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Sunday, July 5, 2020

हल्की बारिश हुई 
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 कनीना। क्षेत्र में गत दिनों से पड़ रही गर्मी के पश्चात रविवार को हल्की बारिश हुई। यद्यपि किसान अच्छी बारिश का इंतजार करते रहे किंतु महज मामूली बारिश के बाद फिर से  उमस बढ़ गई, सूर्यताप बढ़ गया।
 किसान रवि कुमार, सुरेश कुमार,कृष्ण कुमार आदि ने बताया कि इस समय पानी की अधिक आवश्यकता है और इसी समय बारिश नहीं हो रही है। खेतों में फसल भी सूखने के कगार पर पहुंच गई है।

कनीना क्षेत्र में आए चार कोरोना पाजिटिव केस

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कनीना। कनीना क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव के 4 मामले सामने आए हैं । अब तक कनीना क्षेत्र में 41 कोरोना के केस थे जिसमें चार और नये केस आने से इनकी संख्या बढ़कर 45 हो गई है।
 उल्लेखनीय कनीना मंडी से एक ही परिवार के तीन सदस्य कोरोना पाजिटिव मिले हैं। परिवार में पहले भी कोरोना का एक मामला सामने आया था। उसी परिवार में एक महिला एवं दो बच्चे भी अब कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं। कनीना के स्वास्थ्य विभाग ने आगामी समस्त कार्रवाई कर दी है ताकि कोरोना आगे न बढ़ सके। कंटेनमेंट जोन और बफर जोन बना दिये गये हैं।  स्क्रीनिंग का कार्य पूर्ण हो गया है।
 उधर उपमंडल के गांव पड़तल में पहले ही कोरोना पॉजिटिव महिला थी और अब उसका 11 माह का बच्चा भी कोरोना पाजिटिव पाया गया है। एसएमओ डा धर्मेंद्र ने बताया कि नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए वरना रोग बढ़ता ही जायेगा। उन्होंने कहा कि मास्क पहनना चाहिए तथा सेनिटाइजर का प्रयोग करना चाहिए। हो सके बाहर न जाये और अगर बाहर कहीं जाना पड़े तो ऐतिहात के सभी नियमों का पालन करना चाहिए।


मनोज कुमार की पर्यावरण संरक्षण की मुहिम लगातार जारी 

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कनीना। पर्यावरण को बचाने एवं पौधारोपण में मनोज कुमार रामबास का नाम अग्रणी है। कई वर्षों से इस मुहिम में जुटे हुये हैं।
मनोज कुमार ने जहां पिछले एक साल की अथक मेहनत से गाव रामबास मे राधा-कृष्ण मंदिर व धर्मशाला भवन के पास एक सुन्दर पार्क का निर्माण किया गया। जहा पर पार्क का निर्माण किया गया। वहा उबड खाबड व गहरे गड्ढों खतपतवार से जमीन भरी पड़ी थी लेकिन गाव के युवाओं ने गाव के सहयोग से बिना किसी सरकारी मदद से शहर की तर्ज पर एक बहुत सुंदर पार्क का निर्माण कर दिया। पार्क निर्माण के साथ साथ पौधारोपण अभियान लगातार जारी रखा, धर्मशाला भवन से लेकर जोहड़ की पाल व पार्क की मेड पर कनेर कदम जामुन अशोक आदि के सुंदर फूलदार व छायादार पौधे लगाये। इसके साथ ही बणी  - जंगलात की खाली पडी जमीन पर 1000 पौधे लगाने की मुहिम लेकर चले है। अब तक 250 पौधे नीम, पीपल, बरगद, पीलखन, जामुन,  कदम शहतूत आदि के पौधे लगाये है।
  मनोज कुमार का कहना है पर्यावरण संरक्षण व प्रकृति को ध्यान में रखते हुए पीपल, बरगद, नीम के ज्यादातर पौधे लगाये है। ये बड़े पेड़ बनकर पर्यावरण को संरक्षित करते है, आक्सीजन का उत्पादन सबसे अधिक करते है, जहरीली गैसों का विसर्जन करते है व आक्सीजन का उत्सर्जन करते है।
उन्होंने कहा कि उनका मकसद सिर्फ पौधे लगाने और फोटो खिचवाने तक नही है हमारा प्रयास है कि हम पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को धरातल पर अमलीजामा पहनाकर इन पौधो को बड़े पेड़ बनने तक इनकी सुरक्षा व पालन पोषण तक कि जिम्मेदारी ले रहे है।
प्रत्येक गाव प्रत्येक युवा पीढ़ी को अब जागरूक हौने का समय है। पर्यावरण संरक्षण एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम सभी को मिलकर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम मे अपना सहयोग करना चाहिए, अब मानसून का मौसम आरंभ हो चुका है। पौधे जरुर लगाये लेकिन प्रयास यह किया जाये कि जो पौधे आप लगा रहे है। उनकी परवरिश जरुर करे, एक दिन पौधे लगाने से हमारा पर्यावरण साफ सुथरा नही होंगा। हमे उन पौधो को पेड़ बनने तक सुरक्षा पानी की व्यवस्था करनी होंगी, पौधे लगाना बहुत आसान है लेकिन पेड बनाने मे कोई साल लग जाते है, एक दूसरे से प्रेरित होकर पौधें लगाये व उनकी सुरक्षा का ध्यान रखे।
मनोज कुमार गांव मे लगातार युवाओं को जागरूक कर रहे है। पर्यावरण संरक्षण के पौधारोपण ही एकमात्र विकल्प है जिसके लगातार सकारात्मक परिणाम भी मिल रहे है। प्रत्येक व्यक्ति जागरूक हो रहा। अपने घरों में घर के आस पास पौधे लगा रहे है।
हमारी मुहिम धरातल स्तर पर नजर आती जा रही है, एक साल के बाद हमारी बणी जंगलाती जमीन पर हजारों की संख्या में पेड़ नजर आयेंगे जो भविष्य में हमारे पर्यावरण संरक्षण की नीव है।
उनकी इस मुहिम में पूरा गांव रामबास अपनी भागीदारी बढ़ चढ़कर निंभा रहा है।
फोटो कैप्शन: मनोज कुमार रामबास।

