Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, August 5, 2024


 


बहन गुम, भाई ने गुमशुदगी का मामला करवाया दर्ज
-अपने साथ ले गई सभी कागजात
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के एक गांव से एक युवती घर से बगैर बताए कहीं चली गई। उसके भाई ने कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस में उन्होंने दी शिकायत में कहा है कि मैं मिस्त्री हूं तथा दो भाई एक बहन है। 21 वर्षीय बहन ने सिलाई की दुकान कर रखी है। एक अगस्त को सुबह अपने सारे कागजात लेकर घर में बगैर बताए कहीं चली गई। इधर-उधर रिश्तेदारी में तलाश की गई किंतु कहीं नहीं मिली। उन्होंने शंका व्यक्त की है कि किसी ने उसे कहीं छुपा रखा है। कनीना पुलिस गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।








स्टेट अवार्डी शिक्षकों का खोया हुआ सम्मान किया जाए बहाल
-सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाकर, दे दो अग्रिम वेतनवृद्धियां
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कनीना की आवाज। प्रदेश के स्टेट अवार्डी शिक्षकों का खोया हुआ सम्मान वापस दिलवाने की मांग बढऩे लगी है। स्टेट अवार्डी शिक्षकों को न  तो 2 साल का अतिरिक्त सेवा विस्तार और न ही दो अतिरिक्त वेतन वृद्धियां दी जा रही है जिसके कारण कर्मचारी एवं स्टेट अवार्डी शिक्षकों में रोष है।  इस संबंध में कुछ अध्यापक नेताओं से चर्चा की गई। उनके विचार निम्र हैं-
*स्टेट अवार्डी शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की उम्र 58 साल से 60 किया की जाए। यद्यपि विगत सरकार में सभी शिकाकों की 2014 में भी 58 से बढ़कर 60 करने का निर्णय लिया था। प्रदेश के स्टेट अवार्डी शिक्षकों की दो साल सेवा बहाल की जाए साथ में सभी कर्मियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 60 साल की जानी चाहिए। यह केंद्र की तर्ज होगी। जिससे कर्मचारियों का भी हित होगा और विद्यार्थियों का भी हित होगा।
- निर्मल कुमार शास्त्री अध्यापक नेता
पूरे ही प्रदेश में स्टेट अवार्डी शिक्षकों की संख्या बहुत कम है। परंतु 2020 के बाद स्टेट अवार्डी शिक्षकों को न तो दो अतिरिक्त वेतनवृद्धियां और न ही उन्हें 2 साल की अतिरिक्त सेवा का मौका दिया गया है। दोनों ही उनकी जायज मांगे हैं। साथ में प्रदेश के सभी कर्मचारियों की जनवरी 2024 से सेवानिवृत्ति की उम्र 60 साल की किया जाना भी तो समाज हित का कार्य होगा।
-- सुनील कुमार ,अध्यापक नेता
प्रदेश सरकार में स्टेट अवार्डी शिक्षकों को तबादलों तबादलों में अतिरिक्त अंक देने, दो अतिरिक्त वेतनवृद्धियां देने तथा 2 साल की सेवा वृद्धि किया जाना सर्वथा उचित होगा तथा सरकार के हित की बात होगी।
-कंवरसेन वशिष्ठ, पूर्व अध्यापक नेता
 फोटो कैप्शन: निर्मल शास्त्री, सुनील कुमार, कंवरसेन वशिष्ठ







हल्की बूंदाबांदी हुई
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में सोमवार को हल्की बूंदाबांदी हुई। गत दिवस भी दो एमएम वर्षा हुई थी। एक बार फिर से मौसम में बदलाव है तथा किसान खुश है। यदि अधिक वर्षा होती है तो खड़ी फसल को लाभ होने की पूरी संभावना बन जाती है। बहरहाल हल्की बूंदाबांदी लंबे समय तक चलती रही किंतु तेज वर्षा नहीं हुई। इस वक्त खेतों में बाजरे की बेहतर फसल खड़ी हुई है।









एसीपी में तदर्थ सेवा का दिया जाए लाभ
-दस-दस सालों की तदर्थ सेवा कर सेवानिवृत्त हो रहे हैं शिक्षक
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कनीना की आवाज। सरकारी स्कूलों में कार्यरत कर्मचारियों की तदर्थ/एडहाक सेवा का लाभ उनकी एसीपी(सुनिश्चित सेवा प्रगति) में शामिल किया जाए। यह मांग अध्यापक नेताओं ने सरकार से यहां की है।
  यहां जारी एक बयान में अध्यापक नेताओं निर्मल शास्त्री,कंवरसेन वशिष्ठ एवं धर्मपाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में करीब 30 हजार ऐसे शिक्षक हैं जिनको 20-20 वर्षोंे की सेवा पर एक ही एसीपी लग पाया है। सरकार पहले दस, बीस एवं तीस वर्ष पर तो अब आठ, सोलह एवं 24 वर्षों के बाद एसीपी का लाभ दे रही है। ऐसे में उनकी एसीपी लाभ में तदर्थ या अस्थाई नौकरी का लाभ नहीं दिया गया है। इस बात को लेकर शिक्षकों में रोष है और वे वर्षों से एसीपी के लाभ में अस्थाई एवं तदर्थ सेवा का लाभ देने की मांग कर रहे हैं। बार बार सरकार से मांग की जाती है किंतु सिरे नहीं चढ़ पाती है।








लाठी, डंडे व लोहे की राड़ से मारपीट करने के मामले में अब तक चार गिरफ्तार
--लाठी-डंडे बरामद
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कनीना की आवाज। लाठी, डंडे व लोहे की राड से मारपीट करने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना शहर कनीना की पुलिस टीम ने दो ओर आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान अतुल वासी ककराला और हितेश उर्फ चंदू वासी खरकड़ा के रूप में हुई है। इस मामले में दो आरोपितों रक्षक वासी सिहोर और तुषार वासी लिसान थाना खोल रेवाड़ी को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया था, जिनसे पूछताछ में लाठी-डंडे बरामद किए गए हैं। चारों आरोपितों को आज न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। शिकायतकर्ता जितेन्द्र वासी वार्ड 13, कनीना ने थाना शहर कनीना में शिकायत दर्ज कराई कि दिनांक 29 जुलाई 2024 को दोपहर वह किसी कार्य से कनीना के बाबा लालगिरी आश्रम में जा रहा था और जब वह कालेज रोड पर बीएसएनएल एक्सचेन्ज के नजदीक पहुंचा तो नामजद व्यक्ति अपने हाथ लाठी, डंडे, फरसानामा नुकीला हथियार लिए हुए थे, जो शिकायतकर्ता पर हमला करने के लिए दौडे व रॉड से वार किया, जिससे वह डिवाईडर के नजदीक गिर गया। इसके बाद आरोपितों ने लाठी, डण्डो व लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। शिकायत में उसने बताया कि आरोपितों ने जान से मारने के इरादे से चोटें मारी हैं व उसके साथ मारपीट बारे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।



16 अगस्त से राजसमंद में देशभर से जुटेंगे लगभग 100 बाल साहित्य रचनाकार
-स्याणा से समशेर कोसलिया लेंगे भाग
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कनीना की आवाज। मासिक बाल पत्रिका बच्चों का देश का रजत जयन्ती समारोह 16 से 18 अगस्त तक राजसमंद (राजस्थान) स्थित मुख्यालय में मनाया जाएगा।  संस्था नई पीढ़ी के संस्कार निर्माण की दृष्टि से यह संस्था बच्चों का देश के साथ ही जीवन-विज्ञान, बालोदय कार्यक्रम, अणुव्रत क्रिएटिविटी कॉन्टेस्ट, नशामुक्ति अभियान - एलिवेट, डिजिटल डेटाक्स अभियान, पर्यावरण जागरूकता अभियान जैसे रचनात्मक प्रकल्प संचालित करती है। इस कार्यक्रम में स्याणा के समशेर कोसलिया भाग लेंगे।
श्री कोसलिया ने बताया कि पत्रिका की रजत जयन्ती के अवसर पर आयोजित हो रहे राष्ट्रीय बाल साहित्य समागम में 15 राज्यों के लगभग 100 बाल साहित्य रचनाकार भाग लेंगे। इस तीन दिवसीय आयोजन में बाल साहित्य विषयक सात सत्र एवं समूह चर्चाएं आयोजित होंगी।
बच्चों का देश में नियमित लिखने वाले  साहित्यकार समशेर कोसलिया ने बताया कि राष्ट्रीय बाल साहित्य समागम के आयोजन स्थल चिल्ड्रन स पीस पैलेस का अपना विशेष महत्व है क्योंकि प्रसिद्ध राजसमंद झील के किनारे पहाड़ी पर विकसित यह कलात्मक भवन बच्चों के सर्वांगीण विकास को समर्पित एक अनूठा केंद्र है।  पत्रिका का रजत जयन्ती विशेषांक भी प्रकाशित किया जाएगा जिसमें पिछले 25 वर्षों में प्रकाशित चयनित रचनाओं के साथ ही इस गौरवशाली यात्रा की झलकियाँ भी सम्मिलित होंगी। समशेर कोसलिया की हिंदी व अहीरवाटी में सात पुस्तकों का प्रकाशन,बाल नाटकों का अहीरवाटी बोली का संग्रह दरद पुस्तक को हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा श्रेष्ठ कृति पुरस्कार दिया गया है।
फोटो कैप्शन : समशेर कोसलिया




हरियाली तीज 7 अगस्त को
महिलाओं को समर्पित है तीज एवं सिंधारा
-जमकर चलती है पतंगबाजी
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कनीना की आवाज। अब शिवरात्रि जाते ही बम बम की बजाय वो मारा वो काटा का शोर सुनाई पडऩे लगा है। कनीना क्षेत्र में 7 अगस्त को हरियाली तीज व 6 अगस्त को सिंधारा पर्व के दृष्टिगत पतंगों की बहार आ गई है। सुबह से शाम अब वो मारा, वो काटा की आवाज सुनाई पड़ती है।  बम बम के साथ साथ वो काटा वो मारा का शोर छतों पर सुनाई पड़ता है। युवा वर्ग इस मामले में अधिक सक्रिय है। सर्वाधिक पतंगबाजी हरियाली तीज पर होती है। उधर तीज एवं सिंधारा के दृष्टिगत बाजारों में घेवर की मिठाई की धूम मची हुई है। त्योहार पर घेवर का लेनदेन किया जाता है।
  शहरी क्षेत्र में पतंगबाजी में तेजी आ गई है। बाजारों में दुकानों पर पतंग एवं डोर ही नजर आती है। युवा हो या बच्चा अपनी छतों पर सुबह शाम पतंगबाजी करता है। जिस दिन स्कूलों की छुट्टी होती है उस दिन तो बच्चे अपने घरों की छतों से नीचे ही नहीं आते हैं। एक ओर सिंधारा पर्व पर घेवर की मिठाई का बोलबाला है वहीं तीज पर्व पर पतंगबाजी का बोलबाला है। यूं तो इस सावन माह में उत्सवों की बहार है किंतु तीज पर्व का अपना ही महत्व है। सावन में आने वाली हरियाली तीज पर सर्वाधिक पतंगबाजी की जाती है तत्पश्चात पतंगबाजी में कमी आ जाती है।
   सावन माह में इस बार झूले कम ही नजर आते हैं। सावन माह में पुराने समय से झूलों पर झूलने की प्रथा थी किंतु अब वह प्रथा धीमी पड़ गई है। पतंगबाजी में युवा एवं बच्चों की अधिक भागीदारी होती है। एक दुकानदार योगेश कुमार ने बताया कि इस बार पतंगबाजी के लिए युवा वर्ग में इतना उत्साह नहीं है जितना होना चाहिए। कनीना क्षेत्र में बारिश का बोलबाला है। वैसे तो पूरे सावन माह में ही पींग पर झूला जाता है किंतु इस दिन विशेष आकर्षण का केंद्र पींग होती है।
जंगलों में नृत्य करते मोर, बारिश का शोर तथा पतंग उड़ाने वालों की ध्वनि स्पष्ट सुनाई पड़ती है। जहां अब तक बम बम भोले का शोर सुनाई देता था उसकी जगह वो काटा वो मारा का शोर सुनाई पड़ता है। पर्व खुशियां लेकर आता है। बारिश अच्छी होने पर तो खुशियां और भी बढ़ जाती हैं।






भगवान शिव की आराधना में मंदिर परिसर में लगाये बेलपत्र
-दस पौधे बेलपत्र के लगाये गये
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कनीना की आवाज। आस्था और पौधारोपण का गहरा संबंध है ,हमारे धर्मग्रंथों में भी पेड़ पौधों के महत्व का गुणगान स्पष्ट रूप से है। यह वक्तव्य गांव रामबास के युवा पर्यावरण मित्र मनोज कुमार रामबास ने गांव के मंदिर परिसर में बेलपत्र के पौधे लगाते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि हमारे गांव में अतर सिंह  ने अपने श्रद्धाभाव से मंदिर में बेलपत्र के पौधे लगावाये और कहा कि श्रावण मास धार्मिक महीना है।  यह महीना भगवान शिव की उपासना व आराधना का महीना है और भगवान शिव का प्रिय पौधा बेलपत्र का है। धार्मिक मान्यता के अनुसार माता पार्वती के पसीने से बेल पेड़ का उद्गम हुआ है, इसलिए इस पेड़ में माता पार्वती के सभी रूप बसते हैं। और बेलपत्र में माता पार्वती का प्रतिबिंब होने के कारण ही इसे भगवान शिव पर चढ़ाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि मंदिर में अगर बेलपत्र का पेड़ हो, तो वहां जल चढ़ाना शुभ फलदायी होता है। इसलिए भोलेनाथ की पूजा करने के बाद बेलपत्र में जल जरूर चढ़ाएं। तभी पूजा का पूर्ण फल मिलता है।
आज हमने हमारे  कावड लेकर आये भक्तों के साथ मिलकर मंदिर परिसर में 10 बेलपत्र के पौधे लगाए हैं। इस मौके पर सचिन दहिया , अमित रामबास , रतिराम, कुलदीप अधिवक्ता , अंकित ,सचिन निंबल मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 01: रामबास में बेलपत्र लगाते हुए मनोज एवं अन्य।















सावन के तीसरे सोमवार को शिवालयों में रही भीड़
-सावन का अंतिम सोमवार 19 अगस्त को
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कनीना की आवाज। सावन के तीसरे सोमवार को शिवालयों में भारी भीड़ रही।  सावन माह 19 अगस्त रक्षा बंधन पर संपन्न हो जाएगा। उस दिन भी सोमवार ही होगा। प्रत्येक सोमवार को बाघेश्वर धाम पर छोटा मेला लगता आ रहा है। भारी भीड़ जुटी। महिलाओं ने व्रत रखा तथा दिनभर शिवलिंग अभिषेक कार्यक्रम चलता रहा।  उधर स्वयंभू/प्राकृतिक शिवलिंग का अभिषेक करने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। दो अगस्त तक बाघोत धाम पर कावड़ मेला लगता रहा है। शिवरात्रि के दिन तो लाखों भक्तों ने शिवलिंग का अभिषेक किया वहीं अपार भीड़ मेले में देखने को मिली। हजारों कांवड़ अर्पित की गई।
सावन माह के इस सोमवार को कनीना के विभिन्न शिवालयों में शिव को याद किया। व्रत धारण करके स्त्री एवं पुरुषों ने पूजा अर्चना की और ओम नम: शिवाय के जयकारे लगा।
  कनीना में सावन माह के तीसरेे सोमवार को शिवालयों में भारी भीड़ रही। कनीना के 21 फुट ऊंचे शिव प्रतिमा वाले शिवालय में सुबह से ही भक्तजन शिवलिंग का अभिषेक करते देखे गए। भक्त भरपूर सिंह, रोहित कुमार, शकुंत देवी ने बताया कि दिनभर भक्तों का यहां तांता लगा रहा।
  कनीना उपमंडल के बाघोत स्थित शिवालय पर आर भीड़ रही। सुबह से ही भक्तजन व्रत करके जल अर्पित करते देखे गए। संपूर्ण शिवालय शिवमय बना हुआ था। पहले सोमवार के बाद दूसरे सोमवार के दिन भारी भीड़ देखने को मिली। कनीना के ज्योतिषाचार्य अरविंद जोशी के अनुसार व्रत धारण करने वालों के लिए सावन के सोमवार सबसे बेहतर होता है। सावन माह में शिव की गूंज हर जगह सुनाई पड़ती है। शिवालयों में तो शिव के नारे व जाप गूंजते रहे।
फोटो कैप्शन 02: सावन के तीसरे सोमवार को बाघोत शिवालय में जल अर्पित करते भक्त।




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