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Saturday, August 23, 2025



 

कहीं किसानों के लिए दुखदायी साबित न हो जाये बेमौसमी वर्षा
-लावणी का चल रहा है काम
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में जहां सावन माह बीतने तक 300 एमएम से अधिक वर्षा हो चुकी है किंतु अब जब फसल पककर तैयार है किसान लावणी में लगे हुए हैं, तब वर्षा का होना शुभ संकेत नहीं है। कुछ किसान मानते हैं कि भावी फसल के लिए यह वर्षा बेहतर साबित हो सकती है किंतु वर्तमान में बाजरे का एमएसपी 2275 रुपये प्रति क्विंटल है जो अच्छा भाव है। इस भाव को लेने के लिए बाजरा साफ सुथरा होना जरूरी है, अगर  बार-बार वर्षा होती रही तो खड़ी और पड़ी बाजरे की फसल को नुकसान होने अंदेशा बन जाएगा। अगर बाजार डि- कलर हो जाता है/रंग बदल जाता है/ बदरंग हो जाता है तो अच्छे भाव नहीं मिल पाएंगे। किसानों के लिए इस समय सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है कि कैसे अपनी फसल कटाई कर पैदावार को घरों में डाला जाए क्योंकि इस समय फसल एकदम पककर तैयार है और उसे पर वर्षा का कुप्रभाव पड़ेगा। दानों का रंग खराब हो सकता है, फफूंद लगा सकती है, पड़ी हुई फसल में भी नुकसान हो सकता है। विगत वर्षों भी किसानों की बाजरे की फसल बहुत नुकसान हुआ था। एक बार तो काट कर डाली गई बाजरे की फसल में भट्टों के दाने अंकुरित हो गये थे। यदि मौसम साफ रहेगा तो ही किसान अपनी पैदावार सही सलामत घर में डाल पाएंगे वरना किसानों के लिए एक और सिरदर्द खड़ा हो जाएगा। बहरहाल शनिवार को भी वर्षा 10 एमएम तक पहुंच गई। विगत दिनों भी कुछ वर्षा हुई थी। वर्षा लगातार होना बेहतर संकेत नहीं है। शनिवार को भी दोपहर बाद लगातार  वर्षा होती रही और रुक-रुक कर वर्षा होती रही जिससे किसान चिंतित जरूर हैं।




