बोर्ड की परीक्षा लागू किये जाने पर खुशी
********************************
********************************
**************************************
कनीना। हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश में आठवीं की बोर्ड की परीक्षा लागू किये जाने पर शिक्षा से जुड़े लोगों में खुशी का माहौल है। जिसमें सरकार ने कहा है कि यदि वर्तमान शैक्षणिक स्तर से आठवीं की बोर्ड परीक्षा संभव नहीं हो पाई तो अगले स्तर से प्रभावी तौर पर इसे लागू कर दिया जाएगा। जहां बोर्ड की परीक्षा के अनुसार हरियाणा में निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2011 में बदलाव कर बोर्ड परीक्षा शुरू की जाएगी। यदि शैक्षणिक स्तर के अंत में विद्यार्थी न्यूनतम पास अंक प्राप्त नहीं करता तो पास होने के लिए दो और अवसर प्रदान किए जाएंगे। न्यूनतम अंक प्राप्त न करने पर उनके लिए अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। अनुत्तीर्ण विषय में अनुपूरक परीक्षा का मौका दिया जाएगा।
अध्यापक नेता धर्मपाल शर्मा, निर्मल शास्त्री, कंवरसेन वशिष्ठ ने इस निर्णय को समाज के हित में बताया है। अभी तक विद्यार्थियों में किसी प्रकार का कोई भय का माहौल नहीं था। इसके चलते पढ़ाई सही ढंग से नहीं हो पा रही थी। बोर्ड की परीक्षा लागू हो जाएगी तो विद्यार्थी थोड़ा बहुत ध्यान परीक्षा की ओर दे पाएंगे।
उल्लेखनीय है कि अध्यापक नेता लंबे समय से पांचवी और आठवीं की बोर्ड की परीक्षा करवाने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे थे। उन्होंने कहा कि अब सरकार ने बोर्ड की परीक्षा शुरू कर देने से समाज में एक अच्छा संदेश भी जाएगा और विद्यार्थी जब तक अगली कक्षा लायक नहीं होंगे तब तक उन्हें पढऩा ही पड़ेगा।
क्षेत्र में हुई हल्की बूंदाबांदी
**********************************
************************************
कनीना। कनीना लंबे अरसे से गर्मी सहन करने के पश्चात बुधवार शाम को बूंदाबांदी हुई। बूंदाबांदी लंबे समय तक चली। अच्छी बारिश का किसानों को इंतजार है। अभी तक उनकी आशा पूरी नहीं हो पाई है। बूंदाबांदी से ही काम चल रहा है। बाजरे की 19000 हेक्टेयर पर बीजाई की जानी है। कृषि विभाग 30 से 40 फीसदी बीजाई बाकी बता रहा है। यह बूंदाबांदी फसल के लिए लाभप्रद मानी जा रही है।
घर के दरवाजे को ब्लैक बोर्ड मानकर पढ़ाती है छोटे बच्चों कों
***********************************
********************************
कनीना। बेशक संसाधनों की कमी की कोई दुहाई देता रहे किंतु सीमित साधनों में भी हिम्मत हो तो कुछ नया कर गुजर सकते हैं। कनीना उपमंडल के गांव झाड़ली की कक्षा 9वीं की छात्रा प्रीति आजकल अपने घर के दरवाजे पर छोटे बच्चों को शिक्षित कर रही है। छात्रा के पिता महेन्द्र शर्मा ने बताया कि उसकी बेटी प्रीति सूरज स्कूल में कक्षा 9वीं की छात्रा है। उसका लक्ष्य एक आईएएस अधिकारी बनने का है। उनके जुनून के चलते एसडीएम कनीना ने उन्हें सम्मानित किया है।
प्रीति अपनी पढ़ाई के साथ-साथ आस-पास के बच्चों को भी शिक्षा दे रही है।अपने घर के आस-पास रहने वाले छोटे बच्चों को भी नि:शुल्क में पढ़ा रही है। जिसके लिए प्रीति ने अपनी दिनचर्या को एक शड्यूल के माध्यम से ढाला हुआ है। जिसके अनुसार वह प्रतिदिन कार्य कर अपने लक्ष्य की तरफ बढऩे का कार्य कर रही है।
