राखियों से सज गए हैं बाजार
- अलग-अलग प्रकार की राखियों की भरमार
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कनीना की आवाज। 9 अगस्त रक्षाबंधन के पर्व के दृष्टिगत बाजार विभिन्न प्रकार की राखियों से सज गए हैं। कई डिजाइन की राखियां बाजार में आई हुई हैं। राखियों को भेजने की परंपरा जारी है। बहने अपने भाइयों के लिए राखियां भेज रही है वहीं पर्व को मनाने के लिए विभिन्न गांव में तैयारियां चल रही हैं। विशेष का दुकानें सज गई हैं। गांव में राखी बेचने के लिए भी लोग आने लगे हैं। सबसे बड़ी विशेषता है कि त्योहार को लेकर के विभिन्न दुकानदार अपनी दुकानों के आगे राखियां रख लेते हैं और जमकर बेचते हैं। इस दिन जहां विगत वर्षों महिलाओं को पूरे हरियाणा की रोड़वेज बसों में मुफ्त यात्रा करने का प्रावधान है वही रक्षाबंधन को लेकर के अच्छा खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
या तो बहने अपने भाइयों के घर जाती है और राखी बांधकर कर आती है या भाई अपने बहन के घर राखी बंधवाने जाते हैं। यह पर्व सभी पर्वों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है और भाई बहन के प्यार को इंगित करता है। अब तो भारी भरकम राखियों की बचाए हल्की राखियां पसंद की जाति और आधुनिक समय विज्ञान की उन्नति के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की राखियां बाजार में आ गई है। जिनको लेकर के बच्चे, बूढ़े और युवा सभी में उत्साह होता है। म्यूजिकल राखियां भी बाजार में आई हुई है।
एक वक्त था जब डाकघरों के माध्यम से राखियां गंतव्य स्थान तक जाती थी। डाकघर में गर्मी दिनभर लगे रहते थे किंतु अब राखी भेजने का रिवाज कम हो गया है। कोरियर से भी राखियां भेजी जाती हैं। इस संबंध में दुकानदारों का कहना है कि राखियां आनलाइन भेजे जाने के कारण उनकी खरीददारी कम हो रही है। इस संबंध में दुकानदारों एवं पोस्टमैन के विचार निम्र हैं-
एक वक्त था जब 20 दिनों से लेकर एक माह तक केवल राखियों के पैकेट घर घर पहुंचाए जाते थे। ये राखियां तीन दिनों से दस दिनों के बीच गंतव्य स्थान पर पहुंचती थी। पोस्टमैन का काम उन दिनों सबसे अधिक होता था। इसके बाद कुरियर सेवा की ओर रुझान बढ़ा। इसके बाद तो डाकघरों में राखी कम से कम आने लगी। समय बदला और डाकघरों की बजाय लोग राखी न भेजकर रक्षा बंधन पर्व पर या तो भाई बहन के पास या बहन भाई के पास पहुंचती है। इस प्रकार रक्षा पर्व भी हाइटेक हो गया है।
--राजेंद्र सिंह पोस्टमैन
अब तो आनलाइन राखी भेजे जाने एवं गांवों में राखियां बेचने वाले आने लगे हैं जिससे उनका काम कम होता जा रहा है। चाहे कितनी भी बेहतर राखियां दे दे किंतु बेचने वालों की राखियों की मांग अधिक होती है। उनका कारोबार कम होता जा रहा है।
---रोहित कुमार दुकानदार
अब तो आनलाइन राखियों का जमाना आ गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में राखियां अब भी दुकानों से सीधे खरीदकर बांधी जाती हैं किंतु बड़े शहरों में उल्टा राखी आनलाइन खरीदकर आनलाइन ही गंतव्य स्थान पर भेज दी जाती हैं। राखी के प्रति आधुनिक युग में बहन एवं भई एक दूसरे के पास जाने लगे हैं।
--योगेश कुमार दुकानदार
फोटो कैप्शन 06: बाजार में राखियां
वहीं राजेंद्र कुमार, योगेश कुमार, रोहित कुमार की पासपोर्ट फोटो
पीएमश्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में 11 कक्षा की रिक्त सीटों पर आवेदन
