सीवर व्यवस्था ठप, हो रही हैं ओवरफ्लो,
-उपभोक्ता परेशान
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कनीना की आवाज। कनीना के वार्ड-एक जयनारायण की दुकान के पास से लेकर प्रोफेसर हंसराज चौराहे तक सभी सीवर लाइन ठप्प पड़ी हैं, ओवरफ्लो हो गई है, जगह-जगह गंदा जल्दी निकल रहा है, गंदगी के देर लग गए हैं। जिसके पीछे बताया जा रहा है कि कालरवाली जोहड़ का गंदा पानी सीवर लाइन में डाला जा रहा है और सीवर लाइन का गंदा पानी वापस घरों तक पहुंचने लगा है। एक और जहां जोहड़ का गंदा पानी सीवर में डालने की मनमानी और हठधर्मिता जोहड़ को खाली करने वाले कर्मचारी कर रहे हैं वही जनस्वास्थ्य विभाग मौन बैठा देख रहा है। अनेक लोगों ने शिकायत की है कि उनका दिन और रात का जीना हराम हो गया है। दिन रात बदबू आती है, सफाई नहीं हो पाती वही और ओवरफ्लो होने से गंदा जल दूर-दूर तक फैल रहा है। लोगों ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को शिकायत करने की बात कही।
इस संबंध में के जन स्वास्थ्य विभाग के जेई तेजबहादुर से बात हुई। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में समस्या समाधान देख रहे हैं और जल्दी ही समस्या का समाधान ढूंढेंगे।
फोटो कैप्शन 10: जयनारायण की दुकान वार्ड एक के पास ओवरफ्लो की गंदगी
बीआर स्कूल सेहलंग में नवरात्रि उत्सव आयोजित
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कनीना की आवाज। बीआर स्कूल सेहलंग में नवरात्रि उत्सव का भव्य आयोजन, छात्राओं ने माँ दुर्गा के नौ रूपों का किया मनमोहक मंचन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध ।
बीआर स्कूल , सेहलंग में नवरात्रि पर्व बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण को फूलों और रंग-बिरंगे पट्टों से सजाया गया। वातावरण में भक्ति और उमंग का विशेष संचार था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय चेयरमैन हरीश भारद्वाज उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की प्रधानाचार्या ज्योति भारद्वाज ने की। कार्यक्रम का शुभारम्भ मां दुर्गा की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण से हुआ।
विद्यार्थियों ने मंच पर विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। विशेष रूप से कक्षा तीसरी से पाँचवीं की छात्राओं ने मां दुर्गा के नौ रूपों का सजीव मंचन किया। उनकी वेशभूषा और अभिनय ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यार्थियों ने भी नृत्य और भक्ति गीतों के माध्यम से सुंदर प्रस्तुतियाँ दीं, जिनसे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
विद्यालय की प्रधानाचार्या ज्योति भारद्वाज ने अपने उद्बोधन में कहा कि नवरात्रि पर्व हमें यह शिक्षा देता है कि नारी शक्ति का सम्मान करें और माँ दुर्गा की तरह साहस और सद्गुणों से युक्त जीवन जिएं। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे सदैव सच्चाई और परिश्रम के मार्ग पर चलें।
विद्यालय चेयरमैन हरीश भारद्वाज ने अपने संबोधन में कहा कि माँ दुर्गा शक्ति और विजय की प्रतीक हैं। यह पर्व हमें सिखाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी साहस बनाए रखें और बुराई का डटकर सामना करें। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि अनुशासन, अध्ययन और संस्कार ही जीवन को सफल बनाते हैं और यही वास्तविक पूँजी है।
