नगर पालिका ने करवाई फागिंग
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कनीना। कोरोना वायरस के दृष्टिगत कनीना नगर पालिका ने पूरे कनीना में फागिंग कार्रवाई। फोगिंग मशीन द्वारा सड़क मार्ग से होते हुए समस्त कस्बे से नगरपालिका की गाड़ी फोगिंग करते हुए गुजरी।
विस्तृत जानकारी देते हुए सतीश जैलदार पालिका प्रधान ने बताया कि विगत दिनों से लोगों मांग थी कि कनीना कस्बे में फॉकिंग करवाई जाए ताकि किसी प्रकार के मक्खी, मच्छर तथा अन्य जीवो के अतिरिक्त कोरोनावायरस आदि को नष्ट हो सके। रोग फैलने वाले वाहक एवं रोगाणु आदि के दृष्टिगत फागिंग करवाना जरूरी हो गया था। ऐसे में मेलाथियान, पेट्रोल, डीजल आदि की सहायता से यह करवाई पूर्ण की गई है ताकि कस्बे में किसी प्रकार का मक्खी, मच्छर आदि से भी रोग न फैल सके। फोगिंग गाड़ी विभिन्न स्थानों पर होते हुए कनीना के पावर हाउस पर पहुंची। रामरतन गोमली ने अपनी देखरेख में वहां भी फोगिंग का काम पूरा किया।
फोटो कैप्शन 5: कनीना में फागिंग करती नगरपालिका की गाड़ी।
बिजली के तारों से फसल को बचाएं-गोमली
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कनीना। बिजली विभाग कनीना ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो अपनी कटी हुई फसलों को बिजली की तारों के नीचे एकत्रित न करें क्योंकि कई बार तेज हवाओं के चलने व तारों पर पक्षियों के बैठने से तार आपस में मिल जाते हैं जिससे चिंगारियां निकलती है। इन चिंगारियों से फसलों का जल जाने से नुकसान होने की संभावना ज्यादा रहती है।
बिजली विभाग कनीना के 132केवी उपकेंद्र के महाबीर सिंह पहलवान एवं जेई रामरत्न गोमली ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वो खेतों में अपनी कटी हुई सरसों, गेहूं व अन्य किस्म की फसलों को वहां से गुजरने वाली तारों के नीचे एकत्रित ना करें। उन्होंने कहा कि तारों के नीचे फसलों के रखने से उनमें नुकसान होने का अंदेशा बना रहता है। उन्होंने बताया कि कई बार तेज हवाओं के चलने व पक्षियों के बैठने से तार आपस में मिल जाते है तथा उनमें सेे चिंगारियां निकलती है। इन चिंगारियों के कटी हुई फसलों पर गिर जाने से फसलों के जल जाने का खतरा रहता है जिससेे किसानों को नुकसान हो सकता है। इसलिए किसान अपनी कटी हुई फसलों को ऐतिहात बरतते हुए तारों से दूर रखें। ताकि फसलों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो।
कोरोना वायरस से लडऩे के लिए उप नागरिक अस्पताल में किए व्यापक प्रबंध
-बांटे लोगों को मास्क
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कनीना। कनीना के उप नागरिक अस्पताल में कोरोना वायरस और रविवार को जनता के कफ्र्यू को लेकर के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। जहां रविवार को अस्पताल खुला रहेगा वहीं स्टाफ एवं सभी दवाएं उपलब्ध रहेंगी। वहीं कोरोना वायरस से बचने के लिए ऐतिहात के सभी कदम उठाए गए हैं।
