Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, March 1, 2021

 
छितरोली की छोरी ने पंजाब में मचाई धूम
- दो स्वर्ण व एक कांस्य मेडल झटका
**************************************
*************************************************
***********************************
*********
कनीना। राजकीय महाविद्यालय कनीना की छात्रा ऋतु ने हाल ही में पंजाब के शहर अमृतसर में संपन्न हुई खेल प्रतियोगिता में बाजी मार कर दो स्वर्ण तथा एक कांस्य मेडल झटककर न केवल कालेज बल्कि गांव छितरोली का नाम भी रोशन किया है। कालेज के डीपीई अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि कनीना खंड  के गांव छितरोली निवासी ऋतु धनखड़ ने पंजाब के शहर अमृतसर में 26, 27, 28 फरवरी को चली नेशनल फील्ड आर्चरी चैंपियनशिप 2021 में दो स्वर्ण व एक कांस्य मेडल लेकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। ऋतु धनखण्ड़ कनीना के राजकीय कालेज की बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है जिसने अब अनेकों खेल प्रतियोगिता में बाजी मार कर कालेज का नाम रौशन किया है। डीपीई ने  बताया कि आगामी 17 से 19 मार्च तक ओडिशा के  भुनेश्वर में वल्र्ड यूनिवर्सिटी आर्चरी खेल प्रतियोगिता की होने जा रही ट्रायल में ऋतु जाएगी तथा इस ट्रायल में सफल होने के बाद ऋतु आगामी 18 से 29 अगस्त को चाइना के शहर चगडू में शुरू होने वाली खेल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी। उनकी इस शानदार सफलता पर अनेकों लोगों ने बधाई दी है।
फोटो कैप्शन 9: ऋतु धनखड़ मेडल के साथ प्रथम पायदान पर। बाये से दाये दूसरे नंबर पर ऋतु।


पेड़ पौधे हमारी अमूल्य धरोहर -वृक्षमित्र
***********************************
*****
 कनीना। पेड़ पौधे हमारी अमूल्य धरोहर है। इनकी रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है तथा प्रतिवर्ष 5 पौधे प्रत्येक व्यक्ति को लगाने चाहिए जिससे धरती हरी भरी हो जाए। ये विचार वृक्षमित्र, शिक्षक एवं प्रयास श्री बालाजी नामक संस्था के मुखिया मनोज मेघनवास ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस शिविर के पांचवें दिन मुख्यातिथि बतौर व्यक्त किए। इस अवसर पर राकेश कुमार प्रवक्ता करीरा, मुख्याध्यापक कृष्ण कुमार खरखड़ाबास, प्रवक्ता जयपाल सिंह खेड़ी बतौर वक्ता के रूप में बुलाए गए थे। 52 विद्यार्थी विगत 5 दिनों से एनएसएस शिविर में अपनी सेवा दे रहे हैं।
   इस अवसर पर मनोज कुमार ने कहा कि हर इंसान का फर्ज बनता है कि अगर वो पेड़ पौधे से जो कुछ लेता है तो पेड़ पौधे का संरक्षण एवं सुरक्षा प्रदान कर अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाए। किसी सुअवसर जन्मदिन, विवाह शादी की वर्षगांठ तथा अन्य अवसरों पर न केवल पेड़ पौधे लगाने चाहिए अपितु उनकी देखरेख करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था ने अब तक 50,000 पौधे लगा चुकी जिनमें से 30 हजार पेड़ बन चुके हैं वहीं 20 हजार पेड़ बनने की ओर अग्रसर हैं।
इस अवसर पर उन्होंने स्वयंसेवकों के साथ पौधे स्कूल कैंपस में 21 फलदार एवं छायादार लिनमें नींबू, अमरूद, जामुन,शहतूत आदि के लगाए और कहा कि भविष्य में भी वे इनकी देखरेख करने आते रहेंगे। साथ एनएसएस विद्यार्थियों का दायित्व बनता है कि इनकी देखरेख करें।
इस अवसर पर राकेश कुमार प्रवक्ता ने एनएसएस स्वयंसेवकों को नैतिकता विषय  पाठ पढ़ाया वही मुख्याध्यापक कृष्ण कुमार खरकड़ाबास ने एनएसएस स्वयंसेवकों को सफाई पर ध्यान देने पर बल दिया। जयपाल प्रवक्ता खेड़ी में एनएसएस स्वयंसेवकों को समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाज में अनेकों बुराइयां बाल विवाह, भू्रण हत्या, दहेज प्रथा, मानसिक उत्पीडऩ जैसी व्याप्त बुराइयों को जड़ से उखाड़ फेंकने की शपथ लेनी चाहिए और एक दिन इनपर खरा उतरना चाहिए।
एनएसएस प्रभारी अनूप कुमार प्रवक्ता बताया कि 7 दिनों तक शिविर चलेगा और इसमें 52 विद्यार्थी अपनी सेवा दे रहे हैं। 3 मार्च को इस समारोह का समापन होगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को किसी काम को छोटा नहीं समझना चाहिए। हर काम को तन्मयता पूरा करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्याध्यापक महिपाल सिंह, प्रीति,
राजेश कुमार प्रवक्ता, हंसराज प्रवक्ता,रविंद्र कुमार प्रवक्ता,राजकरण प्रवक्ता,
महिपाल करीरा, महिपाल सिंह कनीना, सूबे सिंह सहित स्टाफ मौजूद था।
 फोटो कैप्शन 8 व 9: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में पौधारोपण करते मनोज कुमार वृक्षमित्र एवं अन्य।

