बैंड बाजे से तुलसी की आई बारात
-विवाह संपन्न,प्रसाद भी वितरित किया -दीपक चौधरी
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कनीना की आवाज। नगर कनीना के वार्ड नंबर 4 में समस्त जाजू परिवार के द्वारा तुलसी का विवाह कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सुरेंद्र जाजू और उनकी धर्मपत्नी मधु जाजू द्वारा संपन्न करवाया गया। सुरेंद्र और मधु ने अपने पिता की याद में नवनिर्मित गृह प्रवेश के दिन ये आयोजन किया। ये कार्यक्रम विद्वान पंडितों द्वारा संपन्न करवाया गया,बैंड बजे से तुलसी की बारात आई और प्रसाद वितरण किया गया। कन्यादान हुआ, वस्त्र आदि भी चढ़ाये तथा हंसी खुशी से इंसानों की तरह विवाह संपन्न कराया गया।
इस अवसर पर पार्षद दीपक चौधरी ने कहा कि भारत वर्ष में इन धार्मिक परंपरा को जीवित रखने के लिए इस प्रकार के आयोजन होते रहने चाहिए। इस अवसर पर वार्ड पार्षद 4 रेखा देवी और उनके पति मनीष विशेष योगदान रहा। गणमान्य व्यक्तियों में राकेश बोहरा , महेन्द्र,पारुल, राहुल, कृष्ण जाजू परिवार और महेश सेन,आदि अनेक गणमान्य व्यक्ति और महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 08: तुलसी विवाह में पालकी में तुलसी को ले जाते हुए
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस -2 दिसंबर
कंप्यूटर ज्ञान के बिन जीवन लगता है अधूरा सा
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कनीना की आवाज। आज के प्रौद्योगिकी संचालित जगत में कंप्यूटर साक्षरता एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। आज के डिजिटल युग में इसका बड़ा महत्व बन गया है और इसका महत्व भविष्य में और भी बढ़ता चला जाएगा। व्यक्तिगत और पेशेवर कार्यों से लेकर शिक्षा और संचार तक कंप्यूटर साक्षरता दैनिक जीवन का आधार देने महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विद्यार्थियों के लिए कंप्यूटर साक्षरता समय की मांग है। आज भी बुजुर्ग कंप्यूटर से कोसों दूर है। मोबाइल से उनका थोड़ा बहुत लगाव देखने को मिलता है परंतु कंप्यूटर से दूर है। उनको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी देना इसी दिवस का अवश्य उद्देश्य है। लोगों को कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक करना है ताकि वह कंप्यूटर के विषय में जानकारी हासिल कर सके। कंप्यूटर साक्षरता का अर्थ कंप्यूटर के बुनियादी जानकारियों को और संचालन को समझना है , कंप्यूटर का उपयोग कैसे किया जाता है विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर हार्डवेयर का उपयोग करना सिखाया जाता है। कंप्यूटर साक्षरता दिवस के बारे में विभिन्न कंप्यूटर से जुड़े शिक्षकों, कर्मियों एवं अधिकारियों से चर्चा की गई।
क्या कहते हैं कंप्यूटर के वरिष्ठ शिक्षक-
***कंप्यूटर साक्षरता आज के समाज में महत्वपूर्ण कौशल है। कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी हर क्षेत्र में उपयोग की जाती है। साइबर, शिक्षा व्यवसाय, मनोरंजन हो कंप्यूटर साक्षर होने से ये लोग इन नई तकनीकों सीख सकते हैं, उनका लाभ उठा सकते हैं। कंप्यूटर साक्षरता नई तकनीक का लाभ उठाने अपने जीवन में सुधार करने में मदद करता है।
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस महिलाओं से कंप्यूटर सार्थक जोर देने का प्रयास करता है। महिलाएं विशेष कर ग्रामीण काम काजी महिलाएं कंप्यूटर से दूर रहती है। उन्हें भी कंप्यूटर की जानकारी उपलब्ध करवाई जानी चाहिए।
विश्व कंप्यूटर साक्षरता का उद्देश्य लोगों को कंप्यूटर सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में शिक्षित करना, उनकी मूल बातें सीखाना है । कंप्यूटर साक्षरता दिवस जैसे वार्षिक कार्यक्रम डिजिटल विभाग को जानने का अवसर प्रदान करता है। कंप्यूटर तक पहुंच महिलाओं बच्चों और लोगों तक जरूरी है। केवल सामूहिक प्रयासों के माध्यम से ही ऐसा संभव है।
उन्होंने कहा कि कंप्यूटर साक्षरता से व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सामाजिक सेवाएं और सरकारी कामों में लाभ मिलता है। आजकल हर जगह कंप्यूटर की मांग है। बगैर कंप्यूटर की जानकारी के तो छोटी-छोटी नौकरी भी नहीं मिल सकती और कंप्यूटर के बारे में अज्ञानता निश्चित रूप से नुकसानदायक साबित हो सकती है। ऐसे में कंप्यूटर की जानकारी इंसानों के लिए बहुत लाभप्रद साबित होती है। कंप्यूटर की शिक्षा आज के युग में बच्चों से वृद्ध तक होना जरूरी है तभी भारत आगे बढ़ सकता है।
-- सूबे सिंह, कंप्यूटर के वरिष्ठ शिक्षक
गाड़ी से टक्कर मारकर हत्या के मामले में दो आरोपी पकड़े
--नौताना की घटना
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कनीना की आवाज। पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ के निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान नौताना निवासी नीरज और तरुण के रूप में हुई है। वारदात को अंजाम देने बाद आरोपी फरार हो गए थे, जिन्हें पुलिस ने राजस्थान क्षेत्र से काबू किया है। आरोपियों को सोमवार न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने पता लगाया कि आरोपियों की मृतक के लड़के और उसके साथियों के साथ आपस में कहासुनी हो गई थी। जिसको लेकर आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत प्रभाव से घटनास्थल पर पहुंची और मौके से घटना से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किए।
शिकायतकर्ता जोगेन्द्र वासी गांव नौताना ने शिकायत दी कि उसके बड़े भाई सूबे सिंह का लड़का हैप्पी व उसके साथी कुलदीप व नवीन, तीनों दिनांक 28 नवम्बर को करीब 10 पीएम पर नरेन्द्र के घर के सामने गली में खड़े थे। नीरज, अंकित, सतेन्द्र, विशाल, स्कार्पियो गाड़ी में आए और आते ही नीरज ने गाड़ी रोककर कुलदीप, नवीन व हैप्पी के साथ डंडे से मार पीट की। इस बारे में उन्हें पता चला तो वह और उसका भाई सूबे सिंह वहां पर गए तो नीरज व उसके साथी वहां से चले गए थे। कुछ समय बाद आरोपी पोता की तरफ से स्कार्पियो गाड़ी तेज स्पीड से भगाकर लिए, गाड़ी को नीरज चला रहा था। जिसने जान से मारने की नीयत से उसके भाई को सीधे टक्कर मारी, जिससे उसके भाई की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 07: पकड़े गये दो आरोपित
राजकीय स्कूल कनीना में गुड टच व बैड टच पर जागरूकता सेमिनार आयोजित
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कनीना की आवाज।पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ के निर्देशों के तहत कनीना पुलिस की टीम द्वारा छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जागरूकता अभियान चलाया गया। टीम ने गवर्नमेंट स्कूल कनीना में छात्राओं को गुड टच (अच्छा स्पर्श) और बैड टच (बुरा स्पर्श) के बारे में जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया, छात्राओं को गुड टच और बैड टच के बीच के अंतर को विस्तार से समझाया। महिलाओं और छात्राओं की सहायता के लिए पुलिस विभाग द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न सुविधाओं और सहायता तंत्रों व डायल 112 ट्रिप मानिटरिंग के बारे में भी छात्राओं को अवगत कराया।
टीम ने छात्राओं को महिलाओं से संबंधित कानूनों, उनके कानूनी संरक्षण और अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी, जिससे वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें। छात्राओं के भीतर आत्मविश्वास और आत्मरक्षा की भावना विकसित करने के उद्देश्य से सेल्फ डिफेंस (आत्मरक्षा) के कुछ बुनियादी तरीके भी बताए गए।
सेमिनार के दौरान, गुड टच और बैड टच के विषय पर विस्तृत चर्चा की गई। छात्राओं को स्पष्ट रूप से बताया गया कि गुड टच क्या होता है और बैड टच किसे कहते हैं। उन्हें यह भी समझाया गया कि यदि कोई व्यक्ति गलत इरादे से उन्हें छूता है, तो उन्हें तुरंत इसका विरोध करना चाहिए। ऐसे व्यक्तियों की सूचना तुरंत अपने माता-पिता या किसी ऐसे व्यक्ति को देनी चाहिए जिस पर वे भरोसा करती हों।
टीम ने इस अवसर पर पाक्सो एक्ट के तहत यौन अपराधों की विस्तृत परिभाषा के बारे में भी जानकारी दी। बाल यौन शोषण में बच्चों के किसी भी अंग को गलत तरीके से छूना, उनके निजी अंगों पर टिप्पणी करना, उन्हें गलत तस्वीरें दिखाना और किसी भी प्रकार का ऐसा शारीरिक संपर्क शामिल है जिससे बच्चे असहज महसूस करें। विद्यार्थियों को बाल यौन शोषण की किसी भी घटना की रिपोर्ट करने की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया और उन्हें ऐसे मामलों की शिकायत करने में किसी भी प्रकार का संकोच न करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस- 2 दिसंबर
