कोटिया गांव में चोरी से खेत की सरसों निकाली
-तीन व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज
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कनीना। गांव कोटिया के कंवर सिंह ने पुलिस में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है और कहा है कि उन्होंने चोरी से उनके खेत की सरसों निकाल ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कंवर सिंह ने पुलिस ने बताया कि सुबह खेत गया तो खेत की सरसों निकाल रखी थी। उन्हें पता चला कि सरसों अनुज नामक व्यक्ति ने निकलवाई है ट्रैक्टर और हड़ंफा गोविंद सिंह की थी जिसे उसका भांजा चला रहा था। पिकअप अशोक कुमार कनीना की थी जिसे कनीना मंडी से मौके पर पकड़ लिया है। उन्होंने बताया कि जब वो खेत पर पहुंचा तो ट्रैक्टर हड़प्पा वेद प्रकाश किसान के खेत से सरसों निकाल रही थी। थोड़ी देर बाद पता चला कि भगवान सिंह की सरसों भी इसी प्रकार चोरी से निकाली है। मौके पर पुलिस पहुंची और गाड़ी ट्रैक्टर हड़प्पा कब्जे में ले लिया है। कनीना पुलिस ने अनुज, महेश और अशोक के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
होलिका दहन विभिन्न तरीकों से मनाया गया
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कनीना। कनीना क्षेत्र में होलिका दहन के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। मेले लगे तथा भंडारा भी आयोजित किया गया। कनीना के ज्योतिषाचार्य अरविंद जोशी के अनुसार करीब सात बजे रविवार को हालिका दहन किया जाना था वैसा ही किया गया।
विगत एक माह पूर्व से ही होलिका दहन डांडा गाडऩे की प्रथा से शुरू हो जाता है। यद्यपि इस बार होली के खेल, गीत एवं पर्व कम आयोजित किए गए किंतु होलिका दहन पर व्रत रखकर होलिका की पूजा अर्चना का कार्यक्रम दिनभर चलता रहा। होलिका दहन पर बाड़, कांटेदार झाडिय़ा एवं युद्ध में प्रयोग किए जाने वाले हथियारों के प्रतीक भी प्रयोग किए गए। दुलेंडी की सुबह फिर से होलिका दहन स्थल की पूजा की जाएगी तथा गाड़ा गया डांडा निकालकर संवत का पता लगाया जाएगा।
क्षेत्र में कई जगह होली के मेले आयोजित किए गए। कनीना के होलीवाला जोहड़ पर बसासत के वक्त से होली मनाई जाती आ रही है तथा जोहड़ का नाम भी होलीवाला जोहड़ रखा गया है। यहां पर होली का दिनभर मेला लगा तथा होलिका दहन स्थल पर पूजा अर्चना चलती रही।
कनीना मंडी में भी होली मनाई गई। समीपी गांवों में भी होलिका दहन चला। किसानों ने जौ भूनकर खाया।
मान्यताएं-
होलिका दहन से पूर्व प्रह्लाद भक्त को बचाने के लिहाज से व्रत रखते हुए पूजा की जाती है ताकि प्रह्लाद भक्त बच जाए। आज भी वो पुरानी यादें लोगों के जीन में बसी हुई हैं। बताया जाता है कि जब प्रह्लाद भक्त बच गए और होलिका जल गई तो खुशी में रंगों का पर्व मनाया गया जो आज भी चला आ रहा है। होली से अगले दिन दुलेंडी खेली जाती है।