चार शिक्षाविदों को दिया गया पुष्पा देवी मेमोरियल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
***********************************
**************************
कनीना। कनीना खंड के गांव धनौन्दा स्थित ब्रिलिएंट स्कूल के वार्षिक उत्सव में क्षेत्र के चार शिक्षाविदों को पुष्पा देवी मेमोरियल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया तथा प्रसिद्ध डेंटल सर्जन डा ललित गोयल को एकस्ट्रा आर्डिनरी अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। कक्षा बारहवीं के 34 तथा कक्षा दसवीं के 15 मेरिट विद्यार्थियों को ब्रिलिएंट स्टूडेंट अवार्ड प्रदान किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध फुटबाल खिलाड़ी सूबेदार सूरत सिंह मौजूद रहे तथा अध्यक्षता प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने की।
     विद्यालय के विज्ञान  विभाग के इंचार्ज डा. सतेन्द्र सिंह ने विद्यालय की संस्थापक प्राचार्या पुष्पा देवी के जीवन पर प्रकाश डाला तथा विद्यालय की ओर से प्रत्येक वर्ष उनकी स्मृति में शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाजसेवा व कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड व एकस्ट्रा आर्डिनेरी अचीवमेंट अवार्ड प्रदान करने की घोषणा की। इस अवसर पर प्रधानाचार्य ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पेश की तथा परीक्षा परिणाम सुनाया। सेवानिवृत्त हैडमास्टर रणजीत सिंह, राजेन्द्र सिंह, मास्टर धर्मचंद तथा सेवानिवृत्त डीपीई मांगेराम को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया तथा प्रसिद्ध डेंटल सर्जन डा. ललित गोयल को एकस्ट्रा आर्डिनरी अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए ठाकुर अतरलाल ने विद्यार्थियों से अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कड़ी मेहनत करने की अपील की तथा उपस्थित अभिभावकों को भी अपने बच्चों में अच्छे संस्कार एवं देशभक्ति की भावना भरने का आह्वान किया। प्रसिद्ध डेंटल सर्जन डॉ. ललित गोयल ने विद्यार्थियों को चिकित्सा क्षेत्र को अपनाने का आह्वान किया।
 अतरलाल ने बताया कि कक्षा बारहवीं में मैरिट पाने वाले विद्यार्थियों भूमिका, मुस्कान, आरती, संजू, मोनिका, तनु, अल्का शेखावत, सिमरन, अनूप कुमारी, अमन, सुरेन्द्र, मोहित, कविता, सोनाली, सौरव, विजय, नेहा, आशिश कुमार, मानवीर, सतेन्द्र, प्रियंका, जितेन्द्र सिंह, नेहा, रोहित, सुधाबाई, करमबीर, रवि, प्रितम शर्मा, सुमन कुमार, उमा शर्मा, अमित, रवि, शुभम, व नरसिंह को ब्रिलिएंट स्टूडेंट अवार्ड प्रदान किया गया। विभिन्न कक्षाओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया।
फोटो कैप्शन 5: ब्रिलिएंट स्कूल के वार्षिक उत्सव में डा. ललित गोयल को अवार्ड देते हुए अतिथिगण।


