राक्षसी जानवर बंदर -02
पानी की टंकियां में हग मूत जाते हैं बंदर
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कनीना की आवाज। बंदरों को चाहे कुछ लोग पूजते हो ,उन्हें हनुमान की फौज मानते हो लेकिन हकीकत यह है कि यह राक्षसी जानवर है। इनके मल मूत्र से भी कई रोग फैलते हैं, वहीं इनके काटने से रेबीज का रोग फैलता है। अक्सर बदेखने में आया है कि बंदर पानी की टंकी में घुस जाता है, खूब मजे से नहाता है और चलते समय हग मूत भी जाता है। कितने ही लोग इस पानी को बगैर देखे पीते रहते हैं, जब उन्हें होश आता है तब तक बहुत देरी हो चुकी होती है। सबसे बड़ी बात है कि बंदरों के दांत बहुत नुकीले होते हैं और ये पानी की टंकी के ढक्कन को भी काट कर अंदर घुस जाते हैं। टंकी के ढक्कन को तोड़ देते हैं, विभिन्न प्रकार के यंत्र लगाए जाते हैं उनको भी पल भर में ही तोड़ देते हैं। इस प्रकार बंदर एक बहुत खतरनाक जानवर साबित हो रहा है। लाखों रुपए का नुकसान बंदर प्रतिमाह कर देते हैं। लोग बेहद परेशान है पर बंदरों के आगे एक नहीं चलती। बंदर इतनी तेजी से घुड़की मारते हैं कि कुछ लोग डर के मारे दौड़ पड़ते हैं और फिर ये पीछा नहीं छोड़ते। देखने में आया है कि ऊंचे पेड़ या एंटीना आदि को तो किसी हाल में नहीं बख्शते। यदि कांटेदार बाड़ लगाई जाए तो हो सकता है उससे ये बचकर निकले। यही कारण है कि टंकी ऊपर लोगों ने कांटेदार बाड़ लगा रखी है किंतु कभी-कभी तो ये बाड़ को भी अपनी बुद्धि से फेंक देते हैं और उसमें गंदगी फैला जाते हैं। बंदरों से बचकर रहना चाहिए। टंकी को सावधानी से देख लेना चाहिए कि कहीं बंदर उसमें नहीं घुस गये हैं, अगर घुस गए हैं तो अच्छी प्रकार सफाई करनी चाहिए, उस पानी को कभी प्रयोग नहीं करना चाहिए वरना रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। जहां बंदर हो वहां टंकी पर कांटेदार बाड़ या ढक्कन को फिक्स करवा देना चाहिए, झटका मशीन सबसे बेहतर इलाज है।
चोर साहब के कारनामे-40
-चोर साहब राहु है तो उसकी पत्नी केतु
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कनीना की आवाज। विगत करीब 1 साल से चोर साहब के कुछ प्रमुख लक्षण कनीना निवासी डा. होशियार सिंह पत्रकार एवं लेखक ,साहित्यकार ने नोट किये हैं। वो इस प्रकार है-
चोर साहब अपनी गाड़ी दूसरे के दरवाजे पर खड़ा करके बड़ा खुश होते हैं, दूसरे का नुकसान होने पर उसे बेहद खुशी होती है, किसी की ईंट पत्थर चोरी करने में शर्म महसूस नहीं करते।
डा. होशियार सिंह पत्रकार के तीन ट्राली पत्थर, अपने पिता के लिए बनाई गई मंढी की ईट चोरी कर ले गया, तीन दर्जन गमले, कृषि यंत्र, बिजली के यंत्र चोरी कर ले गया और कितने ही लोगों ने ऐसी हरकतें करते हुए देखा है जो गवाही देने के लिए तैयार हैं। चोर साहब को नालियों से बहुत परेशानी होती है इसलिए अपने घर के पास नालियों को बंद करने में लगा रहता है, दूसरे का रास्ता रोकने में बहुत आनंद आता है इसलिए अपने घर का दरवाजा बाहर की ओर खोलता है, उसको सरकारी बिजली प्रयोग करने में बड़ा आनंद आता है इसलिए बोर्ड और बैनर में सरकारी बिजली प्रयोग करता है, चोर साहब को अतिक्रमण करने बड़ा आनंद आता है इसलिए अपने तीन-चार फीट अवैध/अतिक्रमण कर लिया है। चोर साहब नशे का आदी है और नशे में कभी किसी की गाड़ी को टक्कर मार जाता है तो कभी किसी की गाड़ी को। किसी ने अगर अपने द्वार पर