घरों के ऊपर से गुजरने वाली बिजली के लाइनें हटाई जाए
--इंसुलेटिड की जाए
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कनीना की आवाज।
कनीना क्षेत्र में अनेकों घरों एवं दीवारों के ऊपर से बिजली की लाइनें गुजर रही है। खंभे एवं पेड़ सड़क के बीच में खड़े हैं। जोहड़ में या होलिका दहन स्थल पर पोल खड़े हैं।  कस्बा के सभी बिजली के तार पुराने हो चुके हैं और बार बार टूटकर गिर जाते हैं। कनीना पालिका के चुनावों में यह मुद्दा सिर चढ़कर बोला था। प्रधान बनने के इच्छुक ये पोल हटवाने की बात कह रहे थे। लेकिन अब कोई नाम तक नहीं लेता। कभी भी बिजली की तार टूटकर कोई भी हादसा कर सकती हैं वहीं आए दिन पेड़ बिजली की लाइन से छू जाते हैं जिसके चलते उनकी कटिंग कर दी जाती है। बिजली विभाग बेहतरीन फलदार और फूलदार पौधों की कटिंग कर जाता है। पेड़ पौधे लगाने वालों में रोष पनप रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली की लाइन आबादी से दूर से निकली जाए।
 एक और जहां हरियाणा सरकार ने भी यह बात कही है वहीं उच्च न्यायालय का भी यही आदेश है कि बिजली के लाइन घनी आबादी के बीच से न गुजरी जाए। यदि बिजली बोर्ड से संपर्क किया जाता है और बिजली के खंभों को शिफ्ट करवाने की बात कही जाए तो भारी खर्चा मांगा जाता है। खर्चा भी इतना कि आम आदमी उसे वहन नहीं कर पाता। यही कारण है कि बहुत से दीवारों और प्लाट टेढ़े मेढ़े बना दिए गए हैं क्योंकि बिजली विभाग में जिस भी खाली प्लाट में खंभे गाड़े वो अपनी मनमर्जी से गाड़ दिये। अब वे समस्या बनते जा रहे हैं। कनीना-रेवाड़ी मार्ग पर नहर कटान के पास कृष्ण कुमार, भरपूर सिंह, करतार सिंह, विजयपाल आदि के प्लाट के पास से एचटी लाइन गुजर रही है जो एक दीवार पर तीन पोल लगाकर मालिक के प्लाट का नक्षा ही बदल दिया है। इस संबंध में कनीना के लोगों से चर्चा की गई-
 बिजली की तारे घरों के ऊपर से गुजर रही है जो बड़े हादसे को न्योता दे रही है। अनेकों दुर्घटनाएं घट चुकी है। परंतु विभाग लाइन व खंभों को शिफ्ट नहीं करता जिसके कारण कोई भी हादसा हो सकता है। ये बिजली के तार कभी भी टूट सकते हैं। एचटी की लाइन भी घरों के ऊपर से गुजर रही हैं या फिर घनी आबादी से भी बिजली की लाइन गुजर रही है। सभी को अभिलंब हटा दिया जाए तो बड़ा हादसा होने से टाला जा सकता है। ऐसे कई दुकानदार और घरों के मालिक परेशान है। उनकी परेशानी को दूर करने का एकमात्र इलाज बिजली की लाइनों को शिफ्ट करना है। या फिर खंभे सीधे करने के उपरांत स्टे लगाकर घरों से दूर से लाइन गुजारी जाए।
---- धर्मवीर कनीना
बिजली की तारे घनी आबादी के पास से गुजरती हैं। घरों में बड़ी ही मेहनत से फलदार और फूलदार पौधे उगाई जाते हैं जो बड़े होते ही तारों के छूने से खतरा बन जाते हैं। एक तरफ बड़ा हादसा होने का खतरा बन जाता है वहीं बिजली विभाग इन पेड़ पौधों को कभी भी काट जाता है जिसके कारण बेहतरीन दर्ज के फलदार और फूलदार पौधे नष्ट हो जाते हैं। कस्बावासियों की मांग है कि बिजली के तारों को घरों के आसपास से हटाया जाए ताकि फलदार और फूलदार पौधे विकसित हो सके। बिजली के खंभे सीधे करने के उपरांत स्टे लगाकर घरों से दूर से लाइन गुजारी जाए।
-----भरपूर सिंह समाजसेवी
बिजली के खंभे मनमर्जी से खाली प्लाटों में गाड़ दिए गये जो अब इनको हटाना बहुत महंगा पड़ रहा है। विभाग इनको भारी राशि जमा करके ही शिफ्ट करता है। जिनकी पहुंच उच्च अधिकारियों तक नहीं है वह बेचारे परेशान होकर घरों में बैठ जाते हैं। जहां उच्च न्यायालय और हरियाणा सरकार ने भी बिजली के तारों को दूर शिफ्ट करने की मांग की बात कही है किंतु विभाग अभी तक शिफ्ट नहीं कर रहा है। अविलंब इन तारों को आबादी से दूर किया जाए। या फिर खंभे सीधे करने के उपरांत स्टे लगाकर घरों से दूर से लाइन गुजारी जाए।
      ----महेश बोहरा,कनीना
सड़क के बीच में खड़े सभी पोल एवं पेड़ हटाये जाएं ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न घटित हो। साथ में घरों के ऊपर से तथा घरों एवं आबादी के बीच से गुजरने वाले तारों को अविलंब हटाया जाए चूकि आए दिन दुर्घटनाएं घट रही हैं। लोग बेहद परेशान हैं। न तो पेड़ लगा सकते और घर बना सकते हैं। यदि तार हटाये नहीं जा सकते तो इंसुलेटिड किया जाए।
  --पवन कुमार,कनीना
कस्बा कनीना के सभी पुराने बिजली के तार हटाकर नये लगाये जाए। घनी आबादी से एचटी लाइनें हटवाई जाए। आम रास्तों के बीच पोल खड़े हैं उन्हें हटाया जाए। कुछ तो ऐसे लोग हैं जो अपना घर तक नहीं बना पा रहे हैं क्योंकि बिजली के खंभे दीवार पर लगा दिये गये हैं। कनीना मंडी नहर के साथ साथ बिजली की लाइन हटाये बगैर ही सड़क बना डाली।
---थान सिंह, समाजसेवी
 फोटो कैप्शन 06: बिजली के तार घरों के ऊपर से गुजरते हुए या दीवार पर लगाये खंभे
 साथ में धर्मवीर, भरपूर सिंह, पवन कुमार, थान सिंह,महेश बोहरा