राममनोहर लोहिया के अनुयायी नत्थूराम शर्मा की मनाई चौथी पुण्यतिथि
-आयोजित किया गया हवन
********************************
*********************
 कनीना। पंडित नाथूराम शर्मा न केवल प्रसिद्ध समाजसेवी थे अपितु राम मनोहर लोहिया के अन्यायी भी थे। ये विचार प्राचार्य कमलेश शर्मा ने पंडित नाथूराम शर्मा की चौथी पुण्यतिथि पर हवन उपरांत आयोजित समारोह में संबोधित किये। उन्होंने कहा पंडित नत्थूराम शर्मा न केवल उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के घनिष्ठ मित्र थे अपितु पूर्व उप-प्रधानमंत्री ताऊ देवीलाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरियाणा राव बीरेंद्र  सिंह से बहुत मधुर संबंध रखते थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन जनसेवा में बिताया और 4 वर्षों पूर्व उनका देहांत हो गया था जिनका कनीना-अटेली फाटक के पास अंतिम संस्कार किया गया था।  उनकी चौथी पुण्यतिथि पर हवन आयोजित किया गया।
जहां हवन में यज्ञमान कमलेश शर्मा एवं उनकी पत्नी सीमा देवी रहे। वहीं हवन को पंडित ऋषिराज तथा महेश कुमार ने मिलकर पूर्ण करवाया। इस अवसर पर दूर-दराज से आए लोगों ने पंडित नत्थू राम शर्मा की प्रतिमा को माल्यार्पण , पुष्प अर्पित किए तथा उन्हें याद किया। इस मौके पर नाथूराम शर्मा के राजनीतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक साथी एवं अनुयाइयोंंं सहित सूरजभान, श्यामलाल, कमलेश शर्मा, रमेश शर्मा एडवोकेट, पंडित ऋषि राज शर्मा, नरेंद्र शर्मा एडवोकेट आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 6: पंडित नत्थूराम शर्मा की पुण्यतिथि पर हवन करते हुए।
            7: पंडित नत्थूराम शर्मा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए।