फड़ बना ली, या ईटों लगाकर वर्षा जलभराव से सुरक्षा करनी चाही तो उनके ऊपर से अपनी गाड़ी निकाल कर उसे नष्ट करने का प्रयास करता है। एक नया कारनामा साक्ष्य सामने आया कि चोर साहब किसी के फव्वारा पाइप चोरी कर लाये। जिसके फव्वारा पाइप चोरी किए थे वह भी एक दिन चोर सब के पास आ गया। उसने चोर साहब को जमकर शराब पिलाई। जब शराब चढ़ गई तो उसने खुद ही बक दिया कि तुम्हारे फव्वारा पाइप मैं चोरी कर लाया था। जिसके फव्वारा पाइप चोरी हुए बड़ा आश्चर्य हुआ और सारी घटना बताने लगा। चोर साहब की पत्नी केतु से कम नहीं है। किसी को तुरंत बेवजह धमकाने लग जाती है और चोर साहब की तो क्या कहिए कि वह राहु सेे किसी प्रकार भी कम नहीं है।
एनडीए एवं नीट की तैयारी की निशुल्क प्रतियोगी पुस्तकें की भेंट
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कनीना की आवाज। राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, कनीना में एक विशेष अवसर पर कक्षा 12 विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु बहुमूल्य पुस्तकों का वितरण किया गया। ये पुस्तकें लगभग 25,000 रुपये मूल्य की हैं, जिन्हें अंकुर यादव कनीनवाल, वार्ड- 2, कनीना द्वारा उदारतापूर्वक विद्यालय को भेंट की गईं।
इस अवसर पर पुस्तकों का वितरण महेन्द्र सिंह एवं संदीप कुमार द्वारा किया गया। विद्यालय परिवार एवं विद्यार्थियों की ओर से उनका हार्दिक अभिनंदन एवं आभार व्यक्त किया गया।
विद्यालय के प्राचार्य सुनील खुडानिया ने इस अवसर पर कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे एनडीए एवं नीट में सफलता के लिए कठिन परिश्रम के साथ-साथ उत्तम अध्ययन सामग्री का होना अनिवार्य है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए बताया कि आज प्राप्त की गई ये पुस्तकें निश्चित ही उनकी सफलता की राह में मार्गदर्शक सिद्ध होंगी।
इसी क्रम में संदीप कुमार ने विद्यार्थियों को एनडीए परीक्षा की तैयारी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं और उन्हें अनुशासन, आत्मविश्वास तथा निरंतर अभ्यास के महत्व से अवगत कराया। विद्यालय परिवार ने अंकुर यादव कनीनवाल के इस सराहनीय योगदान की भूरी-भूरी प्रशंसा की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर वचन दिया कि वे इस सामग्री का सदुपयोग कर विद्यालय, परिवार और समाज का नाम रोशन करेंगे।
फोटो कैप्शन 07: विद्यार्थियों को एनडीए एवं नीट प्रतियोगी पुस्तकें वितरित करते हुए अंकुर यादव
कनीना नगर पालिका उप प्रधान चुनाव में वार्ड नंबर 13 के सूबे सिंह हुए विजयी
-सुबे सिंह को 15 में से 8 वोट मिले वह एकमत से हुए विजयी
-अशोक ठेकेदार गुट का बना उप-प्रधान
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कनीना की आवाज। नगर पालिका कनीना उप प्रधान पद के चुनाव में सूबे सिंह आठ मत लेकर विजयी हुए। सूबे सिंह अशोक ठेकेदार गुट के है। जबकि उनके प्रतिद्वंदी राकेश को सात मतों से संतोष करना पड़ा। राकेश कुमार एडवोकेट दीपक चौधरी गुट के हैं। सुबह 10 के आसपास सभी 14 पार्षद व नगर पालिका प्रधान नगर पालिका परिसर में पहुंचे। 11 के बाद सूबे सिंह और राकेश कुमार ने उप प्रधान पद के लिए अपना नामांकन किया। छटनी में दोनों के फार्म सही पाए गए। 12 बजे के बाद वोटिंग हुई। वोटिंग इवीएम से करवाई गई। एक बजे मतगणना के बाद रिटर्निंग अधिकारी डा. जितेंद्र अहलावत द्वारा रिजल्ट की घोषणा की गई।
