दूसरे राज्य से आने वालों की सूचना नहीं देने वालों पर दर्ज होगी एफआइआर- एसडीएम
*************************
**********************************
गांव में आशा वर्करों व ग्राम सचिव व पटवारी को दे सूचना, देरी पर दर्ज होगी एफआइआर
*****************************
कनीना। जिला के बाहर से आने वाले नागरिकों की सूचना अब जिला प्रशासन को देनी होगी। प्रशासन ने यह फैसला कोरोना टेस्ट बढाने व इस पर लगाम लगाने के लिए लिया है। ताकि बाहर से आने वाले नागरिकों का टेस्ट हो सके व आमजन में महामारी बढऩे से रोकी जा सके।
यह जानकारी देते हुए कनीना एसडीएम रणबीर सिंह ने बताया कि अकसर देखा जा रहा है कि उपमंडल में जिला के बाहर व बाहर के राज्यों से आ रहे श्रमिक अधिक संक्रमित पाए जा रहे है। इस लिए आमजन की सुरक्षा के लिए टेस्ट बढाने की जरूरत है। एसडीएम ने बताया कि बाहर राज्य से आने वाले नागरिक या श्रमिक टेस्ट प्रक्रिया करवाए बिना ही उपमंडल में प्रवेश करते है। उन्होंने बताया कि जिसके पास भी ये श्रमिक या नागरिक आ रहे है वे इसकी सूचना प्रशासन या चिकित्सा अधिकारियों की टीम को नहीं दे रहे है। ऐसे में ये संक्रमण को अधिक बढावा दे रहे है। अगर कोई श्रमिक या नागरिक बाहर राज्य या जिला से आता है तो उसकी सूचना प्रशासन को नहीं दी तो ऐसे मालिकों पर एफआइआर दर्ज की जाएगी।
सरपंच दे जानकारी
एसडीएम ने कहा कि गांवों में महामारी को बढऩे से रोकने के लिए हम सब का दायित्व है। जिसके लिए आमजन को आगे आना होगा। इसलिए सभी से अनुरोध है कि वे इसकी जानकारी प्रशासन या चिकित्सा अधिकारी को दे। ताकि समय रहते संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
मलिक स्वयं लेकर जाए अस्पताल निश्शुल्क होगा टेस्ट-
*******
एसडीएम ने बताया कि मालिक ही श्रमिकों को अस्पताल में लेकर जाए ताकि उनका कोरोना टेस्ट करवाया जा सके। टेस्ट सरकार की तरफ से सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से निश्शुल्क है। कोरोना संक्रमण से घबराने की बजाय आगे आए ताकि संक्रमण को बढऩे से रोका जा सके।
फोटो कैप्शन 4: फोटो साथ है।
एक केस कोरोना पॉजिटिव आया
*****************************
**************
कनीना। कनीना खंड के गांव रसूलपुर में कोरोना पॉजिटिव का एक केस आया है। अभी तक कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ते ही जा रहे हैं। मिली जानकारी अनुसार रसूलपुर का यह शिक्षक महेंद्रगढ़ में पढ़ाने के लिए जाता है और किसी पॉजिटिव केस के संपर्क में आने से पॉजिटिव हो गया है। उन्होंने जांच करवाई और वह कोरोना पाजिटिव पाया गया। कनीना उप नागरिक अस्पताल की ओर से आगामी समस्त कार्रवाई कर दी गई है।
नहीं मिल रहे 2 दिनों से बीएसएनएल के मोबाइल
***************************
****************************
कनीना। कनीना क्षेत्र में जहां बीएसएनएल की टावर न आने से विगत 2 दिनों से उपभोक्ता परेशान है। पहले ही बीएसएनएल से लोग मुंह मोड़ रहे हैं वही अब यही हाल रहा तो बचे खुचे उपभोक्ता भी मुंह मोड़ कर चले जाएंगे। उपभोक्ताओं ने बताया कि सोमवार को बीएसएनएल से कोई सिग्नल नहीं आ रहे थे जिसके चलते उपभोक्ता बहुत अधिक परेशान नजर आ रहे हैं। उनके पास कोई अन्य विकल्प भी नहीं बचा है। उपभोक्ता विजय कुमार, सुरेश कुमार, रवि कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि वह 2 दिन से बहुत परेशान हैं। उनके फोन बीएसएनएल के है जो नहीं मिल रहे हैं वह दूरदराज सभी से इस वक्त अपनों से कटे हुए हैं।
जीवन मरण एक शाश्वत सच्चाई
*****************
**************************
कनीना। जीवन-मरण एक शाश्वत सच्चाई है। जन्म के बाद मृत्यु और मृत्यु के बाद जन्म निश्चित है। उक्त विचार पूर्व शिक्षामंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने अपने गांव बवानिया निवासी प्रसिद्ध समाजसेवी एवं कनीना स्कूल के पूर्व प्राचार्य लालचन्द यादव की धर्मपत्नी लाली देवी के आकस्मिक निधन पर व्यक्त किए। लाली देवी का 25 जुलाई, 2020 को निधन हो गया था। वे करीब 65 साल की थी और विगत दिनों से बीमार चल रही थी। अचानक उनका निधन हो गया। उनके निधन पर शोक प्रकट करने वालों में प्रो. शर्मा के अलावा यादव सभा, महेन्द्रगढ़ के प्रधान डॉ प्रेमराज यादव, बनवारी लाल पूर्व हेडमास्टर, ककराला एवं अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधि और शिक्षाविद शामिल थे।