प्रदूषण बनती जा रही है एक अहम समस्या
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कनीना की आवाज। प्रतिवर्ष 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है। औद्योगिक आपदा के प्रबंधन और नियंत्रण के लिए जागरूकता फैलाना, हवा, पानी और मिट्टी को प्रदूषित होने से बचाना, उनके प्रदूषित होने से होने वाले नुकसानों की रोकथाम के बारे में जानकारी देना, इसका प्रमुख उद्देश्य है। इस दिन उन लोगों को याद किया जाता है जिन्होंने भोपाल गैस त्रासदी में अपनी जान गवा दी थी। दो और 3 दिसंबर 1984 की रात को भोपाल गैस त्रासदी हुई थी। भोपाल में स्थित यूनियन कार्बाइड के रासायनिक संयंत्र में मिथाइल आइसोसाइनेट/मिक नामक जहरीले रसायन एवं अन्य रासायनिक रिसाव हुआ था जिसके कारण लाखों लोगों की जान गई थी। 5 लाख से अधिक लोगों की जान जहरीली गैस के कारण तुरंत मृत्यु हो गई थी। कई लोगों ने गैस त्रासदी से संबंधित बीमारियों को झेलते हुए कुछ दिनों और महीना के बाद जान गवां दी थी। भोपाल गैस त्रासदी पूरे विश्व में इतिहास में सबसे बड़ी औद्योगिक प्रदूषण आपदा के रूप में जानी जाती है।
इस संबंध में महेश बोहरा से बात की गई जिनके विचार इस प्रकार हैं--
*** प्रदूषण एक सबसे बड़ी समस्या है। दीपावली के आसपास तो वैसे भी बहुत अधिक पटाखे तोड़े जाते हैं जिनके कारण प्रदूषण बढ़ता ही चला जाता है। धरती, वायु, जल प्रदूषित होते जा रहे हैं उनके रोकथाम से ही जीवन संभव पाएगा वरना भविष्य में जीवन और भी कठिन हो जाएगा। उद्योग धंधों से जो दूषित जल निकलता है वहीं उनसे गंदा जल निकलता है, मोटर गाडिय़ों से धुएं से वायु में गैसों के रिसाव से वायु दूषित हो रही है। उनकी रोकथाम जरूरी है।
2 दिसंबर 1984 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मिक गैस के रिसाव से इतनी अधिक वायु दूषित हुई कि लाखों लोगों को जान गंवानी पड़ी। ऐसे कारखाने, फैक्ट्रियां, उद्योग धंधे, दूर स्थान पर स्थापित किए जाने चाहिए और हर प्रकार से उनकी में बचाव के तरीके अपनाने चाहिए। कहने को तो भोपाल में स्थित यह अमेरिका की कंपनी थी जहां गैस अमेरिका से आती थी और भारत में दवा बनाकर अमेरिका भेजी जाती थी जिसका दुष्परिणाम आज तक लोग झेल रहे हैं।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को प्रदूषण के बारे में जागरूक करना है। पानी, हवा, मिट्टी, ध्वनि सब प्रदूषित होते जा रहे हैं। जिस रफ्तार से प्रदूषण बढ़ रहा हैं उन पर कोई काबू नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते आने वाले समय में एक बड़ी समस्या प्रदूषण की होगी। भोपाल गैस कांड ही नहीं अन्य ऐसी घटनाएं घट सकती हैं अगर जागरूकता नहीं बढ़ाई गई तो। ऐसे में उन पर नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने पेड़ पौधे लगाने अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने, वाहनों के स्थान पर इलेक्ट्रानिक साइकिल , वाहन आदि चलने पर बल दिया है ताकि प्रदूषण से बचा जा सके।
हमें सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना चाहिए। वाहनों में कार्बन डाइआक्साइड के अलावा अनेक गैसें निकलती रहती है, जो वायु को दूषित करती है। जहां तक के लोग कूड़ा कचरा इधर-उधर पटक देते हैं जिससे जल दूषित होता है। ऊंची आवाज में माइक से ध्वनि दूषित हो रही है। उन्होंने प्रदूषणों से बचने की सलाह दी ताकि भविष्य में किसी प्रकार की आने वाली आपदा से बचा जा सके। वरना जीवन दुष्कर हो जाएगा। अधिक से अधिक पेड़ लगाने, साफ सफाई पर ध्यान देने, जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया।
--- महेश बोहरा, विशेषज्ञ
फोटो कैप्शन: महेश बोहरा
कैमला में आयोजित हुआ हवन
-आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने किया हवन