माना जाता है कि प्रह्लाद भक्त को मारने के लिए कितने ही लोगों के हाथों में हथियार थे जो होलिका दहन पर यह समझकर डाल दिए गए कि अब प्रह्लाद मर जाएगा। यह प्रथा आज भी चली आ रही है और गोबर के हथियार आग में डाले जाते हैं। इनको ढाल एवं बिड़ला आदि नाम से जाना जाता है। जब होलिका दहन किया जाता है तो कुछ औरतें उसे बुझा देती हैं। यह भी पुराने वक्त की याद ताजा कर रही है। आग बूझाने वाली औरतें प्रह्लाद को बचाने के पक्ष में थी जबकि आग लगाने वाला उन्हें जलाना चाहता था। आज भी कई मान्यताएं यूं की यूं चली आ रही हैं।
फोटो कैप्शन 11 एवं 12: होलिका दहन का नजारा।
पुष्पा देवी जीवनभर जनसेवा में जुटी रही
-पुष्पा देवी की आदमकद मूर्ति का अनावरण किया
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कनीना। प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट की धर्मपत्नी पुष्पा देवी को लोगों ने उनकी महाराणा प्रताप कालेज धनौन्दा स्थित समाधि परमार्थ स्थल पर पहुंचकर भावभीनी श्रद्धांजलि दी तथा पुष्पा देवी की आदमकद मूर्ति का अनावरण किया। इस अवसर पर पुष्पा देवी के जीवन पर आधारित तथा वरिष्ठ साहित्यकार रोहित यादव द्वारा संपादित स्मृति ग्रंथ साक्षात देवी पुष्पा परमार का विमोचन भी किया गया।
प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल ने पुष्पा देवी की स्मृति में प्रत्येक वर्ष शिक्षा, साहित्य, कृषि सुधार, चिकित्सा व समाज सेवा के क्षेत्र में परमार्थ श्रीअवार्ड देने की घोषणा भी की। वर्ष 2020 के लिए परमार्थ श्रीअवार्ड प्रख्यात लोक गायक वैद्य नंदराम महाशय एवं वरिष्ठ साहित्यकार रोहित यादव को प्रदान किया गया।
वैद्य नंदराम महाशय ने भजनों के माध्यम से पुष्पा देवी के जीवन एवं कार्यों का गुणगान किया तथा नारी सशक्तिकरण, दहेज प्रथा उन्मूलन, गौसेवा एवं दान कार्यों का उल्लेख किया। प्रसिद्ध गायक नुसरत खान ने भी अपने भजनों के माध्यम से पुष्पा देवी को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर धनौन्दा की छात्रा भूमिका, सृष्टि तथा छात्र अमित ने भी अपने विचारों के माध्यम से स्वर्गीय पुष्पा को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर चेयरमैन रतन सिंह, कैलाश पालड़ी, राजेंद्र सिंह नंबरदार, भाग सिंह चेयरमैन, दमन यादव, राजेंद्र पंच सीहोर, महेश स्वामी, गुरदयाल सिंह चेयरमैन, रविंद्र बंसल, सूबेदार सूरत सिंह, घनश्याम सिंह, सूबेदार श्रीराम शर्मा, प्रमोद कटारिया, मदन सिंह शेखावत, शेर सिंह बाछौदिया, कप्तान दीपचंद साहब, वेद प्रचार मंडल के प्रधान मोहर सिंह, इंदरलाल शर्मा सहित इलाके के हजारों लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 10: पुष्पा देवी का स्मृति ग्रंथ का विमोचन करते गणमान्य जन।
नकदी चोरी करने वाला पकड़ा, मामला दर्ज
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,कनीना। ककराला निवासी डा अमित कुमार शिकायत दर्ज करवाई है कि उनके गांव का राहुल नामक युवक उनके घर में घुसकर 15 हजार रुपये पर्स से निकाल ले गया। लोगों की सहायता से उन्होंने पकड़ा।
विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि राहुल नाम का व्यक्ति उनके घर में घुसा उस समय परिवार के सदस्य नीचे थे। ऊपर जाकर पर देखा तो पर्स से पैसे गायब थे। इधर उधर देखा तो राहुल भागते हुये दिखाई दिया। जब शोर मचाया तो छलांग लगा कर भागने लगा। जब वह छत से उतरकर भागने लगा तो जय भगवान के घर के पास लोगों ने उसे पकड़ लिया। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
दुलेंडी पर लगेगा मेला, संत स्वयं खेलेंगे होली
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कनीना। बाबा उधोदास मंदिर पर होली मेला लगने जा रहा है। 29 मार्च को बाबा उधोदास की याद में वर्षों से विशाल मेला लगने जा रहा है। भक्तों की भीड़ यहां जमा होती है वहीं संत लालदास स्वयं भक्तों के संग होली खेलते हैं।
रणधीर सिंह भक्त ने बताया कि कनीना से नौ किमी दूर ग्राम जैनाबाद में बाबा उधोदास का भव्य मंदिर स्थित है। इसी मंदिर के सामने बाबा की समाधि तथा बाबा के बाद में आए उनके शिष्यों की समाधियों वाला मंदिर है। इन समाधियों में सबसे पहले बाबा उधोदास की समाधि है। इस समाधि के ऊपर की ओर झांक कर देखे तो सैकड़ों वर्ष पुरानी पेंट व ब्रुश से की हुई कलाकारी दिखाई पड़ती है जो आज भी अपनी आब नहीं खो पाई है। यह वही स्थान है जहां अनवरत पूजा अर्चना का सिलसिला चलता रहता है तथा दीप जलते रहते हैं।
होली के दिन भजन-कीर्तन के समय यहां भारी भीड़ जुटती है। प्रत्येक पूर्णिमा के दिन यहां का नजारा देखने लायक होता है जब प्रवचन, भजन एवं कीर्तन का आगाज किया जाता है किंतु रंगों के त्योहार होली की रात को यहां विशेष जागरण चलता है तथा दिन के समय ढोल एवं नगाड़ों के बीच होली जमकर खेली जाती है। महंत लालदास के साथ होली खेलते भक्तों को देखा जा सकता है। यहां पर हरियाणा ही नहीं अपितु दूसरे राज्यों के भक्तजन भी आकर मन्नतें मांगते हैं। माना जाता है कि उनकी मन्नत पूर्ण हो जाती है जिसके चलते वे दंपति यहां गठ जोड़े की जात देने आते हैं। गांव जैनाबाद के पास से कंशावती नदी बहती थी। इसी नदी के किनारे पर उधोदास का जन्म हुआ। उधोदास धुन के पक्के और मन के सच्चे थे। उनके गुरू का नाम दाताराम था। उधोदास ने कंशावती नदी के किनारे एक वृक्ष के नीचे तप और ध्यान लगाते हुए दुखियों के दर्द को मिटाया।
बाबा उधोदास की समाधि बनी हुई है जहां अनवरत दीपक जलता रहता है। ढफ और नगाड़ों के बीच हर्षोल्लास के साथ महंत लालदास जी धुलेंडी खेलते हैं। बाबा लालदास ने गायों के लिए बाबा के नाम पर एक गौशाला बनवाई हुई है। संत लालदास की देखरेख में गांव ही नहीं अपितु मंदिर को चार चांद लग चुके हैं।
फोटो कैप्शन 9: जैनाबाद का उधोदास आश्रम।
लंबा इतिहास समेटे हुए होलीवाला जोहड़
- लगा होली पर मेला
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कनीना। कनीना -रेवाड़ी मुख्य मार्ग के नजदीक होलीवाला जोहड़ इतिहास समेटे हुए है। कनीना बसासत के समय से यहां होली दहन पर्व मनाया जाता है। इसीलिए इस जोहड़ को होलीवाला जोहड़ पड़ा है। जहां करीब 800 सालों से यहां होलिका दहन यहीं होता आ रहा है। वही छोटा मेला भी लगता है। बाबू वेदप्रकाश कनीना हर वर्ष मेले के दौरान भंडारा लगाते आ रहे हैं। दिनभर पूजा अर्चना चली।
क्या कहती कनीना की पुस्तक--
कनीना का इतिहास समेटे हुए कनीना के एचएस यादव की 2006 में प्रकाशित पुस्तक में भी स्पष्ट लिखा है कि पूर्वजों के समय से इसी जगह होलिका दहन होता आ रहा है। चंद वर्षों से कनीना में अन्य स्थानों पर भी होलिका दहन होता आ रहा है।
पुस्तक में वर्णित है कि कान्ह सिंह के गोत्र के नाम पर कनीना का नाम पड़ा। चूंकि दादा कान्ह सिंह का गोत्र कनीन था जिसके चलते कनीन से कनीना तथा आज भी कनीना के वासियों का गोत्र कनीनवाल है। इसी होलीवाले जोहड़ पर होलिका दहन के दिन भारी संख्या में सुबह से शाम भक्त पहुंचते हैं तथा पूजा अर्चना करते हैं।
दो जोहड़ होते थे--
कभी यहां दो जोहड़ होते थे जिनमें से एक का नाम पीलिया तथा दूसरे का नाम होलीवाला था। दोनों के बीच से एक रास्ता भी होता था जो अब लुप्त हो गया और एक जोहड़ बन गया है।
़ बचा है।
होलिका दहन के समय तक महिलाएं गोबर के बने ढाल एवं बिड़कले इस होली पर डालती हैं तथा दुलेंडी के दिन बची हुई आग में चने भूनकर बच्चों को खिलाती हैं वहीं होली पर डाले गए गोबर के अस्त्र एवं शस्त्रों से बचे हुए दीपक को ढूंढकर घर लाती हें। माना जाता है कि इन खोजे गए दीपक में बच्चों को घुट्टी आदि देने से वे अधिक समय स्वस्थ रहते हैं।
मेला-
होलिका दहन के स्थान पर कभी से महिलाएं एवं भीड़ आकर पूजा करती रही। विगत चंद वर्षों से यहां मेला भी लगने लग गया है। अब तो आलम यह है कि करीब आधा किमी दूरी में मेला लगता है और मेले का सामान होलिका दहन स्थल तक रखकर बेचते देखे गए हैं। हालांकि पूजा अर्चना करने आई महिलाएं यहां व्रत धारण करके आती हैं किंतु यहां से जाने के बाद व्रत खोलती हैं।
फोटो कैप्शन 8: होलिका दहन का नजारा।
शराब पकड़ी, मामला दर्ज
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कनीना। कनीना पुलिस ने कनीना निवासी देवेंद्र उर्फ जोशी से 24 बोतल एनवी रसीला तथा 26 पव्वा एनवी रसीला शराब देसी पकड़ी। पुलिस को मुखबिर के आधार पर सूचना मिली कि सीएचसी कनीना के पास शराब बेच रहा है। पुलिस ने मौके पर ही गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है।
कोरोना हुआ एक साल का....
- पुलिस ने निभाई थी शिक्षक की भूमिका, सिखलाये थे योग
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कनीना। बेशक कोरोना काल को एक साल बीत गया है किंतु उन दिनों को याद कर आज भी आंखों में आंसू आ जाते हैं जब हालात दयनीय हो गई थी। स्कूल एवं कालेज बंद हो गए थे, लोग घरों में कैद थे किंतु पुलिस ने शिक्षकों की भूमिका निभाई वहीं समाजसेवी भी आगे आकर शेल्टर होम में कक्षाएं लेने लगे। किसी ने मास्क बनाकर सेवा की तो विद्यार्थियों ने आनलाइन शिक्षा को ही अपना गुरु माना।
कनीना का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को शेल्टर होम बनाया गया था जिसमें प्रतिदिन करीब 150 मजदूर दूसरे राज्यों के ठहरे थे किंतु 2000 के करीब दूसरे प्रांतों के लोग खाना खाने आते थे। प्रतिदिन उनकी कक्षाएं लेना, उनको योग सिखाना ठीक उसी प्रकार चला जैसी शिक्षक प्रार्थना सभा करवाते, तत्पश्चात ही योग के गुर सिखाते आए हैं। आश्चर्यजनक बात रही कि यह लोग वास्तव में अपने पूरे जोश से सेवा