गर्मियों में पक्षियों के लिए हो पानी का प्रबंध-पीएफए
************************************
**************
कनीना। जल्द ही गर्मियां आने वाली हैं। गर्मियों में वन्य जीवों को बचाने के लिए पानी का प्रबंध किया जाए। ये विचार पीपूल फार एनिमल के उप प्रधान राजेंद्र सिंह के हैं। उन्होंने कनीना में अपने साथियों को आने वाले गर्मी के दिनों में पक्षियों की रक्षा करने पर विचार विमर्श किया।
 उन्होंने कहा कि गर्मी ने दस्तक दे दी है वहीं सरसों की फसल की कटाई शुरू होने जा रही है। गर्मी के दिनों में पक्षियों को दूर दराज तक पानी एवं चुग्गा नहीं मिलता है जिसके चलते उनकी मौत हो जाती है। ऐसे में वर्षों से पक्षियों के लिए जल एवं चुग्गा का प्रबंध करते आ रहे राजेंद्र सिंह ने यह बीड़ा उठाने का निर्णय लिया है। उनका मानना है कि जब गर्मी के दिनों में इंसान की हालात बदहाल हो जाती है तो पानी के बगैर पक्षियों पर क्या बीतती होगी? उन्होंने पीएफए के सदस्यों सहित सभी जीव प्रेमियों से प्रार्थना की है कि वे अपने घरों, घरों के आस पास, जंगलों में पानी के बर्तन पेड़ों से टंगवाने का प्रबंध करें।
करीरा के निवासी एवं पीएफए के सदस्य बालकिशन का कहना है कि वे अपने घर की छत पर पक्षियों के लिए चुग्गे का प्रबंध करेंगे तथा पानी के बर्तन रखवाएंगे। उन्होंने कहा कि पक्षियों की सुरक्षा से उनकी सुरक्षा संभव है। उन्होंने भी अपने गांव में जितना हो सके पक्षियों के लिए पानी का प्रबंध करने का निश्चय लिया है।
 अजीत कुमार किसान का कहना है कि वे अपने ट्यूबवेल पर रहते हैं और गर्मियों में ट्यूबवेल से खेत में खाली जगह पर पक्षियों के लिए पानी का प्रबंध करेंगे वहीं पक्षियों के लिए पेड़ों पर झावली टांगेंगे। उनका कहना है कि वे पक्षियों के लिए ही नहीं अपितु लोगों के लिए भी प्याऊ लगाते आ रहे हैं। उनका कहना है कि वन्य जीव भी शृंखला का एक अंग होते हैं।
 सुनील कुमार बिसोहा के निवासी हैं तथा समाजसेवा में अग्रणी हैं। उनका कहना है कि वे तो वर्षों से अपने खेत में जीवों के लिए जल का प्रबंध करते आ रहे हैं। छत पर भी जल तथा चुग्गे का प्रबंध करेेंगे। उनका कहना है कि उनके पूर्वज कभी से पक्षियों के लिए जल का प्रबंध करते आए हैं। उन्होंने सभी से प्रार्थना की कि वे भी पक्षियों के लिए जल का प्रबंध करें।
 किसान सूबे सिंह का कहना है कि जब जीव ही नहीं रहेंगे तो इंसान भी नहीं बच पाएगा। उनके अनुसार इंसान तो जल का प्रबंध जैसे तैसे अपने लिए कर लेता है किंतु पक्षी बेचारे कर नहीं पाते हैं। कुएं एवं जोहड़ जंगलों से लुप्त हो चुके हैं। ऐसे में उनके प्राण संकट में पड़ जाते हैं। उनके प्राणों की सुरक्षा की जिम्मेदारी इंसान की है।
फोटो कैप्शन:सूबे सिंह, अजीत सिंह, सुनील कुमार, राजेंद्र सिंह, बालकिशन


