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Wednesday, October 22, 2025
पुलिस ने बलिदानी सूबे सिंह की परिवार से शिष्टाचार मुलाकात की
-पुलिस मना रही है बलिदान दिवस और झंडा दिवस
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कनीना की आवाज। हरियाणा पुलिस द्वारा 21 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक पुलिस बलिदान दिवस और झंडा दिवस मनाया जा रहा है। थाना सदर कनीना के गांव सुंदरह में पुलिस स्मृति दिवस और झंडा दिवस पर कनीना पुलिस ने बलिदानी सूबे सिंह की परिवार से शिष्टाचार मुलाकात की और बलिदानी सूबे सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
इस दौरान शहीद सूबे सिंह के बलिदान और पुलिस विभाग में उनके द्वारा दिए गए योगदान के बारे में भी विस्तार से बताया गया, ताकि युवा पीढ़ी उनकी शिक्षाओं को ग्रहण कर अच्छे रास्तों पर चलकर अपना मुकाम हासिल कर सके। उन्होंने युवाओं को संबोधित कर जागरूक करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा करते हुए बलिदान होना बहुत गर्व की बात है। उन्होंने लोगों को बताया कि चीन से हुए युद्ध में सीआरपीएफ जवानों ने चीनी सेना के आक्रमण को विफल कर दिया था। इसमें सीआरपीएफ के 10 जवानों ने बलिदान दिया था। उनके बलिदान को पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
फोटो कैप्शन 09: बलिदानी सूबे सिंह के परिवार से पुलिस मिलते हुए।
खरीद पहुंची 172461 क्विंटल ,सरकारीतौर पर खरीद शून्य
-अब तक 5605 गेट पास काटे गये
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कनीना की आवाज। कनीना की नई अनाज मंडी स्थित चेलावास में सरकारी तौर अभी तक बाजरा नहीं खरीदा गया है लेकिन निजी स्तर पर 172461 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है। यह बाजरा कम से कम 1900 रुपये और अधिकतम 1950 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा गया है। कुल आवक 172461 क्विंटल हो चुकी है। किसान बाजरे की पैदावार लेकर अनाज मंडी पहुंचे।
विस्तृत जानकारी देते हुए सचिव मार्केट कमेटी मनोज पाराशर ने बताया कि अब तक 5605 टोकन किसानों के काटे जा चुके हैं और किसान अपनी बाजरे की पैदावार अनाज मंडी में ला रहे हैं किंतु उनके सैंपल फेल होने के कारण सरकारी तौर पर खरीद नहीं हो पा रही है।
हैफेड मैनेजर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रतिदिन सैंपल रेवाड़ी भेजे जाते हैं किंतु मानकों पर खरे नहीं उतरने के कारण सभी सैंपल फेल हो जाते हैं। ऐसे में सरकारी तौर पर खरीद नहीं हो पा रही है।
भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है भैया दूज
-23 अक्टूबर को मनाया जाएगा
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कनीना की आवाज। भाइयों के प्रति बहनों के प्रेम और विश्वास का पर्व भाई दूज कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। भाई दूज के दिन बहने भाई को नारियल देकर टीका करती है, टीका करने के बाद बहने भाई आरती करती करती है, बदले में भाई अपने बहन को गिफ्ट देती है। ये विचार कनीना पंडित दिनेश कुमार ने व्यक्त किये।
वर्ष में दो बार भाई बहन के अटूट रिश्ते को दर्शाने वाले पर्व भैया दूज का आगाज होता है। होली एवं दीपावली के पर्व के बाद यह पर्व आता है। महिलाएं अपने भाई के आने का बेसब्री से इंतजार करती हैं और व्रत रखकर उनके आने पर खाना खाती है।
उन्होंने सुनाई पूरी कहानी-