गुरु पूर्णिमा को लेकर दिनभर गुरुओं का लिया आशीर्वाद, आयोजित हुये कई कार्यक्रम 

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 कनीना। गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर क्षेत्र में कई कार्यक्रम आयोजित हुये।
 गुरु पूर्णिमा के पर्व पर जहां पुराने समय से विधान है कि गुरु करीब 4 महीने एक ही जगह बैठकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं और सभी अंधकार दूर कर देते हैं इसलिए गुरु की पूजा की जाती है।
विस्तृत जानकारी देते हुए संतलाल दास ने बताया की महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास जिन्हें वेदव्यास भी कहा जाता है, का जन्मदिन इसी दिन हुआ था उन्होंने चारों वेदों की रचना की थी। उन्हें आदिगुरु कहा जाता है इसलिए गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है और इस दिन को व्यास वेद व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है। भक्ति काल के समय संत घीसा राम जो कबीर दास के शिष्य थे का भी जन्म इसी दिन हुआ था।
 गुरु पूर्णिमा के दिन जहां हरिद्वार के गंगा में डुबकी लगाकर भक्तजन कावड़ लेकर विभिन्न मार्गों पर प्रस्थान शुरू होता रहा है किंतु कोरोना के चलते इस बार कांवड़ नहींं लाई जा रही हैं तथा मेले भी आयोजित नहीं हो रहे हैं।
आषाढ़ माह की पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा नाम से जानी जाती है। तत्पश्चात श्रावण मास शुरू हो जाता है और श्रावण माह में भक्तजन शिव आराधना में लग जाते हैं।
इस दिन शिष्य अपने गुरु को विभिन्न प्रकार की भेंट करते हैं। इस पर्व को लेकर उत्साह देखने को मिला। शिष्यों ने गुरु को याद किया।  श्रावण माह में तीज,सिंघारा, रक्षाबंधन आदि पर्वों की भरमार रहती है। श्रावण माह पर्वों से भरा हुआ है। परंतु इस बार इन पर भी कोरोना का प्रभाव नजर आया।
विभिन्न स्थानों पर भंडारा लगा, भजन सत्संग हुये तथा गुरुओं को नमन किया।
फाोटो कैप्शन 2:लालदास महाराज भक्तों के संग
            3: भक्तों को भोजन कराते हुए
            4 सत्संग करते हुए भक्त।
सावन के सोमवार व्रत के लिए बेहतर होते हैं-शर्मा