झाड़ली निवासी कक्षा 9वीं की छात्रा प्रीति के द्वारा घर में ब्लेक बोर्ड न होने की स्थिति में अपने घर के दरवाजे को ही बोर्ड बनाया हुआ है। जिसके माध्यम से वह घर में पढऩे आने वाले बच्चों को पढ़ाई करवा रही है। उसके पास आस-पास के घरों के करीब 20 बच्चें पढ़ाई के लिए आते है।
प्रीति के पिता महेन्द्र शर्मा ने बताया कि उसकी बेटी प्रीति प्रतिदिन सुबह 4 बजे उठकर व्यायाम आदि कर 5 बजे अपनी पढ़ाई शुरू कर देती है। सुबह 5 से 7 बजे तक पढ़ाई करने के बाद आधा घंटे का आराम कर 7:30 बजे से करीब 9:30 बजे तक बच्चों को पढ़ाई है। उसके बाद दोपहर एक बजे तक अपने स्कूल की ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अपनी पढ़ाई करती है। उसके बाद दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक आराम करती है। उसके बाद 4 बजे से 5:30 बजे तक बच्चों को पढ़ाती है। उसके बाद शाम करीब 8 बजे से 10:30 बजे तक अपनी पढ़ाई करती है। अब तो उसके पिता ने ब्लैक बोर्ड भी लाकर दे दिया है। उल्लेखनीय है कि हरियाणवी कवि महेंद्र शर्मा के महज दो पुत्रियां हैं। वे पुत्रियों को ही पुत्र मानकर उनकी पढ़ाई का कम करवा रहे हैं। उनकी दूसरी पुत्री सातवीं कक्षा की छात्रा है।
फोटो कैप्शन 3 व 4: बच्चों को पढ़ाती छात्रा प्रीति
एक ही दिन में आये 8 कोरोना पॉजिटिव केस
**************************************
************************************
कनीना। कनीना क्षेत्र में एक ही दिन में आठ कोरोना पॉजिटिव केस आए हैं। कनीना क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव के मसले 53 पहुंच चुके। अधिकांश वापिस ठीक हो कर वापस आ गए हैं। एक कोरोना पॉजिटिव की मौत हो चुकी है।
कनीना मंडी में एक ही परिवार के 8 कोरोना पॉजिटिव केस आये हैं। इसी परिवार में जहां पहले भी 4 केस पॉजिटिव आ चुके हैं। इस परिवार में जहां पहले एक कोरोना केस आया उसको घर पर क्वारंटाइन काट दिया गया था। तत्पश्चात 2 जुलाई को तीन व्यक्ति और पॉजिटिव आये जिन्हें भी क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था। तत्पश्चात यह तीसरी बार कोरोना सैंपल लिया गया था। 5 जुलाई को लिए गए सैंपल में 6 कोरोना पॉजिटिव आये है। सभी को एक ही घर में क्वारंटाइन किया हुआ है मिली जानकारी अनुसार घर में क्वारेंटाइन कर दिया है। जहां करीब दो दर्जन सदस्य हैं। बुधवार को आये कोरोना पॉजिटिव केस में दो बच्चे भी शामिल हैं जिनकी उम्र दस साल से कम है।
उधर गुढा गांव में दो कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं। गुढ़ा में एक युवक गुरुग्राम में कंपनी में नौकरी करता है ैिजनकी पत्नी भी कोरोना पाजिटिव पाई गई है। इनको पटिकरा रेफर कर दिया गया है।
कनीना स्वास्थ्य विभाग ने समस्त आगामी कार्रवाई भी कर दी है मिली जानकारी अनुसार गुढ़ा में डॉक्टर। विनय के साथ शीशराम एचआई, संदीप, संजोग और राजेश की टीम ने स्क्रीनिंग की ओर लोगों को कोरोना पीडि़तों को क्वॉरेंटाइन किया वहीं कनीना में डॉक्टर जितेंद्र मोरवाल की अध्यक्षता में शीशराम एचआई, राजेश, सुशीला और आशा वर्कर ने मिलकर स्क्रीनिंग की और उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। अधिकांश केस ठीक होकर बकरा से वापिस आ चुके हैं लेकिन एक कोरोना पॉजिटिव की कनीना में विगत दिनों मौत हो चुकी है।
डा धर्मेंद्र एसएमओ का कहना है कि बचाव में ही बचाव है। मास्क का प्रयोग करें, हाथों को नियमित रूप से सैनिटाइज करें तथा किसी प्रकार बुखार खांसी के लक्षण नजर आए तो डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की कोई समस्या हो तो डाक्टर से मिल सकते हैं। सरकारी अस्पताल में टेस्ट मुफ्त हो रहा है।
फोटो कैप्शन 2: स्क्रीनिंग करती स्वास्थ विभाग के कर्मचारी एवं अधिकारी।
कोरोना अनलोक, अतिक्रमण से सड़के लोक
**********************************
**************************************
कनीना। कनीना में जहां कोरोना अनलॉक होते ही सड़के से लाक हो गई हैं। अतिक्रमण पूरे यौवन पर है। जहां बस स्टैंड पर दुकानों के सामने रेहड़ी वाले रेहड़ी लगाकर, साइन बोर्ड, निजी वाहन दुकानों के आगे खड़ा कर आवागमन प्रभावित कर रहे हैं वहीं रेहड़ी वालों से कुछ दुकानदार प्रतिदिन राशि लेने की एवज में दुकानों के आगे रेहड़ी खड़ी करने दे रहे हैं। यही कारण है कि दुकानों के आगे रेहडिय़ां खड़ी अतिक्रमण का कारण बन रही है। अनाज मंडी टी-प्वाइंट से रेलवे स्टेशन, अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी-प्वाइंट तक, बाबा मोलड़ आश्रम या वर्तमान में निर्माणाधीन नगर पालिका कार्यालय के आस पास अतिक्रमण का बोलबाला है। अनाज मंडी मार्ग पर तो अतिक्रमण इस कदर है कि दो वाहन साइड नहीं ले पा सकते हैं। मुख्य मार्ग से गुजर पानी भी कठिन है।
सड़क किनारे जहां अवैध होर्डिंंग लगा दिए गए हैं वहीं पेड़ों, पोल, बिजली के खंभों पर पोस्टर बैनर आदि की भरमार है। आए दिन अतिक्रमण के चलते दुर्घटनाएं, गाली गलौच, मार पिटाई होती रहती है किंतु सभी परेशान इस नजारे को देख रहे हैं।
सुरेश यादव का कहना है कि अतिक्रमण इस कद्र सिर चढ़ बोल रहा है कि निजी वाहन से सड़क पार करना कठिन हो गया है। दुकानों के आगे रेहडियां, साइन बोर्ड, निजी वाहन भारी संख्या में खड़े रहते हैं। यदि उनसे कोई छू जाए तो उस व्यक्ति की खैर नहीं है। यही कारण है कि आए दिन यह समस्या दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। उन्होंने अतिक्रमण एक बड़ी परेशानी करार दिया है।
महेंद्र कुमार का कहना है कि अतिक्रमण के चलते जीना मुहाल हो गया है। किसी भी सड़क मार्ग पर देखें अतिक्रमण का बोलबाला है। दुकानदार जितनी जगह दुकानों के अंदर रखते हैं उनसे कहीं अधिक जगह दुकान के बाहर रोके बैठे हैं जिसके चलते दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं।
सतीश कुमार पालिका प्रधान नगर पालिका का कहना है कि अतिक्रमण की समस्या उनके सामने आ रही है। कई बार अतिक्रमण हटवा दिया है किंतु जल्द ही पुन: अतिक्रमण हटाया जाएगा।
लाखों रुपए जन सुविधा लगा कर भी नहीं मिल रही सुविधा
*********************************
***********************************
कनीना। कनीना के पूर्व एसडीएम संदीप सिंह द्वारा कनीना में जहां ई- टॉयलेट, फ्रेंडली टॉयलेट, इको फ्रेंडली टॉयलेट आदि कई नामों से जन सुविधाएं स्थापित करने के लिए प्रयास किया किंतु पशु अस्पताल, अस्पताल, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय, थाना परिसर में स्थित लाखों रुपए की लगाई गई जन सुविधा लोगों के लिए दुविधा बन रही है। ये काम नहीं कर रही है। इससे पहले पशु अस्पताल के द्वार के पास जहां जन सुविधा बनी हुई थी वहीं पशुओं के पीने के लिए पानी की सुविधा भी थी। वे दोनों हटाकर जहां आधुनिक ई-टायलेट स्थापित की गई है जो पानी के अभाव में कार्य नहीं कर रही है। करीब दो सालों से बेकार पड़ी है। पूर्णता स्वचालित जनसुविधा जहां अनेकों विशेषताओं से परिपूर्ण थी किंतु अब अनेकों खामियों से परिपूर्ण बन गई है। प्रत्येक की कीमत छह लाख रुपये बताई जा रही है। दुकानदार नगरपालिका को भारी-भरकम किराया देते हैं किंतु उनके लिए जनसेवा के नाम पर इस प्रकार की दुविधा मिल रही है।
