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Friday, March 27, 2020

सरपंच ने बांटे मास्क, गांव में छिड़कवाई दवा, खिला रहे हैं निशुल्क भोजन 
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 कनीना। कोरोनावायरस से दो-दो हाथ करने के लिए अब सरपंच भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। कनीना उपमंडल के गांव ढाणा में सरपंच सुशील कुमार ने कोरोना के लिए न केवल गांव के लोगों को जागरूक किया है अपितु अपने सहयोगी और पंचों की सहायता से पूरे ही गांव में दवा का छिड़काव करवाया है। ट्रैक्टर की सहायता से पूरे गांव फोगिंग के अतिरिक्त मास्क वितरित किए हैं। सरपंच सुशील कुमार ने बताया कि फागिंग करवाने के अतिरिक्त सैनिटाइजर लोगों को दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोनावायरस की समस्त जानकारी से लोगों को जागरूक करवा रहे हैं।
 उन्होंने ऐतिहात के सभी कदम उठाने के प्रयास करने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि गांव में बाहर से आए और मजदूर ,गरीब, दिहाड़ीदार लोगों के लिए पूरे ही गांव से भोजन इकट्ठा किया जा रहा है वहीं पंचायत की ओर से भी प्रबंध किया गया है ताकि इन लोगों का पेट भरा जा सके कोई भूखा नहीं सोए। सरपंच ने सभी ग्रामीणों से मांग की है कि किसी प्रकार की कोई बैठक आयोजित न करें और न ही किसी प्रकार का कोई कार्यक्रम आयोजित करें ताकि भीड़ इक_ी न हो सके।
  उधर कनीना के गांव खंड के गांव मोड़ी में कोरोनावायरस को भगाने के लिए सरपंच महेंद्र सिंह ने अपने सहयोगियों कुलदीप, कर्मवीर, अजय आदि की सहायता से गांव मोड़ी व गांव गोमली में तथा सीमा क्षेत्र की ढाणियों में दवाई स्प्रे करवाई। इस मौके पर अजय कुमार, गजराज सिंह, सतीश कुमार, सरपंच महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि वे कोरोना से बचने के लिए सावधानियां बरत रहे हैं। उन्होंने लोगों को प्रेरित किया और बचाव में ही बचाव बताया।
 फोटो कैप्शन  6: मास्क बंटवाते हुए सुशील कुमार सरपंच
7: फागिंग करवाते हुए सरपंच सुशील कुमार।
8: मोड़ी में दवा का छिड़काव करते अजय एवं कर्मवीर।


बार-बार बूंदाबांदी बाधित कर रही है लावणी 

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कनीना। एक ओर जहां किसान खेतों में त्वरित कार्रवाई करते हुए लावणी में जुटे हुए वहीं पूरा देश महामारी की चपेट में है। ऐसे में किसानों की परेशानी बूंदाबांदी बढ़ा रही है। विगत 3 दिनों से मौसम बिगड़ रहा है। प्रतिदिन हल्की बूंदाबांदी होती है और काम बाधित हो जाता है। विभिन्न प्रांतों से आए हुए मजदूरों द्वारा लावणी का कार्य पूर्ण किया जा रहा है वहीं मशीनों से भी लावणी का कार्य चल रहा है। किसान बदलते मौसम के तेवर से बेहद परेशान है।


लॉकडाउन का चौथा दिन, पुलिस सड़कों पर दुकानें खुली 

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 कनीना। लॉकडाउन के शुक्रवार को चौथे दिन जहां आवश्यक सामान की दुकानें खुली वहीं पुलिस सड़कों पर गश्त लगाते देखी गई। एतिहात के सभी कदम उठाए जा रहे है। दुकानदार अपने सामान की बिक्री कर रहे हैं। एक ओर जहां किसान खेतों में तो लोग कुछ समय के लिए घरों से बाहर निकलते हैं और तुरंत सब्जी फल तथा दूसरा सामान लेकर वापस चले जाते हैं। वही दुकानदार रिस्क लेकर प्रतिदिन विभिन्न ग्राहकों से निपट रहे है। ऐसे में यदि कोई भी वायरस पीडि़त व्यक्ति आया तो उनके परिवार को भी खतरा बढ़ सकता है। पुलिस मुख्य मार्ग से आने जाने वाले वाहनों को रुकवा कर तसल्ली कर रही थी किंतु लोग फिर भी जरूरत से अधिक इधर-उधर घूमते देखे जा सकते हैं।