इस मौके पर पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहा। रिटर्निंग अधिकारी एसडीएम डा. जितेंद्र अहलावत ने बताया कि सूबे सिंह को 15 मतों में से 8 मत प्राप्त हुए वहीं उनके प्रतिद्वंदी राकेश कुमार को सात मत प्राप्त हुए जिसमें सूबे सिंह विजयी रहे।
इस मौके पर विजेता सूबे सिंह ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है उसे वह पूरी निष्ठा में ईमानदारी से निभाएंगे। वो कनीना में विकास कार्य करवाएंगे। जीत के बाद पूरे गाांव में विजयी जुलूस भी निकाला गया।
अशोक ठेकेदार गुट ने मारी बाजी-
अशोक ठेकेदार जो पालिका प्रधान के दावेदारों में से एक रहे हैं किंतु चुनाव हार गये थे। लेकिन उनके गुट से सूबे सिंह विजयी हुये थे। ऐसे में सूबे सिंह ने मजबूर कर दिया कि उप प्रधान उन्हें बनाये और लोढ़ा गुट ने झुकना पड़ा और उन्हें समर्थन दिया और वे विजयी हुये हैं। ठीक इसी प्रकार विगत योजना के चुनावों में अशोक ठेकेदार ने सभी को मजबूर कर दिया था जिसके चलते वे उप प्रधान बने थे।
क्या कहते हैं अशोक ठेकेदार-
अशोक ठेकेदार ने बताया कि उनके गुट का सूबे सिंह विजयी हुआ है। उन्होंने बेहद खुशी जताई कि विगत योजन में वे स्वयं उप प्रधान रहे हैं जबकि इस योजना में उनके गुट एवं परिवार का सदस्य उप प्रधान बना है।
फोटो कैप्शन 06: सूबे सिंह का विजय जुलूस निकालते हुए साथ में पासपोर्ट सूबे सिंह एवं अशोक ठेकेदार
कनीना क्षेत्र में हुई 30 एमएम वर्षा सड़कों पर भरा है गंदा जल
--खेतों में भी भर गया है वर्षा का जल
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में 30 एमएम वर्षा हुई। इस बार वर्षा ने फसल बर्बाद करने में कोई कमी छोड़ी है जिसके चलते बाजरा और कपास फसल पूर्ण रूप से बर्बाद हो गए हैं। किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल क्षति का ब्यौरा देने में लीन हो गये है। उधर आए दिन वर्षा से काटकर डाली एवं खड़ी फसल पूर्ण रूप से खराब हो गई है। बाजरे के दाने काले पड़ गए, अंकुरित हो गए, फफूंद लग गई है वहीं कपास के टिंडे काले पड़ गए या अंकुरित हो गए हैं।
रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, गाहड़ा और सभी सड़क मार्गों पर गंदा जल भरा हुआ है। होलीवाला और कालरवाली जोहड़ों के सड़क मार्ग हर वर्ष की भांति गंदे पानी से भरे खड़े हैं। होलीवाला जोहड़ मार्ग तो साल में कुछ ही दिन खुला पता है वरना सदा गंदे पानी से भरा रहता है। नहर के साथ बनाई सड़क गंदे पानी से भरी खड़ी है। उस पर भी गंदा जल भरा खड़ा है। लोग बेहद परेशान है, बाढ़ जैसी स्थिति बनती जा रही है। खेतों में गंदा जल भरा हुआ है। किसान राजेंद्र सिंह, सुनील कुमार, दिनेश कुमार आदि ने बताया कि बाजरे की काट कर डाली गई फसल भी पानी में बह गई है। खेतों में एक-एक फीट तक पानी जमा हो गया है। ऐसे में न तो कपास पैदावार के बचने की उम्मीद है और न ही चारा और बाजरे की फसल पैदावार के बचने की कोई उम्मीद बची है अब किसानों की शत प्रतिशत फसल बर्बाद होने के कगार पर चली गई है। अब तो किसानों का कहना है की लावणी की भी जरूरत नहीं पड़ेगी, सारी फसल यहीं पर नष्ट हो चुकी है। उधर त्वरित गति से किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपना ब्यौरा दे रहा है। 