Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Friday, October 10, 2025


 


उप जिला शिक्षा अधिकारी ने बीइओ कनीना को दी बधाई
---बीइओ का किया अभिनंदन
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कनीना की आवाज।
कनीना के नव पदोन्नत खंड शिक्षा अधिकारी दिलबाग सिंह गोठवाल को जिला परियोजना समन्वयक एवं उप जिला शिक्षा अधिकारी  कौशिक ने खंड कार्यालय में आकर पदोन्नति की बधाई व शुभकामनाएं दी।
खंड स्तरीय विकसित भारत बिल्डथान की समीक्षा बैठक के लिए पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि दिलबाग सिंह एक कर्मठ अधिकारी रहे हैं तथा प्राचार्य के रूप में इनका कार्यकाल श्रेष्ठ रहा है तथा खंड शिक्षा अधिकारी के रूप में भी बेहतर तरीके से कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मंडी के प्राचार्य नरेश कुमार कौशिक,सहायक ओम प्रकाश, गुलशन कुमार,पंकज यादव, सुनील कुमार,राजेश कुमार बीआरपी सोमबीर सिंह उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 05: उप जिला शिक्षा अधिकारी बीइओ को बधाई देते हुए





300 गेट पास काटे गए, निजी स्तर पर 7000 क्विंटल बाजरा खरीदा
---सरकारी स्तर पर एक दाना भी नहीं खरीदा
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कनीना की आवाज। 
कनीना अनाज मंडी स्थित चेलावास में यूं तो बाजरे खरीद 23 सितंबर से जारी है किंतु हैफेड द्वारा बाजरे की खरीद सरकारी तौर पर एक दाना भी नहीं की गई है। निजी स्तर पर जहां 7000 क्विंटल बाजरा खरीदा है वहीं 300 गेट पास काटे गये हैं। अब तक कुल 1650 गेट पास काटे जा चुके हैं। किसान परेशान है कि उनका सरकारी तौर पर बाजरा नहीं खरीदा जा रहा है।
विस्तृत जानकारी देते हुए मार्केट कमेटी सचिव मनोज पाराशर ने बताया कि 300 गेट पास काटे गए हैं वही 7000 क्विंटल बाजरा मंडी में आया लेकिन यह बाजरा निजी स्तर पर खरीदा गया है।    उधर हैफेड मैनेजर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रतिदिन सैंपल भेजे जाते हैं किंतु कोई भी सैंपल पास नहीं हो पा रहा है। यही कारण है कि सरकारी तौर पर बाजरे की खरीद नहीं हो पा रही है। उन्होंने बताया कि वही बाजरा खरीदा जाएगा जिसमें तिनके एवं घास फूस एक प्रतिशत से अधिक नहीं हो, बाजरे के अतिरिक्त अन्य अनाज के दाने व खरपतवार के दाने दो प्रतिशत से अधिक नहीं हो। टूटे-फूटे दाने एक प्रतिशत से अधिक नहीं हो। 5 प्रतिशत तक बदरंग हो चुका हो, सिकुड़े हुए या छोटे दाने एक प्रतिशत रह गए, घुन आदि द्वारा खराब किए हुए 1 प्रतिशत से अधिक नहीं हो और 13 प्रतिशत से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए। किंतु जो भी सैंपल लिए जाते हैं उनमें बाजरा तो सूखा हुआ है किंतु बदरंग की समस्या होती है। अधिकांश बाजरा जो आता है वह बदरंग होता है वहीं खराब हुए दाने 35 से 36 प्रतिशत तक पहुंच जाते हैं। इसलिए बाजरा नहीं खरीदा जा रहा है। उन्होंने बताया कि निजी स्तर पर बाजरे की खरीद 1900 रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 2200 रुपये प्रति क्विंटल तक हो रही है। सरकार ऐसे किसानों को 575 रुपए प्रति क्विंटल भावातंर भरपाई के देगी। साथ में उन्होंने बताया कि यह भावांतर उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने ई-पोर्टल पर बाजरा बेचने की प्रक्रिया पूर्ण की है तथा उनका टोकन काटा गया है। टोकन काटने के बाद उन्हें जे-फार्म मिलेगा। यह किसी निजी दुकान से नहीं लेना है। यह जे फार्म तभी मिलेगा जब उन्होंने ई-पोर्टल के जरिए बाजरा बेचा है। सरकार ने निजी स्तर पर 2200 रुपये प्रति क्विंटल भाव निर्धारित किया हुआ है।