दिल्ली पब्लिक स्कूल में चलाया गया नशे के विरुद्ध अभियान
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कनीना की आवाज।
दिल्ली पब्लिक स्कूल सिगड़ी में शनिवार को नशे के विरुद्ध एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया  कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य रमेश कुमार झा ने की इस अवसर पर जेआरसी रेडक्रास अथारिटी नारनौल तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अगिहार में अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक ने विद्यार्थियों को नशे के  कुप्रभावों के बारे में विस्तार से बताया तथा नशे के विरुद्ध शपथ दिलाई गई इस अवसर पर विद्यार्थियों ने स्लोगन तथा पेंटिंग प्रतियोगिता में भी भाग लिया इस अवसर पर विद्यालय के समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 07: मदनमोहन कौशिक शपथ दिलाते हुए







हिंदू-मुसलमान की सामूहिक मजार है बाबा दयाल
-मेले में मुख्य अतिथि होंगे सांसद
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कनीना की आवाज।
25 अगस्त को कनीना उपमंडल के गांव धनौदा  के प्रांगण में बाबा दयाल का महान धार्मिक मेला लगेगा।
 जानकारी देते हुए मेला कमेटी प्रधान ठाकुर रतन सिंह तंवर ने बताया कि हर वर्ष की भांति भाद्रपद की दोज को श्री बाबा दयाल का महान धार्मिक मेला आयोजित होगा जिसमें मेले से पूर्व रात्रि हरीश शर्मा और  पार्टी का हरियाणवी लोकगीत कार्यक्रम आयोजित होगा। वहीं 24 अगस्त रात को बाबू दान सिंह चौहान एंड पार्टी चावड़ी राजस्थान द्वारा सांग का आयोजन किया जाएगा।
 मेले में 51 रुपये से लेकर 51 हजार रुपये तक की कुश्ती कराई जाएगी, वही बराबर छूटने वालों को कोई इनाम नहीं दिया जाएगा। मेले में मुख्य अतिथि भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह तथा अतरलाल होंगे।  कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि जिला पार्षद अजीत सिंह होंगे। श्री बाबा दयाल के पावन पर्व पर प्रदेश के ही नहीं देश के कोने-कोने से लाखों की तादात में श्रद्धालु आकर शक्कर का प्रसाद चढ़ाते हैं और चादर चढ़ा कर अपनी मन्नत मांगते हैं। उन्होंने यह भी बताया यह हरियाणा प्रदेश का पहला ऐसा मेला है जहां हिंदू और मुसलमान एक साथ मेले में आते हैं और बाबा की दरगाह पर प्रसाद चढ़कर एक दूसरे से गले मिलते हैं। इसलिए इस मेले को हिंदू मुसलमान की सामूहिक मजार भी कहा जाता है। मेले में भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।
फोटो कैप्शन 05: धनौंदा का बाबा दयाल आश्रम


 कनीना पुलिस ने 18 बोतल अवैध शराब बरामद कर की जब्त
- एक व्यक्ति भी गिरफ्तार
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कनीना की आवाज।
थाना शहर कनीना की पुलिस टीम ने कल कनीना क्षेत्र में गुप्त सूचना के आधार पर चेलावास महेंद्रगढ़ रोड पर रेड कर मौके से 18 बोतल शराब बरामद की है। पुलिस ने अवैध शराब के साथ आरोपी मनीष वासी खेड़ी तलवाना को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ थाना शहर कनीना में आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
थाना शहर कनीना की पुलिस टीम गश्त के दौरान धनौन्दा मोड़ उन्हाणी मौजूद थी, टीम को गुप्त सूचना मिली कि महेन्द्रगढ रोड चेलावास के खेतों में शराब का ठेका खोला गया था जिसको एक्साइज विभाग द्वारा सील किया हुआ है। उसके नजदीक एक नौजवान लड़का बाजरा के खेत में अवैध शराब बेच रहा है। अगर तुरन्त रेड की जाए तो अवैध शराब सहित काबू आ सकता है। टीम ने बतलाए हुए स्थान पर रेड की, जहां बाजरा के खेत में शराब ठेका के नजदीक एक नौजवान लडका बैठा हुआ था, जिसको काबू करके नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम मनीष वासी खेड़ी (तलवाना) बतलाया। जिसके पास शराब की दो पेटिया खुली रखी हुई मिली, जिनको चैक किया गया तो एक पेटी मे 12 बोतल अंग्रेजी शराब व दूसरी पेटी में 6 बोतल देसी शराब मिली। पुलिस ने अवैध शराब को जब्त कर लिया।



अतरलाल ने धरने की दी चेतावनी
--ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने की है मांग
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कनीना की आवाज।
समाजसेवी अतरलाल ने राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन से किसानों को फसल क्षति का दावा दर्ज करने के लिए महेन्द्रगढ़ जिला के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने की मांग की है।
 उन्होंने कहा है कि जुलाई तथा अगस्त माह में हुई भारी बरसात से खेतों में जलभराव के कारण जिला के गांव बाघोत, छिथरोली, झाड़ली, सिहोर, गाहड़ा, स्याणा, नौताणा, पोता, सेहलंग, खेड़ी, तलवाना, धनौन्दा, पाथेड़ा, कैमला, खरकड़ा बास, अगिहार, उन्हाणी, चेलावास, बोचडिय़ा, कारिया, सलीमपुर, धनुन्दा, उन्नींदा, पड़तल, भोजावास, गोमला, इसराणा, मोहनपुर, नांगल, कोटिया, करीरा, भडफ़, महासर, गढ़ीरूथल खारीवाड़ा आदि सैंकड़ों गांवों के किसानों की कपास तथा बाजरा की खड़ी फसल खराब हो गई। राज्य सरकार ने सात जिलों हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, रेवाड़ी, रोहतक, पलवल, सिरसा जिला के किसानों के लिए तो ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 31 अगस्त 2025 तक खोल दिया है, परन्तु महेन्द्रगढ़ जिला के किसानों के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल नहीं खोला है। जिसके कारण उन्हें फसल खराबा का मुआवजा नहीं मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि बाघोत में जनसभा के दौरान अटेली विधायक एवं स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने भी क्षतिपूर्ति पोर्टल खोलने का वादा किया था परन्तु अब तक जिला के प्रभावित किसानों के लिए क्षतिपूर्ति पोर्टल नहीं खुला है जिसके कारण किसानों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने 3 दिन के अंदर क्षतिपूर्ति पोर्टल नहीं खोला तो बहुजन समाज पार्टी प्रभावित किसानों के साथ कनीना उपमंडल अधिकारी (ना.) कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगी।


मक्खी-मच्छरों की संख्या बढ़ी,जागरूकता की जरूरत
-बचाव में ही बचाव-डाक्टर
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कनीना की आवाज।
 कनीना और आसपास क्षेत्रों में मक्खी और मच्छरों की भरमार है। सावन की वर्षा के बाद से मक्खी मच्छर और कीट भारी संख्या में पैदा हो गए हैं। ये इंसानों के लिए नहीं बल्कि पशुओं के लिए भी घातक साबित हो रहे हैं। जहां कनीना अस्पताल में अब तक एक डेंगू और एक मलेरिया का केस भी आ चुका है। मच्छरों से विशेष सावधानी की जरूरत समझी जा रही है। यद्यपि स्वास्थ्यकर्मी लोगों को जागरूक कर रहे हैं लेकिन लोग नियमों का पालन नहीं करते जिसके कारण मक्खी मच्छर बढ़ गये हैं। वही खेतों में, किसी पार्क में या घर में मक्खी मच्छर जीना हराम कर देते हैं। मक्खी मच्छरों के संबंध में कुछ लोगों से बात की गई।
*** क्षेत्र में मक्खी और मच्छर बहुत बढ़ गए हैं। यदि सावधानी नहीं रखें तो हाथ व पैर आदि को काट खाते हैं। दिन में, रात में, सुबह-शाम आराम करते समय जब भी मच्छरों का सामना करना पड़ता है मक्खी एवं मच्छर जीना हराम कर देते हैं। दोनों ही घातक साबित हो रहे हैं। मक्खियों से विभिन्न प्रकार की बीमारियां फैलती है वहीं मच्छरों से मलेरिया एवं डेंगू रोग फैल रहे हैं। नगरपालिका एक नहीं बार बार फोगिंग करवाने की जरूरत है ताकि मच्छरों से निजात पाया जा सके।       
--मुकेश नंबरदार,कनीना
कनीना मंडी में तथा गांव में नालों और नालियों की संख्या अधिक होने और वो भी खुले होने के कारण मक्खी-मच्छर पनप रहे हैं। ये मक्खी मच्छर दुकान हो या कोई कार्यालय हर जगह मिल रहे हैं और जीना हराम कर रहे हैं। वैसे तो इन मक्खी मच्छरों से निजात पाने की अनेक विधियां अपनाई जा रही है लेकिन मौका देखकर मच्छर काट जाते हैं। मक्खी मच्छरों को मारने या भगाने  के लिए नगर पालिका और अस्पताल की ओर से ठोस कदम उठाए जाने चाहिए ताकि रोग फैलने से बचा जा सके।
--- योगेश कुमार अग्रवाल, कनीना मंडी
आसपास साफ सफाई रखनी जरूरी है। फोगिंग भी करवाई जा सकती है। नारियल का तेल आदि प्रयोग करना चाहिए। मक्खी मच्छरों को भगाने के लिए विभिन्न प्रकार की अगरबत्ती, तेल एवं क्रीम आदि आते हैं उनका प्रयोग किया जाना चाहिए। पानी कहीं भी खड़ा हो उस पर काला तेल डाल देना चाहिए या बर्तनों में जहां पानी है उसे साफ कर देना चाहिए। सावधानी से ही बचाव संभव है। --डा. जितेंद्र मोरवाल,उप नागरिक अस्पताल कनीना
फोटो कैप्शन: डा मोरवाल, योगेश अग्रवाल, मुकेश नंबरदार


विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दिया तंबाकू मुक्त समाज का संदेश
--सेहलंग स्कूल में चला नुक्कड़ नाटक
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कनीना की आवाज।
बीआर स्कूल सेहलंग के विद्यार्थियों ने कम्युनिटी आउटरीच प्रोग्राम के तहत एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का मंचन किया तथा आसपास के गांवों में जागरूकता रैली निकाली । इस दौरान छात्रों ने लोगों को तंबाकू के खतरनाक दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया और तंबाकू मुक्त जीवन अपनाने की अपील की।
नुक्कड़ नाटक तथा रैली के दौरान गूंजे तंबाकू छोड़ो - जीवन संवारो, स्वस्थ युवा-सशक्त भारत,तंबाकू नहीं - जीवन हां,नशा मुक्त भारत, हमारा संकल्प -सेहत है अनमोल, तंबाकू से रखो गोल इत्यादि जोशीले नारों ने माहौल को जागरूकता और ऊर्जा से भर दिया।
छात्रों ने नाटक के माध्यम से बताया कि तंबाकू, गुटखा, बीड़ी और सिगरेट जैसे नशे न केवल व्यक्ति की सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि परिवार और समाज पर भी गहरा असर डालते हैं।
विद्यालय की प्राचार्या ज्योति भारद्वाज ने कहा कि यह अभियान यहीं नहीं रुकेगा, बल्कि इसे आगे और व्यापक स्तर पर चलाया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोग तंबाकू मुक्त जीवन जीने का संकल्प ले सकें।
विद्यालय के चेयरमैन हरीश भारद्वाज ने विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य समाज को तंबाकू और नशे के दुष्प्रभावों से जागरूक करना है। विद्यार्थी समाज के बदलते चेहरे के सच्चे दूत हैं और उनके इस प्रयास से नई पीढ़ी अवश्य प्रेरित होगी।
फोटो कैप्शन 04: नुक्कड़ नाटक करते हुए विद्यार्थी


