दो केंद्रों पर परीक्षा रद्द कर,तीन परीक्षा केंद्र किए स्थानांतरित
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कनीना। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह मलिक ने अपने भारी संख्या में सहयोगियों सहित कनीना क्षेत्र के कई परीक्षा केंद्रों पर छापा मारा और समस्त जानकारी हासिल कर तीन केंद्रों को स्थानांतरित कर दिया वहीं दो केंद्रों की परीक्षा अंग्रेजी की परीक्षा रद्द कर दी गई।
गुरुवार को अंग्रेजी का दसवीं कक्षा का पेपर शुरू होने के बाद चेयरमैन की फ्लाइंग बतौर जगबीर सिंह मलिक चेयरमैन हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने करीब तीन दर्जन साथियों सहित कनीना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय केंद्र पर बाहरी हस्तक्षेप के चलते गुुरुवार की परीक्षा रद्द कर दी गई।
तत्पश्चात उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में छापा मारा जहां भारी मात्रा में हस्तक्षेप के चलते गुरुवार की परीक्षा रद्द करते हुए परीक्षा केंद्र शिक्षा भारती स्कूल में स्थानांतरित कर दिया। तत्पश्चात सेहलंग स्कूल में परीक्षा केंद्र में छापा मारा जहां पर भी भारी हस्तक्षेप के चलते वहां का परीक्षा केंद्र राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में शिफ्ट कर दिया। बाघोत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का परीक्षा केंद्र अरावली स्कूल महेंद्र्रगढ़ स्थानांतरित कर दिया।
यही नहीं बोर्ड की फ्लाइंग ने कई मोबाइल बरामद किए है। निजी स्कूलों की बसों में जहां पेपर मोबाइल पर हल करने के कारण उनके मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं। चेयरमैन प्ऊ्लाइंग शिक्षकों के मोबाइलों को भी चेक किए। परीक्षा केंद्रों के बाहर भीतर आसपास तथा छतों पर भारी मात्रा में नकल की पर्ची पाई जिन्हें इक_ी करके बोर्ड के चेयरमैन अपने साथ ले गए। वहीं परीक्षा केंद्रों पर तैनात शिक्षकों मोबाइलों को भी चेक किया तथा उनके मोबाइल पर भी नजर रखी। परीक्षा केंद्रों पर नकल करवाने वाले मोबाइल के जरिए नकल करवा रहे थे। उनके मोबाइल भी जब्त कर लिए। कनीना मंडी सहित कई परीक्षा केंद्रों को भी चैक किया। यही नहीं एसडीएम फ्लाइंग ने भी परीक्षा केंद्रों को चैक किया।
दहेज उत्पीडऩ का मामला दर्ज
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कनीना। खंड के गांव ककराला निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि उसकी बेटी के ससुराल पक्ष वालों ने के विरुद्ध दहेज उत्पीडऩ तथा मारपिटाई का मामला दर्ज कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार अतर सिंह निवासी ककराला ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपनी बेटी मनीषा की शादी आठ नवंबर 2019 को हिन्दु रीति रिवाज से पंकज निवासी सीगड़ी के साथ की थी जिसने शादी के मात्र दो दिन बाद ही बच्ची को दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया था। आए दिन मारपीट के साथ बार-बार घर से निकालने की धमकी देने का कार्य किया है। उन्होंने यह भी बताया कि तीन दिन पूर्व उनकी बेटी को उसके ससुराल पक्ष के आधा दर्जन लोगों ने जम कर पीटा तथा उसको जलाने का प्रयास किया जिसमें उसके हाथ व कमर भी जल गई वही उनकी बेटी मनीषा ने किसी तरहा से अपने ससुर का फोन उठाकर मायके वालों के पास फोन किया तो उनका बेटा व पुत्र वधू ने मनीषा की ससूराल में जाकर देखा तो वह बुरी तरहा से जली हुई पाई जिसे सरकारी अस्पताल कनीना में नौ मार्च 2020 को भर्ती कराया गया जहां से उसे नारनौल रेफर कर दिया जहां भी डाक्टरों ने उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया। वहां अब मनीषा की हालत कुछ ठिक होने पर उसने कनीना पुलिस को शिकायत देकर पति पंकज, ससुर रमेश, जेठ जोगिन्द्र, देवर अमित, सुमित के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। कनीना पुलिस ने दहेज उत्पीडऩ एवं मार पीटाई का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रामानंद यादव को मिलेगा कजाकिस्तान में सम्मान
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कनीना। पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी कनीना रामानंद यादव को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए आइकोनिक अचीवर्स काउंसिल कजाकिस्तान में संपन्न होने वाले अंतरर्राष्ट्रीय सम्मिट में 18 अप्रैल 2020 को बेस्ट सोशल सर्विस अवार्ड एवं सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस दिया जाएगा। इससे पहले भी रामानंद यादव को अनेक राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किए जा चुके हैं।
रामानंद यादव ने बताया कि नहीं अभी तक इंटरनेशनल गोल्ड स्टार मिलेनियम अवार्ड नेपाल, ग्लोबल एजूकेशन एक्सीलेंस अवार्ड थाईलैंड, एशिया पैसिफिक अवार्ड ताशकंद, इंटरनेशनल एजूकेशन लीडरशिप अवार्ड थाईलैंड, एशिया पैसिफिक इंटरनेशनल इंटरनेशनल मारिसस, इंटरनेशनल एजूकेशन सोसाइटी अवार्ड दुबई,ग्लोबल सोशल सर्विस अवार्ड थाइलेंड, आर्क आफ इंटरनेशनल एजूकेशन एक्सिलेंस अवार्ड थाइलेंड मिल चुके हैं।