भाव निभाते रहे जिसके चलते कोरोना काल हंसी खुशी बीत गया।
वास्तव में कोरोना काल दुकानदार, व्यापारी किसान, मजदूर, कर्मचारी हर किसी को दुख दे गया। बेशक सरकारी कर्मचारियों को भारी नुकसान हुआ उनका वेतन पूरे जीवनभर कम मिलेगा किंतु उन्होंने भी घर बैठकर जी जान से सेवा की।
कनीना के तत्कालीन चौकी इंचार्ज गोविंद सिंह एसआई ने शिक्षक की भूमिका निभाई वहीं महेंद्र ने योग करवाये। कनीना के आसपास के अनेक शिक्षकों ने अपनी भूमिका निभाई जिनमें सुरेंद्र सिंह अमरजीत आदि प्रमुख हैं। वास्तव में घर पर भी शिक्षक अपनी भूमिका निभाते रहे।
आनलाइन शिक्षण बना आधार-
कोरोना काल के समय आनलाइन शिक्षण चला जो वर्तमान में भी जारी है तथा भविष्य में आधार बनकर उभरेगा। आज भी जहां परीक्षाएं तीसरी कक्षा से आनलाइन हो रही है। कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कोरोना काल में आनलाइन शिक्षण भविष्य का आधार बनेगा। अब नहीं लगता कि भविष्य में आनलाइन शिक्षण बंद हो जाए। विद्यार्थियों ने घर बैठकर जी-जान से आनलाइन शिक्षण किया। उन्होंने आनलाइन शिक्षण को ही गुरु माना।
कनीना में जहां गृहणियों ने अपना काम छोड़कर मास्क बनाए मोनिका,पिंकी यादव, समाजसेवी गोलू ,मनोज कुमार आदि ने जहां मास्क बनाकर लोगों तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। निसंदेह उनका योगदान कोरोना को मात दे पाया। फोटो कैप्शन 1, 3 एवं 4: मजदूरों की कक्षाएं
लेते गोविंद सिंह एएसआई, महेंद्र सिंह आदि कोरोना 2: आनलाइन शिक्षण करती बच्चियां कोरोना 5: मोनी मास्क बनाते हुए। सभी फाइल फोटो
वक्त इंसान पर ऐसा भी कभी आता है........
-58 दिन चली थी अपनी रसोई
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- महाभारत के अज्ञातवास दौरान जो भूमिका पांडवों ने निभाई वैसा ही रोल निभाया कनीना के समाजसेवियों ने
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कनीना। महाभारत के अज्ञात वास के समय में पांडवों ने जैसी भूमिका निभाई ठीक वैसी ही भूमिका अपनी रसोई में कनीना वासियों ने कोरोना का हाल में 58 दिन तक निभाई। करीब 20 लाख रुपये से मजदूरों को भोजन कराया जबकि एक भी पैसा सरकारी प्रयोग नहीं हुआ। 150 लोग शेल्टर होम में तथा दो हजार विभिन्न गांवों के मजदूर प्रति दिन खाना खाने आते थे।
बेशक वो दिन गुजर गए किंतु याद आज भी ताजा है। पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने पैसे इक_े करके खाना खिलाकर जो भूमिका वाणिज्य कि निभाई वह पूरे देश में सदा याद रहेगी। आज भी वे मजदूर बार-बार फोन करके पालिका प्रधान का आभार जताते हैं। करीब 50 व्यक्ति रोजाना अपना घर का काम छोड़कर दिन-रात इन मजदूरों की सेवा करते रहें और अपनी रसोई को बखूबी से चलाया। पोंडा चायवाला अपनी चाय बनाने का काम छोड़ मजदूरों को खाना परोसने का कार्य किया, एक रसोइये की भूमिका निभाई। अलग-अलग लोग भोजन बनाने, बर्तन साफ करने, झाडू पौचा लगाने में यहां तक कि लाइनों में बिठाकर भोजन की व्यवस्था करने में रोल निभाया। यहां तक कि मजदूर भी भोजन बनाने में मदद करते थे। पालिका के सभी पार्षदों ने अपना पारिश्रमिक भी इन लोगों की सेवा में लगा दिया वही महेंद्र हलवाई, दीपक कुमार, पंकज एडवोकेट नीतू धोलिया पार्षद, विक्रम सिंह आदि ने जो भूमिका निभाई उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।
