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Sunday, March 22, 2020

जनता कर्फ्यू में लोगों ने बढ़-चढ़ लिया भाग
-आपातकालीन सेवाएं रही खुली, बहुत कम किसान खेतों में पहुंचे

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संवाद सहयोगी,कनीना। जनता कर्फ्यू को लेकर  कनीना व  क्षेत्र के गंवो में लोगों ने अपने-अपने घरों में रहकर ही अपना रोजमर्रा का कार्य पूरा किया तथा जनता कफ्र्यू में अपना सहयोग दिया।  मेडिकल स्टोर व अस्पताल खुले रहे जहां कम मरीज इलाज के लिए आए।
उप नागरिक अस्पताल के एसएमओ डा धर्मेन्द्र ने बताया कि लोगों ने माननीय प्रधान मंत्री की बात को ध्यान में रखा है और जनता कर्फ्यू



























को एक प्रकार से पूर्ण बहुमत देकर अपना योगदान भी दिया है। जनता कफ्र्यू का मतलब है कि कोरोना के  चक्क्रर को तोडऩा और अपना बचाव करना। यह वायरस किसी भी स्थान पर केवल बारह घन्टे तक ही जिन्दा रह सकता है। ऐेसे में प्रधान मंत्री ने देश को केवल चौदह घन्टे तक अपने घरों में रहने के लिए कहा था ताकि देश को इस महामारी रूपी राक्षस से बचा सके। उप नागरिक अस्पताल में महज आधा दर्जन मरीज पहुंचे किंतु कोई मरीज संदिग्ध नहीं पाया गया। प्रेक्टिस कर रहे डा अजीत कुमार, डा वेद प्रकाश ने बताया कि अन्य दिनों की बजाय आधे मरीज आए।
   दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम में कर्मचार व अधिकारी तैनात पाए गए। पूर्व प्रधान विकास जांगड़ा एवं राकेश कुमार ने बताया कि बिजली वितरण आम दिनों की भांति जारी रहा। वहीं मेडिकल स्टोर खुले रहे बाकी सभी दुकानें बंद पाई गई। लोग समय बिताने के लिए टीवी खेलने के बाद ताश खेलते नजर आए। मेडिकल एसोसिएशन के प्रधान अनिल शर्मा, बालकिशन करीरा ने बताया कि आपातकालीन सेवाएं खुली रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से भी कफ्र्यू सफल पाया गया। लोग घरों से नहीं निकले। किसान जरूर अपने कृषि कार्यों के लिए खेतों में जाते नजर आए। रेलवे स्टेशन, पार्क एवं सार्वजनिक स्थल सुनसान नजर आए। बस स्टैंड के अंदर बसें खड़ी थी तथा कोई यात्री नजर नहीं आया।
फोटो कैप्शन एक: सुनसान पार्क, 2: सुनसान रेलवे स्टेशन  3:कनीना उप नागरिक अस्पताल में मरीज को देखते डाक्टर  4: सरकारी अस्पताल पर तैनात चिकित्सक
5: पावर हाउस कनीना पर तैनात कर्मी  6: सुनसान सड़क मार्ग  7 सुनसान बस स्टैंड  8: मेडिकल स्टोर पर तैनात कर्मी  9 रेवाड़ी-महेंद्रगढ़ मार्ग  10 निजी चिककित्सक मरीज देखते हुए।