रामानंद 1984 में अंग्रेजी प्रवक्ता सतनाली अध्यापन शुरू किया। तत्पश्चात बावल, सिरसा सीहमा, राखी शाहपुर, बहल, लोहारू विद्यालय में निष्ठापूर्वक अध्यापन कार्य किया। 2002 में राजकीय विद्यालय सोहासड़ा में प्राचार्य पद पर पदोन्नत हुए। 2005 से 2009 तक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान महेंद्रगढ़ में शिक्षण कार्य किया। तत्पश्चात में खंड शिक्षा अधिकारी जाटूसाना पदोन्नति मिली। वर्ष 2011 में खंड शिक्षा अधिकारी स्थानांतरित फरवरी 2014 में उप जिला अधिकारी रेवाड़ी बने तथा जुलाई 2015 सेवानिवृत्ति के बाद विभिन्न संस्थाओं में स्वेच्छापूर्वक अध्यापन कार्य भी किया।
फोटो कैप्शन: रामानंद यादव।
बाबा भीष्म का मेला संपन्न
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कनीना। कनीना खंड के गांव भडफ़ में बाबा भीष्म का मेला संपन्न हो गया। इस मेले में खीर का प्रसाद वितरित किया गया वहीं विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई।
मुख्य अतिथि अटेली विधायक सीताराम यादव थे।
इस अवसर पर कबड्डी खेलों में झमोला की टीम प्रथम रही और 21000 रुपये तथा कैथल की टीम द्वितीय स्थान पर है जिसे 11000 रुपये का इनाम दिया गया। इनाम गांव के सरपंच महेंद्र सिंह तथा अटेली विधायक सीताराम यादव के द्वारा वितरित किया गया। इस अवसर पर विधायक ने गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा की। इस मौके पर समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।
संगीत दोपहरी ने मोहा मन
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कनीना। कनीना की आरएस वाटिका में संगीत दोपहरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। बलवान सिंह आर्य तथा कृष्ण प्रकाश मुख्याध्यापक के संयुक्त प्रयासों से यह प्रथम बार कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें दूरदराज से संगीत प्रेमियों तथा लोगों ने गीत, भजन, संगीत, गजल तथा रागिनी आदि का आनंद लिया।
करीब 4 घंटे चले इस कार्यक्रम में कृष्ण प्रकाश, नेमीचंद, यादराम यादव, लियाकत अली, अनिल झगडू,अजीत बेदी गुढ़ा, मोहित शेखावत, मयूर सागर, मनीष, रमन आदि ने जमकर गजल भजन, गीत, संगीत सुनाया और न केवल स्वयं गीतों पर थिरके अपितु उपस्थित लोगों को भी अपने भजनों पर थिरकाया।
इस मौके पर कनीना के विजयपाल चेयरमैन, विजय सिंह चेयरमैन, अशोक पैकन प्राचार्य, सुनील कुमार प्राचार्य, राव मोहर सिंह प्रधान आर्य समाज, मनफूल आर्य, रविंद्र बंसल, बलवान आर्य, कृष्णप्रकाश, मुकेश नंबरदार, अनिल सरपंच, राजकुमार कनीनवाल, शिव कुमार्र,सचिन कुमार प्रवक्ता, मनोज कुमार रोहिल्ला,नवीन कुमार, सुमेर सिंह चेयरमैन आदि उपस्थित थे। संगीत लियाकत अली ने दिया।
ऋषियों के बताए मार्ग का अनुसरण करना ही उत्तम-मुरारी लाल
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कनीना। आर्य सत्संग मंडल, सेहलंग के कार्यकर्ताओं ने गांव के माता मंदिर में हवन यज्ञ का आयोजन किया। यज्ञ मुरारी लाल आर्य की पुरोहिताई ओर अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। यजमान के पद पर मास्टर मनोज कुमार अपनी धर्मपत्नी सविता देवी के साथ विराजमान थे।
यज्ञ की वेदी पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मास्टर मनोज कुमार ने बताया कि हमें अपने जीवन में नकल तो करनी चाहिए लेकिन वो नकल किसी अच्छे काम की करनी चाहिए बुरे की नहीं। बुरे कर्म में प्रवृत्त होने पर मानव जीवन नरक बन जाता है। उन्होंने अनेक प्रकार के दृष्टांत देते हुए समझाया कि मानव जीवन अनमोल है इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। ईश्वर का संग पाने का प्रयत्न करना चाहिए, उन्होंने शेर और गाय की कथा सुनाते हुए बताया कि जिसका कोई रक्षक या मालिक होता है उसका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता। उसी प्रकार मानव को भी परमात्मा को अपना रक्षक बनाने का प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने यज्ञ पर उपस्थित लोगों से अपने घरों में यज्ञ की परम्परा डालने का आह्वान भी किया।
अध्यक्ष मुरारी लाल आर्य जी ने बताया कि हमारे ऋषियों ने जो मर्यादाएं स्थापित की वो शत प्रतिशत सत्य हैं। उन्होंने कहा की ऋषियों की जो बातें है उनके जो विचार हैं वो सत्य हैं उन्हीं को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। स्वाध्याय से कभी भी प्रमाद नहीं करना चाहिए। स्वाध्याय को अपने जीवन का अहम हिस्सा बनाना चाहिए और नित्य ऋषि ग्रंथों का स्वाध्याय करना चाहिए जिससे जीवन को सही दिशा ओर दशा मिल सके। उन्होंने कहा कि घी खाने से तो केवल खाने से तो केवल खाने वालों का ही फायदा होता है किन्तु यज्ञ करने से प्राणिमात्र का फायदा होता है। इसलिए हमें यज्ञ को अपने जीवन का एक अहम हिस्सा बनाना चाहिए।
इस मौके पर सतपाल थानेदार, कुलभूषण शर्मा, बाबूलाल, अशोक आर्य, सतीश कुमार, नरवीर यादव, राहुल आर्य, नीरज यादव, दीपक शास्त्री, कुलदीप यादव, रोहित कुमार, अंकित यादव, सचिन, कर्मपाल, नवीन, मोनू, आदि यज्ञ प्रेमी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 3: यज्ञ करते सेहलंग के जन।
कुत्ते पालते हैं किंतु लाइसेंस नहीं रखते
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कनीना। उपमंडल कनीना के विभिन्न गांवों मेें कुत्ते की खतरनाक नस्लें रखते हैं किंतु अभी तक किसी एक व्यक्ति ने भी लाइसेंस नहीं ले रखा है। जबकि खतरनाक कुत्ते पालने पर प्रतिबंध है फिर भी खतरनाक कुत्ते भी पाले जा रहे हैं।
एक वक्त था जब गलियों में घूमने वाले कुत्तों को विशेषकर आवारा कुत्तों को हल्का विष देकर मारा जाता था किंतु अब पशु कू्ररता अधिनियम के तहत इन कुत्तों को नहीं मारा जा सकता है। उधर कुत्तों के शौकीन खतरनाक कुत्ते भी रखने का सिलसिला जारी है। हर दूसरे या तीसरे घर में कुत्ता पाला जा रहा है तथा नियमानुसार एंटी रेबीज के टीके लगवाने चाहिए तथा कुत्ते पालने का लाइसेंस लिया जाए। बहुत से लोग कुत्ते तो पालते हैं किंतु नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं जिसके चलते कुत्तों के काटने तथा उनके द्वारा रेबीज रोग फैलने का भय बना रहता है।
पशु चिकित्सक महेंद्र सिंह ने बताया कि विगत दिनों एंटी रेबीज के टीके लगाने का सिलसिला चला था वहीं एंटी रेबीज का टीका अधिक महंगा नहीं है। जागरूकता आने से अब ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी एंटी रेबीज का टीका लगवाने लगे हैं।
सुमेर सिंह, महेश कुमार, सुरेश कुमार का कहना है कि घरों में खतरनांक कुत्ते पालने वाले कुत्तों को दिनभर खुला छोड़ देते हैं जिसके चलते कुत्तों के काटने का भय बना रहता है। उन्होंने बताया कि विगत अर्से में कुत्तों द्वारा काटने से कई मौतें भी हो चुकी हैं वहीं कुत्तों द्वारा काटे जाने के मामले सामने भी आ रहे हैं। कनीना पुलिस में भी एक मामला विगत दिनों कुत्ते द्वारा काटे जाने का सामने आया था। उन्होंने खतरनाक कुत्तों की नस्लें पालने पर प्रतिबंध लगाने तथा कुत्तों को एंटी रेबीज के टिके लगवाने की हिदायत देने की मांग की है।
लोगों ने विभिन्न नस्ल के कुत्तों को इसलिए पाल रखा है कि कुत्तों को शर्त लगाकर लड़ाते हैं तथा एक मोटी ईनाम भी जीतने का कार्य करते है। इस प्रकार का एक मामला पिछले वर्ष सामने आया था जब दिल्ली गुडग़ांव जैसे बड़े शहरों से भी कई कुत्तों को आलीशान गाडिय़ों में बैठा कर लाया गया था और उनको आपस में लड़ाया गया था जिसकी वजह से कुछ लोगों की फसल का भी बड़ा नुकसान होगया था जिसके कारण ये मामला काफी गर्मा गया था लेकिन इसके बाद भी इस पर सरकार व प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। सुबह तथा साय सैर के लिए जाते है तो ये खतरनाक किस्म के कुत्ते पालने वाले मालिक भी अपने कुत्तों को लेकर घूमते है जिसके कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है।
कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि अभी तक नगरपालिका के तहत किसी भी कुत्ता पालने वाले ने कोई लाइसेंस आदि नहीं ले रखा है और न ही उनके पास कोई रिकार्ड है कि किस किस ने खतरनाक कुत्ता पाल रखा है।
सभी ट्रेनों के ठहराव के लिए ज्ञापन देने का सिलसिला जारी
-कनीना के लोगों ने भी दिया था ज्ञापन
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कनीना। कनीना खास रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों का ठहराव करने तथा समस्याओं को हल करने संबंधित बुधवार को तीन ज्ञापन स्टेशन अधीक्षक निहाल सिंह के जरिए मंडल प्रबंधक उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर को भेजे हैं। वहीं विगत दिनों रसुलपुर के लोगों ने भी ऐसा ही एक ज्ञापन भेजा था। गुरुवार को कनीना व्यापार मंडल के अध्यक्ष निरंजनलाल तथा कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार एवं पार्षदों की ओर से दिया गया।
उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि कनीना खास रेलवे स्टेशन के आस पास 58 गांव पड़ते हैं वह 30 गांव रेवाड़ी जिले के आसपास लगते हैं। यह सैनिकों का गढ़ है। कनीना अनाज मंडी व्यापारिक प्रतिठान है। कनीना खास से प्रतिदिन हजारों यात्री इधर उधर रवाना होते हैं। कनीना से दिल्ली तथा बीकानेर साइड को 30 ट्रेनों का आवागमन प्रतिदिन होता है किंतु जिनमें से महज 8 पैसेंजर ट्रेन ही ठहराव करती है।
कनीना खास रेलवे स्टेशन पर 2008 से पहले सभी एक्सप्रेस एवं सुपरफास्ट ट्रेन ठहराव करती थी परंतु बड़ी लाइन बनने के बाद कोई सुपरफास्ट ट्रेन नहीं करती। ट्रेन पकडऩे के लिए या तो 35 किमी दूर रेवाड़ी जाना पड़ता है या फिर 20 किमी दूर महेंद्रगढ़ जाना पड़ता है।
नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना, वाल्मीकि मंदिर संगठन कनीना तथा पितामह कान्ह सिंह धर्मााला संगठन कनीना ने कनीना खास रेलवे स्टेशन पर सभी सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित करने की मांग की है।
साथ में कनीना खास रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 1 से प्लेटफार्म नंबर 2 पहुंचने के लिए 1 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इस पर फलाई ओवर बनाने, प्लेटफार्म नंबर दो पर वर्षा से बचाने के लिए टीन शेड कम से कम 200 व्यक्तियों के रुकने टीन शेड बनवाने, लाइन नंबर एक पर टीन शेड का विस्तार करने की मांग भी की है।
उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि कनीना क्षेत्र सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है। भारत सरकार की तरफ से इस क्षेत्र के सैनिकों ने अनेक ,बहादुरी के जलवे दिखाकर अशोक चक्र, वीर चक्र, वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले,रेंजांगला पर लडऩे वाले वीर सैनिक क्षेत्र के हैं। सैनिकों की भलाई और क्षेत्रवासियों की सुविधा के दृष्टिगत अस्थाई ट्रेनों के ठहराव को स्थायी करने की मांग की है। ज्ञापन लेकर स्टेशन मास्टर निहाल सिंह ने ज्ञापन अविलंब उच्च अधिकारियों को भेजने का आश्वासन दिया। इस मौके पर भारत विकास परिषद के कंवरसेन वशिष्ठ, सुमेर सिंह चेयरमैन, नेताजी मेमोरियल क्लब प्रधान सतपाल सिंह, कृष्ण सिंह पूर्व मुख्याध्यापक,बीर सिंह, मा दलीप सिंह, समाजसेवी सुरेश शर्मा खेड़ी आदि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि उपमंडल कनीना के लोगों की बहुत लंबे समय से ये मांगे चली आ रही है किंतु इन पर अमल नहीं लाया जा रहा है। मंत्री, विधायक एवं सांसदों ने महज आश्वासन दिए हैं।
फोटो कैप्शन 02 : ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर ज्ञापन देते हुए लोग।
छेड़छाड़ करने वाला भेजा न्यायिक हिरासत में
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कनीना। ट्यूशन पर पढऩे वाली छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाले ट्यूटर के विरुद्ध कनीना थाने में प्रवीण नामक ट्यूटर के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया तथा मंगलवार को ट्यूटर गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उन्हें कनीना के न्यायालय में पेश किया जहां उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कनीना पुलिस ने लड़की के परिजनों के बयान पर छेड़छाड़ एवं पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा आगामी कार्रवाई की जा रही है। उधर लड़की का 164 के तहत बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। ट्यूटर ने ट्यूूशन पर आई लड़की के साथ छेड़छाड़ की। लड़की ने अपने परिजनों को बताया। परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया और उसे गिरफ्तार किया गया।
'विशिष्ट कस्बा होने के कारण नाम पड़ा कनीना खास रेलवे स्टेशन
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संवाद सहयोगी, कनीना। कनीना के रेलवे स्टेशन का नाम कनीना खास रेलवे स्टेशन है जिसके पीछे 'विशिष्ट
कस्बा होने के गौरव प्राप्त रहा है। इसलिए इसको 1935 में कनीना खास रेलवे स्टेशन नाम दिया गया था।
उस वक्त बीकानेर के राजा गंगा सिंह के वक्त दिल्ली से रेवाड़ी तक रेलवे मार्ग बना था क्योंकि बीकानेर के राजा गंगा सिंह को बीकानेर के लिए आना जाना पड़ता था। ट्रेन प्रमुख साधन होता था। इसलिए उन्होंने इस रेलवे ट्रैक को रेवाड़ी से बीकानेर तक बनवाया किंतु यह रेलवे मार्ग कनीना से करीब 8 किलोमीटर दूर इसराना होकर गुजरना था। रेवाड़ी से कानौड़ तक का सबसे पुराना छोटा मार्ग भी इशराना होकर गुजरता था जो आज भी है।
उस वक्त कनीना के पढ़े लिखे लोगों में मेजर भवानी सिंह तथा जमादार भैरव सिंह की बहुत चलती थी। उन्होंने बीकानेर के राजा को पत्र लिखा पत्र में उन्होंने इस रेलवे ट्रैक को कनीना होकर ले जाने की मांग की। बीकानेर के राजा गंगा सिंह ने कनीना के इस कस्बे का दौरा किया और यहां से बहुत प्रभावित हुए जिसके चलते इसे खास कस्बा का टाइटल मिला। सर्वे के तहत से होकर गुजरने की मांग की
त्पश्चात बीकानेर के राजा ने कनीना एक खास कस्बे से होकर इस लाइन को गुजारने के बारे में तत्कालीन अधिकारियों को आदेा दिया। अधिकारियों ने कनीना खास कस्बे से होकर रेलवे लाइन गुजारने पर एक मोड़ देने की बात कही। जैनाबाद ढहीना के पास घुमाव देकर रेलवे लाइन को कनीना खास से गुजारा गुजारी गई। इसलिए आज भी कनीना रेलवे स्टेशन नाम कनीना खास पड़ा हुआ है।
1935 में भी कनीना में टाउन नगरपालिका होती थी और यह नगरपालिका कस्बे का विकास करवाती थी। उस वक्त भी सभी ट्रेन कनीना में ठहरा करती थी किंतु वर्तमान में जहां कनीना उपमंडल बना है तो ट्रेनों का ठहराव बंद कर दिया गया। लंबे समय से ट्रेनों के ठहराव की मांग चली आ रही है।एक बार फिर से कनीना खास एवं आसपास के लोग उस पुरानी मांग को दोहरा रहे हैं।
फोटो कैप्शन एक: कनीना खास रेलवे स्टेशन।
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कनीना। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन जगबीर सिंह मलिक ने अपने भारी संख्या में सहयोगियों सहित कनीना क्षेत्र के कई परीक्षा केंद्रों पर छापा मारा और समस्त जानकारी हासिल कर तीन केंद्रों को स्थानांतरित कर दिया वहीं दो केंद्रों की परीक्षा अंग्रेजी की परीक्षा रद्द कर दी गई।
गुरुवार को अंग्रेजी का दसवीं कक्षा का पेपर शुरू होने के बाद चेयरमैन की फ्लाइंग बतौर जगबीर सिंह मलिक चेयरमैन हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने करीब तीन दर्जन साथियों सहित कनीना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय केंद्र पर बाहरी हस्तक्षेप के चलते गुुरुवार की परीक्षा रद्द कर दी गई।
तत्पश्चात उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में छापा मारा जहां भारी मात्रा में हस्तक्षेप के चलते गुरुवार की परीक्षा रद्द करते हुए परीक्षा केंद्र शिक्षा भारती स्कूल में स्थानांतरित कर दिया। तत्पश्चात सेहलंग स्कूल में परीक्षा केंद्र में छापा मारा जहां पर भी भारी हस्तक्षेप के चलते वहां का परीक्षा केंद्र राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में शिफ्ट कर दिया। बाघोत के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का परीक्षा केंद्र अरावली स्कूल महेंद्र्रगढ़ स्थानांतरित कर दिया।
यही नहीं बोर्ड की फ्लाइंग ने कई मोबाइल बरामद किए है। निजी स्कूलों की बसों में जहां पेपर मोबाइल पर हल करने के कारण उनके मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं। चेयरमैन प्ऊ्लाइंग शिक्षकों के मोबाइलों को भी चेक किए। परीक्षा केंद्रों के बाहर भीतर आसपास तथा छतों पर भारी मात्रा में नकल की पर्ची पाई जिन्हें इक_ी करके बोर्ड के चेयरमैन अपने साथ ले गए। वहीं परीक्षा केंद्रों पर तैनात शिक्षकों मोबाइलों को भी चेक किया तथा उनके मोबाइल पर भी नजर रखी। परीक्षा केंद्रों पर नकल करवाने वाले मोबाइल के जरिए नकल करवा रहे थे। उनके मोबाइल भी जब्त कर लिए। कनीना मंडी सहित कई परीक्षा केंद्रों को भी चैक किया। यही नहीं एसडीएम फ्लाइंग ने भी परीक्षा केंद्रों को चैक किया।
दहेज उत्पीडऩ का मामला दर्ज
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कनीना। खंड के गांव ककराला निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत देकर बताया कि उसकी बेटी के ससुराल पक्ष वालों ने के विरुद्ध दहेज उत्पीडऩ तथा मारपिटाई का मामला दर्ज कराया है।
मिली जानकारी के अनुसार अतर सिंह निवासी ककराला ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपनी बेटी मनीषा की शादी आठ नवंबर 2019 को हिन्दु रीति रिवाज से पंकज निवासी सीगड़ी के साथ की थी जिसने शादी के मात्र दो दिन बाद ही बच्ची को दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया था। आए दिन मारपीट के साथ बार-बार घर से निकालने की धमकी देने का कार्य किया है। उन्होंने यह भी बताया कि तीन दिन पूर्व उनकी बेटी को उसके ससुराल पक्ष के आधा दर्जन लोगों ने जम कर पीटा तथा उसको जलाने का प्रयास किया जिसमें उसके हाथ व कमर भी जल गई वही उनकी बेटी मनीषा ने किसी तरहा से अपने ससुर का फोन उठाकर मायके वालों के पास फोन किया तो उनका बेटा व पुत्र वधू ने मनीषा की ससूराल में जाकर देखा तो वह बुरी तरहा से जली हुई पाई जिसे सरकारी अस्पताल कनीना में नौ मार्च 2020 को भर्ती कराया गया जहां से उसे नारनौल रेफर कर दिया जहां भी डाक्टरों ने उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया। वहां अब मनीषा की हालत कुछ ठिक होने पर उसने कनीना पुलिस को शिकायत देकर पति पंकज, ससुर रमेश, जेठ जोगिन्द्र, देवर अमित, सुमित के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। कनीना पुलिस ने दहेज उत्पीडऩ एवं मार पीटाई का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रामानंद यादव को मिलेगा कजाकिस्तान में सम्मान
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कनीना। पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी कनीना रामानंद यादव को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए आइकोनिक अचीवर्स काउंसिल कजाकिस्तान में संपन्न होने वाले अंतरर्राष्ट्रीय सम्मिट में 18 अप्रैल 2020 को बेस्ट सोशल सर्विस अवार्ड एवं सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस दिया जाएगा। इससे पहले भी रामानंद यादव को अनेक राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किए जा चुके हैं।
रामानंद यादव ने बताया कि नहीं अभी तक इंटरनेशनल गोल्ड स्टार मिलेनियम अवार्ड नेपाल, ग्लोबल एजूकेशन एक्सीलेंस अवार्ड थाईलैंड, एशिया पैसिफिक अवार्ड ताशकंद, इंटरनेशनल एजूकेशन लीडरशिप अवार्ड थाईलैंड, एशिया पैसिफिक इंटरनेशनल इंटरनेशनल मारिसस, इंटरनेशनल एजूकेशन सोसाइटी अवार्ड दुबई,ग्लोबल सोशल सर्विस अवार्ड थाइलेंड, आर्क आफ इंटरनेशनल एजूकेशन एक्सिलेंस अवार्ड थाइलेंड मिल चुके हैं।
रामानंद 1984 में अंग्रेजी प्रवक्ता सतनाली अध्यापन शुरू किया। तत्पश्चात बावल, सिरसा सीहमा, राखी शाहपुर, बहल, लोहारू विद्यालय में निष्ठापूर्वक अध्यापन कार्य किया। 2002 में राजकीय विद्यालय सोहासड़ा में प्राचार्य पद पर पदोन्नत हुए। 2005 से 2009 तक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान महेंद्रगढ़ में शिक्षण कार्य किया। तत्पश्चात में खंड शिक्षा अधिकारी जाटूसाना पदोन्नति मिली। वर्ष 2011 में खंड शिक्षा अधिकारी स्थानांतरित फरवरी 2014 में उप जिला अधिकारी रेवाड़ी बने तथा जुलाई 2015 सेवानिवृत्ति के बाद विभिन्न संस्थाओं में स्वेच्छापूर्वक अध्यापन कार्य भी किया।
फोटो कैप्शन: रामानंद यादव।
बाबा भीष्म का मेला संपन्न
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कनीना। कनीना खंड के गांव भडफ़ में बाबा भीष्म का मेला संपन्न हो गया। इस मेले में खीर का प्रसाद वितरित किया गया वहीं विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की गई।
मुख्य अतिथि अटेली विधायक सीताराम यादव थे।
इस अवसर पर कबड्डी खेलों में झमोला की टीम प्रथम रही और 21000 रुपये तथा कैथल की टीम द्वितीय स्थान पर है जिसे 11000 रुपये का इनाम दिया गया। इनाम गांव के सरपंच महेंद्र सिंह तथा अटेली विधायक सीताराम यादव के द्वारा वितरित किया गया। इस अवसर पर विधायक ने गांव के विकास के लिए दस लाख रुपए देने की घोषणा की। इस मौके पर समस्त ग्रामवासी उपस्थित थे।
संगीत दोपहरी ने मोहा मन
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कनीना। कनीना की आरएस वाटिका में संगीत दोपहरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। बलवान सिंह आर्य तथा कृष्ण प्रकाश मुख्याध्यापक के संयुक्त प्रयासों से यह प्रथम बार कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें दूरदराज से संगीत प्रेमियों तथा लोगों ने गीत, भजन, संगीत, गजल तथा रागिनी आदि का आनंद लिया।
करीब 4 घंटे चले इस कार्यक्रम में कृष्ण प्रकाश, नेमीचंद, यादराम यादव, लियाकत अली, अनिल झगडू,अजीत बेदी गुढ़ा, मोहित शेखावत, मयूर सागर, मनीष, रमन आदि ने जमकर गजल भजन, गीत, संगीत सुनाया और न केवल स्वयं गीतों पर थिरके अपितु उपस्थित लोगों को भी अपने भजनों पर थिरकाया।
इस मौके पर कनीना के विजयपाल चेयरमैन, विजय सिंह चेयरमैन, अशोक पैकन प्राचार्य, सुनील कुमार प्राचार्य, राव मोहर सिंह प्रधान आर्य समाज, मनफूल आर्य, रविंद्र बंसल, बलवान आर्य, कृष्णप्रकाश, मुकेश नंबरदार, अनिल सरपंच, राजकुमार कनीनवाल, शिव कुमार्र,सचिन कुमार प्रवक्ता, मनोज कुमार रोहिल्ला,नवीन कुमार, सुमेर सिंह चेयरमैन आदि उपस्थित थे। संगीत लियाकत अली ने दिया।
ऋषियों के बताए मार्ग का अनुसरण करना ही उत्तम-मुरारी लाल
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कनीना। आर्य सत्संग मंडल, सेहलंग के कार्यकर्ताओं ने गांव के माता मंदिर में हवन यज्ञ का आयोजन किया। यज्ञ मुरारी लाल आर्य की पुरोहिताई ओर अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। यजमान के पद पर मास्टर मनोज कुमार अपनी धर्मपत्नी सविता देवी के साथ विराजमान थे।
यज्ञ की वेदी पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मास्टर मनोज कुमार ने बताया कि हमें अपने जीवन में नकल तो करनी चाहिए लेकिन वो नकल किसी अच्छे काम की करनी चाहिए बुरे की नहीं। बुरे कर्म में प्रवृत्त होने पर मानव जीवन नरक बन जाता है। उन्होंने अनेक प्रकार के दृष्टांत देते हुए समझाया कि मानव जीवन अनमोल है इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। ईश्वर का संग पाने का प्रयत्न करना चाहिए, उन्होंने शेर और गाय की कथा सुनाते हुए बताया कि जिसका कोई रक्षक या मालिक होता है उसका कोई कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता। उसी प्रकार मानव को भी परमात्मा को अपना रक्षक बनाने का प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने यज्ञ पर उपस्थित लोगों से अपने घरों में यज्ञ की परम्परा डालने का आह्वान भी किया।
अध्यक्ष मुरारी लाल आर्य जी ने बताया कि हमारे ऋषियों ने जो मर्यादाएं स्थापित की वो शत प्रतिशत सत्य हैं। उन्होंने कहा की ऋषियों की जो बातें है उनके जो विचार हैं वो सत्य हैं उन्हीं को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। स्वाध्याय से कभी भी प्रमाद नहीं करना चाहिए। स्वाध्याय को अपने जीवन का अहम हिस्सा बनाना चाहिए और नित्य ऋषि ग्रंथों का स्वाध्याय करना चाहिए जिससे जीवन को सही दिशा ओर दशा मिल सके। उन्होंने कहा कि घी खाने से तो केवल खाने से तो केवल खाने वालों का ही फायदा होता है किन्तु यज्ञ करने से प्राणिमात्र का फायदा होता है। इसलिए हमें यज्ञ को अपने जीवन का एक अहम हिस्सा बनाना चाहिए।