फोटो कैप्शन 09: माँ दुर्गा के नौ रूप प्रस्तुत करती बी आर स्कूल सेहलंग की छात्राएँ ।
एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव को लेकर धरना 7 को
-स्टेशन मास्टर को दिया ज्ञापन
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कनीना की आवाज। कनीना रेलवे स्टेशन पर आस-पास के ग्रामीणों की बैठक हुई। इसमें कनीना रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर आगामी 7 अक्टूबर को कनीना स्टेशन पर धरना देने का निर्णय लिया गया। बैठक में अतरलाल एडवोकेट मुख्य अतिथि थे। अध्यक्षता इनेलो नेता कर्णसिंह यादव ने की।
बैठक में अतरलाल ने कहा कि रेल प्रशासन कनीना क्षेत्र के लोगों की एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की जायज मांग की अनदेखी कर रहा है। जिसके कारण इलाके के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। इस रेलवे स्टेशन से आठ एक्सप्रेस गाडिय़ां गुजरती हैं परन्तु उनमें से एक भी एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव यहाँ नहीं है। इसलिए लोगों को अपनी जायज मांग के लिए धरना देना पड़ रहा है। कर्णसिंह यादव, कैलाश सेठ, सुरेश रोहिल्ला, पवन धनखड़, शेर सिंह ने कहा कि सरकार ने कनीना रेलवे स्टेशन पर तत्काल एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव शुरू करने की अधिसूचना जारी नहीं की तो इलाके की जनता रेल रोको आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी।
बैठक के बाद ग्रामीण स्टेशन मास्टर विक्की चौहान से मिले तथा उन्हें बैठक में लिए निर्णय बारे अवगत कराया। ग्रामीणों ने केन्द्रीय रेल मंत्री तथा डीआरएम बीकानेर डिवीजन के नाम दो अलग-अलग ज्ञापन स्टेशन मास्टर को सौंपे। ज्ञापनों में कनीना रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की अधिसूचना तत्काल जारी करने, एक नई पैसेंजर डीएमयू. गाड़ी प्रात: 5 बजे सादुलपुर से वाया कनीना, रेवाड़ी, दिल्ली से पानीपत तक चलाने तथा कनीना खास रेलवे स्टेशन को आदर्श भारत रेलवे स्टेशन योजना में शामिल कर यहां जरूरी बुनियादी सुविधाएं बढ़ाने की मांगे की गई।
फोटो कैप्शन 09: स्टेशन मास्टर को ज्ञापन देते हुए
सीवर व्यवस्था ठप, हो रही हैं ओवरफ्लो,
-उपभोक्ता परेशान
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कनीना की आवाज। कनीना के वार्ड-एक जयनारायण की दुकान के पास से लेकर प्रोफेसर हंसराज चौराहे तक सभी सीवर लाइन ठप्प पड़ी हैं, ओवरफ्लो हो गई है, जगह-जगह गंदा जल्दी निकल रहा है, गंदगी के देर लग गए हैं। जिसके पीछे बताया जा रहा है कि कालरवाली जोहड़ का गंदा पानी सीवर लाइन में डाला जा रहा है और सीवर लाइन का गंदा पानी वापस घरों तक पहुंचने लगा है। एक और जहां जोहड़ का गंदा पानी सीवर में डालने की मनमानी और हठधर्मिता जोहड़ को खाली करने वाले कर्मचारी कर रहे हैं वही जनस्वास्थ्य विभाग मौन बैठा देख रहा है। अनेक लोगों ने शिकायत की है कि उनका दिन और रात का जीना हराम हो गया है। दिन रात बदबू आती है, सफाई नहीं हो पाती वही और ओवरफ्लो होने से गंदा जल दूर-दूर तक फैल रहा है। लोगों ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को शिकायत करने की बात कही।