-23 हैं रिक्त सीटें
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कनीना की आवाज। पीएमश्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा जिला महेन्द्रगढ़ में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 11 में रिक्त स्थानों पर प्रवेश के लिए आनलाइन /आफलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए है। जिसमें कक्षा 11वीं में प्रवेश पूर्ण रूप से दसवी कक्षा में प्राप्त अंकों के मेरिट के आधार पर होगा। कक्षा ग्यारहवीं में दाखिले के लिए 10अगस्त तक आनलाइन आवेदन किया जा सकता है। प्राचार्य धर्मेंद्र आर्य ने बताया कि आनलाइन आवेदन निम्न लिंक पर करें-
https://docs.google.com/forms/
उन्होंने बताया कि पात्रता हेतु शर्तों में अभ्यर्थी महेन्द्रगढ़ जिले के किसी भी सरकारी/सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय में कक्षा दसवीं में शैक्षणिक सत्र 2024-25 में अध्ययनरत रहा हो । अभ्यर्थी का जन्म 01 जून 2008 से 31 जुलाई 2010 (दोनों तिथियां सम्मिलित) के बीच होना चाहिए। विद्यालय के प्राचार्य धर्मेन्द्र आर्य ने बताया कि पीएमश्री स्कूल जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा पूर्णत: नि:शुल्क, सह-शिक्षा, आवासीय विद्यालय है। विभिन्न खेलों में उत्तम व्यवस्था, स्काउट गाइड, एनसीसीए कला तथा संगीत की विशेष शिक्षा व सुसज्जित पुस्तकालय की उत्तम व्यवस्था विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि 23 रिक्त सीटें हैं।
चयन मानदण्ड हेतु https://www.navodaya.gov.in/
गाहड़ा निवासी वन दरोगा सुरेंद्र पाल हुए सेवानिवृत्त
-ग्रामीणों ने किया सम्मान
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कनीना की आवाज। उप मंडल के गांव गाहड़ा निवासी सुरेंद्र पाल वन दरोगा के पद से पलवल जिले से सेवानिवृत्ति हुई। सेवानिवृत्ति कार्यक्रम आयोजन में वन विभाग के पलवल कर्मचारियों व ग्रामीणों ने भाग लिया। गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने सुरेंद्र पाल का स्वागत किया। सुरेंद्र पाल ने मां अनारकली देवी से आशीर्वाद लिया। महाशय महाराम ने पगड़ी पहनाकर सुरेंद्र पाल का सम्मान किया। रामेश्वर दयाल शास्त्री ने गांव के खेल नामक पुस्तक भेंट की। रामेश्वर दयाल शास्त्री ने संबोधित करते हुए कहा कि सुरेंद्र पाल ने अपने नौकरी के 32 साल के कार्य कल में महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, पानीपत, करनाल व पलवल जिलों में काम किया। इस दौरान सुरेंद्र पाल वन कर्मचारी संघ महेंद्रगढ़ के प्रधान भी रहे। उन्होंने प्रधान रहते हुए कर्मचारियों की मांगों को उठाया। इस दौरान सरपंच प्रतिनिधि श्रीपाल यादव, राज यादव, पूर्व सरपंच राजबीर, ऋषिराज नम्बरदार, बलवंत सिंह आर्य, अमित पंच, धुरंधर शर्मा, उमेश यादव सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 04: सुरेंद्र पाल का सम्मान करते हुए ग्रामीण व वन विभाग कर्मचारी।
कनीना डाकघर में तीन दिनों से नहीं हो रहा कोई काम
-राखी भेजने वाली महिलाएं बेहद परेशान -मजबूरन कोरियर से भेज रही हैं रक्षासूत्र
संवाद सहयोगी, जागरण. कनीना। कनीना के उप-डाकघर में विगत तीन दिनों से कोई काम नहीं हो रहा है। न तो लेनदेन हो रहा है न ही किसी प्रकार की पत्रों की रजिस्ट्री आदि की जाती है। ऐसे में उप-डाकघर खाली पड़ा है मौन नजर आते हैं। अभी दो-तीन दिन और यही हालत रहने की संभावना बताई जा रही हैं। बताया जाता है साफ्टवेयर अपडेट किये जा रहे हैं जिसके चलते यह हालात बन गए हैं। मोहन पार्षद, राखी, सुनीता करतार सिंह, दिनेश कुमार आदि ने बताया ककि अपने से संबंधियों को राखी भेजना चाहते हैं किंतु डाकघर में कोई काम नहीं हो रहा है। रक्षाबंधन को एक सप्ताह बाकी है, ऐसे में लोग डाकघर तक लेनदेन करने के लिए, पत्र प्रेषित करने के लिए जाते हैं किंतु निराश लौट रहे हैं।
इस संबंध में उप डाकपाल गौतम यादव सिंह के फोन पर संपर्क साधा तो उन्होंने बताया कि अभी आईटी 2.0 नामक साफ्टवेयर सोमवार तक लांच होने की संभावना है तब तक कोई काम न होने की संभावना है। उधर मोहन पार्षद ने बताया कि वे राखी भेजने के लिए गए थे किंतु डाकघर में राखियां भेजने से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि अभी साफ्टवेयर अपडेट हो रहा है, ऐसे में दो-तीन दिनों तक और काम नहीं होगा। उपभोक्ता बेहद परेशान हैं। ऐसे में निधि कोरियर द्वारा राखियां भेजी जा रही है जो काफी महंगी पड़ती हैं। उपभोक्ताओं का कहना है अगर साफ्टवेयर अपडेट करना था तो रक्षाबंधन के बाद किया जाता तो ज्यादा बेहतर होता। ऐसे में कोई जवाब देता नजर नहीं आ रहा है।
स्टेट बैंक की शाखा में नहीं चल रही मशीन-
कनीना बस स्टैंड स्थित स्टेट बैंक आफ़ इंडिया की शाखा में पासबुक प्रविष्टियां करने वाली मशीन कई दिनों से कार्य नहीं कर रही है जिसके चलते उपभोक्ता बैंक शाखा जाते हैं और परेशान लौट आते हैं। उपभोक्ता दिनेश कुमार, सुनीता, रमेश , सुरेश कुमार आदि ने बताया कि चार दिनों से स्टेट बैंक की शाखा में जाते हैं ताकि उनकी पासबुक की प्रविष्टियां पूर्ण करवाई जा सके किंतु मशीन पर ताला लगा हुआ है। ऐसे में उपभोक्ता दुखी होकर लौट आते हैं। अभी यही नहीं पता कि कितने दिनों तक यही हालत चलेगी। उपभोक्ताओं की मांग है कि स्टेट बैंक की शाखा की प्रविष्टियां करने वाली मशीन को दुरुस्त करवाया जाए, वरना उपभोक्ता मजबूरन निजि बैंकों की और जाने को मजबूर होंगे।
फोटो कैप्शन 03: कनीना उप-डाकघर पड़ा सुनसान
कनीना नगर पालिका के लिए दो पार्षदों को दिलाई पद की शपथ
-कई भाजपा नेता रहे मौजूद
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कनीना की आवाज। कनीना की नगरपालिका में मनोनीत पार्षद सवाई सिंह एवं नीलम देवी को प्रधान नपा रिंपी कुमारी ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलवाई। नीलम देवी तथा सवाई सिंह को हरियाणा सरकार ने कनीना नगर पालिका के लिए पार्षद बतौर मनोनीत किया गया था जिनको शपथ कनीना नगरपालिका में विभिन्न भाजपा पदाधिकारियों की उपस्थिति में शपथ दिलवाई गई। उल्लेखनीय है की नीलम देवी के पति कुलदीप वाटर सप्लाई में काम करते हैं। उधर सवाई सिंह वार्ड 14 को सरकारी पार्षद मनोनीत किया गया है। उल्लेखनीय की सवाई सिंह एक समाजसेवी है तथा तथा विभिन्न समाज सेवाओं एवं बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। उल्लेखनीय है कि कनीना नगर पालिका के 14 वार्डो से 14 पार्षद तथा प्रधान पहले से ही चुने जा चुके हैं। अब ये दोनों पार्षद सरकार द्वारा मनोनीत करके भेजे गए हैं इस मौके पर जिला अध्यक्ष यतेंद्र राव, पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा, भाजपा