Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Friday, December 12, 2025



 
कनीना में लोक अदालत 13 दिसंबर को
*************************************************
******************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज।
13 दिसंबर को कनीना न्यायालय में लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। जिसमें विवादों का निपटारा कनीना न्यायालय के जेएमआईसी विशेष गर्ग करेंगे।  बार एसोसिएशन कनीना के पूर्व प्रधान ओपी रामबास ने बताया कि विवादों का निपटान दोनों पक्षों की सहमति से आपसी राजीनामा से किया जाएगा जिसमें ज्यादा से ज्यादा व्यक्तियों को पहुंचकर अपने न्यायालय में चल रहे विवादों को निपटारा करना चाहिए।





उन्हाणी महाविद्यालय में स्थापित होगा स्वचालित मौसम केंद्र
-भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान,पुणे के साथ समझौता
*************************************************
******************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज।
उन्हाणी महाविद्यालय परिसर में जल्द ही स्वचालित मौसम केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके लिए महाविद्यालय ने भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान  पुणे के साथ एक ऐतिहासिक समझौता किया है।
विदित है कि भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार का एक स्वायत्त संस्थान है। स्वचालित मौसम केंद्र वायु की गति, दिशा, तापमान, नमी तथा प्रति घंटा वर्षा मापकर मौसम संबंधी महत्वपूर्ण आंकड़े एकत्र करता है। इन आंकड़ों के आधार पर क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान अधिक सटीक रूप से तैयार किए जाते हैं।
समझौते पर महाविद्यालय की ओर से प्राचार्य डा. विक्रम सिंह, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान की ओर से प्रोजेक्ट डायरेक्टर एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक चारा प्रभाकरन तथा प्रोजेक्ट इंवेस्टिगेटर एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. शिव साई ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर प्रोजेक्ट वैज्ञानिक नीतिग सिंह ने समझौते की प्रति प्राचार्य डा. विक्रम सिंह को सौंपते हुए स्थापना प्रक्रिया की आगामी रूपरेखा साझा की।
इस अवसर पर प्राचार्य डा. विक्रम सिंह ने कहा कि महेंद्रगढ़ जिले के लिए यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। स्वचालित मौसम केंद्र शिक्षा व शोध कार्यों को नई दिशा देगा। साथ ही स्थानीय मौसम संबंधी आंकड़ों की उपलब्धता से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के मौसम का अध्ययन और अधिक सुगमता से किया जा सकेगा। जलवायु परिवर्तन पर निगरानी रखने तथा किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के प्रति समय रहते सावधान करने में यह केंद्र बेहद उपयोगी सिद्ध होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों को होने वाले नुकसान के मूल्यांकन में स्वचालित मौसम केंद्र से प्राप्त आंकड़ों की विशेष भूमिका होती है। वर्तमान समय में एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और एमएल (मशीन लर्निंग) आधारित तकनीकों को भौतिकी-आधारित संख्यात्मक मॉडलों के साथ जोड़कर मौसम, जलवायु और महासागर पूर्वानुमान प्रणालियों को और अधिक उन्नत बनाया जा रहा है। देशभर में इसी व्यापक नीति के तहत आइआइटीएम द्वारा महत्वपूर्ण पहल की जा रही है।
फोटो कैप्शन 03: समझौते की प्रति प्राचार्य डा. विक्रम सिंह को सौंपते हुए नीतिग सिंह