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कनीना। सावन के सोमवार व्रत के लिए बेहतर माने जाते हैं। किसी भी भक्त को 15 सोमवार के व्रत करने चाहिए। ये विचार सुरेंद्र शर्मा ज्योतिषाचार्य ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि 6 जुलाई से सावन शुरू हो रहा है। सावन में माता माह मदमाने वाला होता है। इस बार सावन की शुरुआत सोमवार से हो रही है यह सबसे बड़ा शुभ दिन है और इस महीने में सावन में पांच सोमवार आएंगे।
 सोमवार को शिवभोले ककी विधि विधान से पूजा अर्चना करनी चाहिए। शिवभोले कम से प्रसन्न हो जाते हैं और जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना केे चलते बड़े मंदिरों में जाने पर जहां इस बार प्रतिबंध लगाया हुआ है वही अपने घरों में भी इष्टदेव को याद किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जहां सावन माह में अधिक बारिश होती है, भगवान भोले को विशेष रूप से याद किया जाता है। इसलिए भगवान भोले की प्रार्थना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सोमवार का व्रत शुरू करने वालों के लिए सावन मास ही सबसे बेहतर होता है। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा अर्चना की जाती तत्पश्चात सावन शुरू हो जाता है। इस बार सावन माह में पांच सोमवार आएंगे तो सबसे बड़ी खुशी की बात है। यूं तो पूरे सावन माह में शिव भोले को याद करना चाहिए लेकिन समय रहते हुए सावन में व्रत जरूर करना चाहिए और सावन माह में आने वाली माह शिवरात्रि के दिन व्रत रखा जा सकता है।
 फोटो कैप्शन: सुरेंद्र शर्माे

निर्माण कार्यों में लाई जाये तेजी

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कनीना। बहुजन समाज पार्टी के नेता एवं प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने कनीना के निकट चेलावास गांव की जमीन में बनाए जा रहे दमकल केंद्र, अनाज मंडी, सब्जी मंडी तथा स्टेडियम आदि के रुके पड़े निर्माण कार्य पर रोष प्रकट करते हुए राज्य सरकार से इन्हें शीघ्र पूरा करवाने की मांग की है।
अतरलाल ने निर्माणाधीन दमकल केंद्र, अनाज मंडी, सब्जी मंडी तथा स्टेडियम का दौरा कर निर्माण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने चारों संस्थानों के निर्माण कार्य के पूरा होने में हो रही देरी को इलाके के लिए नुकसानदेह बताते हुए कहा कि जो संस्थान अभी शुरू हो जाने चाहिए थे, उनका पचास प्रतिशत कार्य भी पूरा नहीं हुआ है। इससे इलाके की जनता, किसान, मजदूर तथा युवाओं को भी भारी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। दमकल केंद्र चालू न होने के कारण आग लगने पर महेंद्रगढ़ अथवा नारनौल से दमकल गाडिय़ां बुलानी पड़ती हैं। जब  तक दमकल की गाडिय़ां आग स्थल पर पहुंचती है तब तक सब कुछ स्वाहा हो चुका होता है। इसलिए कनीना क्षेत्र की मांग पर यहां दमकल केंद्र स्थापित किया गया था। यही हाल सब्जी मंडी का है। कनीना में सब्जी मंडी नहीं होने के कारण इलाके के सब्जी उत्पादक किसानों को अपनी सब्जी बिक्री हेतु महेंद्रगढ़ अथवा रेवाड़ी की सब्जी मंडी में जाना पड़ता है, जो काफी दूर हैं। वर्तमान कनीना अनाज मंडी की तंग हालत को देखकर चेलावास में नई अनाज मंडी तथा युवाओं के अभ्यास के लिए स्टेडियम की स्थापना की गई थी, परंतु चारों ही संस्थानों के रुके पड़े कार्य ने इलाके की जनता के अरमानों पर पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में हो रही देरी को लेकर लोगों में भारी रोष व्याप्त है। इसलिए बहुजन समाज पार्टी राज्य सरकार से मांग करती है कि दमकल केंद्र, अनाज मंडी, सब्जी मंडी तथा स्टेडियम का निर्माण कार्य त्वरित गति से पूरा करवा कर चारों संस्थानों का शीघ्र लोकार्पण किया जाए जिससे लोगों को इन संस्थानों का लाभ मिल सके। उन्होंने राज्य सरकार से इन संस्थानों के शीघ्र निर्माण के लिए एक नागरिक निगरानी समिति का गठन करने की मांग भी की।
फोटो कैप्शन-01
 अनाज मंडी के निर्माण कार्य का जायजा लेते हुए बसपा नेता ठाकुर अतरलाल।
















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