डा धर्मेंद्र एसएमओ ने बताया कि उप नागरिक अस्पताल के समस्त स्टाफ को मास्क उपलब्ध करवा दिए गए हैं, वहीं ट्रिपल लेयर वाले मास्क लोगों को वितरित किए गए हैं ताकि लोग पहनकर इस रोग से सुरक्षा पा सके। उन्होंने बताया कि कनीना में फ्लू कॉर्नर अलग से बनाया गया है वहीं आइसोलेशन वार्ड भी अलग से स्थापित किया गया है जहां संभावित मरीज की चिकित्सा की जाती है। अगर कोई कोरोना वायरस से पीडि़त मरीज आए तो उसकी देखभाल की जा सके। उन्होंने बताया कि फ्लू से संबंधित से संबंधित तीन मरीज आए हैं जिनकी जांच की जा रही है किंतु अभी तक कोई ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है। उन्हें कम से कम एक एक मीटर दूर रखा गया है।
कनीना उप नागरिक अस्पताल में जहां डा धर्मेंद्र एसएमओ तथा डा दीपांशु ने मिलकर उपस्थित लोगों को मास्क उपलब्ध करवाएं और मौके पर ही उन्हें पहनने की विधि समझाई ताकि किसी प्रकार की समस्या न आए और रोग से पीडि़त न हो सके। उन्होंने बताया कि 50 वर्ष से अधिक उम्र के तथा गर्भवती महिलाओं के लिए जहां संक्रमण का खतरा अधिक होता है। ऐसे में उनको ऐतिहात अधिक बरतनी चाहिए। घर में भी मास्क न होने पर रुमाल बांधकर या चुन्नी का सहारा लिया जा सकता है। अस्पताल में सेनिटाजर,स्प्रे किट एवं मास्क का प्रबंध भी है। संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन में रखकर स्प्रे, सेनिटाइजर एवं मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे।
किसी भी प्रकार के मरीज के आने पर यह किट मास्क तथा स्प्रे काम में ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि अगर कोई केस आता है तो उसे आइसोलेटेड वार्ड में रखा जाएगा सक्रीनिंग करके पता लगाया जाएगा कि किसी प्रकार का रोग तो नहीं है। उन्होंने बताया कि अभी तक कोरोनावायरस का कोई भी मरीज नहीं आया है। उन्होंने सावधानी सावधानी बरतने की हिदायत देते हुए बताया कि घरों में जहां हाथ से छूने वाले हैंडल, दरवाजे आदि को भी सोडियम हाइपोक्लोराइट से साफ करना चाहिए ताकि किसी प्रकार के वायरस से बचा जा सके। तीन फ्लू से संबंधित केस जरूर आए हैं जिनमें दो गुडग़ांव से आए हैं जिनमें से एक मेला देखकर आया है वही एक केस मुंबई से भी आया है। डॉक्टर ने बताया कि उनके पास समस्त स्टाफ नर्स कथा दवाई आदि संपूर्ण प्रबंध किया गया है। उन्होंने लोगों से हिदायत दी कि किसी प्रकार की अफवाह न फैलाएं और ऐतिहात बतौर जो भी कदम हो उन्हें जरूर उठाएं।
फोटो कैप्शन 4:आइसोलेटिड अवस्था में फ्लू कोर्नर में रखे फ्लू के मरीज
5: डाक्टर प्रबंध की जानकारी देते हुए
6 व 7: मास्क बांटते हुए तथा रोग से बचने की जानकारी देते हुए स्टाफ।
छुट्टियों की राशि एवं अनाज अब बच्चे को दिए जाने का आदेश
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कनीना। एक और जहां पूरा ही संसार कोरोना वायरस की चपेट में आया हुआ है और कोरोनावायरस के चलते हरियाणा के विभिन्न जिलों में 31 मार्च तक का अवकाश घोषित किया हुआ है वहीं अब शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि अवकाश के दौरान बच्चों को अनाज व राशि उनके घर पर उपलब्ध करवाई जाए।
रिट याचिका का हवाला देते हुए निदेशक मौलिक शिक्षा विभाग हरियाणा पंचकूला ने पत्र जारी किया है जिसमें कहा गया है कि 19 मार्च 31 मार्च तक 10 दिन का की राशि जो प्रतिदिन के हिसाब से बनती है तथा डेढ़ किलो गेहूं एवं चावल बच्चे के घर पहुंचाई जाए। पत्र में कहा गया है