पार्षद दिलीप सिंह बेशक हाथ से दिव्यांग हैं किंतु अपने हाथों से पूडिय़ा तलते रहे।
जिसको जो कुछ कार्य में मिला उसे बखूबी से निभाया चाहे प्रकाश ठेकेदार हो या राजेंद्र सिंह लोढा, सुरेंद्र शर्मा हो या शिक्षक सुरेंद्र सिंह एवं अमरजीत, कंवरसेन वशिष्ठ समाजसेवी बनकर बखूबी से अपना योगदान दिया। कोरोना काल में दो लाख रुपये बचे थे वो गौशाला को भेंट किये गये। बाबा मोलडऩाथ सत्संग मंडल ने 71 हजार रुपये और श्याम मित्र मंडल ने 41 हजार रुपये दान देकर सेवा की। जिसको कुछ बन पाया आटा दाल, मिठाई या अन्य कोई सामग्री हर जाति और हर वर्ग के लोगों ने भेंट की। जिसके चलते विधायक सीताराम यादव , एडीओ ओमप्रकाश मंत्री, रणबीर सिंह एसडीएम ने भी पहुंचकर प्रधान की प्रशंसा की और सम्मानित भी किया। सुशील कुमार और मनोज कुमार समाजसेवियों ने दूसरा शेल्टर होम खोलकर उसमें दिन-रात सेवा की।
सुबह से ही घर छोड़कर समाजसेवी इस कार्य में जुट जाते थे और देर रात को घर लौटते थे। आज भी उस दिन को नहीं भुला सकते और न ही कभी भुला पाएंगे। इसलिए बहुत प्रसिद्ध संगीत याद आता है- वक्त इंसान पर ऐसा भी कभी आता है राह में छोड़कर साया भी चला जाता है।
फोटो कैप्शन 6: भोजन कराते शिक्षक, पुलिस कर्मी, पार्षद
फोटो कैप्शन 7: बारात की भांति भोजन कराते हुए लोग
फोटो कैप्शन 8: पोंडा चाय वाला भोजन तैयार करते हुए
फोटो कैप्शन 9: पार्षद तथा सभी कस्बा के लोग बढिय़ा-बढिय़ा व्यंजन तैयार करते हुए
फोटो कैप्शन 10: खुश होकर जाते हुए तथा सभी का हाथ जोड़कर आभार व्यक्त करते हुए मजदूर
फोटो कैप्शन 11: पार्षद विधायक तथा सभी प्रधान सभी मजदूरों का स्वागत करने के लिए खड़े 12: पार्षद खाना खिलाते हुए
फोटो कैप्शन 13: स्वागत के लिए तैयार खड़े प्रमुख जन
फोटो कैप्शन 14:मजदूरों को रोडवेज बस से विदा करते हुए
फोटो कैप्शन 15: दिव्यांग पार्षद पूड़ी तलते हुए। सभी फोटो फाइल
पुलिस ने दो अलग
-अलग व्यक्तियों से शराब पकड़ी, मामला दर्ज
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कनीना। कनीना पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों पर मुखबिरी के आधार पर दो व्यक्तियों से 36 पव्वे तथा 22 बोतल शराब पकड़ी है तथा मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस को सूचना मिली कि गौशाला रोड कनीना से संदीप उर्फ बानिया शराब लेकर गुजरेगा। पुलिस ने नाकाबंदी करके मोटरसाइकिल सवार संदीप उर्फ बानिया से 36 पव्वे और 12 बोतल शराब बरामद की वहीं मुंडिया खेड़ा में सुरेंद्र उर्फ पप्पू को मुडिय़ा खेड़ा के पुराने पंचायत भवन के पास 10 बोतल देसी शराब सहित पकड़ा दोनों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
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