पंडित ने पूरी कथा सुनाते हुये बताया कि भगवान सूर्य नारायण की पत्नी का नाम छाया था। उनकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ था। यमुना यमराज से बड़ा स्नेह करती थी। वह उससे बराबर निवेदन करती कि इष्ट मित्रों सहित उसके घर आकर भोजन करो। अपने कार्य में व्यस्त यमराज बात को टालता रहा। कार्तिक शुक्ला का दिन आया। यमुना ने उस दिन फिर यमराज को भोजन के लिए निमंत्रण देकर, उसे अपने घर आने के लिए वचनबद्ध कर लिया।अयमराज ने सोचा कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं। मुझे कोई भी अपने घर नहीं बुलाना चाहता। बहन जिस सद्भावना से मुझे बुला रही है, उसका पालन करना मेरा धर्म है। बहन के घर आते समय यमराज ने नरक निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। यमराज को अपने घर आया देखकर यमुना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने स्नान कर पूजन करके व्यंजन परोसकर भोजन कराया। यमुना द्वारा किए गए आतिथ्य से यमराज ने प्रसन्न होकर बहन को वर मांगने का आदेश दिया। यमुना ने कहा कि भद्र! आप प्रति वर्ष इसी दिन मेरे घर आया करो। मेरी तरह जो बहन इस दिन अपने भाई को आदर सत्कार करके टीका करें, उसे तुम्हारा भय न रहे। यमराज ने तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर यमलोक की राह की। इसी दिन से पर्व की परम्परा बनी। ऐसी मान्यता है कि जो आतिथ्य स्वीकार करते हैं, उन्हें यम का भय नहीं रहता। इसीलिए भैयादूज को यमराज तथा यमुना का पूजन किया जाता है।
महिलाएं अपने भाई के आने का बेसब्री से इंतजार करती हैं और व्रत रखकर उनके आने पर खाना खाती हैं।
बाबा भैया सेवा दल, ककराला
द्वारा मनाया गया सम्मान समारोह
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव ककराला की समाजसेवी संस्था बाबा भैया सेवा दल द्वारा सेवानिवृत्त सम्मान समारोह का आयोजन सामाजिक एकता के साथ बाबा भैया लाइब्रेरी में आयोजित किया गया। इस अवसर पर गांव के सेवानिवृत्त ग्रामीणों को सम्मानित किया गया।
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस से सेवानिवृत्त पवन कुमार को और वायुसेना हवलदार रैंक से सेवानिवृत्त अभिमन्यु शर्मा को स्मृति चिह्न भेंट करके सम्मानित किया गया।
साथ ही संस्था से जुड़े लाइब्रेरी के विशेष सहयोगियों को भी सम्मानित किया गया, जिनमें आरएस यादव, डाक्टर रमेश एडवोकेट को सम्मानित किया गया।
अध्यक्ष रामनिवास मास्टर ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान संस्था में हाल ही में जुड़े नए सदस्यों का स्वागत एवं परिचय भी कराया गया। संस्था पदाधिकारियों ने उन्हें संस्था की गतिविधियों और उद्देश्यों से अवगत कराते हुए समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
बैठक में गांव के शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और युवाओं की सहभागिता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की गई। सभी सदस्यों ने एकमत से निर्णय लिया कि आने वाले महीनों में संस्था इन क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाएगी, ताकि गांव में शिक्षा का स्तर और हरियाली दोनों में निरंतर वृद्धि हो।
सभी उपस्थित ग्रामीणों ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे अपने गांव को अधिक शिक्षित, स्वच्छ और हराभरा बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएँगे। इस मौके पर वीपी राजपाल सिंह यादव, कार्यालय प्रबंधक दिनेश सोनी, पर्यावरण र्कार्डिनेटर ओमप्रकाश, महेश कुमार, मास्टर मदन पाल, मास्टर गुलशन, बाबी, रामकिशन, जगत सिंह, संदीप पंच, रामचंद्र यादव, गौरव शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: सम्मान समारोह में सम्मानित करते हुए सेवा दल पदाधिकारी।
विभिन्न मंदिरों में मनाया गोवर्धन पर्व
-बांटा अन्नकुट
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में शनिवार को अन्नकुट का पर्व मनाया गया। इसे गोवर्धन नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मंदिरों में खिचड़ी व कढ़ी बांटी गई जिसे लोगों ने चाव से खाई। कनीना क्षेत्र में दीपावली के एक दिन बाद गोवर्धन पर्व मनाया गया वरना अक्सर दीपावली से अगले दिन यह पर्व मनाया जाता है।
कनीना ही नहीं अपितु समीपी गांवों में भी यह पर्व मनाया गया। कनीना के बड़ा मंदिर में दिनभर अन्नकूट बांटा गया वहीं खाटू श्याम मंदिर, लेखराम बाग कनीना, कनीना मंडी के विश्वकर्मा मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया। गोवर्धन पर्व से जुड़ी है श्रीकृष्ण और इन्द्र देव के बीच का प्रसंग।
लालदास महाराज ने अपने भक्तों को जानकारी देते हुए बताया कि एक बार इंद्र देव भगवान् श्रीकृष्ण से कुपित हो गए और मूसलाधार वर्षा करने लगे। गोकुल में इतनी भारी वर्षा देखकर ग्रामीण भयभीत हो गए और चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई। जीव जल में डूबकर मरने लगे तो ग्रामीण दौड़कर भगवान् श्रीकृष्ण के पास आए। भगवान् श्रीकृष्ण ने उस वक्त गोवर्धन पर्वत ही अपनी अंगुली पर उठा लिया और गोकुलवासियों को उसके नीचे आने का आदेश दिया। इस प्रकार इंद्र का गर्व चूर-चूर हो गया और खुश होकर ग्रामीणों ने गोवर्धन पर्वत की पूजा की। इसी दिन आजकल गाय आदि की पूजा करने का विधान भी है। विश्वकर्मा जयंती भी मनाई जा रही है। इस दिन विभिन्न मंदिरों में अन्नकूट बनाकर वितरित किया गया। गौशालाओं में गायों को खिलाया मीठा भोजन।
उधर कनीना ठाकुर जी के मंदिर में अन्नकूट का ठाकुर का भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। इलाके में पैदा होने वाले बच्चों के मां सहित अनेक महिलाओं ने ठाकुर के मंदिर में आकर प्रसाद ग्रहण करती है और ठाकुर से अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करती हैं । कनीना में सबसे पहला ग्राम देवता ठाकुर ही है जिनके पुजारी को स्वामी कहा जाता है मंदिर में स्त्री पुरुष ने लाइन में लगकर प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर कंवर सेन वशिष्ठ, मदन लाल शर्मा, नवीन शर्मा, प्रवेश शर्मा, पूरन शर्मा,सुनील शर्मा, मनीष शर्मा, जितेंद्र शर्मा, केशव शर्मा, हर्षित शर्मा,रतन शर्मा, सुरेश शर्मा,नवीन शर्मा, राहुल शर्मा, योगेंद्र शर्मा आदि मौजूद रहे।
कनीना के खाटूश्याम मंदिर में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया। महेंद्र सिंह, दुलीचंद साहब ने बताया कि वर्षों से यहां अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया जाता है। मंदिर कमेटी के सभी सदस्य सेवा करते हैं।
कनीना के लेखराम बाग में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया। मनोज गुप्ता ने बताया कि विगत आठ वर्षों से यहां यह परंपरा चली आ रही है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी गोवर्धन पर्व मनाया गया।
विश्वकर्मा जयंती व गोवर्धन पूजा के उपलक्ष में कनीना मंडी स्थित विश्वकर्मा मंदिर में यज्ञ का आयोजन कर अन्नकुट का प्रसाद बना वितरण किया गया। इस माौके पर मुकेश नंबरदार कनीना मोहर सिंह आर्य प्रधान आर्य समाज कनीना, ओमप्रकाश आर्य, मनफूल सिंह आर्य व सरला आर्य राजेंद्र प्रसाद आर्य, दीपक चौधरी पार्षद, योगेश पार्षद, देशराज राजेश देवी पार्षद, अंजू देवी सतीश जांगिड़, मदनलाल प्रधान, शांतिलाल नंबरदार, महेंद्र जांगड़ा, रवि दत्त, सचिन, आशीष गोयल, भागीरथ, वेद प्रकाश, हलवाई शैलेश ,महेश, सोमदत, चेतन कमल आदि उपस्थित रहे।
उधर राधा कृष्ण मंदिर अनाज मंडी कनीना में अन्नकुट का पर्व धूम धाम मनाया गया। श्री श्याम मित्र मंडल के प्रधान अनिल गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष राधा कृष्ण मंदिर अनाज मंडी में यह पर्व आयोजित किया गया। । इस अवसर पर व्यापार मंडल के प्रधान निरंजन मित्तल, , दादा ठाकुर मंदिर कमेटी के प्रधान विनोद मित्तल, ,व्यापार मण्डल के उपप्रधान रवींद्र बंसल, महेंद्र मित्तल , प्रवीण मित्तल , मुकेश कपूर , नरेश बत्रा , मोहित जेलदार , अमित छोटू व गणमान्यजन उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04: कनीना मंडी राधाकृष्ण मंदिर में प्रसाद वितरण
फोटो कैप्शन 05: विश्वकर्मा मंदिर में हवन करते हुए।
06:लेखराम बाग कनीना में प्रसाद वितरण
07:खाटू श्याम मंदिर में प्रसाद वितरण
08:ठाकुर मंदिर कनीना में प्रसाद वितरण करते हुए।
जनस्वास्थ्य की लापरवाही
-सीवर जल लीक होकर सड़क मार्ग को पहुंचा रहा है क्षति
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कनीना की आवाज। जहां नगर पालिका कनीना ने करोड़ों रुपये खर्च कर रेवाड़ी रोड से नहर के साथ लगते हुए अटेली रोड तक सड़क बनाने का कार्य पूर्ण किया था जिसको लगभग 6 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं लेकिन सड़क पर जगह जगह गंदा पानी रुकता है। लोगों का कहना है सड़क तो बनी लेकिन उसके नीचे से जा रही सीवर लाइन तथा वाटर सप्लाई की लाइन लीक होने के कारण इतना पानी निकलता है मानो बाढ़ आ गई हो। जिसके कारण सड़क टूट कर बिखर गई है लेकिन इस समस्या की तरफ न तो नगर पालिका ही ध्यान दे रही है और ना ही जन स्वास्थ्य विभाग।
लोगों का कहना है अगर जन स्वास्थ्य विभाग अपने कार्य को समय पर निपटा दें तो आज करोड़ों रुपये से बनी इस सड़क का सत्यानाश नहीं होता लेकिन बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हंै। लोगों ने नगर पालिका प्रशासन से तथा जिला उपायुक्त नारनौल से मांग की है कि जन स्वास्थ्य विभाग से सड़क में लीक हो रही वाटर सप्लाई लाइन तथा सीवर लाइन को तुरंत ठीक कराया जाए। इस संबंध में जेई जनस्वास्थ्य विभाग तेजबहादुर से से बात करनी चाही किंतु उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
फोटो कैप्शन 02: सड़क पर लीक हुए वाटर सप्लाई का पानी
गौशाला के उद्धारक के रू
प में उभर रहे हैं भगत सिंह प्रधान
--गाय गोद लेने की परिपाटी के सूत्रपात हैं
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कनीना की आवाज। पैैसे कमाने वाले तो बहुत हैं और कितने ही लोग ऐसे हैं जिनके पास अनाप शनाप पैसे हैं किंतु गायों के लिए सेवा करने वाले कम हैं। कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला में भगत सिंह एक देवरूप में नर आने लगे हैं। उनकी चलाई हुई गौशाला की परिपाटी गाये गोद लेने की सिर चढ़कर बोल रही है। तीन माह में 20 लाख रुपये की आय करवाना अपने आप में रिकार्ड है। गौशाला के मूल चूल परिवर्तन में वो दिनरात लगे हुए हैं। उनसे बात हुई तो उनका कहना था कि पैसे तो पूरी उम्र कमाते हैं किंतु गायों की सेवा करने का मौका कम मिलता है। यही कारण है कि अपना काम धाम छोड़कर गायों की सेवा में लीन हैं।
वहीं कस्बे कनीना में चल रही गौशाला में गौशाला प्रधान भगत सिंह यादव व उनकी टीम तथा क्षेत्र वासियों की कड़ी मेहनत के कारण श्रीकृष्ण गौशाला कनीना दिन दुगनी रात चौगुनी उन्नति कर रही है। जिसके कारण गौशाला में हजारों गायों की सेवा उनके द्वारा की जा रही है। इसी कड़ी में गौशाला प्रधान भगत सिंह यादव अपने सारे निजी कार्य को छोड़कर गौ सेवा में लगे हुए हैं तथा क्षेत्र के लोगों वह गौशाला में आने वाले को भक्तों को गांव की महिमा के बारे में बताते हैं और उनको गौ सेवा करने की प्रेरणा भी देते हैं। जिसके कारण
सैकड़ों गाये गोद लेने के लिए लोग घरों से चलकर आये हैं। न केवल कनीना अपितु आस पास के गांवों के लोग भी गौशाला में आकर गायों को गोद ले रहे हैं और दान दे रहे हैं।
इस अवसर पर गौशाला प्रधान भगत सिंह यादव का कहना है अपने लिए तो पशु और पक्षी भी जिंदा रहता है। लेकिन हमें भगवान ने यह मानव का शरीर दिया है इसे हम सदुपयोग कर गौ सेवा करे तो सभी पाप दोष दूर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि कस्बावासियों के साथ-साथ क्षेत्र के सभी लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है जिसके कारण गौशाला जल्द ही क्षेत्र की नंबर वन गौशाला होगी।
फोटो कैप्शन 01: श्रीकृष्ण गौशाला में सेवा में तल्लीन भगत सिंह प्रधान
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