कि प्रत्येक विद्यार्थी को 825 ग्राम गेहूं तथा 675 ग्राम चावल पैकेट बनाकर उनके घरों पर उपलब्ध करवाया जाए। एक ओर जहां सरकार ने बच्चों के लिए अवकाश में भी खाने के व्यापक प्रबंध किए वहीं शील्ड पैकेट में यह खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाने के आदेश दिए हैं। ऐसे में जहां घर घर जा कर राशन पहुंचाना बहुत कठिन कार्य हो गया है वहीं अब स्कूलों में तराजू भी लगानी एवं घर घर पहुंचाने की पल्लेदारी भी करनी पड़ेगी। शिक्षकों ने बताया कि विद्यार्थी दूरदराज क्षेत्रों से आते हैं जिन तक राशन पहुंचाना आसान कार्य नहीं वही कोरोनावायरस के डर से लोग यह राशन लेंगे या नहीं कह पाना कठिन है।
डॉक्टरों एवं कारीगरों की टीम लगातार जनसेवा में जुटी
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कनीना। कोरोना के की महामारी के चलते जहां लोगों को विभिन्न संस्थाएं जागरूक कर रही हैं वहीं कुछ सामाजिक संस्थाएं एवं जन मास्क बनवा कर लोगों तक वितरित कर रहे हैं। डॉक्टरों की टीम भी जी जान से कनीना के उप नागरिक अस्पताल में जुटी हुई है। दिन भर दोनों डाक्टरों एवं समाजसेवियों की गतिविधियां तेज रही।
कनीना नागरिक अस्पताल के डा धर्मेंद्र एसएमओ,डॉक्टर अंकित, डॉक्टर दीपांशु दिनभर जनसेवा में मास्क बांटते तथा सेनिटाइजर, रोगों से बचने के तरीकों की जानकारी अस्पताल में प्रदान करते नजर आए। वहीं लोगों को जागरूक करते नजर आए। उन्होंने बताया कि यह मास्क 3 पर्तों के बने हुए हैं जो सुरक्षित है।
पूरा स्टाफ ही ती जान से सेवा में जुटा है तथा किसी प्रकार का कोई खांसी, जुकाम, बुखार आदि का पेशेंट आता है उस पर जी जान से जुट जाते हैं। मिली जानकारी अनुसार मास्क वितरण का कार्य भी उन्होंने सहयोग से किया है। अब मास्क बनवाने और उनका वितरण कार्य में समाजसेवियों की नजरें टिक गई है। कनीना के मनोज कुमार रोहिल्ला, लकी सीगड़ा, सुशील मित्तल आदि अब मास्क का निर्माण करवा रहे हैं। प्रिंस टेलर की दुकान पर विभिन्न कारीगर जिनमें मिंटू ,कमल सिंह, वीर, सिंह महेंद्र सिंह और कादिर आदि जुटे हुए हैं। 5 मिनट में करीब 1 मास्क तैयार कर देते हैं। 5 दिन में 10,000 मास्क बनाए जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि दिन रात एक कर के मास्क तैयार कर रहे हैं ताकि लोगों की कोरोनावायरस से सुरक्षा हो सके। उनका कहना है कि तीन परतों में ये मास्क बनाए गए है जिसके निर्माण के बाद प्रेस करते ही इसके ऊपर अगर किसी प्रकार का कोरोना वायरस या अन्य वायरस हो तो वह भी नष्ट हो जाता है। इसी प्रकार धीरे-धीरे सामाजिक संस्थाएं एवं लोग न केवल लोगों को जागरूक करने में आगे आ रहे अपितु मास्क का खर्चा वहन करने के लिए आगे आ रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को मास्क मिल सके और अपनी सुरक्षा कर सके। ये मास्क विषाणु से लोगों की सुरक्षा कर सकते हैं।
फोटो कैप्शन 9:उप नागरिक अस्पताल में लोगों की सेवा में जुटे हुए डाक्टरों की टीम
फोटो कैप्शन 8 मास्क तैयार करते हुए कारीगर
जागरूकता के लिए संस्थाओं ने उठाया बीड़ा