15 सितंबर अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। वैसे भी जिन किसानों ने अभी तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा नहीं दिया था वह भी 10 सितंबर तक अपना ब्यौरा दे सकते हैं। ऐसे में किसान फसल उगाकर पछता रहे हैं। विशेषकर वो किसान अधिक पछता रहे हैं जिन्होंने किसी से जोतने के लिए खेत लिया था और उसमें फसल बर्बाद हो गई है। अब उनको महज क्षतिपूर्ति मुआवजा ही मिलने की उम्मीद है। वहीं दूसरी ओर भूमिगत जल में कुछ सुधार होने की संभावना जरूर जता रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि फसल पैदावार ले लेते उसके बाद यदि वर्षा होती तो दोनों लाभ मिलते। न केवल फसल पैदावार मिल जाती अपितु भूमिगत जल की आपूर्ति हो जाती किंतु अब फसल पैदावार प्राप्त नहीं हो पाई है। अब तो भविष्य में चारे का संकट भी गहराने की उम्मीद बन गई है क्योंकि कड़बी पूर्णरूप से खराब हो चुका है जिसको पशु नहीं खा पाएंगे।
फोटो कैप्शन 03: खेतों में खड़ा पानी जिसमें डूब गई है फसल तथा
04: पानी में तैरती बाजरे की फसल
सात को 3 घंटे बिजली आपूर्ति रहेगी बंद
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कनीना की आवाज। डीएचबीवीएन के 132 केवी स्टेशन, कनीना की 7 सितंबर को प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक बिजली आपूर्ति ठप्प रहेगी। विस्तृत जानकारी देते हुए उमेश वर्मा एसडीओ पावर ने बताया कि 7 सितंबर को प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक सभी फीडरों की आपूर्ति बंद रहेगी।
दांतों एवं मुंह के बारे में साफ सफाई रखने हेतु जानकारी दी
-डा. जितेंद्र मोरवाल रहे हाजिर
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कनीना की आवाज। उप मंडल अस्पताल कनीना के सौजन्य से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत ओरल हेल्थ पखवाड़ा राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मंडी में बच्चों को दांतों की देखभाल व मुंह के बारे में साफ सफाई रखने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। बच्चों को ओरल हेल्थ की जानकारी देते हुए वरिष्ठ दंत चिकित्सा अधिकारी डा. जितेंद्र मोरवाल ने कहा कि हमारे जीवन में भोजन का बहुत बड़ा योगदान है और भोजन को सही ढंग से पचने के लिए दांतों की अहम भूमिका है। अगर मुख में दांत स्वस्थ होंगे तो व्यक्ति उम्र भर स्वस्थ रहेगा तथा ब्रश उपयोग करने का सही तरीका वह टूथपेस्ट की सही मात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि वह अपने दांतों के साथ-साथ अपने मुख का ध्यान रखें क्योंकि मुख मन का दर्पण है।
विद्यालय के प्राचार्य नरेश कुमार कौशिक ने कहा कि हमारे जीवन में सबसे बड़ी महता स्वास्थ्य की है तथा व्यक्ति का स्वास्थ्य तभी अच्छा रह सकता है जो उसके दांत सही हो, एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है तभी जीवन निर्मल रह सकता है। यदि पाचन तंत्र सही रखना है तो दांत स्वस्थ रखना आवश्यक है।
कार्यक्रम के अंत में कक्षा 6 से 12 तक सभी बच्चों को टूथब्रस व टूथपेस्ट बांटे गए तथा बच्चों को उनके उपयोग की सटीक जानकारी दी। कार्यक्रम में अस्पताल के दंत सहायक लखपत सिंह तथा एमपीएचडब्ल्यू राजेश कुमार ने व्यवस्था में सहयोग दिया ।
आज के कार्यक्रम में प्रवक्ता प्रवीण कुमार ,स्नेह लता, रेखा यादव, सुमन लता ,शकुंतला, सोमता ,ओमप्रकाश, कुलदीप सिंह, पवन कुमार, हेमंत कुमार, रिंकी यादव, वीरमति , पन्नालाल नरेंद्र कुमार सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित थे
फोटो कैप्शन 05: दंत चिकित्सक डा. जितेंद्र मोरवाल दांतों की जानकारी देते हुए
विद्यालय गतिविधि
- जल जीवन मिशन के तहत जल संरक्षण हेतु कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव कैमला स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में मुख्याध्यापक विरेन्द्र की अध्यक्षता में जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन जिला महेन्द्रगढ़ की टीम ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग नारनौल के सहयोग से जल जीवन मिशन के अंतर्गत जल संरक्षण एवं पेयजल की गुणवत्ता के रखरखाव हेतु विद्यालय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभाग की और से कार्यक्रम में मोहित कुमार उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में बच्चों को जल संरक्षण के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया वहीं जल संरक्षण के तौर तरीके भी बताये गये। इसके साथ-साथ टीम के सदस्यों ने जल जीवन मिशन की गहन जानकारी प्रदान करते हुए बच्चों को बताया कि हर घर नल से जल मुहिम के तहत भारत व हरियाणा सरकार द्वारा हर घर नल से जल प्रदान किया जा रहा है। जिसमें सभी बच्चे जल संरक्षण व पेयजल की गुणवत्ता बरकरार रखने में अपनी भूमिका अदा करें। स्कूल की बैठक के दौरान अध्यापकों को यह सुझाव दिया कि वे समय-समय पर स्कूल असेंबली व बालसभा का आयोजन कर जल संरक्षण व जल की गुणवत्ता संबंधित भाषण, निबंध, लेखन, चित्रकला, प्रश्नोत्तरी व अन्य प्रतियोगितायें करवायें और अपनी व स्कूली बच्चों की जल संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी व भागीदारी सुनिश्चित करें तथा हर रोज जल जीवन मिशन के बारे में विचार-विमर्श अवश्य करें।
टीम ने बताया कि समय-समय पर जन स्वास्थ्य विभाग के मंडल व उपमंडल कार्यालय में विभाग द्वारा स्थापित लैब में पेयजल की गुणवत्ता की जांच करवायें ताकि सबके लिए साफ-सुथरे पेयजल की पुष्टि हो सके। पेयजल से संबंधी कोई भी तकनीकी समस्या जैसे पाइपलाइन में लीकेज आदि हो तो तुरंत विभाग के टोल फ्री नंबर पर संपर्क करके अपनी शिकायत दर्ज करवायें। इस मौके पर समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
फोटो कैप्शन 01: जल संरक्षण पर जागरूक करते हुए मोहित
कनीना नगर पालिका के उप-प्रधान के लिए चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न
-सूबे सिंह चुने गए उप-प्रधान
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के उप-प्रधान पद के लिए आज चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हुआ। उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) डा. जितेंद्र सिंह की देखरेख में आयोजित इस चुनाव में वार्ड नंबर 13 के सदस्य सूबे सिंह को नगर पालिका का नया उप-प्रधान चुना गया।
यह चुनाव प्रक्रिया नगर पालिका कार्यालय में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हुई। एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान सभी नियमों का पालन किया गया और किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। मतदान प्रक्रिया सुबह शुरू हुई और सभी पार्षदों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद सूबे सिंह को विजयी घोषित किया गया।
एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह ने नव-निर्वाचित उप-प्रधान को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वे कनीना शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
चुनाव के बाद समर्थकों और पार्षदों ने उन्हें बधाई दी और फूल-मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। सूबे सिंह ने सभी सदस्यों और कनीना के नागरिकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि वे उप-प्रधान के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाएंगे। उन्होंने नगर पालिका के विकास और नागरिकों की भलाई के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
फोटो कैप्शन 02:उप प्रधान पद के चुनाव के संबंध में बैठक लेते एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह।
श्राद्ध सात सितंबर चंद्रग्रहण के दिन से शुरू
-22 सितंबर से शुरू होंगे नवरात्रे-पंडित दिनेश
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में श्राद्ध 7 सितंबर चंद्र ग्रहण के दिन से शुरू होंगे और 21 सितंबर तक जारी रहेंगे। इसके लिए प्रत्येक घर में तैयारियां शुरू हो गई है।
विस्तृत जानकारी देते हुए पंडित दिनेश कुमार ने बताया कि हर साल पितृ पक्ष भाद्रपद की पूर्णिमा से शुरू होते हैं और अश्वनी मास की अमावस्या तक चलते हैं। इस बार सात सितंबर से शुरू होंगे 21 सितंबर तक चलेंगे। उन्होंने बताया कि पितरों की आत्मिक शांति की शांति के लिए पितृपक्ष में श्रद्धा किए जाते हैं। पितृ पक्ष का दिन अपने पूर्वज और पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करने का महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि पितृ पक्ष के दिन मृत्यु लोक से पूर्व धरती लोक पर आते हैं। इसलिए पितृ पक्ष के दौरान तर्पण और श्राद्ध करने से पितरों का आशीर्वाद बना रहता है पितृ पक्ष श्राद्ध करने का विशेष फल भी प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि विधि विधान से पितृ पक्ष श्राद्ध करने चाहिए तत्पश्चात नवरात्रि पर शुरू हो जाएंगे नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होंगे। पितृपक्ष दौरान खीर, पूरी तथा विभिन्न पकवान बनाकर पितरों को खिलाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि साथ ही जिन पूर्वजों की पुण्यतिथि ज्ञात नहीं है, उनका श्राद्ध भी अमावस्या तिथि पर किया जाता है। इसलिए अमावस्या श्राद्ध को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहा जाता है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु हुई हो, उनके निमित्त भी सर्व पितृ अमावस्या के दिन अनुष्ठान कर सकते हैं।
दूध महंगा-
ग्रामीण क्षेत्रों में दूध चाहे कुछ सस्ता हो किंतु शहरों एवं कस्बों में दूध का भाव 80 रुपये लीटर तक पहुंच गया है। ऐसे में खीर बनाना भी मुश्किल हो गया है। लोग दुकानों पर मिलने वाले दूध से ही खीर बनाकर पितृपक्ष में श्राद्ध करने को मजबूर हैं।
भोजन बर्बादी के दिन-
पितृपक्ष दौरान खाना चौराहों एवं छतों पर कई कर्द दिन पड़ा मिलता है। पूड़ी को न तो कौवा और न गाय एवं कुत्ता खाते हैं। ऐसे में भोजन बर्बादी इन दिनों पूरे यौवन पर मिलती है। हां, ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है।
फोटो कैप्शन: दिनेश कुमार पंडित













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