कनीना मंडी टी-प्वाइंट से अनाज मंडी को जाते समय पशु अस्पताल के पास ई-टायलेेट स्थापित की गई थी। तब यह माना जा रहा था कि लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। पुराने वक्त की जनसुविधा को तोड़ दिया गया था वही पशुओं के लिए पानी के लिए खेल बनाई गई थी वह भी हटा दी गई थी। यह पूर्ण स्वचालित टॉयलेट इंसान के प्रवेश करने पर अपने आप बंद हो जाती थी और दूसरा व्यक्ति उसमें प्रवेश नहीं कर सकता था। इंसान जब इसका उपयोग कर लेता था पानी अपने आप चलता था किंतु वर्तमान में बेकार पड़ी है। डा अजीत कुमार का कहना है कि कभी यहां पुराने समय की जनसुविधा थी जो लोगों के काम आ रही थी। उसको तोड़कर यह आधुनिक दर्जे की जनसुविधा बना तो दी किंतु दो सालों से काम ही नहीं कर रही जिसके चलते लोग इधर-उधर पेशाब करने को मजबूर है। महिलाएं तो बहुत परेशान है । कनीना मंडी टी प्वाइंट से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक अन्य कोई इस सड़क मार्ग पर जनसुविधा नहीं है। जन सुविधा के नाम पर दुविधा मिल रही है।
उधर सुरेंद्र कुमार दुकानदार का कहना है कि जन सुविधा के नाम पर परेशानी मिल रही है। लघु शंका के लिए भी उन्हें बहुत दूर जाना पड़ता है। जहां दुकान का काम छोड़कर दूर जाने से दुकानदारी भी खराब हो जाती है। वे नगरपालिका को किराया दे रहे हैं उसके बदले उन्हें इस प्रकार की घटिया दर्जे की जनसुविधा दी जा रही जो काम ही नहीं कर रही है। उन्होंने नगर पालिका से मांग की है कि इसे तुरंत चालू करवाया जाए ताकि लोगों को सुविधा प्राप्त हो सके।
सुदेश यादव जो दुकानदारी करती है का कहना है कि पुरुष तो इधर-उधर लघु शंका के लिए जा सकते हैं किंतु महिलाएं कहां जाए? उनका कहना है कि पुराने समय में जो जन सुविधा थी वह कम से कम काम तो आ रही थी किंतु उसके बदले सरकार ने भारी पैसे भी लगा दिए और यह जन सुविधा काम भी नहीं कर रही है। ऐसे में उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस प्रकार की सुविधा तो दी उसे उसे चालू किया जाए। यदि कोई खराबी है तो उसे ठीक करवाया जाए। अगर पानी की सुविधा इसमें अभी तक नहीं हो पाई है तो पानी सुविधा प्रदान कर लोगों को जन सुविधा प्रदान की जाए।
नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार से इस संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में बार बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है किंतु अभी तक उनके पास पूरी जानकारी नहीं है। या तो इनको किसी प्रकार ठीक करवाया जाएगा या फिर नया टायलेट बनवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जब कनीना नगरपालिका के प्रशासक होते थे तब ये टायलेट खरीद कर सेट किये गए थे।
फोटो कैप्शन 5: ई टॉयलेट जो बंद पड़ी है
साथ में अजीत कुमार, सुदेश कुमारी, सुरेंद्र यादव , सतीश जेलदार की फोटो भी है
No comments:
Post a Comment