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कनीना। देश में कोरोना के प्रकोप के बढऩे के बाद कुछ संस्थाएं जनता को जागरूक करने के लिए प्रयासरत हैं। उसी कड़ी में
भारत विकास परिषद तथा बीएमडी क्लब प्रमुख हैं।
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सामाजिक सरोकारों के तहत क्षेत्र के आस-पास के लोगों से मास्क लगाकर जागरूकता अपील की गई। यह जागरूकता अपील चेयरमैन लक्की सीगड़ा एवं सचिव इंद्रजीत शर्मा, कंवरसेन वशिष्ठ, योगेा अग्रवाल, हरीराम मित्तल इस काम में आगे आ रहे हैं।
बीएमडी ग्रुप के चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने कहा की कोरोना वायरस को लेकर लोग ज्यादा पैनिक ना हो। चिकित्सा विभाग की ओर से जारी सावधानियां बरतते हुए वायरस से बचने की कोशिश करें। कोरोना वायरस आज विश्व भर में चिंता का विषय बना हुआ हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक चेतावनी भी जारी की हुई हैं। अभी तक इस संक्रमण का उपचार नहीं मिल पाया है। डर सबसे बड़ी बीमारी है और अफवाह उससे भी बड़ी। मार्केट में रोज नए वायरस की चर्चा से डर का जो माहौल समाज में बन चुका हैं यह बहुत ही घातक हैं। इकोनॉमिकी भी ठप होने जैसे हालात हो चुके हैं। आज के शिक्षित युवाओं को ऐसे विषयों पर जागरूक होने की आवश्यकता है। बिना जानकारी और बिना अनुभव के कोई भी ऐसी चीज को वायरल ना करें जिससे देश एवं समाज को बहुत बड़ा नुकसान हो।
भारत विकास परिषद के विभिन्न पदाधिकारियों ने भी कस्बा में एक जागरूकता अभियान चलाया। इससे उन्होंने इस वायरस से बचने के उपाय बताए।
उधर बीएमडी क्लब के सदस्यों ने मास्क के वितरण के बाद स्वच्छता का संकल्प लिया। इस मौके पर क्लब की सयोंजिका डिम्पल यादव ,सुरेन्द्र शर्मा ,प्रियंका कुमारी,पूजा वर्मा,रचना शर्मा,प्रियंका गोठवाल सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 7: बीएमडी क्लब लोगों को मास्क के प्रति जागरूक करते हुए।
पुण्यतिथि मनाई जाएगी
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कनीना। आगामी 28 मार्च को जिला के गांव धनौन्दा में समाज सुधारक और अनेक शिक्षण संस्थानों की संस्थापक स्व. पुष्पा परमार की प्रथम पुण्य तिथि मनाई जाएगी। इस अवसर पर उनके जीवन पर प्रकाशित हो रहे स्मृति ग्रंथ का विमोचन किया जाएगा।
आयोजन समिति के सदस्य दिनेश पूर्व पंच तथा किशनपाल सिंह तंवर ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि पुष्पा परमार जीवन भर सेवा, समाज सुधार तथा शिक्षा प्रसार के कार्यों में लगी रही। उन्होंने गांव धनौन्दा में अनेक शिक्षण संस्थान स्थापित करने के साथ-साथ नशा मुक्ति, रूढि़वादी कुरीतियां उन्मूलन, संस्कारित सभ्य समाज, श्रमशक्ति महता, बेटा-बेटी समाज, पशु पालन, गौ सेवा, दान, आर्गनिक खेती, किचन गार्डन, विधवा सम्मान, महिला स्वावलम्बन तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए आजीवन कार्य किया। उनके व्यक्तित्व तथा कृतित्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रकाशित हो रहे स्मृति ग्रंथ का विमोचन आगामी 28 मार्च को किया जाएगा।
तिरंगा यात्रा हुई स्थगित
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कनीना। रविवार को जनता कफर््यू की बदौलत झगड़ाौली गांव से हुसैनीवाला बार्डर(फिरोजपुर) तक की तिरंगा यात्रा स्थगित कर दी है। यह तीन दिवसीय बाइक यात्रा होती है। विस्तृत जानकारी देते हुए प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने बताया कि हर साल झगड़ोली से भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की समाधि पर गांव एवं आसपास के क्षेत्रों के युवा हुसैनीवाला बॉर्डर तक बाइक द्वारा यात्रा करते हैं। करीब 450 किलोमीटर की दूरी 3 दिनों में पूरी की जाती है। बार्डर पर तीनों क्रांतिकारियों को नमन करने के बाद बीएसएफ के जवानों की परेड का अवलोकन करते हैं किंतु इस बार 22 मार्च की प्रस्तावित यात्रा को कोरोनावायरस की दहशत एवं प्रधानमंत्री की अपील के चलते स्थगित कर दी गई है। अब यह यात्रा बैशाखी या भगत सिंह के जन्मदिन पर आयोजित की जाएगी।
कुछ ही घंटों में सगाई, लग्न और विवाह पूर्ण -बिना दान दहेज के की शादी में विधायक भी पहुंचे आशीर्वाद देने
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कनीना। रिश्ता टूटने के गम से जहां दो भाई परेशान थे वही उनकी शादी कराने के लिए एक कोच ने दो भाइयों की शादी कुछ ही घंटों में पूर्ण करवा दी, जिसके चलते उन्हें बधाइयां मिल रही है वही कोच के सराहनीय कार्य की प्रशंसा की जा रही है।
मिली जानकारी अनुसार मोहनपुर के जसवंत और मंजीत की सगाई रेवाड़ी जिला के एक गांव से होने के बाद लग्र भी आ चुका था। शादी 15 मार्च 2020 को आयोजित होनी थी किंतु लड़की वालों ने ऐन मौके पर शादी करने से मना कर दिया। तत्पश्चात दोनों भाई गम में डूब गए। वे शादी के इस मुहूर्त को हाथों से नहीं जाने देना चाहते थे। मायूस और परेशान दोनों भाइयों को तभी मोहनपुर के कोच अमरजीत मिले। दोनों भाइयों की समस्या जानकर उन्होंने विवाह को अविलंब मुहूर्त के समय ही संपन्न कराने का निर्णय लिया। वे उन्हाणी गांव के सुमेर सिंह से मिले जिनके 6 लड़कियां और 2 लड़के हैं। उन्होंने उनको समझाया और कुछ ही घंटों में रिश्ता लगन और शादी का कार्य पूर्ण करवा दिया। एक रुपये भी दान दहेज नहीं लिया और महज 11 व्यक्ति लड़की के घर पहुंचे। इस कार्य की पूरे गांव ही नहीं आस पास गांवों में प्रशंसा की जा रही है।
मिली जानकारी अनुसार लड़का जसवंत और मनजीत की अब शादी उन्हाणी की सोनम और स्नेहा से हुई है। बड़ा लड़का बीए कर रहा है जबकि छोटेवाला आईटीआई कर रहा है जबकि बड़ी लड़की बीए द्वितीय वर्ष तथा छोटी दस जमा दो में पढ़ रही है। दोनों भाइयों के पिता बलदेव सिंह स्वर्ग सिधार चुके हैं। उधर लड़कियों के पिता सुमेर सिंह इस काम से प्रसन्न है। विभिन्न गांव के लोग न केवल जोड़ों को आशीर्वाद दे रहे हैं अपितु इस कार्य में बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले कोच अमरजीत की भी प्रशंसा कर रहे हैं।
दोनों जोड़ों को बधाई देने के लिए महिला सरपंच लक्ष्मी, सीताराम एमएलए अटेली मुनीलाल साहब, राधेश्याम गोमला आदि पहुंचे। बिना दान दहेज के की गई शादी चर्चा का विषय ह
ै फोटो कैप्शन 1: नवजात विवाहितों को आशीर्वाद देती हुई लड़कों की मां व अन्य।
जल्द ही फागिंग कराई जाएगी
-सेनिटाइजर और मास्क का प्रबंध कराया