आंखों में कीट गिरने पर साफ पानी से धोये-डा अजीत
***********************************
****************
कनीना। सरसों कटाई चलने पर हवा में मक्खी मच्छरों की भरमार हो गई है। दुपहिया वाहन चालक सुबह-शाम इन मक्खी मच्छरों से परेशान हो जाता है।
  घरों में जहां मक्खी व मच्छर बढऩे से आराम करने में ये विघ्न डालते हैं। लोग इनको घरों से भगाने के लिए कई प्रकार के क्रीम, दवाएं, इनकों भगाने वाले यंत्र प्रयोग करते हैं। मच्छर के कारण तो बिना बिजली के घरों में सो पाना अति मुश्किल हो जाता है।   उधर सड़क पर दुपहिया वाहन चालक अति परेशान हो जाते हैं। जब वे हेलमेट लगाकर या चश्मे लगाकर चलते हैं तो भी उनकी आंखों में कीट घुस जाते हैं। सड़क पर वाहन रोककर अपनी आंखों को मसलते हुए देखा जा सकता है। ये मच्छर जहरीले कम हैं किंतु बदबूदार अधिक होते हैं।
कैसे बचा जाए-
यदि दुपहिया वाहन पर सुबह शाम सफर करना है तो बेहतर ढंग के चश्मे लगाकर वाहन चलाना चाहिए। हेल्मेट लगाकर चलाने से इन मच्छरों सेक छुटकारा मिल सकता है। सिर को ढककर दुपहिया वाहन चलाने से कुछ हद तक छुटकारा मिल सकता है।
क्या देते हैं डाक्टर सलाह-
कनीना के डाक्टर अजीत कुमार शर्मा का कहना है कि ये मच्छर दुपहिया वाहन चालकों के लिए सिरदर्द बन जाते हैं।  साफ पानी से आंखों को धोए एवं साफ रुमाल से ही आंखों को साफ करे, डाक्टर से मच्छर निकलवा। आंखों को मसलने से आंखें खराब हो जाती हैं। उनका कहना है कि बेहतर आंखों के ड्राप बाजार में जेंटासीन आदि मिलते हैं, जिनका प्रयोग आंखों को बचाता है। उनके अनुसार देशी तरीका यह भी है कि आंख में देशी घी की एक बूंद डाली जाए तो राहत मिल जाती है।


सिमट कर रह गए होली के खेल
*********************************
*****************
कनीना। कनीना में एक माह तक चलने वाले होली के खेल अब सिमटकर रह गए हैं। होली मनाने के विशेष ढंग, होलीवाला जोहड़ तथा होली पर ईंधन डालने की अनोखी परंपरा अब औपचारिकता बनकर रह गई हैं। कनीना में दो दिन पहले होली का डांडा गाड़ दिया गया है। जबकि गांवों में यह कार्य बसंत पंचमी पर संपन्न हो चुका है।
  एक वक्त था जब एक माह तक कनीना क्षेत्र में होली के खेल चलते थे। जब से होली का डांडा गाड़ दिया जाता था तभी से होली के खेल शुरू हो जाते थे। इन खेलों में चांदनी रात में लुक्का छुपी, कोरड़ा मारना तथा स्वांग रचना आदि प्रमुख होते थे। इन खेलों से जहां एक माह उत्सव चलता था वहीं पकती फसल को देखकर भी खुशी मनाई जाती थी। अब न तो वो खेल रहे हैं और न उनके खिलाड़ी।
  अब तो लुक्का छुपी का खेल रात को चले तो लोग चोर समझकर पीट डाले। होली के डांडे पर ईंधन डालने का रिवाज भी सिमटकर रह गया है। होलिका दहन से महज पांच सात पूर्व ही ईंधन डालकर खानापूर्ति की जाती है। बुजुर्गों के सहयोग से चलने वाले होली के खेल अब देखने को कम ही मिलते हैं। जहां होली के मधुर मधुर गीत, स्वांग रचना, ढोल एवं ताशें अब किसी मेले में ही देखने को मिल सकते हैं।
  बुजुर्ग आज के दिन जब होली का पर्व देखते हैं और सुनते हैं तो एक ही बात कहते हैं कि अब न तो एकता रही और न पहले वाला भाईचारा। अब तो बस आपसी रंजिश एवं एक दूसरे को नीचा दिखाने की परंपरा बढ़ रही है। होलीवाला जोहड़ जहां होलिका दहन किया जाता है उसमें गंदा पानी भरा खड़ा रहता है। मजबूरीवश होलिका दहन के समय महिला एवं पुरुष वहां जाकर प्रह्लाद भक्त की पूजा अर्चना करते हैं। होलिका दहन का पर्व 28 मार्च को मनाया जा रहा है।
फोटो कैप्शन 01: होली वाला जोहड़ पर गाड़ा गया डांडा।

अतिक्रमण बोल रहा है सिर चढ़कर
***********************************
***************
  कनीना। कनीना क्षेत्र में अतिक्रमण पूरे यौवन पर है। जहां दुकानों के सामने विभिन्न प्रकार के ठेले वाले, निजी वाहन तथा साइन बोर्ड लगाकर अतिक्रमण किया हुआ है।  सड़क मार्ग तक कुछ दुकानदार अपना सामान रख रहे हैं। बार-बार अतिक्रमण हटाए जाने और सख्त कार्रवाई करने की मांग उठ रही है।
कनीना बस स्टैंड समक्ष गुजरने वाले रेवाड़ी- महेंद्रगढ़ मार्ग पर तो भारी सड़क तक लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। दुकानों के अंदर जगह कम घेरे हुये हैं और बाहर अधिक। यहां तक कि उनके सामान को कोई छू जाए तो फिर मार पिटाई पर उतर आते हैं। कुछ दुकानदार तो अपनी दुकानों के आगे भी दुकान का सामान रख रहे हैं वहीं कुछ दुकानदार तो दुकानों का किराया रेहडी वालों से भी पूरा कर रहे हैं। दुकानों के आगे रेहड़ी आदि खड़ा करने के नाम पर पांच हजार रुपये प्रतिमाह तक लेते हैं।
अतिक्रमण के चलते जहां कनीना बस स्टैंड के इर्द-गिर्द सभी संपर्क और मुख्य मार्ग अतिक्रमण के शिकार है जिससे परेशानी बढ़ती ही जा रही है। लोगों की मांग है अतिक्रमण हटाया जाए।
 महेंद्र, वीरेंद्र, दिनेश, राजेश कुमार आदि ने बताया कि वे अपनी निजी गाड़ी से आवागमन करते हैं किंतु सड़क मार्ग पर अतिक्रमण इतना होता है कि गाडिय़ों को गुजर पाना भी कठिन हो जाता है।
 क्या कहते पालिका प्रधान-
 पालिका प्रधान सतीश जेलदार का कहना है कि वे जल्द ही अतिक्रमण हटवाएंगे तथा निकट भविष्य में बार बार अतिक्रमण हटवाते रहेंगे। उन्होंने भी माना कि अतिक्रमण से जन परेशान होना स्वाभाविक है।

दिव्यांग बच्चों को जोड़ा जाये मुख्य धारा में
************************************
*************
कनीना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में समावेशित शिक्षा के अंतर्गत दो दिवसीय दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों, सहयोगी अभिभावकों तथा विद्यालय के मुख्य अध्यापकों के लिए दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का सोमवार को प्रथम दिन था।
उद्घाटन प्राचार्य लाल सिंह जी ने किया तथा सभी अभिभावकों को संबोधित खंड शिक्षा अधिकारी सत्यवान ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को को समाज की मुख्यधारा में इस प्रकार जोड़ा जाए समावेशी शिक्षा के अंतर्गत बाधारहित वातावरण तैयार हो सके। जिससे इन बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाया जा सके।
 कार्यक्रम में जिला परियोजना संयोजक नारनौल से  राजबाला ने कार्यक्रम में अभिभावकों को बताया कि मन की शक्ति के आगे तन की शक्ति शून्य होती है। यदि विद्यालय के अध्यापक तथा दिव्यांग बच्चों के अभिभावक मिलकर काम करते हैं तो यह शिक्षा की मुख्यधारा में जुड़ सकते हैं। विशेष शिक्षक तथा रिसोर्सपर्सन अमृत सिंह ने बताया कि विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि पीडब्ल्यूडी एक्ट, नई शिक्षा नीति में दिव्यांग बच्चों के लिए शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि अब सात प्रकार की दिव्यांगता की जगह 21 प्रकार की दिव्यांगता हो गई है। सभी 21 प्रकार के दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ा जाता है। कुलदीप विज्ञान अध्यापक ने दिव्यांगता के कारणों पर प्रकाश डाला। तथा इनकी पहचान करने के तरीके भी बताये।
 इस अवसर पर पंकज कुमार मुख्य अध्यापक, एसएमसी प्रधान कृष्ण, एसएमसी सदस्य मदन लाल शास्त्री, सोमनाथ, ईश्वर प्रवक्ता, रमन शास्त्री, सुशीला, खंड शिक्षा कार्यालय कनीना से बाबूलाल प्रधान तथा चौकीदार ओम प्रकाश, खंड कनीना के 25 अभिभावक तथा 15 विभिन्न स्कूलों के मुख्य अध्यापकों ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन 2: दिव्यांग बच्चों के शिविर को संबोधित करते विशेष अध्यापक अमृतलाल।


सोमवार को एक साल के बाद फिर से पहली से दूसरी तक के स्कूल खुले
-3 घंटों तक चले स्कूल, हाजिरी सामान्य रही

*******************************
















 कनीना। करीब एक साल तक स्कूल बंद रहने के बाद आखिरकार सोमवार से  कक्षा 1 से 2 तक के विद्यार्थियों के लिए निजी एवं सरकारी स्कूल खुल गये हैंं। तीन घंटे सुबह दस बजे से डेढ़ बजे के मध्य सरकारी तथा प्राइवेट विद्यालय फिर से लगे। स्कूलों में उपस्थिति सामान्य रही। कक्षा तीन से पांच की कक्षाएं 24 फरवरी से लग रही हैं।
  कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी विद्यार्थियों के अभिभावक लिखित में अनुमति ली गई है लेकिन आनलाइन पढ़ाई जारी रही वहीं स्कूलों में विद्यार्थियों को आने के लिए बाध्य नहीं किया जा रहा है और न हीं उनका नाम काटा जाएगा। स्कूल में प्रवेश करते ही विद्यार्थियों और अध्यापकों के ताप की जांच की गई। सभी की उपस्थिति मोबाइल एप पर भरकर विभाग को भेजी गई। वरिष्ठ प्राचार्य अभयराम यादव ने बताया कि यदि कोई विद्यार्थी कोविड पाजिटिव पाया जाता है तो उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा तथा उसकी कक्षा के पूरे विंग को 10 दिन के लिए बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। विद्यालय परिसर को सेनिटाइज किया जाएगा। यदि एक से अधिक विद्यार्थी पाजिटिव पाए जाते तो 10 दिनों के लिए बंद करने की प्रक्रिया पूरे विद्यालय के लिए अपनाई जाएगी।
 स्कूल तो लगे किंतु विद्यार्थियों को दोपहर भोजन योजना के तहत पका पकाया भोजन नहीं दिया गया। अभी तो सूखा राशन ही बांटा जा रहा है। निजी स्कूल संचालक सभी कक्षाएं लगाने की मांग कर रहे थे जो पूरी हो गई।
11 माह बाद खुले थे कक्षा 6 से 8-
उल्लेखनीय है कि एक फरवरी 2021 से कक्षा 6 से आठ तक के स्कूल खोले गये थे। उनके स्कूल भी 3 घंटे ही लग रहे हैं किंतु लंबे समय तक घर पर शिक्षा पाने के पश्चात कक्षा छठी से आठवीं के विद्यार्थी स्कूल आ रहे हैं। दूसरी ओर कक्षा तीन से पांच के विद्यार्थी 24 फरवरी से स्कूल आ रहे हैं।  
 यहां यह उल्लेखनीय है कि कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थी 14 दिसंबर 2020 से स्कूल आ रहे हैं।
फोटो कैप्शन 9: धनौंदा के प्राथमिक स्कूल में कक्षा एक व दो के विद्यार्थियों की जानकारी लेता स्टाफ।

No comments: