्र में साफ कहा गया है कि किसी राजनीतिक दल में भाग लेने, मतदाताओं को वोट किसी पार्टी के पक्ष में वोट डालने या राजनीति रूप से एक पक्ष होना पाया जाने पर, किसी राजनीति पार्टी में भागीदारी एवं सहयोग करने वाले सरकारी कर्मचारियों को जन प्रतिनिधित्व एक्ट 1951 की धारा 129 एवं 134ए के तहत तथा हरियाणा सिविल सर्विस रूल 2016 की धारा 9 के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।
कनीना में संदीप यादव रामबास के नेतृत्व में आयोजित हुआ युवा न्याय सम्मेलन -न्याय सम्मेलन के बाद युवाओं ने कनीना में निकाला न्याय मार्च -भाजपा सरकार ने पिछले 10 सालों में युवाओं का शोषण किया- संदीप यादव रामबास **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। अटेली विधानसभा के कनीना में सैकड़ों युवाओं ने अपनी मांगों को लेकर युवा न्याय सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन कनीना के बेगराज हाल में हुआ। संदीप यादव रामबास के नेतृत्व में हुए इस आयोजन में सभी युवाओं ने बेरोजगारी को आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्य मुद्दा माना। कार्यक्रम के दौरान संदीप ने कहा कि भाजपा ने लगातार दक्षिण हरियाणा की उपेक्षा की है। स्थानीय स्तर पर स्कूल, कालेजों की हालत बेहद खस्ता है, युवा रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं। संदीप ने अग्निवीर को युवा विरोधी स्कीम ठहराते हुए कहा कि युवा और सेना ठेके पर नहीं होने चाहिए इसलिए वह इस योजना को बंद कराने के लिए लगातार संघर्ष करेंगे। साथ-साथ पक्की भर्ती और रिक्त पदों की भर्ती के लिए संघर्ष करेंगे। इस दौरान युवा न्याय सम्मेलन में सैंकड़ों युवाओं ने भाजपा को वोट की चोट करने का संकल्प लिया। न्याय सम्मेलन के बाद युवा न्याय मार्च के माध्यम से सभी युवाओं ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए संदीप यादव के लिए समर्थन मांगा और बेगराज हाल से कनीना मंडी तक न्याय मार्च किया। इस दौरान हल्के के प्रशासन ने इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए पूर्ण सहयोग किया। इस युवा न्याय सम्मेलन में रमन यादव, विवेक चौधरी, ऋषि, विक्की, विनय, नीरज, नवीन, आदेश समेत अन्य सैकड़ों युवा मौजूद रहे। फोटो कैप्शन 03: संदीप रामबास मंच से बोलते हुए।
पांच विद्यार्थियों का राज्य स्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिता के लिए चयन **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। कनीना स्थित जीएल पब्लिक स्कूल के पांच विद्यार्थियों का राज्य स्तरीय स्कूली खेल प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। उक्त जानकारी देते हुए विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि इस विद्यालय की दो छात्राओं रिया व रोहिणी का अंडर 14 कबड्डी में ,शतरंज में जतिन ,हर्षित व निशांत का चयन हुआ है तथा भारोतोलन में अंडर-17 में अंकित का चयन हुआ है ,यह विद्यार्थी अब प्रदेश में होने वाली राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में जिला महेंद्रगढ़ की तरफ से हिस्सा लेंगे ,इस अवसर पर भौतिक शास्त्र की प्रवक्ता पूजा कौशिक व शिक्षिका सीमा कुमारी तथा विद्यालय के खेल प्रशिक्षक सुरेश कुमार व संदीप कुमार उपस्थित थे। विद्यार्थियों की उपलब्धि के लिए विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक राजेश यादव ,लिपिक सुरेंद्र सिंह यादव सहित समस्त विद्यालय परिवार के सदस्यों ने विद्यार्थियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी तथा आगे के लिए शुभकामनाएं दी। फोटो कैप्शन 04: जीएल स्कूल के अव्वल रहे बच्चे।
मेरा घोषणापत्र राजकुमार राव, गुढा **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। हरियाणा में 01 अक्टूबर को चुनाव होने वाले हैं। मैं प्रदेश में ऐसी सरकार चाहता हूं जो विकास अग्रणी हो तथा जनहित में कार्य करें। स्वार्थ रहित नेता होना चाहिए। मेरे घोषणा पत्र में निम्र सुझाव शामिल किए जाए- *शिक्षा, स्वास्थ्य एवं न्याय मुफ्त दी जाए तथा सभी वर्गों को * ईमानदारी से सभी के काम बराबर हो, भेदभाव न हो *सभी महिलाओं को सम्मान की दृष्टि से देखे वरना कानून सख्त हो * प्रदेश में कुपोषण का खात्मा करने वाली सरकार हो। * सभी वर्ग के छात्र छात्राओं की स्नातकोत्तर स्तर की बेहतर सुविधाएं होनी चाहिए। *किसानों को उसकी फसल का उचित दाम मिले, एमएसपी पर बिके व गारंटी हो * प्रदेश में सभी वर्ग के लोगों का मुफ्त इलाज का प्रावधान करने वाली हो। * दैनिक जीवन की मूलभूत सुविधाएं जैसे पानी, स्वास्थ्य, बिजली निर्बाध गति से आपूर्ति हो। * कालेज या स्कूल के होस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों को हर प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाए। स्कूल एवं कालेज की शिक्षा में व्यापक सुधार करने वाली हो। * आरटीआई को और व्यापक बनाया जाए और जवाब समय पर न देने वालों पर बिना सबूतों के कार्रवाई की जाए। *हर प्रकार की नियुक्तियों में योग्यता ही आधार हो। * नौकरियां मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। साक्षात्कार प्रणाली खत्म की जाए। * हर बिरादरी के लिए तथा हर क्षेत्र में काम करने वाला नेता हो। * भ्रष्टाचार खत्म किया जाए। भ्रष्ट कर्मियों को नौकरी से हटाया जाए। राजकुमार राव, गुढ़ा
मेरा घोषणापत्र दिनेश कुमार कनीना निवासी **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। प्रदेश में 01 अक्टूबर को चुनाव होने जा रहे हैं। नेता लोग तरह तरह के लोक लुभावने वादे कर रहे हें। अपना वोट बैंक बनाने के लिए ये वादे किए जा रहे हैं। हर नेता अधिक वोट पाना चाहता है। ऐसे में नेता के वादों पर न जाकर साफ छवि के नेता को पसंद करूंगा। मैं घोषणा पत्र में इन विषयों को जरूर शामिल करवाना चाहता हूं। * सभी अस्पतालों में सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाए *कनीना रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों का ठहराव हो *कनीना एवं अटेली आदि में जोहड़ों की सफाई करवाई जाए, अतिक्रमण हटाया जाए, पानी की निकासी का प्रबंध हो *प्राथमिक स्कूलों में सुधार करने वाली हो * शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए उच्च शिक्षण संस्थान खोलने के साथ साथ स्कूल एवं कालेजों की व्यवस्था को ठीक करवाना। * प्रशासनिक व्यवस्था व कार्यालयों में कर्मियों की उपस्थिति सामान्य होनी चाहिए। * गांवों में बिजली एवं पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। * बेरोजगारी समाप्त करने के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाने चाहिए। * स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा डाक्टरों की नियुक्ति की जाए। * परिवहन व्यवस्था में सुधार किया जाए। प्राइवेट वाहनों पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। * उच्च शिक्षा में आरक्षण समाप्त किया जाए एवं योग्यता के आधार पर मेडिकल एवं इंजीनियरिंग में प्रवेश दिया जाए। * अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए सप्ताह में तीन दिन विधायक को अपने क्षेत्र में रहना चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर विकास करवाना चाहिए। दिनेश कुमार कनीना समाजसेवी फोटो कैप्शन : दिनेश कुमार
जागो वोटर वोट डालना हमारा परम धर्म है **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। वर्तमान में देश में लोकतांत्रिक पर्व चल रहा है। इस महापर्व में युवाओं के कंधों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। हम युवाओं की जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने परिवार एवं मोहल्ले के लोगों को मतदान के दिन अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित करें ताकि राज्य एवं देश के विकास के लिए एक मजबूत लोकतंत्र का निर्माण हो सके। आधुनिकता के युग में मतदान में पारदर्शिता लाने के लिए निर्वाचन आयोग ने ईवीएम मशीन के साथ-साथ वीवीपैट मशीन का प्रयोग चुनावों में किया जा रहा है। आज भी ग्रामीण क्षेत्र जागरूकता के अभाव में बड़ी संख्या में लोग अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाते है। इसलिए युवाओं की जिम्मेदारी बनती है कि मजबूत लोकतंत्र के लिए अधिक से अधिक लोगों को जागरूक कर आवश्यक रूप से मतदान करने के लिए प्रेरित कर रहा हूं। युवा वर्ग ही एक ऐसा वर्ग है जो मतदान क्रांति ला सकता है। इसलिए कालेज में युवा वर्ग को एक- एक बुलाकर ईवीएम मशीन से मतदान करने का अभ्यास करवाता आया हूं और उन्हें नोटा जैसे बटन के बारे में जानकारी देता हूं। ताकि वह आगे जाकर अपने परिवार, मोहल्ले और ग्रामीण लोगों इसके को इसके बारे जागरूक कर सके। -दीपक कुमार वशिष्ठ फोटो कैप्शन: दीपक वशिष्ठ
मानपुरा में करवाई गई फोगिंग --मक्खी मच्छरों के बढऩे से उठाया गया यह कदम **************************************************** **************************************************************** **************************************************** कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव मानपुरा में मक्खी मच्छरों की दृष्टिगत फोगिंग करवाई गई। राजकुमार एचआई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने बताया कि मानपुर में मक्खी मच्छरों का प्रकोप है जिसके चलते आज पूरे गांव में फोगिंग करवाई गई है। राजकुमार का कहना है की वर्षा के बाद मक्खी मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां मुर्गी पालन केंद्र अधिक होते हैं वहां भी मक्खी मच्छर बढ़ जाते हैं। यही कारण है कि ग्रामीणों की मांग पर ग्राम पंचायत ने यह काम करवाया। सीमा देवी सरपंच ने गांव में फोगिंग करवाई गई। मिली जानकारी अनुसार दवा पीएचसी भोजावास की तरफ से उपलब्ध करवाई गई तथा छिड़काव का कार्य सरपंच महिला सरपंच की ओर से करवाया गया। फोटो कैप्शन 02: मानपुरा में फोगिंग करते हुए
कनीना क्षेत्र में प्रतिदिन होती है वर्षा --पकती हुई फसल को होगा लाभ-डा. देवराज **************************************************** ***************
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Thursday, August 29, 2024
एपिसोड-17 सुनो सुनो स्टेट अवार्ड की मेरी दास्तान..... मेरी मेरा शिक्षा के सफर पुस्तक से साभार - स्टेट अवार्ड का शिवाय नुकसान कोई लाभ नहीं हुआ - नेशनल अवार्ड से रह गया थोड़ा वंचित *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। यूं तो शिक्षक स्टेट अवार्ड/राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए लालायित रहते हैं परंतु हकीकत है कि मेरे लिए/डा होशियार सिंह यादव लेखक के लिए स्टेट अवार्ड नुकसान के अलावा कोई लाभ नहीं दे पाया। स्टेट अवार्ड मिला भी ,भागदौड़ भी हुई नुकसान भी उठाया परंतु कुछ प्राचार्यों निकृष्ट सोच की बदौलत एक पैसा भी नसीब नहीं हुआ। यहां पर उन प्राचार्यों के नाम नहीं दे रहा हूं परंतु मेरी पुस्तक में संपूर्ण हवाला दिया गया है। पैसा जिंदगी में कोई लाभ नहीं देता परंतु इंसान की उपलब्धि पर दो शब्द कहने में भी कंजूसी करें तो ऐसे प्राचार्यों को राक्षस की संज्ञा दी जाये तो बेहतर होगा। एक प्राचार्य ने तो मंच से मेरा नाम लेना अपनी शान के विरुद्ध समझा। दो शब्द कि इस व्यक्ति को स्टेट अवार्ड मिला है, यह कहने में शर्म आती रही। स्टेट अवार्ड जिसको मिलता है उनके गुणगान में बड़ा कार्यक्रम आयोजित होता है लेकिन आश्चर्यजनक मेरी सेवानिवृत्ति के समय भी प्राचार्य तक उपलब्ध नहीं हुआ जबकि स्टेट अवार्ड मिलने पर मंच से एक शब्द भी कहना उचित नहीं समझा, मुंह मीठा करवाना तो दूर। यह सत्य है कि सीहोर से प्राचार्य कृष्ण कुमार की मेहनत के बल पर मुझे स्टेट मिला वरना किसी हाल में यह स्टेट अवार्ड नहीं मिल पाता। कृष्ण कुमार ने एक ही बात कह रखी थी कि तुम्हें कुछ भी करना पड़े परंतु स्टेट अवार्ड लेकर आना तुम्हारे लिए बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उनके जबरदस्त हौसला अफजाई एवं दुआओं के कारण मैं अपने मुकाम में सफल हुआ। परंतु दुर्भाग्य रहा कि उनकी जब स्टेट अवार्ड लाया उस दिन कृष्ण सिंह प्राचार्य की बदली हो चुकी थी। वरना मुझे स्टेट अवार्ड के सभी लाभ भी मिलते। सबसे बड़ी विडंबना है कि 2016 से ऐसे कितने ही शिक्षक है जिनकी उम्र 55 वर्ष पार हो गई थी और स्टेट अवार्ड के इंक्रीमेंट का लाभ हलिया और आज भी ले रहे हैं। ऐसी कौन सी नौबत आ गई थी कि मेरे मामले में ही प्राचार्यों, एसओ तथा अन्य अधिकारियों ने टांग अड़ा दी। पहले तो स्टेट अवार्ड मिलना मुश्किल, उस पर लोगों का मुंह मीठा करवाने में खर्चा 4 रुपये तो स्टेट अवार्ड का 1 रुपये मिला। ऐसे में 3 रुपये का नुकसान अर्थात 3 लाख का नेट नुकसान हुआ है। जो भी हुआ लाभ और हानि कोई मायने नहीं रखता परंतु इंसान की काबिलियत पर कम से कम दो शब्द कहने से वो घाव पर मरहम का काम करते । यह भी सत्य है कि शिक्षा विभाग में स्टेट अवार्ड मिलने पर बहुत से शिक्षकों को ही दर्द होता है। हमारे एक साथी कवि रामावतार शर्मा गुढ़ा कह रहे थे की नारी की दुश्मन नारी होती है परंतु मेरा कहना है कि शिक्षक का अगर कोई सबसे बड़ा दुश्मन है तो वह शिक्षक ही होता है। यही कारण है कि शिक्षा विभाग में कोई उन्नति नहीं कर सकता, अन्य विभाग में चाहे ग्रुप-डी में लग जाये वो एक शिक्षक से बेहतर साबित होगा। यह भी सत्य है कि जी हुजूरी मैंने कभी सीखी नहीं। कुछ राक्षस प्रवृत्ति के दोस्तों के कारण कालेज तक शिक्षण करने वाला विज्ञान शिक्षक से सेवा निवृत्त होने को मजबूर होना पड़ा। पदोन्नति का शिक्षा विभाग में राजस्थान की भांति कोई नियम नहीं है। वो राक्षस अधिक अमन चैन से नहीं रह पा रहे हैं, एक न एक दिन उनके शव को सड़क से खुरचकर उतरना पड़ेगा, यह मेरा नहीं एक पवित्र आत्मा का अभिशाप है। सही मायने में 40 सालों की विभिन्न प्रकार की सेवाओं में एक बात नोट की गई कि बहुत से प्राचार्य तो प्राचार्य नहीं राक्षस कहलाने लायक हैं और बहुत से प्राचार्य देवता तुल्य प्राचार्य हैं। इसका मतलब यह नहीं कि मेरे प्रति जिनका व्यवहार अच्छा रहा हो तो देवतुल्य होंगे अपितु स्कूल के हर शिक्षक के प्रति उनका व्यवहार बेहतर हो वे प्राचार्य बेहतर है। कई ऐसे प्राचार्यों से भेंट हुई, साथ काम भी किया जिनका हवाला विगत पोस्ट में किया गया था। क्योंकि 2003 में जहां मुझे स्थायी सेवा मिली। स्टेट अवार्ड के लिए 15 सालों का स्थायी सेवा का अनुभव होना जरूरी है। ऐसे में 2019 के बाद स्टेट अवार्ड के लिए प्रयास करने शुरू किये। एक दो साल अनुभव लिया और फिर 2022 में स्टेट अवार्ड मिल गया। तत्पश्चात में 1 साल का समय मुझे नेशनल अवार्ड के लिए मिला उसमें भी आवेदन किया, लेकिन समय पर एसीआर न मिलने, बाबुओं की हउ़ताल चलने के कारण एसीआर न मिलने से जो अंक मिलने थे उनसे वंचित रह गया। 2024 में फिर प्रयास किया किंतु नेशनल अवार्ड के लिए शर्त लगा दी कि जिनकी उम्र 55 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। सबसे बड़ी विडंबना देखिए की 2016 में शिक्षा विभाग एक नियम पारित कर दिया जिसके तहत जिनकी उम्र 55 साल या इससे अधिक है और स्टेट अवार्ड मिलता है उन्हें अग्रिम वेतन वृद्धियां/ एडवांस वेतन वृद्धियां नहीं दी जाएगी। 2016 से पहले दो अतिरिक्त/एडिशनल वेतन वृद्धियां दी जाती थी वह लाभ भी स्टेट अवार्ड शिक्षकों का सरकार ने खींच लिया। उस पर इस संबंध में 2020 में एक पत्र जारी किया जिसमें दो अतिरिक्त की बजाय एडवांस इंक्रीमेंट देने की बात कही गई और 2 साल की सेवा वृद्धि मिलती थी वह भी समाप्त कर दी गई। कहने का अर्थ है कि अब केवल स्टेट अवार्ड के लिए दो एडवांस इंक्रीमेंट मिलेंगे अगर उम्र 55 सालों से कम हो। जब इतना प्रयास किया जाता है, जब इतनी शिक्षक में योग्यताएं होती है और राज्यपाल द्वारा यह सम्मान दिया जाता है तो उनको 2 साल की सेवा वृद्धि और दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि छीनकर उनके साथ घोर अन्याय किया जा रहा है। आज भी शिक्षा विभाग में बहुत से शिक्षक हैं और कुछ सेवानिवृत्त हो गए हैं जिनकी उम्र 55 साल से अधिक थी और तब अवार्ड मिला था और वो आज भी दो वेतन वृद्धियों का लाभ ले रहे हैं। इस संबंध में शिक्षा विभाग ,उच्च अधिकारियों को आरटीआई की लगाई हुई है जवाब आएगा। प्रधानमंत्री, सीएम विंडो, राज्यपाल सभी को लिखा हुआ है। यदि फिर भी कोई लाभ नहीं मिलता तो आखिरकार न्यायालय की शरण लेना मेरी मजबूरी होगी।
5 सितंबर को धनौदा गांव में बाबा दयाल के प्रांगण में होगा विशाल मेले का आयोजन -होंगे विभिन्न कार्यक्रम *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। कनीना के उपमंडल के गांव धनौंदा स्थित श्रीबाबा दयाल के प्रांगण में आगामी 5 सितंबर को विशाल मेले का आयोजन किया जाएगा। जानकारी देते हुए मेला कमेटी के प्रधान ठाकुर रतन सिंह तंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि आगामी 5 सितंबर को गांव धनौंदा में स्थित हिंदू मुसलमानों की सामूहिक मजार बाबा दयाल के प्रांगण में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विशाल मेले का आयोजन किया जाएगा। इसमें विभिन्न प्रकार के खेल प्रतियोगिताओं के साथ साथ सांग तथा प्रतियोगिता का भी आयोजन कराया जाएगा जिसमें सांगी बाबू दान सिंह की टीम द्वारा किया जाएगा। वहीं मेले में कंपटीशन कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा जिस हरियाणा के जाने-माने लोग गायक कलाकार सुरेंद्र शर्मा, हरीश शर्मा, गीता चौधरी और बेबी सपना डांसर द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया मेले में सांग कार्यक्रम 4 तथा 5 सितंबर को रात्रि में किया जाएगा, वही कंपटीशन कार्यक्रम 4 सितंबर को 11 बजे दिन में आयोजित किया जाएगा। ठाकुर रतन सिंह वह मेला कमेटी की टीम ने यह भी बताया मेले में 21 से लेकर 21000 रुपये तक की कुश्ती कराई जाएगी। मेले में विशिष्ट अतिथि गांव की सरपंच बिनू देवी तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता मार्केट कमेटी कनीना के पूर्व में रहे अध्यक्ष वरिष्ठ समाज सेवी ठाकुर रतन सिंह करेंगे। मेले में जो कुश्ती कराई जाएगी उनमें बराबर छूटने वालों को इनाम नहीं दिया जाएगा। मेला कमेटी के प्रधान ने यह भी बताया इस मेले में हिंदू और मुसलमान एक साथ पूजा अर्चना करते हैं, जिससे आपसी भाईचारा हमेशा कायम रहता है। वही बाबा दयाल के पुजारी शिवकुमार स्वामी ने बताया बाबा के प्रांगण में शक्कर तथा गुड़ के अलावा अन्य प्रकार के प्रसाद वितरण किए जाते हैं और यहां जो भी व्यक्ति अपनी मन्नत मांगता है उसकी मन्नत बाबा दयाल अवश्य पूरी करते हैं।
जनसंपर्क अभियान में नहीं छोड़ रहे कोई कसर -टिकट मिली भी नहीं और लटक रहे हैं बैनर एवं पोस्टर, हटाने वाला कोई नहीं *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। अटेली विधानसभा में जनसंपर्क अभियान ने तेजी पकड़ ली है। यद्यपि अभी तक निश्चित नहीं हो पाया है कि टिकट किसे मिलेगी। एक सौ के करीब विभिन्न दलों के नेता टिकट की चाहत में हैं। चाहे टिक के लिए उन्होंने दिल्ली में विगत उदो स्पताहों से डेरा डाला हुआ है किंतु उनकी प्रचार गाडिय़ां जमकर गांवों में प्रचार कर रही हैं। ऐसा लग रहा है कि चुनाव एक दो रोज में होने वाले हैं। यहां तक की सड़क के किनारे पेड़ों, खंभों गांवों में खंभों तथा सड़क किनारे के अलावा घरों पर भारी संख्या में पोस्टर एवं बैनर लगाए हुए हैं। जनसंपर्क अभियान पूरे यौवन पर है। यहां तक अटेली विधानसभा क्षेत्र में एक अनार सौ बीमार वाली कहावत लागू होती है। जहां पुराने प्रत्याशी भी टिकट की दावेदारी जता रहे है। सैकड़ों अन्य प्रत्याशी भी टिकट की दावेदारी जता रहे हैं। खुल्लम खुल्ला प्रचार कर रहे हैं और वोट मांग रहे हैं। यहां तक कि एक ही पार्टी की टिकट के लिए एक तीन-तीन दर्जन के करीब संभावित प्रत्याशी वोट मांग रहे हैं। अब तो आलम यह है कि घर-घर जाकर के वोट मांगना, फोन के जरिए वोट मांगना, वाट्सएप एवं फेसबुक द्वारा भी वोट मांगने की गतिविधियां बढ़ गई हैं। जिनके पास पूरे घर परिवार के वोट भी उनकी ओर नहीं है ऐसा नेता भी अपने पोस्टर और बैनर लगवा कर टिकट की दावेदारी जता रहा है। पहला अवसर है जब क्षेत्रीय प्रत्याशी को वोट तथा टिकट देने की बात कही जा रही है और बाहरी प्रत्याशियों का विरोध किया जा रहा है। विगत दिनों कुछ टिकट की दौड़ वाले नेताओं ने बाहरी प्रत्याशियों को टिकट न दिए जाने की अपील की गई थी। चाय की दुकान तथा अन्य स्थान पर देखें तो बस चुनावी चर्चा छिड़ गई है। इस बार बेशक वोट किसी भी नेता तथा पार्टी को दिए जाए किंतु इतना जनसंपर्क, टिकट के लिए मारामारी कभी नहीं देखने को मिली थी। एक तरफ जहां शिक्षकों एवं कर्मियों, किसानों एवं आम जन में रोष देखने को मिल रहा है ऐसे मौके पर चुनाव होने जा रहे हैं। अटेली विधानसभा क्षेत्र से कस्बा कनीना का संबंध 2009 के चुनावों से हुआ है। इससे पहले कनीना तथा इसके आसपास के करीब 30 गांव जाटूसना विधानसभा क्षेत्र में पड़ते थे। वर्ष 2009 में कनीना एवं इसके आस पास के गांव जाटूसाना से हटाकर विभिन्न गांवों को महेंद्रगढ़ एवं अटेली क्षेत्रों में मिला दिया है वही कनीना कस्बे को अटेली विधानसभा क्षेत्र के तहत गुजर बसर करना पड़ रहा है। अटेली विधानसभा से अब तक कस्बा कनीना ने तीन विधायक देखें हैं। 2009 में जहां अनीता यादव विजयी हुई थी वहीं 2014 के चुनाव में संतोष यादव विजर्यी हुई है और अब 2019 में कनीना वासियों ने अटेली से सीताराम को विधायक बतौर देखा है। कनीना और अटेली दो कस्बे अटेली विधानसभा के कस्बे हैं और अटेली विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी की हार जीत दोनों कस्बों पर निर्भर करती है। यही कारण है कि विभिन्न नेता कनीना और अटेली में वोट के लिए भारी संख्या में पहुंच रहे हैं और वोट देने की अपील कर रहे हैं। विभिन्न दलों के नेता घर-घर जाकर पहली बार टिक मिलने से पूर्व ही वोट मांग रहे हैं।
राष्ट्रीय खेल दिवस पर हाकी के जादूगर को किया नमन -अगिहार स्कूल में मनाया गया राष्ट्रीय खेल दिवस *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में गुरुवार को हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को उनके जन्मदिवस पर याद करते हुए राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों तथा स्टाफ सदस्यों ने हाकी के जादूगर को पुष्प अर्पित किए। विद्यालय में अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने मेजर ध्यानचंद के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए उनके जीवन के अनेक प्रसंग विद्यार्थियों को बताएं तथा हाकी के स्वर्णिम युग को याद किया जब देश ने लगातार दिन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीते। इस अवसर पर विद्यालय में धर्मेंद्र डीपी के मार्गदर्शन में खेल प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया कबड्डी तथा दौड़ में विद्यालय के विद्यार्थियों जतिन,हर्ष, शिवा, मोहित, प्रवीण, मानवी, संजना हैप्पी,साहिल तथा हिमांशु ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया इस अवसर पर विद्यालय के प्रवक्ता अजय बंसल, राजेंद्र कटारिया निशा,धर्मेंद्र डीपी प्रमोद कुमार, रतनलाल, सुरेंद्र सिंह,वंदना पूनम कुमारी तथा शशि कुमारी सहित विद्यालय के समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। फोटो कैप्शन 04: अगिहार में खेल दिवस पर ध्यानचंद को नमन करते हुए बालिकाएं।
जागो वोटर, जागो मतदान करने से होता है अच्छे प्रत्याशी का चुनाव-बस्तीराम *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। विधानसभा चुनाव एक अक्टूबर को होंगे। चुनाव आयोग भी इस संबंध में यह कार्रवाई में जुटा हुआ है। समय समय पर नये वोटर कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिनकी उम्र 18 वर्ष हो गई है उन्होंने अपने वोटर कार्ड बनवा लिये है। अभी भी वोट बनवा सकते हैं। किसी कारणवश अगर वोट कट गया है तो अभी भी बनवा सकते हैं। वोट जरूर बनवाना है, वोट बनवाने के लिए घर बैठे भी आनलाइन वोट बनवा सकते हैं। परंतु वोट बनवा लेने कैे बाद वोट डालने जरूर जाना है। इससे अपने मनपसंद प्रत्याशी का चुनाव करना होता है। एक-एक वोट की कीमत समझनी चाहिए। वोट डालकर हम परोक्ष रूप से अपनी सरकार को चलाते हैं। यदि वोट नहीं डालेंगे तो अपनी मनपसंद का नेता न मिलने से विकास कार्यों की दिक्कत हो सकती है। चुना गया प्रत्याशी हमारी भावनाओं पर खरा उतरे इन आशाओं के साथ वोट डालने अपने पास के बूथ पर जाना चाहिए। अपनी मनपसंद के प्रत्याशी को बिना किसी लोभ लालच के वोट देना चाहिए। वोट डालकर प्रत्याशी का चुनाव किया जाता है। चुनाव आयोग द्वारा घर के आसपास नजदीक पोलिंग बूथ बनाता है, बनाए गये बूथ पर जाकर निर्धारित समय और तिथि पर ही वोट डालने जाना चाहिए। वोट डालने का हक बड़ी कुर्बानियां देकर प्राप्त हुआ था, उन कुर्बानियों को ध्यान में रखे। फोटो कैप्शन: बस्तीराम बीएलओ
अभी भी बनवा सकते हैं अपना वोट लेकिन वोट ट्रांसफर या काटे नहीं जाएंगे *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। अभी भी जिन मतदाताओं के वोट जिनकी उम्र 18 वर्ष हो गई और वोट गलती से नहीं बन पाया या कटा हुआ है वह अभी भी फार्म नंबर 6 भरकर दे सकते हैं। विस्तृत जानकारी देते बीएलओ सुनील कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग के आदेश अनुसार अभी भी सीधे या बीएलओ के जरिए फार्म नंबर 6 भरकर दे सकते हैं ताकि उनका कोई गलती से कटा हुआ वोट है तो फिर बन सकता है।
रविवार से प्रतिदिन होती है वर्षा --पकती हुई फसल को होगा लाभ-डा. देवराज *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। क्षेत्र में रविवार से प्रतिदिन कुछ न कुछ वर्षा हो जाती है। इन चार दिनों में कुल 12 एमएम वर्षा हुई। सावन बीत जाने के बाद भी वर्षा हो रही है। इस वर्ष 320 एमएम से भी अधिक वर्षा हो चुकी है। वर्तमान में बाजरे की बेहतरीन फसल खड़ी हुई। अधिक वर्षा होती है तो फसल को नुकसान हो सकता है क्योंकि अब फसल पकान की ओर जा रही है। किंतु अभी तक वर्षा लाभप्रद साबित हो रही है। बहरहाल किसानों की नजरें पकती हुई फसल पर टिकी है। यदि अधिक वर्षा होती है तो भावी रबी फसल को भी लाभ होगा। इस वर्ष जहां सावन माह में 200 एमएम से अधिक वर्षा हुई है। सावन माह वर्षा के मामले में बेहतर बीता है। किसान अब अपनी फसल को निहार रहे हैं और दृष्टि जमी हुई ताकि निकट भविष्य फसल तैयार हो जाएगी। किसानों का कहना है कि करीब 20 दिनों बाद फसल पक जाएगी और सितंबर माह के अंत तक कटाई हो चुकी होगी। मिली जानकारी अनुसार कनीना क्षेत्र में बाजरा 47500 एकड़ कपास 20312 एकड़, धान 96 एकड़, ज्वार 1690 एकड़, ढेंचा 500 एकड़, अरहर दो एकड़ ग्वार, 735 एकड़ पर उगाया गया है। वर्षा का पानी फसलों के लिए अमृत साबित होगा। उन्होंने बताया कि जिन खेतों में पानी जमा होता है उनमें फसल नुकसान की संभावना है। बाजरे का एमएसपी 2625 रुपये प्रति क्विंटल का रखा गया है। विगत वर्षों से सरकारी तौर पर बाजरा खरीदा जा रहा है जिसके चलते भी किसान उत्साहित है और रुझान बाजरे की ओर है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष बाजरा फसल की बिजाई भी देरी से हो पाई है। विगत वर्ष की तुलना में करीब दो सप्ताह देरी से हो पाई है। यही कारण है कि किसान इस वर्ष कुछ परेशान नजर आ रहे हैं। क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञ- पूर्व कृषि विशेषज्ञ डा. देवराज का कहना है कि वर्षा का फसलों पर लाभ होगा। अभी तक प्रतिदिन धूप खिलती है तथा वर्षा होती है जिससे फसल को नुकसान नहीं होगा। उनका कहना है कि जब दाने पडऩे लगे तो फसल को पानी की अधिक जरूरत होती है। आगामी 20 दिनों में फसल कटाई हो जाएगी। फोटो कैप्शन 02: कनीना क्षेत्र में वर्षा के समय बाजरे की लहलहाती फसल
जिला स्तरीय हाकी प्रतियोगिता का आयोजन -एसडी ककराला की टीम बनी विजेता *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर जिला स्तरीय हाकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सबसे पहले मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए गए। जिसमें रमेश कुमार एईओ कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी नारनौल , एसडी गु्रप के फाउडर जगदेव यादव , विद्यालय प्राचार्य औमप्रकाश, सीईओ आर एस यादव , प्रदीप कुमार वालीवाल कोच, सोनपाल कबड्डी कोच, राजकुमार फुटबाल कोच आरपीएस, नीरज हाकी कोच आरपीएस व समरपाल उपस्थित रहे। रमेश कुमार एईओ हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जीवनी पर प्रकाश डाला। एसडी ग्रुप के संस्थापक जगदेव यादव ने बताया कि हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का जन्म आज ही के दिन झांसी उत्तर प्रदेश में हुआ था उनके लिए एक बात प्रसिद्ध थी कि उनकी स्टीक के साथ गेंद लगने के बाद गेंद गोल पोस्ट में ही मिलती थी उनके अंदर देशभक्ति की भावना कूट -कूट भरी हुई थी। खेल कि शुरुआत रमेश कुमार एईओ नारनौल के द्वारा की गई। जिसमें अंडर 19 आयुवर्ग लड़कों में आरपीएस महेन्द्रगढ प्रथम रही व अंडर 19 आयुवर्ग लड़कियों में एसडी ककराला की टीम प्रथम रही, अंडर 17 आयुवर्ग लड़कों में आरपीएस महेन्द्रगढ की टीम प्रथम रही व अंडर 17 आयु वर्ग लड़कियों में एसडी ककराला की टीम प्रथम रही। अंडर 14 आयु वर्ग लड़कों में एस डी ककराला की टीम प्रथम रही, अंडर 14 आयु वर्ग लड़कियों में एसडी ककराला की टीम प्रथम रही। फोटो कैप्शन 02: अव्वल रहे खिलाडिय़ों के साथ स्टाफ।
कनीना उपमंडल के गांव ढाणा में पांच दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता -अव्वल को किया पुरस्कृत *********************************************************************** ************************************************************************* ************************************************************************ कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव ढाणा में पांच दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता आयोजित की गई। गोगा नवमी के अवसर पर विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। इस बार भी मेला बड़ी धूमधाम से आयोजित करवाया गया। इस मौके पर पांच दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता में आयोजित की गई जिसका समापन बुधवार को हुआ 5 दिन चलने वाली प्रतियोगिता में आसपास के क्षेत्र से लगभग 40 टीमों ने भाग लिया प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला पुरुखोत्तमपुर और बूचोली के बीच खेला गया। जिसमें पुरुखोत्तमपुर की टीम ने बूचोली की टीम को मात देकर सीरीज पर अपना कब्जा जमाया वहीं तीसरे स्थान पर मेजबान ढाणा की टीम रही। बाबा प्रेमदास महाराज ने पुरखोत्तमपुर की टीम को 15000 रुपये नगद ईनाम देकर सम्मानित किया। बूचोली की टीम को 11000 रुपये देकर सम्मानित किया गया। वहीं मेजबान ढ़ाणा को 5100 रुपये देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर राम सिंह, अभय सिंह ,चंदगी साहब ,वेद प्रकाश, पिंकू, पवन हवलदार, ऋषिराज संदीप, बलराम, नवीन, सचिन समुद्रजीत सहित मेला आयोजक कमेटी एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे। फोटो कैप्शन 01: अव्वल टीम को पुरस्कृत करते हुए मेला कमेटी के सदस्य।