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कनीना। कनीना में जहां कोरोनावायरस के चलते कनीना पालिका द्वारा ऐतिहात के सभी कदम उठाए जा रहे हैं। अभी तक 60 मास्क खरीदकर सभी कर्मचारियों को उपलब्ध करवा दिए गए हैं। वही सेनिटाइजर उपलब्ध है ताकि कम से कम प्रतिदिन तीन बार हैंडवाश कर सके।
विस्तृत जानकारी देते हुए पालिका प्रधान सतीश जैलदार एवं अकाउंटेंट शिवचरण जोशी ने बताया कि माइक द्वारा लोगों को जल्द जागरूक किया जाएगा। अभी तक उन्होंने पूरे ही कस्बा, दुकानों तथा विभिन्न स्थानों पर पंपलेट द्वारा जागरूक कर दिया गया है वहीं फागिंग की कार्रवाई भी अविलंब की जाएगी। कनीना में सफाई व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। 42 कर्मचारी सफाई कार्य में लगे हुए हैं जिनको मास्क, जूते तथा सेनिटाइजर भी उपलब्ध करवा दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आपातकाल के लिए भी तैयार है। अभी तक किसी प्रकार की कोई आपातकालीन सूचना प्राप्त नहीं हुई है। कोई का सफाई से संबंधित काम पेंडिंग नहीं है। लोगों को हर प्रकार से सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर हैं।
उन्होंने कहा कि 22 मार्च को जनता कफर््यू की बदौलत तेथा प्रधानमंत्री द्वारा 22 मार्च को चलाई गई लोगों के घरों में रहने के अभियान को पूर्ण सफल बनाएंगे। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की कोई कोताही कहीं भी नहीं छोड़ी जाएगी।
फोटो कैप्शन 2:नगर पालिका कार्यालय में हाथों को सेनिटाइज करते हुए।
फिर बदला मौसम
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कनीना। कनीना क्षेत्र में एक बार फिर से मौसम बदल गया है। शुक्रवार को हल्की बूंदाबांदी के साथ ही आसमान में बादल छाए रह तथा शनिवार को भी बादल छाए रहे। एक ओर जहां लावणी का कार्य पूरे यौवन पर है वही किसान बदलते मौसम से परेशान हैं। एक और जहां कोरोनावायरस की मार पड़ रही है वहीं मौसम की मार भी किसानों ने झेली है। ऐसी हालातों में किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट नजर आ रही है।
निर्भया केस में न्याय मिला, न्याय में हुई देरी
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कनीना। निर्भया कांड में जहां चार दोषियों को आखिरकार शुक्रवार को तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया गया है। जिसको लेकर के क्षेत्र में खुशी का माहौल है। हर इंसान इस मसले को बेहतर मान रहे किंतु न्याय में हुई देरी से थोड़ा सा नाखुश है। निर्भया के परिजनों को न्याय तो मिला लेकिन न्याय मिलने में 7 साल से भी अधिक समय लगा है। क्षेत्र की महिलाएं विशेष रूप से खुश है वहीं जिन पुरुषों के घर में लड़कियां हैं लड़के नहीं वे भी बेहद प्रसन्न नजर आए।