बच्ची के जन्म पर कुआं पूजन कर खुशी मनाई
-तलवाना में मनाई खुशियां
*************************************************
******************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल के गांव तलवाना में ज्योति पत्नी सतीश ने का कुआं पूजन कर खुशी मनाई। ज्योति ने 25 सितंबर को पहली संतान बेटी को जन्म दिया। परिजनों ने इसे लक्ष्मी मानते हुए 12 दिसंबर शुक्रवार को बेटी का कुआं पूजन किया और परिवार मित्र और रिश्तेदारों को भोजन कराया।
 इस नेक कार्य में नवजात कन्या की माता ज्योति एवं पिता सतीश तंवर ने समाज में बेटियों के प्रति धारणा बदलने का संदेश देने का प्रयास किया है। इस अवसर पर बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर जगो देवी, आशा एएनएम,सुदेश एएनएम ने कन्या का कुआं पूजन करने पर परिजनों को बेटी का कुआं पूजन करने पर बधाई देते हुए उनके इस नेक कार्य की प्रशंसा की।  उन्होंने कहा कि समाज में बेटा बेटी एक समान मानते हुए हमे बेटियों का जन्म होने पर वैसे ही खुशियां मनानी चाहिए जैसे बेटों के जन्म पर खुशी मनाते है। सतीश तंवर परिवार की इस नेक पहल के लिए शुभकामनाएं दी और नवजात कन्या को अपना आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर सरपंच मोनिका बंसल, जगो देवी सुपरवाईजर, आशा राजपूत एएनएम,सुदेश एएनएम, विकास एमपीएचडब्ल्यू, आशा वर्कर सुनहरी, सुनीता देवी, आंगनवाड़ी वर्कर  सविता, यशवंती, हैल्पर अंगूरी,पिंकी आदि उपस्थित रही और नवजात कन्या को आशीर्वाद दिया।
फोटो कैप्शन 04: बच्ची के जन्म पर कुआं पूजन करते हुए।




हर जन की पसंद बनती जा रही है चाय की चुसकी
--सर्दियों में बढ़ जाती है मांग
*************************************************
******************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज।
  एक समय था जब केवल बुजुर्ग ही चाय पीते थे या किसी बीमार व्यक्ति को दी जाती थी किंतु अब तो दिन हो या रात हर वर्ग के लोग चाय की चुसकियां लगाते दिखाई देते हैं। चाय में जहां सूजन रोधी ,एंटी एक्सीडेंट ,वजन घटाने के प्रभाव और लाभ अन्य कुछ लाभ मिलते हैं किंतु इसमें कैफीन जैसे विषैले पदार्थ से शरीर को नुकसान भी पहुंचना है। आज के दिन हर चाय की दुकान पर भारी मांग है। मेहमान को चाय या ठंडा दिया जाता है। एक सामान्य चाय विक्रेता 300 से 500 तक चाय बेच लेता है। यह समय पर निर्भर करता है यदि ठंड का मौसम है तो चाय अधिक बिक पाती है और गर्मी का मौसम है तो चाय थोड़ा कम बिक पाती है। चाय भारत में जो पैदा होती है उसे प्रयोग में लाया जाता है परंतु भारत चीन के बाद चाय का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। चाय को हरित चाय, काली चाय तथा विभिन्न स्वाद की चाय के रूप में प्रयोग किया जाने लगा है।
चाय की मांग कभी नहीं घटती। हर मौसम में चाय बिकती है। यह सत्य है कि सर्दी के मौसम में कुछ चाय अधिक बिक जाती है परंतु चाय के प्रति बच्चा,युवा पीढ़ी और बूढ़ों में ललक देखने को मिलती है। चाय पीकर लोग जहां अपने को तंदुरुस्त पाते हैं वहीं चाय बेचकर जन खुश हैं। रोटी रोजी का साधन चाहिए। चाय पीने वाले कम नहीं हो रहे हैं, दिनों दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में चाय प्रमुख पेय पदार्थ बनता जा रहा है। कोल्ड ड्रिंक के बाद चाय एक ऐसा पदार्थ है जो सबसे अधिक प्रयोग किया जा रहा है। कभी राबड़ी प्रयोग की जाती थी और आज उसकी जगह चाय और ठंडा ने ले ली है। इस संबंध में लोगों से चर्चा की गई जिनके विचार निम्र हैं-
** चाय का काम करने में जहां रोटी रोजी भी मिल जाती है वहीं लोगों को संतुष्ट कर दिया जाता है। चाय भी प्रतिदिन 300 से 500 तक बिक जाती है। ठंड के मौसम में चाय की संख्या 800 तक चली जाती है, जब कोई नेता आते हैं उसे समय भी चाय की मांग बढ़ जाती है। चाय के प्रति हर वर्ग का व्यक्ति लालायित रहता है। चाय बगैर लोग नहीं रह सकते चाहे खाने बगैर रह सकते हैं।
-- श्याम सुंदर महाशय, चाय विक्रेता
मैं चाय पीता हूं क्योंकि मुझे अपनी रेहड़ी पर काम करना पड़ता है। ऐसे में समय भी बीत जाता है और चाय भी पीकर थोड़ी तंदुरुस्ती महसूस करता हूं। चाय का मैं कोई आदि नहीं हूं परंतु चाय पीने से रेहडी पर अपने फल बेचने में समय ढंग से बीत जाता है। चाय के लिए लोगों की भारी भीड़ जुड़ती है परंतु मैं चाय का आदि नहीं हूं।
-- शिव कुमार केलेवाला
चाय बनाकर बेचने में मुझे आनंद आता हैं। एक तो लोगों से परिचय होता है वहीं रोटी रोजी का आधार भी बन जाता हे। चाय पीने वाले कम नहीं होते अपितु बढ़ते ही चले जाते हैं। अकेले कनीना में कई हजार चाय प्रतिदिन बिक जाती हैं। चाय की दुकान कहीं भी खोली जाए पीने वाले खूब लोग मिलेंगे।
--हिमांशु चायवाला
दिन में दो चाय पीने से लाभ हो सकता है। एक तो सुबह खाना खाने के एक घंटे बाद और दूसरी शाम के 4 व 5 बजे। चाय में कैफीन उत्तेजक पदार्थ होता है जो मस्तिष्क को ऊर्जा देता है किंतु अधिक चाय नुकसानदायक होती हैं। इसकी बजाय अब तो ग्रीन टी, हर्बल टी, मसालेदार चाय एवं स्वयं निर्मित चाय आदि आ गई हैं जो बेहतर होती हैं। चाय में चीनी डालने की बजाय गुड़ या शहद आदि से बनाई जा सकती हैं जो लाभप्रद होते हैं।
 --डा जितेंद्र मोरवाल, उप नागरिक अस्पताल कनीना।