इस मौके पर सतपाल थानेदार, कुलभूषण शर्मा, बाबूलाल, अशोक आर्य, सतीश कुमार, नरवीर यादव, राहुल आर्य, नीरज यादव, दीपक शास्त्री, कुलदीप यादव, रोहित कुमार, अंकित यादव, सचिन, कर्मपाल, नवीन, मोनू, आदि यज्ञ प्रेमी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 3: यज्ञ करते सेहलंग के जन।
कुत्ते पालते हैं किंतु लाइसेंस नहीं रखते
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कनीना। उपमंडल कनीना के विभिन्न गांवों मेें कुत्ते की खतरनाक नस्लें रखते हैं किंतु अभी तक किसी एक व्यक्ति ने भी लाइसेंस नहीं ले रखा है। जबकि खतरनाक कुत्ते पालने पर प्रतिबंध है फिर भी खतरनाक कुत्ते भी पाले जा रहे हैं।
एक वक्त था जब गलियों में घूमने वाले कुत्तों को विशेषकर आवारा कुत्तों को हल्का विष देकर मारा जाता था किंतु अब पशु कू्ररता अधिनियम के तहत इन कुत्तों को नहीं मारा जा सकता है। उधर कुत्तों के शौकीन खतरनाक कुत्ते भी रखने का सिलसिला जारी है। हर दूसरे या तीसरे घर में कुत्ता पाला जा रहा है तथा नियमानुसार एंटी रेबीज के टीके लगवाने चाहिए तथा कुत्ते पालने का लाइसेंस लिया जाए। बहुत से लोग कुत्ते तो पालते हैं किंतु नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं जिसके चलते कुत्तों के काटने तथा उनके द्वारा रेबीज रोग फैलने का भय बना रहता है।
पशु चिकित्सक महेंद्र सिंह ने बताया कि विगत दिनों एंटी रेबीज के टीके लगाने का सिलसिला चला था वहीं एंटी रेबीज का टीका अधिक महंगा नहीं है। जागरूकता आने से अब ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी एंटी रेबीज का टीका लगवाने लगे हैं।
सुमेर सिंह, महेश कुमार, सुरेश कुमार का कहना है कि घरों में खतरनांक कुत्ते पालने वाले कुत्तों को दिनभर खुला छोड़ देते हैं जिसके चलते कुत्तों के काटने का भय बना रहता है। उन्होंने बताया कि विगत अर्से में कुत्तों द्वारा काटने से कई मौतें भी हो चुकी हैं वहीं कुत्तों द्वारा काटे जाने के मामले सामने भी आ रहे हैं। कनीना पुलिस में भी एक मामला विगत दिनों कुत्ते द्वारा काटे जाने का सामने आया था। उन्होंने खतरनाक कुत्तों की नस्लें पालने पर प्रतिबंध लगाने तथा कुत्तों को एंटी रेबीज के टिके लगवाने की हिदायत देने की मांग की है।
लोगों ने विभिन्न नस्ल के कुत्तों को इसलिए पाल रखा है कि कुत्तों को शर्त लगाकर लड़ाते हैं तथा एक मोटी ईनाम भी जीतने का कार्य करते है। इस प्रकार का एक मामला पिछले वर्ष सामने आया था जब दिल्ली गुडग़ांव जैसे बड़े शहरों से भी कई कुत्तों को आलीशान गाडिय़ों में बैठा कर लाया गया था और उनको आपस में लड़ाया गया था जिसकी वजह से कुछ लोगों की फसल का भी बड़ा नुकसान होगया था जिसके कारण ये मामला काफी गर्मा गया था लेकिन इसके बाद भी इस पर सरकार व प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। सुबह तथा साय सैर के लिए जाते है तो ये खतरनाक किस्म के कुत्ते पालने वाले मालिक भी अपने कुत्तों को लेकर घूमते है जिसके कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है।
कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि अभी तक नगरपालिका के तहत किसी भी कुत्ता पालने वाले ने कोई लाइसेंस आदि नहीं ले रखा है और न ही उनके पास कोई रिकार्ड है कि किस किस ने खतरनाक कुत्ता पाल रखा है।
सभी ट्रेनों के ठहराव के लिए ज्ञापन देने का सिलसिला जारी
-कनीना के लोगों ने भी दिया था ज्ञापन
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कनीना। कनीना खास रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों का ठहराव करने तथा समस्याओं को हल करने संबंधित बुधवार को तीन ज्ञापन स्टेशन अधीक्षक निहाल सिंह के जरिए मंडल प्रबंधक उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर को भेजे हैं। वहीं विगत दिनों रसुलपुर के लोगों ने भी ऐसा ही एक ज्ञापन भेजा था। गुरुवार को कनीना व्यापार मंडल के अध्यक्ष निरंजनलाल तथा कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार एवं पार्षदों की ओर से दिया गया।
उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि कनीना खास रेलवे स्टेशन के आस पास 58 गांव पड़ते हैं वह 30 गांव रेवाड़ी जिले के आसपास लगते हैं। यह सैनिकों का गढ़ है। कनीना अनाज मंडी व्यापारिक प्रतिठान है। कनीना खास से प्रतिदिन हजारों यात्री इधर उधर रवाना होते हैं। कनीना से दिल्ली तथा बीकानेर साइड को 30 ट्रेनों का आवागमन प्रतिदिन होता है किंतु जिनमें से महज 8 पैसेंजर ट्रेन ही ठहराव करती है।
कनीना खास रेलवे स्टेशन पर 2008 से पहले सभी एक्सप्रेस एवं सुपरफास्ट ट्रेन ठहराव करती थी परंतु बड़ी लाइन बनने के बाद कोई सुपरफास्ट ट्रेन नहीं करती। ट्रेन पकडऩे के लिए या तो 35 किमी दूर रेवाड़ी जाना पड़ता है या फिर 20 किमी दूर महेंद्रगढ़ जाना पड़ता है।
नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना, वाल्मीकि मंदिर संगठन कनीना तथा पितामह कान्ह सिंह धर्मााला संगठन कनीना ने कनीना खास रेलवे स्टेशन पर सभी सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित करने की मांग की है।