भूमि पूजन समारोह 28 अगस्त को
--सेवा भारती शाखा कनीना के भवन के लिए होगा भूमि पूजन
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कनीना की आवाज।
 कनीना में डीएवी स्कूल के पास सेवा भारती हरियाणा प्रदेश शाखा कनीना द्वारा 28 अगस्त को भूमि पूजन समारोह आयोजित करवाया जाएगा।
  विस्तृत जानकारी देते हुए सेवा भारती कनीना के योगेश अग्रवाल ने बताया कि इस मौके पर मुख्य अतिथि भारतभूषण गुप्ता डीसी माडल ग्रुप आफ स्कूल्स के प्रबंध निदेशक होंगे वहीं अध्यक्षता इंजीनियर मनीष राव सीइओ आरपीएस ग्रुप का इंस्टीट्यूशंस करेंगे। इस मौके पर मुख्य वक्ता डा. प्रताप सिंह निदेशक प्लेसमेंट सेल जीजेयू हिसार रहेंगे।




बाजरे की कटाई में वर्षा ने डाली खलल, हुई 9 एमएम वर्षा
-मुख्य मार्गों पर

















जमा हो गया वर्षा का जल
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कनीना की आवाज।
 कहावत है कि सिर मुंडवाते ही ओले पडऩा। अभी कनीना क्षेत्र के किसान त्वरित गति से बाजरे की लावणी में लगे थे कि कनीना क्षेत्र में शनिवार दोपहर 9 एमएम वर्षा हुई जिससे लावणी/कटाई में खलल पड़ गई है। किसानों ने अपना लावणी का कार्य रोक दिया है। 25 मई 2025 को अच्छी वर्षा होने पर बाजरे की बीजाई की गई थी जो इस समय लावणी आई हुई है। किसान तेजी से स्वयं तथा मजदूरों की सहायता से लावणी के कार्य में जुटे हुए हैं।
 इस बार बाजरे का एमएसपी 2775 रुपये रखा गया है। ऐसे में किस चाहते हैं कि अपने खेतों के बाजरे की लावणी की जाए और घरों में पैदावार डाल दी जाए चूंकि सरकारी तौर पर बाजरे की खरीद एक अक्टूबर से ही होती है। ऐसे में किसानों को इस बार बाजरे की बिक्री हेतु इंतजार करना पड़ेगा। कनीना क्षेत्र में जहां करीब 20,000 हेक्टेयर पर बाजरे की बीजाई की गई है और अच्छी प्रकार पकी हुई फसल की लावणी की जा रही है किंतु वर्षा ने लावणी में खल डाल दी है।
 जमा हुआ सड़कों पर वर्षा का जल-
 वर्षा का जल प्रमुख सड़क मार्गों तथा निचले स्थानों पर जमा हो गया है। कनीना के होलीवाला गली में विगत तीन माह से 1 दिन में पानी खत्म नहीं हुआ है। वही मुख्य सड़क मार्गों पर पानी जमा हो गया। रेवाड़ी सड़क मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे बन जाने से पानी में जमा हो गया है। यही नहीं विभिन्न सड़क मार्गों की हालत जर्जर होने से वर्षा का जल लगातार जमा हो रहा है जिससे और भी नुकसान होने का अंदेशा बना हुआ है।
बाजरे की फसल में हो सकता है नुकसान-
यूं तो इस बार अच्छी वर्षा हुई है। मई माह से अब तक करीब 300 एमएम वर्षा से अधिक हो चुकी है लेकिन कपास की फसल में पहले ही नुकसान हो चुका है। बाजरे की कटाई/लावणी के समय अगर वर्षा होती रही तो इस बाजरे की फसल को भी नुकसान होगा। किसान चिंतित हैं किसान सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, मनोज कुमार, दिनेश कुमार आदि में बताया कि लावणी के समय कटाई होना फसलों के लिए घातक साबित होगा। ऐसे में किसानों ने लावणी का कार्य रोक दिया है और जब मौसम खुल जाएगा, फसल सूख जाएगी तब फिर से लावणी का कार्य शुरू हो जाएगा। कनीना क्षेत्र में जहां सबसे अधिक बाजरे की तत्पश्चात कपास की खेती की हुई है।
 फोटो कैप्शन 01: रेवाड़ी सड़क मार्ग पर जमा वर्षा का जल
02: होलीवाला जोहड़ पर जमा वर्षा का जल 03: बाजरे की कटाई प्रभावित का नजारा

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