विभिन्न सामाजिक संस्थाए आ रही आगे 

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 कनीना। क्षेत्र में जहां विभिन्न सामाजिक संस्थाएं एवं लोग दिल खोलकर लोगों की सहायता कर रहे हैं वहीं उन्हें जागरूक कर रहे हैं। जगह-जगह मास्क बांटे जा रहे हैं वहीं लोगों को सेनिटाइजर भी दिए जा रहे हैं। हाथ साफ करने तथा कोरोनावायरस से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं वहीं निशुल्क खाने का भी प्रबंध कई संस्थाओं में किया गया है। नगर पालिका कनीना के अतिरिक्त श्रीश्याम मित्र मंडल ने भी मुफ्त खाने का प्रबंध किया है।
एक और जहां विभिन्न प्रांतों से हजारों बेरोजगार यहां लावणी करने आए हुए हैं वे यहां से वापस नहीं जा सकते। अभी उन्हें कुछ दिनों के लिए और रुकना पड़ेगा। अभी सरसों की लावणी के बाद गेहूं की लावणी तथा थ्रेसिंग आदि का कार्य उन्हीं के द्वारा करवाया जाएगा।

अभी तक सुनसान है कनीना मंडी 

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कनीना। कनीना मंडी अभी तक सुनी पड़ी है। कोरोनावायरस की भेंट जहां नवरात्रि नव संवत्सर चढ़ चंके हैं वहीं मंदिरों के दरवाजे भी बंद किए हुए हैं। स्कूल पहले ही बंद है वही अनाज मंडियों में भी कोई किसान अनाज लेकर नहीं आ रहा। इस वक्त सरसों के आने की पूरी उम्मीद थी किंतु कोरोनावायरस के भेंट चढ़ गई है। कनीना पावर हाउस, डाकघर तथा बैंक आदि अपनी सेवाएं दे रहे हैं।पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से सेवा निभा रहा है। पूर्व प्रधान विकास जांगड़ा तथा रामरत्न गोमली पावर हाउस जेई ने बताया कि वे उपभोक्ताओं की समस्याएं सुनने के लिए तत्पर हैं और उनकी बिजली संबंधित शिकायतें अविलंब दूर की जा रही हैं।
फोटे कैपन 5: कनीना पावर हाउस पर सतर्क कर्मी एवं अधिकारी।


झुग्गी झोपडिय़ों में प्रतिदिन खिलाएगा खाना 

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 कनीना। कनीना कस्बे के श्रीश्याम मित्र मंडल प्रतिदिन झुग्गी झोपडिय़ों में रहने वाले लोगों को खाना उपलब्ध करवाएगा। वही फोन पर निशुल्क भोजन घर पर पहुंचाने का कार्य भी करेगा।
 श्रीश्याम मित्र मंडल के प्रधान अनिल गर्ग ने बताया कि श्रीश्याम मित्र मंडल के सभी पदाधिकारी इस कार्य में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और झुग्गी झोपडिय़ों में जाकर प्रतिदिन भविष्य में भी खाना खिलाते रहेंगे। यही नहीं जो भी कोई उनके पास फोन कर खाना मांगेगा तो उसको घर पर खाना पहुंचाने का कार्य भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जब तक लॉकडाउन रहेगा तब तक भूमिका निभाते रहेंगे। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि उनके सहयोगी मोहित जैलदार, सचिन शर्मा, रविंद्र बंसल, संजय, मुकेश सिंगला सहित विभिन्न पदाधिकारी दिन.रात शुक्रवार से खाना बनाकर खिलाने की गतिविधियों में जुट गया है।



सरकारी दायित्वों का पालन दाह संस्कार में भी 

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कनीना। सरकारी हिदायतों का  पालन दाह संस्कार में भी देखने को मिला। गांव ककराला में एक वृद्धा एवं पूर्व पंच की के निधन पर महज सात आदमियों ने जाकर दाह संस्कार किया। उसमें भी सरकारी हिदायतों का पालन करते हुए 1-1 मीटर दूरी पर खड़े होकर दाह संस्कार पूर्ण किया वहीं मातमपुर्सी के लिए रिश्तेदारों एवं अपने सगे संबंधियों को भी सूचित नहीं किया और न  उन्हें बुलाया गया।
 विस्तृत जानकारी देते हुए सरपंच ककराला कृष्ण कुमार ने बताया कि उनके गांव में एक बेहतर पहल हुई है। चंद्रावली पूर्व पंच का निधन होने पर जहां सरकारी हिदायतों का पालन अंतिम संस्कार में करने के बाद अगले ही दिन उनके दिनों काशुद्धिकरण कर दिया गया। अभी तक किसी भी रिश्तेदार को सूचित नहीं किया गया है।


अब पैदल पैदल ही लौट रहे अपने वतन को 

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 कनीना। दूसरे राज्य से आए हुए दिहाड़ीदार मजदूर एवं जन अब पैदल ही अपने वतन की ओर लौट चले हैं। किसी प्रकार का कोई साधन उपलब्ध नहीं होने पर पदयात्रा करते हुए वापिस लौटते नजर आए। आधा दर्जन  युवाओं से इस संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ से कनीना तक पैदल चलकर आए हैं और उन्हें मेरठ जाना है। मेरठ तत्व कोई साधन मिला तो ठीक है वरना धीरे-धीरे पदयात्रा करते हुए पहुंच जाएंगे।
 पार्षद मोहन  कुमार ने उन्हें कहा कि कनीना नगर पालिका में भोजन की व्यवस्था की गई है किंतु उन्होंने भोजन लेने से इंकार कर दिया और अपने थैले उठाकर अपने वतन की ओर लौट चलें। क्षेत्र में दिनों दिन बारिश  तंग कर रही है जिसके चलते उनका काम ठप होता जा रहा है। ऐसे में वापस अपने वतन को जा रहे हैं।
फोटो कैप्शन 3 व 4: अपने वतन को लौटते युवा वर्ग।


एक माह का मानदेय देंगे राहत कोष में

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 कनीना। पालिका कनीना के सभी 15 पार्षद अपना एक-एक माह का मानदेय कोरोनावायरस कोष में देंगे। पालिका प्रधान सतीश जैलदार ने बताया कि यह निर्णय सर्वसम्मति  से लिया गया है और सभी पार्षद सहमत हो गए। उधर पार्षद मुकेश गर्ग वार्ड सात ने 5 महीने का अपना मानदेय राहत कोष में देंगे।




 सभी मजदूरों को मिलेगा मुफ्त खाना
-सभी पार्षद रखेंगे संदिग्ध लोगों पर नजर

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 कनीना। कनीना नगर पालिका कार्यालय में जहां सभी कारीगर और मजदूरों के लिए निशुल्क भोजन की व्यवस्था कर दी गई है वहीं रेन बसेरा में अगर कोई ठहरना चाहे तो उनके ठहरने का प्रबंध भी कर दिया गया है। एसडीएम रणवीर सिंह ने शुक्रवार को एक बैठक में उपस्थित सभी पार्षदों, पालिका प्रधान, पूर्व प्रधान, विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि कोरोना से एकजुट होकर लड़ा जाए। उन्होंने सभी पार्षदों को संदिग्ध लोगों पर अपने अपने वार्ड में नजर रखने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि कारीगर और मजदूर दिहाड़ीदारों को मुफ्त खाना उपलब्ध करवाया जाए क्योंकि सभी काम बंद हो चुके हैं और वे दिहाड़ी कमाने में अब असफल हो गए हैं।
    उपस्थित सभी ने आश्वस्त किया कि वे इस प्रकार का खाना मुफ्त मुहैया करवाएंगे और शुक्रवार से खाने के प्रबंध भी कर दिए हैं ।पालिका प्रधान सतीश जैलदार ने बताया कि उन्होंने तुरंत प्रभाव से आदेश का पालन करते हुए खाने के प्रबंध कर दिए हैं। चाहे कोई मजदूर हो वो खाना निशुल्क खा सकता है। अकाउंटेंट शिवचरण शर्मा ने बताया कि कोई भी मजदूर आकर के अपना नाम या दर्ज भी करवा सकता है चूंकि अधिकारी ने उन्हें मजदूरों एवं दिहाड़ीदारों की सूचि बनाने का आदेश दिया है। पालिका प्रधान ने बताया कि सभी पार्षदों को आदेश दे दिया गया है कि कहीं हुक्का पीते नजर ना आए वही ताश खेलते  लोग नजर ना आए। बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखी जाए। किसी प्रकार का संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तुरंत सूचित किया जाए।
उघर पुलिस प्रशासन ने भी आकर के खाने के प्रबंध का जायजा लिया और संतोष व्यक्त किया। इस अवसर पर जहां नगरपालिका सचिव राजाराम एमई चमनलाल, पालिका प्रधान सतीश जैलदार, पूर्व पालिका प्रधान मास्टर दिलीप सिंह, पूर्व पालिका प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, मोहन पार्षद,अशोक ठेकेदार, पंकज कुमार एडवोकेट सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारी व अधिकारी मौजूद थे।
 फोटो कैप्शन 5: खाने के प्रबंध का पुलिस जायजा लेते हुए
6: नगरपालिका बैठक लेते हुए रणबीर सिंह एसडीएम



बंदरों से मिली राहत

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कनीना। क्षेत्र में कोरोना से जहां संपूर्ण जगत महामारी की चपेट में है वही क्षेत्र के युवा बच्चे एवं बुजुर्ग मोबाइल का बड़ा सावधानी से प्रयोग कर रहे हैं।
 कुछ लोग तो अधिकांश समय ताश खेलने तथा बहुत से लोग घर के अंदर रह कर बिता रहे हैं। जहां बच्चे भी गलियों में नहीं खेल रहे हैं वहीं युवा वर्ग भी अधिकांश समय घर के अंदर ही बीता रहा है, यद्यपि मोबाइल प्रयोग बहुत कम कर रहा है वहीं कुछ वस्तुओं को सावधानी से प्रयोग कर रहा है। क्षेत्र में जहां बंदरों की दहशत थी उससे जरूर राहत मिली है। दिन भर समस्त परिवार घर के अंदर रहता है ऐसे में बंदर अगर आते हैं तो सारा परिवार टूट पड़ता है। यही कारण है कि बंदरों की शामत आ गई है।
 उधर महेश कुमार और मोहन कुमार ने बताया कि बंदरों के लिए बहाला में जहां लोग उन्हें खाना डालने जाते हैं किंतु सरकार द्वारा आवाजाही की पाबंदी के चलते वहां पर भी लोग नहीं जा पा रहे। ऐसे में जहां इंसानों के लिए एक संकट की घड़ी है वही जानवरों के लिए भी खाने की समस्या बन गई है। जहां लाखों रुपए के नुकसान प्रतिमाह बंदर पहुंचा रहे थे उससे जरूर राहत मिली है।
 आवश्यक वस्तुओं की दुकान खुल रही है वहां नियमों के तहत जाकर अपना सामान खरीदते हैं और तुरंत घर पर चले आते हैं। मास्क प्रयोग की जा रही है वही सैनिटाइजर भी प्रयोग किए जा रहे हैं। अब तो जिन घरों में कम पढ़े लिखे लोग हैं वे भी सैनिटाइजर एवं मास्क प्रयोग कर रहे हैं।
उल्लेखनीय की कनीना अच्छी बंदरों से बेहद परेशान रहे हैं। बार-बार नगरपालिका से उनको दूर छुड़वाने की बात कही जाती रही है वहीं अब तक एक बार 1080 बंदर दूर भिजवाया है किंतु अब 14 अप्रैल तक बंदरों की शामत आ गई है क्योंकि घर के अंदर घुसकर जो नुकसान करते थे उससे जरूर बच गए हैं।
 फोटो कैप्शन 1: बंदरों को खाना खिलाते हुए मोहन कुमार।

सरकार की हिदायतों का पालन करे

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कनीना। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रजा भलाई संगठन के अध्यक्ष ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने अपने कार्यकर्ता साथियों को सरकार तथा जिला प्रशासन की हिदायतों की अनुपालना हेतु दिलों जान से जुटने का आह्वान किया है।
   अतरलाल ने फोन पर संगठन पदाधिकारियों से फीडबैक लेते हुए कहा कि हमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोगों को जागरूक करना है। ये लॉकडाउन जनता के हित में है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को शासन तथा प्रशासन का पूरा सहयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद वे अटेली विधानसभा क्षेत्र के अपने कार्यकर्ताओं से फोन पर फीडबैक ले रहे हैं। जहां किसी गांव व कस्बे में लोगों की कोई समस्या सामने आ रही है तो वह जिला प्रशासन के संज्ञान में लाकर समस्या का समाधान कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस संकट को हल्के में न लेने तथा अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील भी की।


एक महीने का मानदेय राहत कोष में दिया 

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कनीना। कनीना खंड के गांव भडफ़ तथा ककराला के सरपंच महेंद्र सिंह तथा कृष्ण कुमार ने मुख्यमंत्री राहत कोष  में 3000-3000 अर्थात एक 1 महीने का मानदेय भेजा है।
उन्होंने कहा कि इस समय पूरा देश ही वायरस की चपेट में है। लोगों को धन की जरूरत है। तबाही पूरे विश्व में देखी जा सकती है। ऐसे में इस संकट की घड़ी में वे लोगों के साथ हैं और उन्होंने अपने एक एक महीने का मानदेय राहत कोष में भेजा है। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि वे अधिक से अधिक धनराशि राहत कोष में भेजे हैं। उधर कनीना के भौतिक शास्त्र के प्रवक्ता सचिन शर्मा ने भी 2100 राहत कोष में भेजे हैं।
  उधर पतंजलि योग  समिति महेंद्रगढ़ के जिला प्रभारी नीलेश मुद्गल नेअपने निजी कोष से 11 हजार रुपये कोरोना राहत कोष में भेजे हैं। पहले भी वो समय समय जरूरत पडऩे पर पर इस प्रकार की मदद करते आ रहे हैं।
 उन्होंने इस मौके पर कहा कि कोविड-19 एक कोरोनावायरस जनित बीमारी है जिससे लडऩे के लिए हम सभी का फर्ज बनता है। ऐसे में वे भी 11000 रुपये राहत कोष में दे रहे हैं ताकि किसी जरूरतमंद के काम आए। उन्होंने कहा हम सभी मिलकर इस लड़ाई में शामिल हो सकते ताकि अदृश्य दुश्मन से मुकाबला किया जा सके। उल्लेखनीय है कि इससे पहले योग में यूजीसी नेट परीक्षा 2018 में पास करने पर 31000 रुपये की छात्रवृत्ति भी उन्होंने शहीद के परिजनों को के लिए दे दी थी। वहीं लोगों को समय समय पर जागरूक कर रहे हैं।
 फोटो कैप्शन निलेश मुद्गल,महेंद्र सिंह तथा कृष्ण कुमार एवं सचिन प्रवक्ता।


गांवों में भी  सरपंच कर रहे हैं लॉकडाउन  

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 कनीना। कनीना क्षेत्र के विभिन्न गांवों के सरपंच भी पूरे भारत के लॉकडाउन में अपना सहयोग कर रहे हैं।
 इस संबंध में भडफ़ के सरपंच महेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी की ओर से कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए जो हिदायतें मिली थी उनका पालन कर रहे हैं और गांव को लॉकडाउन किया हुआ है। उन्होंने बताया कि गांव के बाहर विदेश यात्रा करके आए हुए अगर कोई हो तो या दूसरे शहरों से रोजगार करके आने वाले व्यक्तियों पर नजर रखी हुई है। कोई व्यक्ति बाहर से आता है तो उसे 14 दिन तक अलग कमरे में रखने की हिदायत का पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि  सरकार के आदेशानुसार गांव में कोई भी धार्मिक आयोजन सामाजिक समारोह 14 अप्रैल तक नहीं होने दिया जाएगा। वहीं 5 या 5 से अधिक व्यक्ति इक_े नहीं होने दिए जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि अधिकांश लोग घर के अंदर ही रह रहे हैं वही सरकारी कार्यालय के कार्य ईमेल या दूरभाष से पूर्ण किए जा रहे हैं। ताश खेलने और हुक्का पीने पर भी प्रतिबंध लगाया हुआ है, सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए लोगों को वे समय-समय पर प्रेरित किया जा रहा है।


झुग्गियों में रहने वाले लोगों को खाद्य सामग्री और मास्क बांटे

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कनीना। इसराना गांव के युवकों ने कनीना में रह रहे दिहाड़ी मजदूरों एवं झुगगी झोपडिय़ों में रहने वाले लोगों को खाद्य सामग्री और मास्क बांटे। इस दौरान मोहित इसराना ने लोगों को जनता कर्फ्यू










के लिए शपथ दिलाई।
 उन्होंने कहा कोरोनावायरस को लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी सावधानियां बरतते हुए वायरस से बचने की कोशिश करें। उन्होंने बताया कि आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। दिन में कम से कम 20 बार साबुन या सेनीटाइजर से हाथ साफ करने चाहिए। किसी भी परिस्थितियों में अपना घर ना छोड़े। शासन एवं प्रशासन की मदद द्वारा लोगों की हर संभव मदद की जाएगी। इस अवसर पर रेशम मेडिकल स्टोर के संचालक धीरज सेन द्वारा लोगों को मास्क वितरित किए गए।
  इस मौके पर राजवीर शर्मा,सोमपाल चौहान ,  रवि यादव, चेतन, कार्तिक सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 2: झुग्गी झोपडिय़ों के लोगों को खाद्य सामग्री वितरित करते लोग।

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