कनीना क्षेत्र के विजेंद्र सिंह का कहना है इस प्रकार के दोषियों को सजा जरूर मिलनी चाहिए थी जो मिलकर हर प्रकार से यथा योग्य न्याय मिला है। अगर इनको फांसी नहीं होती तो न्याय के प्रति विश्वास उठ जाता। उन्होंने कहा कि इतने बड़े जघन्य कांड के लिए यही सजा उचित है। विजेंद्र कुमार के दो लड़कियों के पिता हैं और लउ़के नहीं हैं। उधर महेंद्र शर्मा दो लड़कियों के पिता हैं उनके भी कोई लड़का नहीं है। उनका कहना है कि निर्भया के साथ जो अन्याय किया गया था निर्णय किया था उसके लिए सरकार ने जो सजा दी है वह उचित है। निर्भया परिवार लंबे समय से आस लगाए बैठा था कि इन दोषियों को कब फांसी पर लटकाया जाए। शुक्रवार को उन्हें भी खुशी हुई है। क्षेत्र के लोगों में भी खुशी है। महेंद्र शर्मा का कहना है कि इस प्रकार के कांड के लिए सजा की मियाद निश्चित कर दी जाए और सख्त सजा देने का प्रावधान किया जाए।
एक लड़की के पिता संजय कुमार का कहना है कि निर्भया के दोषियों को शुक्रवार के दिन तिहाड़ जेल में जो सजा दी गई वह उचित है। उनका कहना है कि अगर किसी परिवार की बच्ची के साथ ऐसा जघन्य कांड किया जाए तो इस प्रकार की घटना को अंजाम देने वालों को फांसी से कम कोई सजा नहीं होनी चाहिए। उनका कहना है कि न्याय जरूर देरी हुई जिससे लोगों में असंतोष था किंतु अब लोग खुश हैं।
उधर बिमला देवी का कहना है कि देर आए दुरुस्त आए वाली कहावत निर्भया कांड में सही चरितार्थ होती है। दोषियों ने भरसक प्रयास किया किंतु आखिरकार उन्हें सजा दी गई। यह महत्वपूर्ण बात है किंतु सजा दिलवाने में समय लगा इससे लोगों में थोड़ी नाराजगी थी जो अब दूर हो चुकी है। वह इस सजा के पक्ष में है।
कमला देवी का कहना है कि निर्भया जैसी एक बच्ची के साथ जो जघन्य हत्याकांड और गैंगरेप हुआ उस मामले में दोषियों को जरूर सजा मिलनी चाहिए थी, वह आखिरकार मिली है। इसमें निर्भया के परिजनों को न्याय के प्रति विश्वास जगा है वहीं लोगों में भी विश्वास जगा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मसलों में इसी प्रकार की सजा देना बहुत जरूरी है किंतु सजा देने में समय अधिक नहीं लगना चाहिए।
फोटो कैप्शन: विजेंद्र सिंह, बिमला, कमला देवी, महेंद्र शर्मा, संजय।
कोरोनावायरस को लेकर के सभी को किया जा रहा है जागरूक
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कनीना। प्रधानमंत्री के भाषण के अनुसार जहां 22 तारीख को घर में रहने की बात कही है वहीं कोरोनावायरस से लडऩे के लिए लोग अब जागरूक हो गए हैं। यद्यपि ग्रामीण क्षेत्र के लोग इस वक्त फसल कटाई में लगे हुए हैं और वे घर पर देर सवेर आ रहे हैं वहीं दुकानों, होटलों, सब्जी मंडी आदि में भीड़ कम नजर आने लगी है। रविवार को जहां उत्सव तथा पार्टी आदि थी वे अब स्थगित कर दी गई है। कनीना मंडी में मार्केट कमेटी द्वारा सभी आढ़तियों को हिदायत दी है कि मन आज मंडी में चार-पांच व्यक्ति एक जगह इकट्ठे न होने पाए। इस संबंध में सभी आढ़तियों को सूचना दे दी गई है।
नगर पालिका कनीना द्वारा भी पूरे कस्बा में पंपलेट बांटकर लोगों को जागरूक किया गया है वहीं आमजन भी जागरूक हो रहा है। भारत विकास परिषद के कंवरसैन वशिष्ठ के साथ हरिराम मित्तल, योगेश अग्रवाल भी इन लोगों को जागरूक कर रहे हैं। लोगों को जागरूक करने में समाजसेवी भी छोटी-छोटी भूमिकाएं निभा रहे हैं। क्षेत्र में जहां किसान अपना समय नहीं गंवा रहे हैं और वे खेतों में त्वरित गति से लावणी के कार्य में लगे हुए हैं। विभिन्न स्थानों पर आवागमन कम है। हर व्यक्ति जब भी मौका मिलता है कोरोना के बारे में जानकारी हासिल कर रहा है। समाजसेवी लोगों को जागरूक कर रहे हैं वहीं अफवाहों से बचने की हिदायत दे रहे हैं वहीं व्हाट्सएप, फेसबुक आदि पर अफवाहें भी चल रही हैं।