करवा चौथ पर रही दुकानों पर भीड़
-दीपावली के दृष्टिगत भीड़ बढ़ी
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कनीना की आवाज।
कनीना क्षेत्र में करवा चौथ का पर्व धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने व्रत रखा तथा नए कपड़े पहनकर व्रत किया। नियमानुसार कहानी सुनी और दान पुण्य किया।
  कनीना क्षेत्र में करवा चौथ के पर्व पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कपड़ों की दुकानों पर भीड़ देखने को मिली जहां उन्होंने नए कपड़े खरीदे। करवा चौथ पर नए कपड़े पहनने की परंपरा है। पुरुष अपनी पत्नियों के लिए कोई न कोई उपहार इस दिन खरीदकर देते हैं। ऐसे में सबसे अधिक भीड़ सीले हुए कपड़ों की दुकानों पर देखने को मिली जहां पुरुषों ने अपने लिए तो कपड़े खरीदे ही साथ में महिलाओं के लिए कपड़े भी खरीदे गए।
 महिलाओं ने करवा चौथ पर व्रत किया। दिनभर बिना जल के व्रत करने की परंपरा है। कुछ मुकेश कुमार, सुनील जैसे पुरुषों ने भी अपनी पत्नियों की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत किया। नए कपड़े धारण करके, सज धजकर दान पुण्य किया एवं कहानी सुनी। इस मौके पर एक विशेष कहानी सुनने का ही रिवाज चला आ रहा है।
  कपड़ों की दुकानों पर भीड़ नजर आई। महेंद्र शर्मा, सुरेंद्र कुमार, मनोज कुमार आदि दुकानदारों ने बताया कि इस करवा चौथ के व्रत को लेकर ही नहीं अपितु दीपावली का पर्व पास आने से कपड़ों की दुकानों पर कुछ भीड़ नजर आने लगी है जो दीपावली पर्व के प्रति तैयारियों को इंगित करता है।



दीपावली को लेकर व्यस्तता बढ़ी
-बाजार से पैदल निकलना भी हुआ कठिन
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कनीना की आवाज।
दीपावली के पर्व को लेकर व्यस्तता बढ़ी है। 21 नवंबर को दीपावली पर्व मनाया जा रहा है। जहां बाजार में भीड़ बढऩे लगी है वहीं मिठाई बनाने वालों के यहां सबसे अधिक भीड़ देखने को मिली। पर्व पर सबसे अधिक मिठाई बिकती हैं। उधर पेंट, रंग आदि की दुकानों पर भी भीड़ बढ़ी है।
  ज्यों ज्यों दीपावली पास आ रही है त्यों त्यों व्यस्तता बढऩे लगी है। बाजार में तरह तरह की मिठाइयां बनाई जा रही हैं वहीं रंग पेंट की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है। किसान खरीफ फसल से निपटने व भावी रबी फसल बीजाई में लग गए हैं। दुकानदार विभिन्न सामान लाकर अपनी दुकानों को सजाने में लगे हुए हैं। दीपावली के पावन पर्व पर सबसे अधिक बिक्री होती है। बाजार में घिसे पीटे माल की सेल लग रही हैं वहीं विभिन्न प्रकार के सामान बाजार में आ गए हैं जिनकी दीपावली को जरूरत होती है।
 किसान खरीफ फसल से निपटने व भावी रबी फसल पैदावार लेने में लग गए हैं। दुकानदार विभिन्न सामान लाकर अपनी दुकानों को सजाने में लगे हुए हैं। रंग पेंट करने वाले रामलाल एवं श्याम ने बताया कि उनकी मांग बढ़ती ही जा रही है।
फोटो कैप्शन 03: बाजार में भीड़ का नजारा।




आईपीएस  पूरण कुमार सुसाइड मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से हो जांच -
वेद प्रकाश नम्बरदार रामबास
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कनीना की आवाज।
इनेलो के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व प्रदेश उपाध्यक्ष एससी सेल ने हरियाणा कैडर के आईपीएस वाई पूरन कुमार द्वारा जातिवादी भेदभाव के कारण की गई आत्महत्या पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए वेदप्रकाश नंबरदार ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। एक आईपीएस द्वारा आत्महत्या करना यह कोई छोटी घटना नहीं है। बीजेपी सरकार किसान विरोधी ही नहीं बल्कि दलित विरोधी भी है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में दलित समुदाय के लोगों के साथ उत्पीडऩ के मामले लगातार बेतहाशा बढ़ रहे हैं और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हरियाणा के आईपीएस वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें उन्होंने दलित होने के नाते अपने साथ हुए भेदभाव का जिक्र किया है। यह पूरे सिस्टम पर सवालिया निशान खड़ा करता है। अगर प्रदेश की सुरक्षा करने वाले पुलिस अधिकारियों का उत्पीडऩ हो रहा है। अगर दलित चीफ जस्टिस और आइपीएस अधिकारी ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिक का क्या होगा। आइपीएस वाई पूरन कुमार जैसे उच्च अधिकारी द्वारा आत्महत्या करने के पीछे क्या कारण रहे, कौन लोग इसके जिम्मेवार हैं उसकी उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। निष्पक्ष जांच द्वारा ही आईपीएस वाई पूरन कुमार के परिवार को न्याय मिल सकेगा। आईपीएस  पूरण कुमार सुसाइड मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच होनी चाहिए।
फोटो कैप्शन: वेदप्रकाश नंबरदार


अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस -11 अक्टूबर
-आज के दिन लड़के लड़कियों में भेदभाव कम-नरेश
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कनीना की आवाज।
 11 अक्टूबर को अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाई जाती है। आज के दिन बालिकाओं के अधिकारों, लैंगिक समानता जैसे विषयों के प्रति लोगों को जागरूक करके मुहिम चलाई जाती है। आज के दिन बालिकाएं किसी प्रकार किसी से काम नहीं है चाहे धरती या समुद्र की गहराई का मसला हो या चांद पर पहुंचने का मसला हो। हर जगह बालिकाओं का बहुत बड़ा योगदान होता है। एक वक्त था जब लड़कियों को कम चाहते थे और लड़के को अधिक चाहते थे किंतु आज के दिन लड़के और लड़कियों को बराबर समझा जाता है। प्रदेश सरकार ने जैसे मुहिम बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा दिया और मुहिम चलाई तब से बालिकाओं का नाम अग्रणी है। क्षेत्र में विभिन्न बच्चियों नाम कमा रही है, इस बात को इंगित करता है लड़कियां आज हर क्षेत्र में आसमान छू रही है। इस संबंध में लोगों से प्रबुद्ध जनों से चर्चा की गई जिनके विचार निम्न हैं-
**विभिन्न स्कूलों में जहां लड़कियों के लोगों लगे हुए हैं। बेटी बचाओ बेटी बचाओ तथा बच्चियों के साथ होने वाले किसी प्रकार की अन्य को रोकने के लिए सरकार कटिबद्ध है। विभिन्न स्कूलों में जहां बालिका मंच कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनके जरिए स्कूली बच्चियों को जागरूक किया जाता है। बाल श्रमिक रोकने भ्रूण हत्या रोकने, समाज की विकृत मानसिकता को रोकने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कानूनी जागरूकता कार्यक्रम लगाए जाते हैं। लड़कियों के लिए दहेज प्रथा, बाल विवाह पर पूर्ण रोक लगाई हुई है बच्चियों का हर प्रकार से आगे लाने का प्रयास किया जा रहा है।।
              -----लक्ष्मी देवी, समाजसेविका
बेटियां हर घर की शान होती हैं, बेटियां ईश्वर का वरदान होती हैं। बेटियां सबके नसीब में कहां होती हैं, भगवान को जो घर पसंद हो वहां होती हैं। आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं है। बात चाहे चंद्रयान-3 की स्वर्णिम सफलता की हो या सिविल सर्विस की परीक्षा में टापर आने की ,ओलंपिक में मैडल लाने की बात हो या फिर सरहदों पर पहरा देने की व फाइटर प्लेन उड़ाने की। बेटियां आज हर क्षेत्र में बेटों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम बेटियों के प्रति अपनी सोच बदलें तथा उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा देने की पहल करें उनके जन्म पर उत्सव मनाए तथा उनकी कल्पना की उड़ान को मूर्त रूप देने में उनकी मदद करें। ये निश्चित ही एक दिन आकाश छू लेंगी तथा माता-पिता व देश का नाम रोशन करेंगी।
     ----मदन मोहन कौशिक, प्राध्यापक
बालिका शिक्षा के बढ़ावे से ही समाज का विकास संभव है। सामाजिक संस्थाओं को आगे आकर बालिका सशक्तिकरण, बालिका जागृति, बालिका स्वावलंबन, बाल विवाह, दहेज प्रथा के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। बालिकाओं को शिक्षा के साथ-साथ आत्म रक्षा स्वावलंबन भी बनने के लिए भी प्रेरित करना चाहिए। राज्य में लिंगानुपात पिछले वर्षों में लगातार सुधार हुआ है वहीं बाल विवाह में भी कमी आई है। प्रदेश की बेटियां विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर नित नये कीर्तिमान रच रही है। हमें बेटियों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता हैं।
     ----विजेंद्र सिंह पूर्व मुख्याध्यापक
अगर हमारी बालिकाएं स्वस्थ और सशक्त होगी तो आने वाला देश का कल भी सशक्त होगा। बालिकाओं के विकास के लिए व उनके लिए सहयोगी वातावरण बनाने के लिए और उनके समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए अनेक प्रयासों की आवश्यकता है और इसके लिए हमें प्रतिबद्ध भी रहना चाहिए। बालिकाओं का घटता लिंगानुपात भी चिंता का विषय है। माता-पिता को बेटे बेटी में फर्क नहीं समझना चाहिए। सरकार की योजनाएं भी बालिका के जन्म को बढ़ावा देने उनके विकास के लिए प्रेरणादायक हो सकती हैं।
                ----नरेश कुमार, समाजसेवी
फोटो कैप्शन:नरेश कुमार, विजेंद्र सिंह, लक्ष्मी देवी, मदनमोहन


















कनीना में सीवर व्यवस्था ठप, हो रही हैं ओवरफ्लो,
-उपभोक्ता परेशान
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कनीना की आवाज।
 कनीना के वार्ड-एक जयनारायण की दुकान के पास से लेकर प्रोफेसर हंसराज चौराहे तक सभी सीवर लाइन ठप्प पड़ी हैं, ओवरफ्लो हो गई है, जगह-जगह गंदा जल्दी निकल रहा है, गंदगी के देर लग गए हैं। जिसके पीछे बताया जा रहा है कि कालरवाली जोहड़ का गंदा पानी सीवर लाइन में डाला जा रहा है और सीवर लाइन का गंदा पानी वापस घरों तक पहुंचने लगा है। एक और जहां जोहड़ का गंदा पानी सीवर में डालने की मनमानी और हठधर्मिता जोहड़ को खाली करने वाले कर्मचारी कर रहे हैं वही जनस्वास्थ्य विभाग मौन बैठा देख रहा है। अनेक लोगों ने शिकायत की है कि उनका दिन और रात का जीना हराम हो गया है। दिन रात बदबू आती है, सफाई नहीं हो पाती वही और ओवरफ्लो होने से गंदा जल दूर-दूर तक फैल रहा है। लोगों ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को शिकायत करने की बात कही।
क्या कहते हैं ग्रामीण-
कनीना के यूं तो विभिन्न वार्डों में कहीं उबड़ खाबड़ सीवर मैनहोल बने हैं तो कहीं ओवरफ्लों कर रहे हैं। जयनारायण की दुकान के पास सीवर का गंदा पानी दूर दराज तक फैल रहा है जिससे परेशानी बढ़ती ही जा रही है।
  --योगेश कुमार, कनीना
कनीना कस्बा में हजारों दूसरे राज्यों से आये किरायेदार सीवर का जमकर उपयोग कर रहे हैं जिससे सीवर भरे पड़े हैं। जोहड़ों का गंदा जल भी इन्हीं में डाल रहे हैं जिससे सीवर की गंदगी के पास से निकल पाना भी कठिन हो गया है।
   --रोहित कुमार, कनीना
जनस्वास्थ्य विभाग अवैध कनेक्षनधारियों पर कोई शिकंजा नहीं कस सहा है जिसके कारण ओवरफ्लों सीवर की समस्या बन गई है। नाले एवं नालियों का गंदा जल भी सीवर में डालकर अवरुद्ध कर रहे हैं। विभाग शांत बैठा हुआ है।
  --संदीप कुमार, कनीना
जयनारायण की दुकान से लेकर होलीवाला जोहड़ तब सीवर लाइन भरी खड़ी है। जगह जगह गंदा जल रिसाव कर रहा है। कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। अब तो घरों से बाहर निकलना भी कठिन है। विभाग त्वरित कार्रवाई नहीं कर रहा है।
   --अमीश कुमार,कनीना
 इस संबंध में के जन स्वास्थ्य विभाग के जेई तेजबहादुर से बात हुई। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में समस्या समाधान देख रहे हैं और जल्दी ही समस्या का समाधान ढूंढेंगे।
 फोटो कैप्शन 01: सीवर ओवरफ्लो
साथ में अमीश कुमार, योगेश कुमार, संदीप कुमार, रोहित कुमार




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