 निश्शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर 14 दिसंबर को
--सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक लगेगा
*************************************************
******************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज।
  सेवा भारती कनीना द्वारा 14 दिसंबर 2025 को लाला शिवलाल धर्मशाला कनीना मंडी ,नजदीक रेलवे स्टेशन विशाल हृदय रोग, सामान्य रोग, हड्डी जोड़ एवं परामर्श शिविर सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक लगेगा जिसमें सामान्य रोग विशेषज्ञ डा. हर्ष व डा. जयश्री, हड्डी एवं जोड़ विशेषज्ञ डा. मनीष वर्मा, गैस्ट्रो डा. आसिफ रहमान अपनी सेवाएं देंगे। विस्तृत जानकारी देते हुए सेवा भारती के योगेश अग्रवाल ने बताया कि इस शिविर में बीपी, शुगर, इसीजी की निशुल्क जांच की जाएगी। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से अपील की, कि इस मुफ्त चिकित्सा शिविर का लाभ उठाएं।




कनीना मंडी के लोगों ने गौशाला को दिये 51 हजार
-  महेश कुमार ने दिए 21 हजार रुपए
*************************************************
******************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज।
कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला के लिए जहां कनीना मंडी के कमलेश कुमार बवानियावाले, ओमप्रकाश लिसानिया, भगवान दास लिसानिया, योगेश कुमार बुवानियावाले, राकेश कुमार, तेजराम लिसानिया ने मिलकर 51000 रुपए का दान श्रीकृष्ण गौशाला में खोर/ खेल बनाने के लिए प्रदान किये। वहीं महेश कुमार ने अपनी शादी की 28वीं सालगिरह पर अपनी पत्नी स्नेहलता के साथ गौशाला में 21000 रुपए दान दिए। इस मौके पर रामकिशन, सत्यवीर गुगनवाला, मास्टर राम प्रताप, दिलावर बाबूजी, रविंद्र बंसल, बलवान आर्य, हरेंद्र शर्मा, मोहन सिंह पूर्व पार्षद आदि उपस्थित रहे।
 इस मौके पर श्रीकृष्ण गौशाला के पदाधिकारियों ने सभी का गौशाला में सम्मान किया। इस मौके पर प्रधान गौशाला भगत सिंह ने कहा कि  गौमाता और कृष्ण भगवान से प्रार्थना करते हैं कि इनका परिवार फले फूले और इसी प्रकार उन्नति करता रहे ताकि वह गौ माताओं की इसी प्रकार सेवा करते रहे।
उल्लेखनीय है कि कनीना में चल रही गौशाला में गौशाला प्रधान भगत सिंह यादव व उनकी टीम तथा क्षेत्र वासियों की कड़ी मेहनत के कारण श्रीकृष्ण गौशाला कनीना दिन दुगनी रात चौगुनी उन्नति कर रही है। जिसके कारण गौशाला में हजारों गायों की सेवा उनके द्वारा की जा रही है। इसी कड़ी में गौशाला प्रधान भगत सिंह यादव अपने सारे निजी कार्य को छोड़कर गौ सेवा में लगे हुए हैं तथा क्षेत्र के लोगों वह गौशाला में आने वाले को भक्तों को गायों की महिमा के बारे में बताते हैं और उनको गौ सेवा करने की प्रेरणा भी देते हैं। जिसके कारण