के पूर्व प्रदेशमंत्री हरियाणा,जसवंत सिंह बबलू ,विजयपाल पूर्व अध्यक्ष, मोहन सिंह पूर्व पार्षद, ओमप्रकाश, रतन सिंह, मनोज कुमार ,ओम प्रकाश लिशानिया, नवीन सेठ, योगेश अग्रवाल देशराज, रतन सिंह, कपिल सचिव नपा, मनोज कुमार नपा अकाउंटेंट ,सुरेंद्र शर्मा वशिष्ठ,रोशन लाल अध्यक्ष आआरसीएम, राजकुमार कनीनवाल पूर्व चेयरमैन मार्केट कमेटी, मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र यादव, विजय कुमार, कृष्ण प्रकाश, बलवान सिंह आर्य, केके पूनिया, प्रताप सिंह, भूपेश कुमार, डा. भूपेश, पवन कुमार, कुलदीप,श्रीभगवान गौतम ,धर्मवीर कोटिया, अनिल कुमार, मनीष पूर्व पार्षद, दिनेश कुमार मोलडऩाथ ट्रस्ट प्रधान, कंवर सेन वशिष्ठ सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01:शपथ लेते हुए नीलम देवी तथा सवाई सिंह
वर्षा ने की कनीना की हा
लात बदतर, फिर हुई 6 एमएम वर्षा
- गलियों में जमा हो गया है गंदा जल
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कनीना की आवाज। कनीना में शुक्रवार को 6 एमएम वर्षा हुई। अब तक चार दिनों में 84 एमएम वर्षा हो चुकी है। वैसे तो कम वर्षा होती है तो भी किसानों का दुखड़ा बढ़ जाता है वही अधिक वर्षा होती है तो भी किसान परेशान हो जाते हैं लेकिन कस्बा कनीना की तो हालात वर्षों से बदतर है। जब तक कनीना के होलीवाला और कालरवाली जोहड़ों का समाधान नहीं होगा तब तक गलियों में यूं ही पानी खड़ा रहेगा। लोगों के घरों में पानी घुसता रहेगा और लगभग हर गली मोहल्ले में कहीं ना कहीं पानी जमा दिखाई देगा। शुक्रवार को 6 एमएम वर्षा एक ही दिन में हो गई है और करीब 84 एमएम वर्षा 4 दिनों में हो गई है तो कस्बा कनीना की हालात बदहाल होना स्वाभाविक है। होली वाला और कालरवाली जोहड़ों के रास्तों पर तो खूब पानी जमा हो गया है। सबसे बड़ी विशेषता देखने को मिली महिला एवं पुरुष गोबर को अपने सिर पर उठाकर गंदे पानी से ले जाते हुए दिखाई दिये। दुर्भाग्य है कि कोई वैकल्पिक मार्ग अभी तक नहीं बना है। परिणाम यह है कि आवागमन बहुत कठिन हो गया है। गुजरते हुए वाहन कीचड़ उछालते देखे गए हैं। मुख्य मार्ग रेवाड़ी की भी यही हालात है, जगह-जगह पानी भर गया है। कनीना मंडी नहर के साथ बनाई गई सड़क की भी यही दुर्दशा है, जगह-जगह गंदा पानी भरा हुआ है। रेवाड़ी टी-प्वाइंट हो या शिवभोले चौक पर हर जगह गंदा जल भरा हुआ है। वैसे तो बुजुर्गों का कहना है कि वर्षा कभी बेकार नहीं जाती। अधिक वर्षा हो जाए तो यह सत्य है कि फसलों पर कुप्रभाव पड़ेगा किंतु भावी फसल के लिए अच्छी पैदावार के रास्ते खुल जाएंगे। अब वही हालत है कनीना कस्बे में अच्छी वर्षा हो चुकी है और सुख के साथ दुख तो चलते ही हैं। यदि कस्बा कनीना में वर्षा यूं ही चलती रही तो यह सत्य है कि बहुत से घरों में गंदा जल भर जाएगा परंतु लाभ यह होगा कि किसानों की पैदावार अच्छी होगी क्योंकि कुछ पाने के लिए कुछ खोना ही पड़ता है।
वर्षा होना शुभ संकेत है चाहे कुछ घरों में गंदा जल भर जाए, वह एक बात अलग है। कनीना नगर पालिका ने गंदे पानी निकासी के अस्थायी प्रबंध कर रही है किंतु जब तक जोहड़ों की पैमाइश करके खोदाई का काम नहीं किया जाएगा तब तक यूं ही गंदा पानी सड़कों पर फैलता रहेगा।
फोटो कैप्शन 02: सड़कों पर भरा गंदा जल









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