जनता के कर्फ्यू में सभी ने सराहा प्रधानमंत्री की कार्यशैली को 

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 कनीना। कस्बा कनीना और इसके 55 गांव में जहां रविवार का जनता कर्फ्यू अति सफल रहा। कुछ किसानों को छोड़कर सभी लोग अपने घरों में निजी कार्यों में व्यस्त रहे। अधिकांश ने बच्चों के संग समय बिताया। संपूर्ण दुकानें बंद रहेगी वहीं आपातकालीन सेवाएं जारी रही। घर में रहकर लोग बोर जरूर हुए किंतु कोरोना वायरस से बचने का यही एकमात्र तरीका बताया।      विभिन्न क्षेत्र के लोगों से इस संबंध में बात की तो विचार अलग अलग सामने आए। अनिल कुमार का कहना है कि ज्यादा समय टीवी देख कर बिताया, तत्पश्चात इधर-उधर टहल कर समय बिताया क्योंकि एक जगह बैठे रहने या लेटे रहने का अनुभव कम था। युवा हर्षित का कहना है कि उन्होंने आज लंबे समय तक सोकर समय बिताया तत्पश्चात पढ़ाई की और विभिन्न स्पर्धाओं के लिए तैयारी की। मुकुट कुमार का कहना है कि घर में समय बिताना बहुत कठिन था इसलिए परिवार के संग रहकर समय बिताया। जब बोर हुए तो इधर-उधर टहल कर समय बिताया। नीलेश मित्तल का कहना है कि उन्होंने अधिकांश समय घर पर ही बिताया क्योंकि दुकान चलाते हैं इसलिए दुकान के बाहर भी कुछ समय बैठकर अनाज मंडी का नजारा लिया। बाकी समय भगवान भक्ति में बिताया।
 रविंद्र बंसल व्यापार मंडल के उप प्रधान का कहना है कि वे नियमित योगाभ्यास, भगवान भक्ति तथा बच्चों के समय बिताते हैं। लेकिन आज का समय अधिक था जिसे जैसे तैसे बिताया और कभी कभी बाहर झांककर भी देखा। शिवकुमार अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने अपना कुछ समय बच्चों के संग तो कुछ समय संघ की गतिविधियों के बाद भगवान भक्ति में बिताया। उन व्यक्तियों को भी याद किया जो देश की सेवा देकर चले गए। श्याम सुंदर महाशय का कहना है कि आज उन्होंने टी-स्टाल बंद रखी, भगवान भक्ति में समय बिताया और लोगों को जागरूक रहने की जानकारी दी। विजय कुमार का कहना है कि कोरोना की घातक बीमारी की उन्होंने लोगों को जानकारी दी, जागरूक किया तत्पश्चात अपने परिवार में तथा साथियों से फोन करके समय बिताने के अतिरिक्त टीवी देख कर भी कुछ समय बिताया। एक जगह रहना कठिन लगा।
लिखनी है कि क्षेत्र में पहली बार इस प्रकार का जनता कफ्र्यू लगाया गया था। इसलिए लोग बोर जरूर हुए लेकिन देश हित को सर्वोपरि मानते हुए घर के अंदर ही समय बिताने में लगे रहे। सभी दुकानदार पूर्ण रूप से दुकानों को बंद करके घर के अंदर ही रहे। पहली बार ऐसा लगा कि समस्त कनीना तथा आसपास के गांव के लोग नरेंद्र मोदी के कथन के अनुसार उनका पालन कर रहे हैं। वे इस रोग से बचने के लिए अभी मोदी सरकार के साथ हैं।
फोटो कैप्शन :अनिल कुमार ,हर्षित, मुकुट, नीलेश मित्तल, रविंद्र बंसल, शिवकुमार अग्रवाल, श्यामसुंदर महाशय, विजय कुमार।

कोरोना से सचेत रहने की जरूरत 

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 कनीना। कोरोना वायरस के प्रति जहांविगत दिनों से लडऩे के प्रयास जारी है तथा लोगों द्वारा बरती गई सावधानियां कारगर सिद्ध हुई हैं वहीं अभी भी भविष्य में सचेत रहने की जरूरत है। क्षेत्र के जाने-माने जनों से संबंध में बात की तो उन्होंने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए भविष्य में सचेत रहने की बात कही।
 डॉ रजनीश का कहना है कि यह रोग हवा से तो नहीं फैलता किंतु इस रोग से बचने लिए सावधानी बरतनी चाहिए। डा रजनीश का कहना है कि सभी एहतियात बरतनी जरूरी है। भविष्य में भी सफाई सेनिटाइजर प्रयोग करना सोडियम हाइपोक्लोराइट द्वारा घरों के दरवाजों के हैंडल तथा बैठने की सीट आदि साफ करते रहना चाहिए।
 अगर किसी में सर्दी जुकाम के लक्षण है तो उस से 1 मीटर दूरी बनाए रखें। जब बेहतरीन बचाव के तरीके होंगे तो हम इस रोग से बच पाएंगे। डॉक्टर का कहना है कि बैटर बिगिनिंग इज हाफ डन अर्थात आरंभ में आगाज बेहतर हो तो अंत बहुत बेहतर निकलेगा। आज बेहतर हो चुका है अंत बेहतर आएगा।
  उधर एसडीओ डीएचबीवीएन सोनू यादव कोरोना जैसी महामारी के समय देश के हर नागरिक को हर तरह से सचेत रहने की जरूरत है । खुद को अलग रखने के साथ साथ  सोशल मीडिया पर भी झूठे व भ्रामक प्रचार से अलग रखना है । कोरोना एक वायरस का पूरा परिवार है और हाल का वायरस नया है जिसको कोविद-19 नाम दिया गया है और अभी तक लाइलाज है । ऐसे ही अनेकों घरेलू इलाज बताए जा रहे हैं अच्छे नागरिक को इस कठिन समय में और अधिक समझ से काम लेने की आवश्यकता है।
फोटो कैप्शन: सोनू यादव एवं डा रजनीश।


खाली और ताली बजाकर किया कोरोना से लडऩे वाले हीरों का स्वागत

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 कनीना। नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस से लडऩे के लिए जनता कफ्र्यू तथा कोरोना वायरस से लड़ रही संस्थाओं और लोगों का हौसला बढ़ाने के लिए के लिए रविवार शाम पांच बजे बालकोनी और घरों में की छतों पर तालियां, शंखनाद, तालियां, मंदिरों की घंटियां बजाई और न केवल मोदी अपितु कोरोना से लडऩे वालों का हौसला आफजाई किया। ठीक पांच बजे  लोगों ने छतों पर, घरों की बालकोनी में, घर के दरवाजे पर बच्चे, बूढ़े, महिलाओं ने जमकर थालियां एवं तालियां बजाकर लोगों का स्वागत किया। उन लोगों का स्वागत किया, उन संस्थाओं और लोगों का स्वागत किया जो कोरोना लडऩे में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं और रविवार के जनता कफ्र्यू भी स्वागत किया। नगरपालिका के प्रधान सतीश जैलदार सहित विभिन्न लोगों ने मिलकर वही छोटे-छोटे बच्चों ने महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर सहयोग किया। लोग छतों पर चढ़े हुए थे और तालियां और थालियां बजा रहे थे।
 जिनके हाथों में तालियों से तथा जिनके हाथों में थाली नहीं थी वे तालियों से उन लोगों एं संस्थाओं का स्वागत कर रहे थे जो कोरोना राक्षस सेलड़कर देवताओं की भूमिका निभा रहे हैं। वहीं एकता और देशभक्ति देखने को मिली वहीं इस रोग से लडऩे के लिए दो-दो हाथ करने के लिए समस्त लोग आगे बढ़ते नजर आए। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के दिए गए इस मंत्र का समूचे क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वागत किया गया।
  उधर महेश बोहरा अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद कनाडा प्रखंड ने अपने परिवार सहित पांच बजे घर के बाहर खड़े होकर ताली एवं थाली बजाकर करोना वायरस के खिलाफ जिन लोगों ने भी सहायता की सबका अभिवादन किया और सभी बच्चों को समझाया कि किसी भी रोग के साथ लडऩे में ऐसे ही इक_ा होकर करके हमेशा जीत ही होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत अच्छा स्टेप उठा भारत को वायरस मुक्त करने की सीमा पर ला दिया है।
महेश बोहरा के साथ कृष बोहरा, जतिन यादव, मुकुल यादव, केशव यादव एवं डॉ दिव्या सभी ने ताली बजाकर लोगों का उत्साह बढ़ाया।
 फोटो कैप्शन आठ से ग्यारह: कोरोना से लडऩे के लिए तालियां एवं थालियां बजाते हुए वहीं फोटो कैप्शन 11: छोटा बच्चा ताली बजाता हुआ।

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