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कनीना की आवाज। आर्य समाज एवं वेद प्रचार मंडल जिला महेन्द्रगढ़ के तत्वावधान में महर्षि दयानंद सरस्वती के 200वें जन्मोत्सव एवं आर्य समाज की स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 2 साल तक चलने वाले घर-घर यज्ञ आयोजनों की श्रृंखला में कैमला ग्राम में डा. प्रेम राज आर्य की अध्यक्षता में हैडमास्टर वीरेंद्र सिंह आर्य की विवाह वर्षगांठ के अवसर पर वैदिक यज्ञ एवं सत्संग का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। जिसमें यजमान वीरेंद्र सिंह सहधर्मिणी सुनीता देवी,यज्ञ ब्रह्मा के आसन्न पर कप्तान सुरेंद्र पाल रसूलपुर तथा पुरोहित की भूमिका पंडित भूपेंद्र सिंह आर्य ने निभाई।
पंडित भूपेंद्र सिंह आर्य ने कहा कि वैवाहिक वर्षगांठ मुख्य रूप से पति-पत्नी के रिश्ते, उनके प्यार और एक-दूसरे के साथ बिताए गए जीवन के महत्वपूर्ण पड़ावों को स्मरण करके एक दूसरे के अनुकूल बनने, बनाने के लिए मनाई जाती है। यह एक व्यक्तिगत और सामाजिक उत्सव है।
वैदिक धर्मग्रंथों में वर्षगांठ का उद्देश्य इस बात का स्मरण करना है कि वे अभी भी उन वैदिक प्रतिज्ञाओं के प्रति प्रतिबद्ध हैं, जो उन्होंने अग्नि के समक्ष ली थीं। यह उन्हें उनके पारिवारिक और सामाजिक दायित्वों की याद दिलाता है।
कप्तान सुरेंद्र पाल ने बताया कि यह दिन एक अवसर प्रदान करता है जब दंपति अपने रिश्ते में प्रेम, सम्मान और सौहार्द को फिर से मजबूत कर सकते हैं। इस यज्ञ की पवित्र ज्वाला आपके जीवन में प्रकाश, शांति और समृद्धि लाए। जिस प्रकार अग्नि हर वस्तु को शुद्ध कर देती है, उसी प्रकार यह अनुष्ठान आपके रिश्ते के हर पहलू को पवित्र और मजबूत बनाए।
हम यज्ञ अग्नि में अपनी प्रिय वस्तुएं घी, अन्न, समिधा आदि समर्पित करते हैं। यह हमें सिखाता है कि रिश्ते में भी अहंकार और स्वार्थ का त्याग आवश्यक है। जब हम देते हैं, तभी रिश्ता समृद्ध होता है।
महर्षि दयानंद द्वारा रचित कालजयी ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश, गायत्री पटका एवं नित्य कर्म विधि यजमानों को भेंट स्वरूप दी। सभी ने मिलकर इस प्यारे जोड़े के सुखी और समृद्ध जीवन के लिए प्रार्थना और शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर रमन कुमार आर्य, नवदीप कुमार आर्य, अभिषेक जांगिड़ आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 05: हवन करवाते हुए पुरोहित
विकसित भारत के निर्माण के लिए युवाओं का शिक्षित होना अत्यंत जरूरी-शिक्षामंत्री
-101 विद्यार्थियों को वितरित की प्रोत्साहन राशि
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कनीना की आवाज। युवा किसी भी देश की सबसे अमूल्य पंूजी होते है। देेश का उज्ज्वल भविष्य युवाओं पर ही निर्भर करता है जिस देश के युवा जितने ज्यादा शिक्षित एवं कौशल होते है। वह राष्ट्र प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति के नए आयाम स्थापित करता है। वर्तमान में भारत दुनिया का सबसे बड़ा युवा देश है जिसमें 65 प्रतिशत से ज्यादा आबादी युवाओं कि है जिसके बलबूते पर आज भारत विकासशील ना होकर विकसित होने की राह पर चल रहा है। ये विचार आज क्षेत्र में स्थित एसडी स्कूल ककराला कनीना के प्रांगण में युवा ओर सेवा फाउडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम समुत्कर्ष विद्यार्थी प्रोत्साहन उपक्रम के आयोजन के दौरान .शिक्षामंत्री महिपाल ढांडा ने मेधावी छात्र -छात्राओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि युवा ओर सेवा फाउंडेशन द्वारा मेधावी विद्यार्थियों को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की स्मृति में प्रोत्साहन राशि व प्रमाण पत्र प्रदान करके उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का उपक्रम सही मायनों में काबिले तारीफ है तथा इसके लिए उन्होंने संस्था से जुड़े कार्यकर्ताओं के प्रयासों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन का यह प्रयास मेधावी विद्यार्थियों को जीवन में सफलता की ऊंचाइयों पर पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगा।
उन्होंने भारत के 140 करोड़ लोगों को संकल्प लेने की प्रेरणा दी कि वे भारत को 2047 तक विश्व गुरू बनाने में पूरा योगदान देंगे।
कार्यक्रम में महेश जोशी ने बताया कि भारत रतन बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी का पूरा जीवन समाज को शिक्षित एवं संगठित करने में व्यतीत हुआ। उनका मानना था कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का शक्तिशाली साधन है तथा यह निडर , संगठित और संघर्ष के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने बाबा साहब के जीवन से जुड़े अनेक परक प्रसंग बताकर युवाओं को आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं को देश हमे देता है सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखे ऐेसे भाव पैदा करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विविध संगठनों के गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी सहमतियां प्रदान कि जिसमें शिक्षा , समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण, धर्म जागरण, व्यापारी वर्ग, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़ी तमाम हस्थियां मौजूद रही। इस मौके पर निदेशक जगदेव सिंह, रामधारी सिंह एवं स्कूल मैनेजमेंट ने शिक्षामंत्री को स्मृति चिह्न प्रदान किया। शिक्षामंत्री ने विद्याथ्रियों के लिए निजी कोष सं 11 लाख रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
इस मौके पर हंसराज यादव संघ संचालक, विनोद कुमार, जगदेव सिंह, सत्यव्रत शास्त्री सहित स्कूल स्टाफ एवं दूर दराज से आये जन पदाधिकारी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 01 व 02: शिक्षामंत्री विद्यार्थियों को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की स्मृति में प्रोत्साहन राशि व प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए
सरकार ने अटेली क्षेत्र को नई सड़कों की दी सौगात
-सड़कें किसी
भी क्षेत्र के विकास की मजबूत कड़ी - आरती सिंह राव
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कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार ने
अटेली विधानसभा क्षेत्र के लिए नई सड़कों की सौगात दी है। इन सड़कों के निर्माण पर लगभग 7.42 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इनका निर्माण अगले 6 महीने में पूरा कर लिया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने बताया कि इन सड़कों से दर्जनों गांवों को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी और क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिलेगी।
उन्होंने बताया कि धनौंदा से सीहोर तथा सुंदरह से बवानियां तक नई सड़क का निर्माण होगा। इन दोनों सड़कों के निर्माण पर कुल 430.13 लाख रुपए खर्च होंगे।
इन मार्गों के विकसित होने से क्षेत्र के ग्रामीणों को जिला मुख्यालयों, सरकारी कार्यालयों, बाजारों और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंचने में अधिक सुविधा होगी।
इसी प्रकार पोता (पीडब्ल्यूडी रोड) से बाबा कौशल दास मंदिर तथा पोता से उच्चत तक नई सड़क का निर्माण कार्य शामिल है।
इन दोनों प्रस्तावित सड़कों के लिए लगभग 312 लाख लागत निर्धारित की गई है। यह सड़कें धार्मिक स्थलों, कृषि भूमि और ग्रामीण बस्तियों को आपस में जोड़ेंगी जिससे आवागमन में तेजी आएगी।
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि सड़कें किसी भी क्षेत्र के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी विकास की मजबूत कड़ी होती हैं। उन्होंने कहा कि मैं ढांचागत परियोजनाओं के पूरे होने के बाद लोगों के समय की बचत होगी, कृषि उत्पादों की ढुलाई आसान हो जाएगी और ग्रामीण क्षेत्रों में समग्र विकास को गति मिलेगी।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में चल रही हरियाणा सरकार ओवरऑल डेवलपमेंट के लिए प्रतिबद्ध है और आने वाले समय में भी ऐसी महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू करवाने की कोशिश रहेगी।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश में ढांचागत सुविधाओं में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। विशेष कर दक्षिणी हरियाणा में कई हाइवे का निर्माण हुआ है।














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