फोटो कैप्शन 1:प्रो रामबिलास शर्मा लाली देवी के निधन पर शोक जताते हुए।
लड़की का किया कुआं पूजन
**************************
*******************************
कनीना। कनीना कस्बे में वार्ड 10 में लड़की का कुआं पूजन किया गया और खुशी व्यक्त की।
मिली जानकारी के अनुसार कृष्ण कुमार के यहां उनकी पत्नी अर्चना यादव ने विगत दिनों पाखी नाम की बच्ची को जन्म दिया। बच्ची के दादा सतबीर सिंह ने बच्ची का कुआं पूजन करने का निर्णय लिया और खुशी से कुआं पूजन किया गया। इस मौके पर कृष्ण सिंह ने बताया कि वे शिक्षक हैं और उनकी इच्छा है कि अब हर घर में लड़की हो। लड़की के बगैर जीवन अधूरा होता है। लड़की दो घरों के बीच कड़ी का काम करती है। लड़की होना समाज के हित में होता है। उन्होंने कहा कि जिस घर में लड़कियां नहीं होती वह बर्बाद हो जाता है। उन्होंने खुश है कि उनके बच्ची पैदा हुई है जिसके चलते उन्होंने कुआं पूजन किया। इस मौके पर आर्य समाज के प्रधान राव मोहर सिंह, सेवानिवृत्त सूबेदार अभय सिंह, एसआई सूबे सिंह, इंजीनियर प्रीति यादव,सहायक प्रोफेसर अशोक यादव आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन दो: कुआं पूजन करते हुए।
कारगिल की पहाड़ी पर लडऩे वालों में जिला महेंद्रगढ़ का सैनिक रामअवतार
**************************************
**********************************
कनीना। कारगिल युद्ध में जहां कारगिल की पहाड़ी पर लडऩे वालों में जिला महेंद्रगढ़ के सिपाही राम अवतार इस कारगिल युद्ध में जहां अग्रणी पंक्ति में युद्ध करने वालों में एक रहे हैं। उनके कनीना से अन्य साथी राजकरण सेवानिवृत्ति के बाद कनीना में स्वर्ग सिधार चुके हैं। राम अवतार जिला महंद्रगढ़ के उन सैनिकों में से एक हैं जिन्होंने कारगिल का युद्ध अपनी आंखों से देखा था।
रामअवतार का जन्म कनीना में सिंहंराम के यहां 6 जुलाई 1963 को को एक साधारण परिवार में हुआ। उन्होंने सरकारी स्कूल कनीना से सातवीं कक्षा पास की थी। चूंकि उनके पिता स्वर्गीय सिंहराम भी एक भी एक सैनिक होने के कारण उउन्हें देशभक्ति की प्रेरणा देते रहते थे। यही कारण है कि वे पढ़ते हुये ही 18 ग्रेनेडियर में 1983 में सेना में भर्ती हो गये। सिपाही राम अवतार ने ज्यों हि ट्रेनिंग पूरी की तो उन्हें जम्मू कश्मीर में देश सेवा करने का मौका दिया। उन्हें 1988 में श्रीलंका में शांति स्थापना करवा करने के लिए भेजा गया। करीब अढ़ाई वर्षों तक शांति स्थापना में बीताए और अग्रणी पंक्ति में रहकर लोगों में शांति बहाल करने में अहम भूमिका निभाई। तत्पश्चात उन्हें 1992 में पंजाब के फिरोजपुर में उग्रवाद मिटाने के लिए भेजा। उस समय पंजाब में उग्रवाद चरम सीमा पर था। उनकी सेना पंजाब में शांति स्थापित करने का दायित्व लेकर पहुंची तथा कामयाब भी हुई, जहां शांति स्थापित की गई ।1997 में फिर से उन्हें जम्मू कश्मीर में जाने का मौका मिला तथा 1999 में सेना की तरफ से ऑपरेशन विजय अभियान चलाया गया जिसमें उन्हें तोलोलीन एवं टाइगर पहाड़ी पर टाइगर पहाड़ी पर युद्ध करके विजय हासिल की तथा एक साथी जिंदा योगेंद्र को परमवीरचक्र से नवाजा गया है। जो उनकी प्लाटून से संबंध रखते हैं।
इस प्रकार सिपाही रामअवतार बताते हैं कि 1999 में कारगिल पर भयंकर युद्ध किया जिनका भी आंखों देखा हाल बताते हैं तो आंखों में आंसू आ जाते हैं। उनके करीब 40 साथी शहीद हो गए थे और 50 से 60 साथी घायल हो गए थे ।कनीना जिला महेंद्रगढ़ से दो व्यक्ति 2 सैनिक इस युद्ध में शामिल हुए थे दूसरा कनीना में सेवानिवृत्त होकर आने के बाद स्वर्ग सिधार चुके हैं जिनका राजकरण उनका नाम था।
उल्लेखनीय है कि 26 जुलाई को जहां कारगिल विजय दिवस मनाया गया। इस दिन यहां कारगिल में भारतीयों ने दुश्मन को हराकर विजय प्राप्त की थी। कारगिल की पहाड़ी पर जहां भारत सरकार ने ऑपरेशन विजय के नाम से दो लाख सैनिक भेजे थे। आधिकारिक रूप से 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ। युद्ध में 550 सैनिक को ने बलिदान दिया वही 1400 सैनिक घायल हुए। इस युद्ध में जहां विशुद्ध को जा ऑपरेशन विजय नाम दिया गया था। टाइगर नामक पहाड़ी पर श्रीनगर से 205 किलोमीटर दूर है युद्ध चला था।
कारगिल में शौर्य के साथ लड़े। आज वे अपने घर पर सम्मान के साथ अपने 5 बच्चों एवं पत्नी के साथ गुजर-बसर कर रहे हैं।
फोटो कैप्शन: राम अवतार
No comments:
Post a Comment