कुछ लोग तो अफवाह को सही मानकर भविष्य का खाने-पीने का प्रबंध कर रहे हैं। मोबाइल सेवा का कम प्रयोग करने लगे हैं। वैसे तो कनीना क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई कोरोना पीडि़त व्यक्ति नहीं मिला है वहीं कनीना के अस्पताल में रोजाना मरीजों के बैठने की सीटों को सैनिटाइज किया जा रहा है। विभिन्न प्रतिष्ठानों में सेनिटाइजर रखे हुए हैं। लोग त्वरित गति से जानकारी हासिल कर अपडेट हो रहे हैं ताकि कोरोना वायरस से बचा जा सके। कोरोना वायरस समस्या जरूर बन गया है जिसका प्रभाव हर किसी के दिलों दिमाग में है। लोग इससे बचने की जानकारी भी हासिल कर रहे हैं।
अब करेंसी एवं मोबाइल को भी साफ करने लगे हैं उपभोक्ता
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कनीना। कोरोनावायरस के चलते अब धीरे-धीरे लोग नोटों(करेंसी) को प्रयोग करने तथा मोबाइल को बार बार प्रयोग करते समय इनको वायरसरहित करने के बारे में ख्याल आने लगे हैं। विभिन्न तरीकों को अपना रहे हैं ताकि रोगाणु रहित हो सके।
कनीना के मकैनिक रवि कुमार और सुरेश कुमार ने बताया कि सेनिटाइजर को किसी टिशू पेपर या रूई (कॉटन) की सहायता से साफ करते हैं ताकि वायरसरहित बन सके। उन्होंने बताया कि मोबाइल में जहां से सैनिटाइजर अंदर जाने की संभावना होती है उस जगह को टर्न या टिशू पेपर प्रयोग नहीं करना चाहिए।। तत्पश्चात उनको उपयोग करें और उनका कम से कम प्रयोग करना चाहिए। उनका कहना है कि नोटों को अगर इस प्रकार साफ करते हैं तो उनका रंग उडऩे या खराब होने का खतरा बना हुआ है। धीरे-धीरे इसके प्रति जागरूक होते जा रहे हैं और अपने मोबाइल और नोटों को भी धीरे-धीरे साफ कर रहे हैं।
कनीना में प्रैक्टिस कर रहे फिजीशियन डा वेद प्रकाश का कहना है कि जिस व्यक्ति में खांसी जुकाम हो उससे एक मीटर दूरी बनाए रखें क्योंकि यह विषाणु सीधा धरती पर गिरता है और 13द्भ इनको सजीव कोशिका मिले तो कुछ घंटों के बाद नष्ट हो जाता है। ऐसे में एक मीटर दूरी बनाए रखने पर इसका सीधा प्रभाव नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि यह हवा द्वारा नहीं फैलता है।
डॉ रजनीश सिविल अस्पताल रेवाड़ी का कहना है कोरोना वायरस से नोटो और मोबाइल को प्रयोग करने के लिए एक मात्र इलाज है कि मोबाइल का ज्यादा प्रयोग ना करें। जब भी प्रयोग करें हाथों को सैनिटाइज करें सैनिटाइज करने से मोबाइल पर रोगाणु मोबाइल पर नहीं लगेंगे। तत्पश्चात दोबारा प्रयोग करते समय फिर से हाथों पर सेनिटाइज करें।
उन्होंने बताया कि नोटों को सैनिटाइज नहीं किया जा सकता। नोटों को कम से कम प्रयोग किया जाए, बार बार न गिने या हाथों में दस्तानें आदि पहन कर नोटों को गिना जाए। उन्होंने बताया कि नोटो पर सैनिटाइजर प्रयोग करने का प्रयास करें तो नोटों पर क्रप्रभाव पड़ सकता है और वे नष्ट भी हो सकते हैं।
फोटो कैप्शन 3: फोन को सेनिटाइज करता मैकेनिक
साथ में डा वेदप्रकाश एवं डा रजनीश।
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