साथ में कनीना खास रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 1 से प्लेटफार्म नंबर 2 पहुंचने के लिए 1 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इस पर फलाई ओवर बनाने, प्लेटफार्म नंबर दो पर वर्षा से बचाने के लिए टीन शेड कम से कम 200 व्यक्तियों के रुकने टीन शेड बनवाने, लाइन नंबर एक पर टीन शेड का विस्तार करने की मांग भी की है।
उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि कनीना क्षेत्र सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है। भारत सरकार की तरफ से इस क्षेत्र के सैनिकों ने अनेक ,बहादुरी के जलवे दिखाकर अशोक चक्र, वीर चक्र, वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले,रेंजांगला पर लडऩे वाले वीर सैनिक क्षेत्र के हैं। सैनिकों की भलाई और क्षेत्रवासियों की सुविधा के दृष्टिगत अस्थाई ट्रेनों के ठहराव को स्थायी करने की मांग की है। ज्ञापन लेकर स्टेशन मास्टर निहाल सिंह ने ज्ञापन अविलंब उच्च अधिकारियों को भेजने का आश्वासन दिया। इस मौके पर भारत विकास परिषद के कंवरसेन वशिष्ठ, सुमेर सिंह चेयरमैन, नेताजी मेमोरियल क्लब प्रधान सतपाल सिंह, कृष्ण सिंह पूर्व मुख्याध्यापक,बीर सिंह, मा दलीप सिंह, समाजसेवी सुरेश शर्मा खेड़ी आदि उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि उपमंडल कनीना के लोगों की बहुत लंबे समय से ये मांगे चली आ रही है किंतु इन पर अमल नहीं लाया जा रहा है। मंत्री, विधायक एवं सांसदों ने महज आश्वासन दिए हैं।
फोटो कैप्शन 02 : ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर ज्ञापन देते हुए लोग।
छेड़छाड़ करने वाला भेजा न्यायिक हिरासत में
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कनीना। ट्यूशन पर पढऩे वाली छात्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाले ट्यूटर के विरुद्ध कनीना थाने में प्रवीण नामक ट्यूटर के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया तथा मंगलवार को ट्यूटर गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को उन्हें कनीना के न्यायालय में पेश किया जहां उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कनीना पुलिस ने लड़की के परिजनों के बयान पर छेड़छाड़ एवं पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा आगामी कार्रवाई की जा रही है। उधर लड़की का 164 के तहत बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। ट्यूटर ने ट्यूूशन पर आई लड़की के साथ छेड़छाड़ की। लड़की ने अपने परिजनों को बताया। परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया और उसे गिरफ्तार किया गया।
'विशिष्ट कस्बा होने के कारण नाम पड़ा कनीना खास रेलवे स्टेशन
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संवाद सहयोगी, कनीना। कनीना के रेलवे स्टेशन का नाम कनीना खास रेलवे स्टेशन है जिसके पीछे 'विशिष्ट
कस्बा होने के गौरव प्राप्त रहा है। इसलिए इसको 1935 में कनीना खास रेलवे स्टेशन नाम दिया गया था।
उस वक्त बीकानेर के राजा गंगा सिंह के वक्त दिल्ली से रेवाड़ी तक रेलवे मार्ग बना था क्योंकि बीकानेर के राजा गंगा सिंह को बीकानेर के लिए आना जाना पड़ता था। ट्रेन प्रमुख साधन होता था। इसलिए उन्होंने इस रेलवे ट्रैक को रेवाड़ी से बीकानेर तक बनवाया किंतु यह रेलवे मार्ग कनीना से करीब 8 किलोमीटर दूर इसराना होकर गुजरना था। रेवाड़ी से कानौड़ तक का सबसे पुराना छोटा मार्ग भी इशराना होकर गुजरता था जो आज भी है।
उस वक्त कनीना के पढ़े लिखे लोगों में मेजर भवानी सिंह तथा जमादार भैरव सिंह की बहुत चलती थी। उन्होंने बीकानेर के राजा को पत्र लिखा पत्र में उन्होंने इस रेलवे ट्रैक को कनीना होकर ले जाने की मांग की। बीकानेर के राजा गंगा सिंह ने कनीना के इस कस्बे का दौरा किया और यहां से बहुत प्रभावित हुए जिसके चलते इसे खास कस्बा का टाइटल मिला। सर्वे के तहत से होकर गुजरने की मांग की
त्पश्चात बीकानेर के राजा ने कनीना एक खास कस्बे से होकर इस लाइन को गुजारने के बारे में तत्कालीन अधिकारियों को आदेा दिया। अधिकारियों ने कनीना खास कस्बे से होकर रेलवे लाइन गुजारने पर एक मोड़ देने की बात कही। जैनाबाद ढहीना के पास घुमाव देकर रेलवे लाइन को कनीना खास से गुजारा गुजारी गई। इसलिए आज भी कनीना रेलवे स्टेशन नाम कनीना खास पड़ा हुआ है।
1935 में भी कनीना में टाउन नगरपालिका होती थी और यह नगरपालिका कस्बे का विकास करवाती थी। उस वक्त भी सभी ट्रेन कनीना में ठहरा करती थी किंतु वर्तमान में जहां कनीना उपमंडल बना है तो ट्रेनों का ठहराव बंद कर दिया गया। लंबे समय से ट्रेनों के ठहराव की मांग चली आ रही है।एक बार फिर से कनीना खास एवं आसपास के लोग उस पुरानी मांग को दोहरा रहे हैं।
फोटो कैप्शन एक: कनीना खास रेलवे स्टेशन।
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