Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Thursday, November 28, 2024


 

83 वर्ष की उम्र में सावित्री देवी का हुआ निधन
-सत्यनारायण प्राचार्य का 2021 में हो चुका है निधन
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कनीना की आवाज।
 कनीना के शिक्षाविद एवं पूर्व प्राचार्य सत्यनारायण यादव की पत्नी सावित्री देवी का 83 वर्ष की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया। वह अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। आज उनका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कनीना में कनीना एवं आस पास से आये गणमान्य लोगों की उपस्थिति में किया गया। उल्लेखनीय है कि कनीना के जाने-माने शिक्षाविद ,पूर्व प्राचार्य एवं विभिन्न संस्थाओं के संचालक रहे सत्यनारायण यादव का 2021 में निधन हो चुका है। उनकी पत्नी सावित्री देवी का गुरुवार को निधन हो गया। वह अपने पीछे विनय कुमार एडवोकेट, राजेश कुमार पुत्रों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। उनके नाम से दो विभिन्न संस्थाएं भी चल रही है। वे अपने जीवन में एक कुशल गृहिणी रही है। क्षेत्र के लोगों ने शोक व्यक्त किया है।
 फोटो कैप्शन: सावित्री देवी फाइल फोटो





धन्यवाद दिवस- 28 नवंबर
धन्यवाद देना हर इंसान का फर्ज- जगदेव यादव
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कनीना की आवाज।
 यूं तो हर इंसान कोई ना कोई काम दूसरे इंसान से लेता है परंतु एक आदत बन गई है कि काम पूरा होने के बाद दूसरे व्यक्ति का आभार और धन्यवाद भी भूल जाते हैं जबकि किसी के द्वारा किये गये थोड़े से उपकार के बाद धन्यवाद देना फर्ज बनता है। विदेशों में विशेष कर अमेरिका में इस दिन को विशेष दिवस माना जाता है और लोग अपने परिजनों एवं दोस्तों के साथ मिलकर धन्यवाद करते हैं। धन्यवाद करने से न केवल काम करने वाला व्यक्ति प्रसन्नचित नजर आता है अपितु उसके मन में एक सकारात्मक भाव पैदा होती है। वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों की आदत बन गई है कि बड़े से बड़ा काम करवा लेने के बाद भी एक ही बात कहते नजर आते हैं कि यह तो इनका कर्तव्य था जबकि कर्तव्य होने पर भी हमें उनका आभार और धन्यवाद करना चाहिए। इस संबंध में बहुत ही प्रतिभावान एवं साधारण व्यक्तित्व जीवन जीने वाले कुछ लोगों से चर्चा की गई-
**धन्यवाद करने से मन दोनों की तरफ से खुश होता है और दोनों ही दिलों में एक सकारात्मक भाव पैदा होता है। धन्यवाद करने का सीधा सा अर्थ है हम एक दूसरे से और घनिष्ठ बन गए हैं, जब भी कहीं मिलेंगे तो एक दूसरे को पहचान कर एक दूसरे के सहयोग करने की कोशिश करेंगे किंतु कुछ लोगों की आदत बन गई है कि आभार और धन्यवाद कहने में भी उनको कष्ट महसूस होता है। ऐसा नहीं करना चाहिए, हमें हर इंसान से छोटा या बड़ा काम करवाने पर धन्यवाद करना चाहिए।         --जगदेव सिंह समाजसेवी
धन्यवाद की परंपरा जहां विदेश से चली है किंतु अच्छे-अच्छे विचार हमें हर कहीं से ले लेने चाहिए। किसी से काम पूर्ण करवाने पर उनका धन्यवाद करने में और बोलने में कुछ घटना नहीं है। बल्कि कुछ बढ़ता है। एक दूसरे का प्रेम, भाईचारा बढ़ेगा। इस प्रकार के धन्यवाद कहने से इंसान में लगाव की भावना पैदा हो जाती है, दिल एक दूसरे से मिल जाते और सदा सदा के लिए एक दूसरे का काम करने के लिए आगे मिलते हैं। यह एक ऐसा महान कार्य माना जाता है कि इस कार्य में किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए और हमें भी धन्यवाद करना चाहिए।   ---रामधारी सिंह समाजसेवी
फोटो कैप्शन: जगदेव यादव तथा रामधारी सिंह





 पीएम श्री स्कूल नवोदय में आयोजित हुआ रीडिंग प्रमोशन कार्यक्रम
-गुणवत्तापरक शिक्षा देने हम सभी का कत्र्तव्य-प्राचार्य राजीव सक्सेना
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप-मंडल के गांव करीरा के पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय में गुरुवार को रीडिंग प्रमोशन कार्यक्रम के तहत एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के कोआर्डिनेटर अभय सिंह यादव रहे जबकि प्राचार्य राजीव सक्सेना ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
 इस मौके पर पूर्व शिक्षक डा. होशियार सिंह यादव ने अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों को बेहतर वातावरण में बेहतर शिक्षा पाने के तरीके बताएं। उन्होंने साथ में काव्य लेखन की भी जानकारी दी और कहा कि काव्य और शिक्षा एक दूसरे के पूरक बनने जा रहे हैं। काव्य शिक्षा में शृंगार का कार्य करता है। उन्होंने सायली छंद, फायकु, हाइकु लघु कथा, कहानी लेखन आदि की भी जानकारी देते हुए पुस्तक लेखन, पुस्तक प्रकाशन आइएसबीएन नंबर लेने आदि की जानकारी दी। इस मौके पर विद्यार्थियों ने उनसे कुछ प्रश्न पूछे जिनका मौके पर ही समाधान किया गया। मौके पर पूर्व शिक्षक ने विद्यार्थियों से विभिन्न विधाएं लिखवा कर देखी और बताया कि विद्यार्थी लेखन कार्य में गहन रुचि रखते हैं।
 इस मौके पर प्राचार्य राजीव सक्सेना ने कहा कि समय-समय पर विद्यार्थियों के हितार्थ इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। जिससे न केवल विद्यार्थियों को शिक्षाविदों से रु-ब-रु होना होता है अपितु उनसे ज्ञान प्राप्त करके ज्ञान का विकास होता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत करनी चाहिए ताकि वो हर क्षेत्र अपना एवं अभिभावकों का नाम रोशन कर सके।
 इस मौके पर कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा पाने एवं कड़ी मेहनत करने के गुर सीखे। प्राचार्य निकाय की विद्यार्थी का मुख्य उद्देश्य बेहतर शिक्षा पाकर क्षेत्र का नाम रोशन करना है। उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ अन्य कलाएं जैसे संगीत, काव्य आदि सीखने पर भी बल दिया। इस मौके पर सेमिनार कोआर्डिनेटर अभय सिंह यादव ने कहा कि विद्यार्थी लंबे समय तक विभिन्न अनुभव लेते रहते हैं, जो अच्छी चीज हैं उनको ग्रहण करके जीवन में उतार ले तो उसका जीवन सफल हो जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को अच्छी-अच्छी बातें ग्रहण करने आगे बढऩे पर बल दिया। उन्होंने बताया कि समय-समय पर विभिन्न शिक्षाविदों एवं वक्ताओं को बुलाया जाता है जो शिक्षा के साथ-साथ सामान्य ज्ञान की बातें बताते रहते हैं। इस मौके पर उप-प्राचार्य धर्मेंद्र आर्य ने इस प्रकार के आयोजित बेहतरीन कार्यक्रमों के लिए सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि समय-समय पर विभिन्न शिक्षाविदों को यहां बुलाया जाता है और उनके द्वारा विद्यार्थियों का सही मार्गदर्शन किया जाता है।
 इस मौके पर योगेश शर्मा, लोकेश , सुमन पुरुथ , विजय मोहन, अरुण , दया राम  , विक्रम  सिंह, आशुतोष, नरेंद्र यादव, देवेन्द्र कुमार, सोमवीर, उषा रानी , अनिल कुमार आदि शिक्षक उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04: शिक्षाविद होशियार सिंह को स्मृति चिह्न प्रदान करते प्राचार्य एवं अन्य।
 



हुई पुरानी यादें ताजा
-नवोदय विद्यालय में व्याख्यान देने का मिला मौका
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कनीना की आवाज।
 पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में गुरुवार को मुझे/ डा. होशियार सिंह मुझे एक व्याख्यान देने का मौका मिला। वास्तव में पुरानी यादें ताजा हो गई। वर्तमान प्राचार्य श्री राजीव सक्सेना अति ईमानदार और मेहनती प्राचार्य है जिनकी कार्यशैली से बहुत अधिक शिक्षक प्रसन्न है। न केवल शिक्षकों से मुलाकात हुई अपितु लाइब्रेरी का कार्यभार संभाल रहे श्री अभय सिंह यादव से भी मुलाकात हुई जिन्होंने इस व्याख्यान में को-आर्डिनेटर की भूमिका निभाई है। जहां विद्यार्थियों की बात की जाए एक के बाद एक प्रश्न पूछे जिससे ऐसा लगा कि कभी मैंने भी इसी विद्यालय में जब शिक्षण किया था तो विद्यार्थी इसी प्रकार अलर्ट रहते थे। आज व्याख्यान में मैंने उन दो शख्सियत का हवाला दिया जो आज भी काव्य से जुड़े हुए हैं। जिनमें राजेश बंसल जो प्रसिद्ध गायक एवं कालेज के प्रोफेसर पद पर कार्यरत है वही एक शख्सियत विनोद मेहंदिया का जिक्र भी किया जिन्होंने कभी मेरे द्वारा बताई हुई काव्य शैली को  अपनाते हुए एक महान लेखक बने परंतु उनके बारे में दुखद घटना भी सुनने को मिली। चाहे कुछ भी हो केंद्र सरकार की स्वायत संस्था पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय एक बेहतरीन ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने वाला स्कूल है। जहां का अपार सौंदर्य लिए हुए प्रांगण है। वहीं खेल के मैदान एवं समस्त शिक्षक अति मेहनती एवं कर्तव्यनिष्ट पाए गए। वास्तव में मन गदगद हो गया और पुरानी यादें ताजा हो गई। चाहे व्याख्यान के लिए समय अल्प रहा किंतु खास खास बातें जो मुझे समझनी थी वो समझा दी। इस विद्यालय में अभी तक जहां करीब डेढ़ दर्जन प्राचार्य रह चुके हैं और सभी से मेरी समय-समय पर मुलाकात हुई। उनमें जहां श्री केएल आनंद और श्री केए मैथ्यू के करीब से मुलाकात रही वहीं अब प्राचार्य श्री राजीव सक्सेना से भेंट करके अनहद प्रसन्नता हुई। मन प्रफुल्लित हो गया जिसके लिए आभार भी मैंने व्यक्त किया। क्योंकि मेरा पुत्र अमीश कुमार भी इसी विद्यालय में 2 साल पढ़ा है। इस वजह से भी इस विद्यालय से मेरी यादें जुड़ी हुई है। जहां कभी श्री निरंजन कुमार एक सज्जन इंसान कैंटीन का काम करता था और उनसे अक्सर मेरी मुलाकात होती थी, उनसे आज भी मुलाकात हुई। ऐसा लगा कि फिर से पुराने दिन लौट आए। शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में जवाहर नवोदय विद्यालय का अहम योगदान है। यहां से निकले हुए अनेक विद्यार्थी आज ऊंचे पदों पर आसीन हैं। नवोदय विद्यालय समिति और समस्त विद्यालय परिवार का आभार जिन्होंने आज मुझे एक नया एहसास करवाया।




शुरु कर दिया है निराई गुड़ाई का काम
-खाद डालने की है तैयारी
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कनीना की आवाज।
जैसे तैसे किसानों ने डीएपी की कमी को झेलते हुये सरसों की बिजाई कर ली है। सरसों फसल उगाने वाले किसान निराई गुड़ाई में लग गए हैं। 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों की बिजाई की गई है जो विगत वष्र्ष की बीजाई के बराबर है। किसान सरसों फसल उगाने वाले किसान हैप्पी, कृष्ण कुमार,सुनील, दिनेश, महेश आदि ने बताया कि सरसों फसल खेतों में दिखाई देने लग गई है ऐसे में किसान निराई गुड़ाई के काम में लग गये है। किसानों ने बताया कर निराई गुड़ाई करने से खेतों में खड़े हुए अवांछनीय पौधों को हटाया जाता है ताकि फसल बेहतर हो सके। उन्होंने बताया कि निराई-गुड़ाई के बाद खाद का छिड़काव किया जाएगा और फसल बेहतर बन जाएगी।  सर्दी बढ़ गई है। जहां सर्दी बढ़ गई है जो सरसों की फसल के लिए लाभप्रद मानी जा रही है। इस बार कनीना क्षेत्र में सबसे अधिक सरसों की बिजाई की गई है दूसरे नंबर पर गेहूं उगाया गया है।
 क्या कहता है कृषि विभाग-
कृषि विभाग के डा. देवराज का कहना है कि विगत वर्ष के बराबर ही सरसों की बिजाई की गई है। सरसों के अच्छे दाम मिलने से किसान उत्साहित है और धीरे-धीरे किसानों का रुझान बढ़ता ही जा रहा है।
फोटो कैप्शन 03:खेत में हाथों से निराई करता किसान।





गांव खेड़ा में करवाई गई फोगिंग
- सीएससी सेेहलंग के डा. की अध्यक्षता में हुआ कार्य संपन्न
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कनीना की आवाज।
 गांव खेड़ा में डा.राहुल बंसल एमओ इंचार्ज सीएससी सहलंग की अध्यक्षता में गांव में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, बुखार आदि से बचने के लिए पूरे गांव में फोगिंग करवाई गई।  हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य चेकअप कैंप में आने वाले मरीजों को निश्शुल्क करवाया गया। वहीं गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच भी करवाई गई, दवाइयां वितरित की गई। इस मौके पर लोगों को सर्दी से बचने की सलाह दी तथा खांसी के मरीजों के बलगम के सैंपल लिए।
इस मौके पर डा.ऋषिराज आर्य ने लोगों को डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, बुखार आदि के रोकथाम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि लोगों को पानी की नालियों में काला तेल डालना चाहिए, सिकोरे खाली करके सप्ताह में एक बार जरूर सुखाने चाहिए। छोटे-छोटे बच्चों को सर्दी से बचाने की स्वास्थ्य शिक्षा दी। इस मौके पर ओंकार सिंह, पवन खोला, अरुण, अनीता, आशा,रामभतेरी आदि स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की टीम उपस्थित रही।
 फोटो कैप्शन 01: गांव खेड़ा में फोगिंग करवाते हुए



एक ही थाली में खाते हैं कुत्ता और बिल्ली
-चर्चा का विषय बना है करीरा का निरंजन का












घर
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कनीना की आवाज।
 कनीना उप-मंडल के गांव करीरा में निरंजन किसान के ट्यूबवेल पर जहां पूरा परिवार रहता है, वही एक कुत्ता और बिल्ली पाल रखे हैं। दोनों साथ ही खेलते हैं तथा साथ ही एक की थाली में खाना खाते हैं। निरंजन कुमार ने बताया कि यह कुत्ता एवं बिल्ली की दोस्ती देखकर ऐसा लगता है की पुरानी कहावत कुत्ता बिल्ली वाली अब बंद कर देनी चाहिए क्योंकि कुत्ता और बिल्ली साथ खाना खाते हैं, साथ सोते हैं तथा दिन रात खेलते हैं। उन्होंने बताया कि जहां कुत्ता और बिल्ली दोनों में कोई बैर नहीं हैं अपितु आपस में प्रीत देखने को मिली। उन्होंने कहा कि अगर लोगों में भी ऐसी प्रीत हो तो यह देश भारत फिर से सोने की चिडिय़ा बन जाएगा उन्होंने कुत्ता-बिल्ली एक साथ खाने का उदाहरण दूर-दराज तक लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या कहते हैं निरंजन कुमार--
निरंजन कुमार किसान करीरा ने बताया कि उनके घर में करीब 20 सालों से कुत्ता और बिल्ली साथ साथ रह रहे हैं। इस बिल्ली की मां की मौत हो गई तो यह इस कुत्ते के साथ रहती है। ऐसा लगातार चलता आ रहा है। पहले एक कुत्ता पाला हुआ था जिसकी मौत हो गई दूसरा कुत्ता लाना पड़ा परंतु कुत्ते और बिल्ली दोनों में वही प्रेम हमेशा देखने को मिला है। यहां तक कि दोनों तूड़ी के कमरे में कुत्ता और बिल्ली दोनों साथ रहते हैं। अब इस बिल्ली के तीन बच्चे हैं और वो भी इस कुत्ते के साथ खेलते रहते हैं। उन्होंने बताया कि यह बिल्ली बाहर के कुत्तों के यहां आने पर उनके साथ भी मुकाबला करती है। निरंजन कुमार रोटी के अतिरिक्त नित्य प्रति आधा लीटर दूध दोनों कुत्ते और बिल्लियों को डालते हैं और ये दोनों साथ दूध पीते हैं, लंबे समय से ऐसा प्रेम देखकर लोग खुश हैं। उन्होंने बताया कि अब यह कुत्ता और बिल्ली कभी मर गए तो इस बिल्ली के बच्चे यही रहेंगे और कुत्ता दूसरे लाने पड़ेगा। यह भी बताया कि यह कुत्ता और बिल्ली उनके बर्तनों को झूठ कभी नहीं करेंगे, ना घर के अंदर घुसते। जो उनका दूध और रोटी डाला जाता है वही खाते पीते हैं।
फोटो कैप्शन 02: कुत्ता बिल्ली संग संग एक ही थाली में खाते हुए साथ में किसान निरंजन कुमार



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