इस संबंध में के जन स्वास्थ्य विभाग के जेई तेजबहादुर से बात हुई। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में समस्या समाधान देख रहे हैं और जल्दी ही समस्या का समाधान ढूंढेंगे।
फोटो कैप्शन 10: जयनारायण की दुकान वार्ड एक के पास ओवरफ्लो की गंदगी
आंबेडकर समिति की बैठक कनीना में 28 को
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कनीना की आवाज। डा. भीमराव अंबेडकर जन जागरण समिति की बैठक 28 सितंबर को कान्ह सिंह पार्क कनीना में शाम 4:30 बजे होगी। जिसमें समिति के सभी सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। समिति के प्रधान कृष्ण कुमार पूनिया ने बताया कि यह आवश्यक बैठक है जिसमें काफी बातों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
कात्यायनी देवी कात्यायनी मंत्र की देवी हैं-दीपक कौशिक
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कनीना की आवाज। कात्यायनी देवी कात्यायनी मंत्र की देवी हैं। कात्यायनी देवी नवदुर्गा के नौ रूपों में छठा रूप है। पंडित दीपक कौशिक का कहना है कि महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं। कात्यायनी शब्द का शाब्दिक अर्थ ही है जो दृढ़ और घातक दंभ को दूर करने में सक्षम है । देवी कात्यायनी बृहस्पति ग्रह को नियंत्रित करती है। देवी कात्यायनी सिंह पर विराजमान हैं ; उनको तीन नेत्र और चार भुजाएं है। एक भुजा में चन्द्रहास नामक तलवार है, एक भुजा में कमल का पुष्प है और शेष दो भुजाएं अभयमुद्रा और वरदमुद्रा में हैं। देवी कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं इनकी पूजा अर्चना द्वारा सभी संकटों का नाश होता है।
महर्षि कात्यायन के यहां पुत्री के रूप में उत्पन्न हुई आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेकर शुक्ल सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन उन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण कर दशमी को महिषासुर का वध किया था। इनका स्वरूप अत्यंत ही भव्य एवं दिव्य है। इनका वर्ण स्वर्ण के समान चमकीला, और भास्वर है। इनकी चार भुजाएं हैं। माता का दाहिनी तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है तथा नीचे वाला वरमुद्रा में, बाई तरफ के ऊपर वाले हाथ में कमल पुष्प सुशोभित है। इनका वाहन सिंह है ।
भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा भूमि श्रीधाम वृन्दावन में भगवती देवी के केश गिरे थे, इसका प्रमाण प्राय: सभी शास्त्रों में मिलता ही है। ब्रह्म वैवर्त पुराण एवं आद्या स्तोत्र आदि कई स्थानों पर उल्लेख है- वृन्दावन स्थित पीठ में ब्रह्मशक्ति महामाया श्री माता कात्यायनी के नाम से प्रसिद्ध है। वृन्दावन स्थित श्री कात्यायनी पीठ भारतवर्ष के उन अज्ञात 108 एवं ज्ञात 51 शक्ति पीठ में से एक अत्यन्त प्राचीन सिद्धपीठ है।
उनका कहना है कि गोधूली वेला के समय पीले अथवा लाल वस्त्र धारण करके इनकी पूजा करनी चाहिए। इनको पीले फूल और पीला नैवेद्य अर्पित करें। इन्हें शहद अर्पित करना विशेष शुभ होता है। मां को सुगंधित पुष्प अर्पित करने से शीघ्र विवाह के योग बनेंगे।
फोटो कैप्शन: पंडित दीपक कौशिक
दीपावली की तैयारियों में जुटे लोग
-कबाडिय़ों की हुई मौज
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कनीना की आवाज। 21 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी, वही दीपावली को लेकर घरों की साफ-सफाई करने में, मिठाई बनाने वाले मिठाई बनाने में, घरों में रंग पेंट करने वाले व्यस्त हो गये हैं तथा उनके पास किसी के भी पास कोई फुर्सत नहीं है। साल में एक बार यह पर्व आता है जिस पर इन मजदूरों की मांग अधिक होती है। क्षेत्र में जहां रंग पेंट की विशेष मांग है। पुताई करने वाले इस समय फुर्सत में नहीं है। पेंटर ने बताया सुरेश और मोनू पेंटर ने बताया कि उनके पास इस समय दीपावली तक कोई फुर्सत नहीं है तत्पश्चात ही कुछ वक्त निकल पाएगा। वर्षभर कूड़ा कचरा घरों में जमा होता रहता हैं उसे भी वर्ष में एक बार साफ किया जाता है तथा अब कबाड़ी घर घर घूमने लग गए हैं ताकि उन्हें अधिक से अधिक कबाड़ मिल सके। दीपावली के बाद देव उठावनी एकादशी 1 नवंबर से ही विवाह शादियां शुरू होंगी। ऐसे में कुछ लोग जहां विवाह शादियों के दृष्टिगत तो बहुत अधिक लोग दिवाली के दृष्टिगत घरों में पेंटिंग रंग आदि कर रहे हैं। रंग रोगन के चलते आप घर साफ-सुथरे नजर आने लग गए हैं। रवि, दिनेश, सुरेश एवं महेश आदि ने बताया कि रंग पेंट वर्ष में कम से कम एक बार तो जरूर करवा लेना चाहिए ताकि घर लंबे समय तक चल सके। रंगाई पुताई के भी हजारों रुपये खर्च हो जाते हैं।
दीपावली पास आने से कबाड़ी खुश--
दीपावली नजदीक आने से घरों की सफाई करने से कबाड़ी खुश हैं। घरों से भारी मात्रा में कबाड़ का सामान निकाला जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि दीपावली के पर्व पर सफाई करने से प्रत्येक घर से कबाड़ी का सामान निकलता है जिसे कबाड़ के भाव बेच दिया जाता है। कबाड़ी इस सामान को सस्ते में खरीद लेते हैं और दीपावली पर अच्छी दिहाड़ी बना लेते हैं। कबाड़ी दीपावली पर इतना सामान खरीदते हैं जिससे कई माह का गुजारा संभव हो पाता है। एक ओर जहां कबाड़ी सफाई में अहं भूमिका निभा रहे हैं वहीं वे अपने परिवार का पालन पोषण आसानी से करने की क्षमता रखते हैं।
फोटो कैप्शन 08:रंगाई /पुताई करते हुए मजदूर।
दुर्गा अष्टमी को सेवानिवृत्त होंगे महिपाल सिंह मुख्याध्यापक
-30 साल सेवा तथा 30 सितंबर को सेवानिवृत्त
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कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल के गांव कोटिया स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय से महिपाल सिंह बाघोत निवासी 30 सालों की सेवा पूर्ण करके सेवानिवृत्त होंगे। दुर्गा अष्टमी के दिन ही 30 सितंबर है और 30 सालों की उन्होंने सेवा पूरी की है। इस मौके पर उन्होंने हनुमान जी का रोट भी आयोजित किया है।
अब तक 640 गेट पास काटे गए
-एक भी सैंपल नहीं हुआ पास -हफेड मैनेजर
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कनीना की आवाज। कनीना की नई अनाज मंडी स्थित चेलावास में बाजरे की खरीद 23 सितंबर से शुरू हो चुकी है। इसके लिए किसान बाजरा ला रहे हैं किंतु नियम अनुसार जिन मानकों पर खरीद की जानी है उन पर खरा नहीं उतर पा रहा है। जिसके कारण सैंपल भी फेल हो रहे हैं।
इस संबंध में कनीना मार्केट कमेटी सचिव मनोज पाराशर से बात हुई। उन्होंने बताया कि अब तक 640 गेट पास किसानों के काटे जा चुके हैं। जिनका 15754 क्विंटल बाजरा खरीदा नहीं गया है जो फड़ों पर पड़ा है तथा 1206 क्विंटल प्राइवेट फर्म द्वारा 2151 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा गया है। शेष राशि भावांतर भरपाई के तहत सरकार देगी। एमएसपी 2775 रुपए रखा गया है। उन्होंने बताया कि किसानों का इस बार बाजरा वर्षा की वजह खराब हो गया है। किसानों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
उधर हैफेड मैनेजर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि 23 और 24 सितंबर को बाजरे की खरीद वेयर हाउस द्वारा की गई थी। तत्पश्चात लगातार हैफेड द्वारा खरीद की जा रही है किंतु अभी तक जो बाजरा किसानों का आया है उसमें से 30 सैंपल लेकर रेवाड़ी हैफेड कार्यालय भेजा था। जहां स्थित है लैब से 30 के 30 सैंपल फेल पाए गए। वर्षा के कारण बाजरे का रंग उड़ गया है, खराब हो गया है जिसके कारण बाजरा नहीं खरीदा जा रहा है। सरकार द्वारा बाजरे की खरीद का मूल्य 2200 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है लेकिन 575 रुपये भावांतर भरपाई के सरकार देगी। उन्होंने बताया कि प्रारंभ में सरकारी खरीदी कि 2150 रुपये तथा शेष सरकार द्वारा भावांतर योजना के तहत दिए जाने थे लेकिन अब नया आदेश 2200 रुपये प्रति क्विंटल रख दिया गया है। कनीना अनाज मंडी में किसान अपना बाजरा लाने से हिचकिचाने लगे हैं तथा कुछ मानक कम करने की मांग की है।
फोटो कैप्शन 04 व 05: कनीना की नई अनाज मंडी का द्वार तथा अंदर का नजारा
फोटो कैप्शन: मनोज पाराशर
कोप भवन की लीला से दर्शक हुए भाव विभोर
-कलाकार की चौथी पीढ़ी भी निभा रही है रोल
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कनीना की आवाज। श्री आदर्श रामलीला के तत्वाधान में छठवीं रात्रि को कोप भवन का आयोजन हुआ। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में डा. जितेंद्र मोरवाल, हवा सिंह बिजली विभाग ने शिरकत की।
मंचन में कैकयी के किरदार में मुकेश कपूर ने शानदार अभिनय किया व राजा दशरथ के किरदार में राहुल शर्मा ने करुणामई व भावुक अभिनय किया।
गौरतलब है कि मुकेश कपूर के पिता व राहुल शर्मा के दादा भी 35 साल पहले हुई रामलीला के शानदार कलाकार रहे है। मंचन का मुख्य आकर्षण राम वनवास के समय दशरथ परिवार का संवाद रहा। जिसने राम की भूमिका में शिव कुमार शर्मा सीता की भूमिका में साहिल शर्मा, कौशल्या की भूमिका में अमित कुमार रहे। शिवकुमार शर्मा द्वारा गाए भजनों ने पूरे वातावरण को दिव्य बना दिया । लक्ष्मण के किरदार में प्रवक्ता सचिन कुमार का मंच पर आना रोमांचकारी रहा। राम लक्ष्मण का संवाद की जमकर तारीफ की गई। जिसमे लक्ष्मण के किरदार में सचिन कुमार के भावुक संवादों ने उपस्थित दर्शकों की आंखों में आंसू ला दिए। दर्शकों में जमकर तालियां बजायी व प्रभु श्रीराम के नारे लगाए। कार्यक्रम का संचालन मनोज रोहिल्ला व विनोद मित्तल ने किया।
गौरतलब है कि प्रतिवर्ष रामलीला के इस मंचन से क
नीना व आस पास के क्षेत्र की युवा पीढ़ी प्रेरित हो रही है। जिससे रामलीला के मंचन का उद्देश्य पूरा होता हुआ दिखाई दे रहा है।
बाल कलाकार भी दिखा रहे है अपनी कलाकारी ---
श्री आदर्श रामलीला समिति कनीना के बैनर तले चल रही रामलीला में युवा पीढ़ी भी अपना दम खम दिखा रहे है। मानव शर्मा व यश शर्मा के साथ कई बच्चे प्रतिदिन गणेश वंदना व रामायण जी की बड़ी ही सुन्दर आरती करते है। बीच बीच में शानवी शर्मा व सांची शर्मा के मनमोहक भजन दर्शकों का दिल जीत रहे है।
पीढ़ी दर पीढ़ी चल रही है कलाकारी-
श्री आदर्श रामलीला समिति के तत्वावधान में चल रही रामलीला में कई पीढिय़ां अपनी प्रतिभा दिखा रही है 40 साल पुराने कलाकार भी अपनी प्रतिभा दिखा रहे है । महेंद्र मित्तल ने लक्ष्मण के किरदार क सुभाष मित्तल ने सीता के किरदार क सिब्बू पंसारी ने रावण, ओमप्रकाश ठेकेदार ने राजा जनक, पवन गोयल ने अंगद व शेरसिंह रोहिल्ला ने मेघनाद की भूमिका को निभा कर युवाओं को आदर्श प्रस्तुत किया। सिब्बू पंसारी की तीसरी पीढ़ी जहां मंच पर नजर आयी वही शेरसिंह रोहिल्ला की चौथी पीढ़ी मंच पर दिखी।
फोटो कैप्शन 06: वनवास के वस्त्र राम को प्रदान करते हुए
07= वन गमन जाते हुए राम एवं सीता
शिव शक्ति नव मां दुर्गा धाम- मोहनपुर (कनीना)
-दूर दराज से भक्त आते हैं पूजा अर्चना के लिए
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कनीना की आवाज। कनीना से करीब छह किमी दूर नव दुर्गा धाम की स्थापना दस वर्ष पूर्व हुई है। मंदिर का निर्माण कार्य पंडित ऋषिराज पुजारी की देखरेख में संपन्न हुआ। इस मंदिर में मां के नौ रूपों की मूर्तियां स्थापित है। मंदिर का ऊंचा गुंबद काफी ऊंचा होने की वजह से दूर से ही दिखाई पड़ता है जो श्रद्धालुओं को अपनी और आकर्षित करता है मंदिर में गणेश जी शिव शंकर वह बजरंगबली की भी मूर्तियां स्थापित की गई है।
कैसे पहुंचे मंदिर-
मोहनपुर गांव कनीना ब्लाक का एक छोटा गांव है। यह गांव कनीना से 6 किलोमीटर की दूरी पर नारनौल रोड पर स्थित है। मंदिर में जाने के लिए कनीना से बस व जीप द्वारा 15 मिनट में पहुंच सकते हैं। यह स्थान पंडित ऋषिराज की ढ़ाणी नाम से भी जाना जाता है!
मूर्ति विशेष आकर्षण-
जयपुर के प्रसिद्ध कारीगरों द्वारा मंदिर की भव्य मूर्ति 51 हजार रुपए में तैयार करवा कर विधि विधान से स्थापित की गई थी। प्रत्येक रविवार व शुक्ल पक्ष की अष्टमी नवमी और नवरात्रों के समय मंदिर को सजाया जाता है और बड़ी संख्या में दूर दराज से भक्त आते हैं।
इतिहास-
मोहनपुर गांव का यह एकमात्र दुर्गा मां मंदिर है । यह मंदिर जिस स्थान पर बना हुआ है वह जमीन एक व्यक्ति विशेष द्वारा दान की गई भूमि है। बताया जाता है कि इस मंदिर में लगे पत्थर भी कटरा (जम्मू )से मंगवाए थे। यहां प्रतिदिन सुबह शाम मां को भोग लगाकर पूजा अर्चना की जाती है!
पंडित ऋषिराज,पुजारी-
यह मां दुर्गा का एक पवित्र मंदिर है यहां सुबह शाम माता रानी का भोग लगाया जाता है और पूजा अर्चना की जाती है जो। माना जाता है कि यहां पर भक्त श्रद्धा पूर्वक कच्चा नारियल माता के चरणों में चढ़ाता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। यहां पर शुक्ल पक्ष नवमी अष्टमी व नवरात्रों में काफी संख्या में भक्तों का आना-जाना बना रहता है।
क्या कहते हैं भक्त-
डा मुंशीराम का कहना है कि मैं भी माता रानी के आशीर्वाद से सभी नवरात्रों का व्रत रखता हूं। नवरात्रों के समय में भी इस मंदिर में आता हूं। यहां आने से मन बड़ा भक्ति में हो जाता है और शांति मिलती है। यहां बड़ी तादाद में भक्त आते हैं।
फोटो कैप्शन: मोहनपुर मंदिर, ऋषिराज पुजारी, डा. मुंशीराम ।

















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