सैकड़ों गाये गोद लेने के लिए लोग घरों से चलकर आये हैं। न केवल कनीना अपितु आस पास के गांवों के लोग भी गौशाला में आकर गायों को गोद ले रहे हैं और दान दे रहे हैं। श्रीकृष्ण गौशाला कनीना के प्रधान भगत सिंह यादव ने बताया कि राज सिंह लंबे समय से गौशाला से जुड़े हुए हैं और समय-समय पर निरंतर सहयोग करते रहते हैं। उन्होंने बताया कि राज सिंह पहले भी चार गायों को गोद ले चुके हैं और गौसेवा को अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे प्रेरणादायी कदम दूसरों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करते हैं और गौसेवा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाते हैं।
भगत सिंह ने कहा कि गायों की सेवा से सभी पाप मिट जाते हैं और पुण्य का भागी बन जाता है। इंसान को जरूर गायों की सेवा करनी चाहिए ताकि अपने जीवन में नाम कमा सके। उन्होंने कहा गायों की सेवा भगवान श्रीकृष्ण ने की थी इसलिए गोपाल कहलाए। आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में गायों के प्रति फिर से वो लगाव उत्पन्न होने लगा है जो वर्षों पहले सिंर चढ़कर बोल रहा था। उन्होंने बताया कि कनीना श्रीकृष्ण गौशाला से करीब 500 गाए गोद ली जा चुकी है और भक्तों द्वारा दान दिया गया है। वहीं गौशाला में अमूल चूल परिवर्तन किये जा चुके हैं। आने वाले समय में श्रीकृष्ण गौशाला प्रदेश भर में नंबर वन होगी।
 फोटो कैप्शन 01: श्री कृष्ण गौशाला में कनीना मंडी के लोगों का सम्मान करते प्रधान भगत सिंह











आनलाइन ट्रांसफर पालिसी-2025 के विरोध में दो घंटे का किया विरोध प्रदर्शन
--धरना उच्चस्तर पर ले जाने की की बात
*************************************************
******************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज।
डीएचबीवीएन सब-यूनिट बूचावास के प्रांगण में बिजली कर्मचारियों द्वारा एचएसइबी वर्कर्स यूनयन भिवानी के आह्वान पर आनलाइन ट्रांसफर पालिसी-2025 के विरोध में दो घंटे का विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन में सभी कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। जिसकी अध्यक्षता सब-यूनिट प्रधान अजित सेहलंग ने की व मंच संचालन सुनील वर्मा ने किया।
इस मौके  पर कर्मचारी नेता निगम मैनेजमेंट व सरकार पर जमकर बरसे और आनलाइन ट्रांसफर पालिसी-2025 को कर्मचारी व उपभोक्ता विरोधी बताया। सब यूनिट बुचावास से सर्कल सचिव सत्यवान यादव ने बताया कि यह धरना प्रदर्शन 12 दिसंबर से 16 दिसंबर तक सब यूनिट लेवल पर जारी रहेगा। अगर समय रहते निगम  मैनेजमेंट इस मुद्दे पर बातचीत के लिए संगठन को नहीं बुलाता है तो इस विरोध प्रदर्शन को उच्चस्तर पर ले जाया जाएगा। जिससे किसी भी प्रकार की औद्योगिक अशांति या उपभोक्ता को कोई परेशानी होती है तो निगम मैनेजमेंट पूर्ण रूप से इनका जिम्मेवार होगा। इस मौके पर, सतीश जेई, अंकित जेई, अमित जेई, सतीश एफएम, राजेश फोरमैन, सोमबीर, सुनिल ,कैशियर आलोक, उप-प्रधान दिनेश कुमार ,नवीन कनीना , यूनिट में आर्गनाइजर-दीपक, मुकेश , जगमोहन , नवीन , ऋषिराज  इत्यादि कर्मचारी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 02: धरना प्रदर्शन करते बिजली कर्मी एवं अधिकारी

No comments: